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Mau275101

भगवान श्रीराम की भव्य बारात अयोध्या से जनकपुर रवाना

Nov 28, 2024 02:46:29
Mau, Uttar Pradesh

भगवान श्रीराम की भव्य बारात अयोध्या से नेपाल के जनकपुर के लिए रवाना हुई। मार्ग में लोगों ने बारात का भव्य स्वागत किया। साधु-संतों सहित बड़ी संख्या में बाराती शामिल हुए। जनकपुर में मंत्रोच्चारण और सैकड़ों साधु-संतों की उपस्थिति में विवाह संपन्न होगा। इस मौके पर संत रामचंद्र कांची मठ ने कहा कि सनातन धर्म दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म है और यह समाज को सही मार्ग दिखाने का काम करता है।

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MGMohd Gufran
Oct 15, 2025 11:33:41
Prayagraj, Uttar Pradesh:कुख्यात पटाखा माफिया कादिर तथ्य और आपराधिक इतिहास छिपाकर पहुंचा हाईकोर्ट, अग्रिम जमानत की मांग के लिए पटाखा माफिया ने हाईकोर्ट में दाखिल की याचिका, करोड़ों की ठगी मामले में फरार पटाखा माफिया की गिरफ्तारी पर घोषित है 25 हजार का इनाम। प्रयागराज का कुख्यात पटाखा माफिया कादिर करोड़ों की ठगी मामले में भगोड़ा घोषित होने के बाद से फरार चल रहा है। पुलिस ने पटाखा माफिया की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। पटाखा माफिया कादिर पर रकम दुगुना करने का प्रलोभन देकर करोड़ों की ठगी का आरोप है। प्रयागराज के शाहगंज थाने में ठगी, धोखाधड़ी और गबन के आरोप में एफआईआर दर्ज है। पुलिस ने पटाखा माफिया कादिर के भतीजे आसिफ को गिरफ्तार कर जेल भेजा है , जबकि कादिर और उसका दूसरा भतीजा कासिफ 25 हजार का इनाम है और कोर्ट के आदेश पर दोनों के घरों पर 82 की नोटिस चस्पा हुई है। 6 नवंबर तक अगर पटाखा माफिया कादिर गिरफ्तार नहीं हुआ तो पुलिस न्यायालय के आदेश पर 83 के तहत कुर्की की कार्रवाई करेगी। वहीं फरार पटाखा माफिया कादिर ने अग्रिम जमानत के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है। हाईकोर्ट में दाखिल अग्रिम जमानत याचिका में पटाखा माफिया कादिर ने व्यापारिक रंजिश के चलते एफआईआर की बात कही है। पटाखा माफिया कादिर ने अपने खिलाफ दर्ज मामलों की जानकारी भी न्यायालय में छिपाया। यानी तथ्यों को छिपाकर पटाखा माफिया कादिर हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत की मांग की। लेकिन कोर्ट में पेश शिकायकर्ताओ के वकील मोहम्मद अमन खान ने पटाखा माफिया के खिलाफ दर्ज अपराधिक मामलों का उल्लेख किया। शिकायकर्ताओं के वकील ने कहा कि पटाखा माफिया कादिर के खिलाफ कुल 4 मामले दर्ज हैं, जो धोखाधड़ी, ठगी और गबन के अलावा विस्फोटक अधिनियम के तहत दर्ज हैं। हाईकोर्ट ने इसे गंभीर मानते हुए पटाखा माफिया कादिर को फटकार लगाई और दुबारा फ्रेस एफिडेविट दाखिल करने का निर्देश दिया। जिसमें पटाखा माफिया को अपने खिलाफ दर्ज अपराधिक मामलों का उल्लेख करना होगा। बता दें कि पटाखा माफिया कादिर ने साल 2021 में प्री रिचार्ज नाम से एक कंपनी बनाई। जिसमे उसने अपने भतीजे कासिफ और आसिफ को कंपनी का डायरेक्टर बनाया और खुद संरक्षक बन गया। पटाखा माफिया की कंपनी ने साल भर में रकम दुगुना करने का प्रलोभन देकर शहर में सैकड़ों लोगों से लगभग 250 करोड़ की ठगी की। ठगी के बाद पटाखा माफिया कादिर और उसके भतीजे फरार हो गए। पीड़ितों ने जब घर पर जाकर अपने पैसों को लेकर बातचीत करना चाहा तो कोई भी सामने नहीं आया। पीड़ितों ने फिर एक एक करके कादिर और उसके भतीजों के अलावा कई अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई। जिसमें कुल 18 शिकायकर्ताओं की तरफ से कुल 4 मामले अलग अलग धाराओं में दर्ज हुए। प्रयागराज के शाहगंज थाने की पुलिस ने जांच शुरू कि तो कई साक्ष्य भी न्यायालय में पेश किए। जिसके बाद पटाखा माफिया कादिर और भतीजों को निचली अदालत से राहत नहीं मिली, कादिर और अन्य के खिलाफ कोर्ट से एनबीडब्ल्यू भी जारी है। कोर्ट के आदेश पर आरोपियों के घर पर कुर्की की प्रक्रिया से जुड़ी 82 की नोटिस भी चस्पा है। पुलिस ने फरार पटाखा माफिया कादिर और उसके भतीजे कासिफ की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। वहीं शिकायकर्ता आसिफ ने योगी सरकार से गुहार लगाई है कि जिस तरह से दूसरे माफियाओं को मिट्टी में मिलाया गया। उसी तरह से पटाखा माफिया कादिर के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। आसिफ ने बताया कि उससे 22 लाख रुपए कादिर और उसके भतीजों ने रकम दुगुना करने का लालच देकर लिया। लेकिन रकम दुगुना तो छोड़िए उसका मूल भी उसे नहीं मिला है। वहीं प्रयागराज के रहने वाले मुजीब उल्ला ने बताया कि उनसे भी करीब 12 लाख रुपए कादिर और उसके गैंग के लोगों ने लिया। इसी तरह से शहर के सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी करके फरार हो गए हैं। सरकार और पुलिस से पीड़ित गुहार लगा रहें हैं कि उनके साथ न्याय किया जाए। पटाखा माफिया कादिर प्रयागराज व्यापार मंडल का खुद को पदाधिकारी भी बताता है। पटाखा माफिया के नाम से विख्यात कादिर के नैनी स्थित अवैध पटाखा गोदाम को भी पिछले महीने पुलिस ने सील कर दिया। वहीं अब पटाखा माफिया कादिर और उसके गैंग पर कानूनी कार्रवाई भी तेज हो गई है। ऐसे में सवाल उठता है कि फरार माफिया कादिर को कौन संरक्षण दे रहा है, जिसके चलते वह पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ रहा है, हाईकोर्ट पहुंचकर याचिका दाखिल करके फरार हो जा रहा है। हालांकि पुलिस ने पटाखा माफिया की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की है, बावजूद वह पुलिस को लगातार चकमा दे रहा है。
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DKDAVESH KUMAR
Oct 15, 2025 11:32:56
Delhi, Delhi:गोपाल राय, पूर्व मंत्री दिल्ली सरकार स Sup्रीम कोर्ट को समाज के लोग या सरकार हो सबकी एक ही चिंता है प्रदूषण का स्तर कम होना चाहिए। 2018 में भी सुप्रीम कोर्ट ने ग्रीन पटाखे की अनुमति दी थी, लेकिन पुलिस ने सही तरीके से इंप्लीमेंट नहीं की थी सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को सही तरीके से इंप्लीमेंट सरकार को करना होगा अब उनके पास दिल्ली पुलिस भी है। सनातन बीजेपी नहीं थी तब भी था सनातनी का ज्ञान बीजेपी ना बाटे। सरकार कोई एक्शन नहीं ले रही है कोई विंटर एक्शन प्लान नहीं बनाएं प्रदूषण का स्तर बढ़ रहा है। डस्ट पॉल्यूशन वाहनों से होने वाला प्रदूषण पराली के लिए क्या इंतजाम किया है कुछ सरकार नहीं कर रही है
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AMABHAYA MOHANTY
Oct 15, 2025 11:32:08
Keonjhar, Odisha:ଆଙ୍କର - ପାରମ୍ପରିକ ଅସ୍ତ୍ରଶସ୍ତ୍ର ଧରି ଥାନା ଘୋରିଲେ ଭୀମ ଆର୍ମି ସଦସ୍ୟ। ବେଆଇନ ଗିରଫଦାରୀ ଅଭିଯୋଗ ରେ ଥାନା ଘେରାଉ କରିଥିବା ନେଇ ସୂଚନା। ଆନନ୍ଦପୁର ଉପଖଣ୍ଡ ଘସିପୁରା ଥାନା ଅଞ୍ଚଳରେ ସେପ୍ଟେମ୍ବର ମାସ ୩ ତାରିଖରେ କୁଣ୍ଡେଶ୍ୱର ହାଟ ନିକଟରେ ବେଆଇନ ଗୋରୁ ଚାଲାଣ ଅଭିଯୋଗ ରେ ୧୦ ଜଣ କୁ ଗିରଫ କରିବା ସହିତ ଏକ ଗାଡି ଜବତ କରିଥିଲା ଘସିପୁରା ପୋଲିସ। ତେବେ ଏହି ଗିରଫଦାରୀ କୁ ବେଆଇନ ବୋଲି କହି ୩୦୦ ରୁ ଉର୍ଦ୍ଧ ବୀମ ଆର୍ମି ସଦସ୍ୟ ନିଜ ପାରମ୍ପରିକ ଅସ୍ତ୍ର ଶସ୍ତ୍ର ତଥା ଧନୁ,ତୀର ଓ ଫାର୍ଶା ଆଦି ଧରି ଶାଳପଡା ରେ ଥିବା ଆମ୍ବେଦକର ଙ୍କ ପ୍ରତିମୂର୍ତ୍ତି ଠାରୁ ଏକ ରାଲି ରେ ଆସି ଥାନା ଭିତରକୁ ଧସେଇ ପଶିବାକୁ ଚେଷ୍ଟା କରିଛନ୍ତି। ଅନ୍ୟପଟେ ପୂର୍ବରୁ ପ୍ରସ୍ତୁତ ଥିବା ପୋଲିସ ଫୋର୍ସ ସେମାନଙ୍କୁ ଅଟକାଇବାକୁ ଚେଷ୍ଟା କରିଛନ୍ତି। ପୂର୍ବରୁ ଭୀମ ଆର୍ମି ର ଥାନା ଘେରାଉ ର ସୂଚନା ପାଇ ଆଡିସନାଲ ଏସପି ଙ୍କ ନେତୃତ୍ୱ ରେ ଆନନ୍ଦପୁର ଏସ୍ଡିପିଓ,୧୦ ଜଣ ଇନସପାକ୍ଟର ଙ୍କ ସମେତ ୩ ପ୍ଲାଟୁନ ପୋଲିସ ଫୋର୍ସ ମୁତୟନ ରହି ସମ୍ପୂର୍ଣ ସ୍ଥିତି ଉପରେ ନଜର ରଖିଛନ୍ତି। ଭୀମ ଆର୍ମି ର ସଦସ୍ୟ ମାନେ କୌଣସି ଅନୁମତି ନନେଇ ରାଲି କରିଥିବା ରୁ ସେମାନଙ୍କ ବିରୁଦ୍ଧରେ ଆଇନ ଅନୁଯାୟୀ କାର୍ଯ୍ୟାନୁଷ୍ଠାନ ନିଆଯିବ ବୋଲି ଅତିରିକ୍ତ ଏସପି ପ୍ରକାଶ କରିଛନ୍ତି।
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MKManitosh Kumar
Oct 15, 2025 11:29:41
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PSPrince Suraj
Oct 15, 2025 11:29:24
Noida, Uttar Pradesh:बिहार विधानसभा चुनाव में वोटिंग के दौरान विकलांगों को ना हो कोई दिक्कत लिहाजा चुनाव आयोग ने की खास व्यवस्था.....विकलांग मतदाताओं (PwDs) के लिए मतदान को सुगम बनाने हेतु निर्वाचन आयोग के इंतजाम 1. भारतीय निर्वाचन आयोग (ECI) ने बिहार विधानसभा चुनाव और 8 विधानसभा उपचुनावों (घोषित 6 अक्टूबर 2025) के लिए विकलांग मतदाताओं के लिए मतदान प्रक्रिया को सुलभ बनाने के निर्देश जारी किए हैं। 2. बिहार के सभी मतदान केंद्र अब भूतल (ग्राउंड फ्लोर) पर होंगे और उनमें व्हीलचेयर हेतु उचित ढलान (रैम्प) बनाई जाएगी। 3. विकलांग मतदाताओं और वरिष्ठ नागरिकों को मतदान केंद्रों पर प्रवेश के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। 4. दृष्टिबाधित मतदाताओं के लिए ब्रेल फीचर युक्त “सुलभ मतदाता सूचना पर्ची” (Accessible Voter Information Slip) जारी की जाएगी。 5. नियम 49N (Conduct of Elections Rules, 1961) के अनुसार, दृष्टिबाधित मतदाता अपने साथ सहयोगी (companion) लेकर मतदान केंद्र में वोट डाल सकते हैं。 6. सभी मतदान केंद्रों पर ब्रेल लिपि में डमी बैलेट शीट उपलब्ध कराई जाएगी, जिससे दृष्टिबाधित मतदाता स्वयं ईवीएम पर ब्रेल सुविधा का उपयोग कर वोट डाल सकेंगे。 7. मतदान दिवस पर PwDs के लिए परिवहन सुविधा उपलब्ध होगी। मतदाता ECINET के “दिव्यांग (सक्षम) मॉड्यूल” पर पंजीकरण कर व्हीलचेयर या परिवहन सुविधा मांग सकते हैं। 8. ये सभी सुविधाएँ बिहार के 90,712 मतदान केंद्रों पर उपलब्ध रहेंगी。 9. इसके अतिरिक्त, 292 मतदान केंद्र ऐसे होंगे जिन्हें पूर्णतः विकलांगजन द्वारा संचालित किया जाएगा。 10. इन कदमों का उद्देश्य है कि हर मतदाता बिना किसी बाधा के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सके।
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DGDeepak Goyal
Oct 15, 2025 11:29:06
Jaipur, Rajasthan:दीपक गोयल/जयपुर ने राजधानी की चमक-दमक के पीछे छिपा एक डरावना सच दिखाया है. अगर जयपुर में कहीं अलग-अलग लोकेशन पर एक साथ बड़ी आग लग जाए, तो बुझाने वाला सिस्टम खुद धुएं में गुम हो जाएगा. पचास लाख की आबादी वाला राजधानी जयपुर में आग बुझाने का जिम्मा संभालने वाला फायर ब्रिगेड खुद ‘बुझी हुई चिंगारियों’ Sabit हो रहा है. शहर की ऊंची इमारतें, बढ़ती आबादी और तंग गलियां सबके बीच फायर ब्रिगेड का सिस्टम संसाधनों के अभाव में धुआं-धुआं हो चुका है. नेशनल फायर प्रोटेक्शन एसोसिएशन (NFPA) के मानक कहते हैं हर 50 हजार आबादी पर एक दमकल जरूरी हैं. यानी जयपुर जैसे शहर को चाहिए कम से कम 100 फायर टेंडर होने चाहिए, लेकिन हकीकत यह कि शहर के पास केवल 60 दमकलें हैं. बाकी जरूरतें कागजों की आग में जल रही हैं. जिन्हें दमकल को आग पर काबू पाना होता है, वे खुद मेंटेनेंस के अभाव में धुआं उगल रही हैं. इंजन पुराने, टायर घिसे, पाइप लीक और फिटिंग जर्जर हालत में हैं; कई बार दमकल मौके पर पहुंचती है, पर खुद फायर फिट नहीं होती. पूरे शहर में सिर्फ एक 72 मीटर की हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म एरियल लैडर काम कर रही है, जबकि चारदीवारी क्षेत्र के लिए 42 मीटर की लैडर डेढ़ साल से घाटगेट फायर स्टेशन पर जंग खा रही है. सेंसर खराब हैं और मरम्मत के नाम पर फाइलें धूल खा रही हैं. सिर्फ वाहन ही नहीं, फायरमैन और तकनीकी स्टाफ की कमी भी गंभीर है. कई फायर स्टेशन ऐसे हैं जहां एक पूरी पारी का स्टाफ एक दमकल के बराबर नहीं. बिल्डिंग परमिशन से लेकर एनओसी तक कागजों पर सब ‘सुरक्षित’ दिखता है, लेकिन जब हादसा होता है तो सिस्टम नाकाम साबित होता है. फायर स्टेशनों और दमकलों की कमी से दूरी और फेरे ज्यादा लगाने पड़ते हैं. अजमेर रोड भांकरोटा में आगजनी की घटना हो जाए तो मानसरोवर या बिंदायका से दमकलों को बुलाया जाता है, जिसके लिए दमकलकर्मियों को 10 से 12 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है. इसी तरह आगरा रोड पर आगजनी की घटना होने पर बस्सी या घाटगेट फायर स्टेशन से दमकलों को बुलाना पड़ता है, जब तक आग विकराल रूप ले लेती है. निगमन हैरिटेज-ग्रेटर में फायर स्टेशनों की संख्या-12, छोटी-बड़ी दमकलों की संख्या-60, CF0-1, FO-3, AFO-8, फायरमैन-474, ड्राइवर-174. ये बड़ी कमियाँ हैं. वर्तमान में 12 फायर स्टेशन, कुछ के प्रस्ताव कागजों में. जयपुर शहर और नगर निगम का दायरा तेजी से फैल रहा है. जयपुर में 12 फायर स्टेशन हैं जो शहर के लिए काफी नहीं हैं. नगर निगम की फायर समिति ने नए स्टेशनों का प्रस्ताव मंजूर किया, लेकिन यह कागजों में ही रह गया. वर्तमान में VKI, झोटवाड़ा, बिंदायका, मानसरोवर, सीतापुरा, जगतपुरा, मालवीय नगर, बाइस गोदाम, चौगान स्टेडियम, घाटगेट, आमेर और बनीपार्क में फायर स्टेशन हैं, और मानसरोवर पत्रकार कॉलोनी, वैशाली- पृथ्वीराज नगर, आगरा रोड, भांकरोटा में प्रस्तावित हैं. 10 लाख की आबादी पर भी 169 पद सृजित और 50 लाख की आबादी पर भी 169 पद. फायर ब्रिगेड बेड़े में 169 पद तब सृजित हुए थे जब शहर की आबादी 10 लाख हुआ करती थी. आज 50 लाख की आबादी पर भी यही पद हैं. जो अतिरिक्त भर्तियां हुई हैं, वे संविदा पर हैं. बड़े हादसों के लिए ये लोग इसलिए तैयार नहीं क्योंकि इनके लिए लॉन्ग टर्म के प्रॉपर ट्रेनिंग प्रोग्राम नहीं. इन्हें सिर्फ 15 दिन की ट्रेनिंग मिली है. फायर सूट ही नहीं, कैसे बचे लपटों से जिंदगी. आग में फंसे लोगों को निकालने के लिए सबसे अहम संसाधन फायर सूट बेड़े में होना जरूरी है, लेकिन फायर ब्रिगेड के पास यह नहीं है. ऐसे में धधकती लपटों के बीच से जिंदगी को बचाना आसान नहीं है. एल्युमिनियम और एसबेस्टस के बने इस सूट को पहनकर फायरमैन लोगों को बचा सकते हैं. 50 लाख की आबादी वाले शहर में 72 मीटर की सिर्फ एक हाइड्रोलिक प्लेटफ़ॉर्म एरियल फायर लैडर है. यह एक गाड़ी मानसरोवर के फायर स्टेशन पर रहती है, जबकि चौगान-घाटगेट क्षेत्र के लिए 42 मीटर ऊंचाई तक आग बुझाने वाला एरियल लैडर पिछले दो साल से खराब पड़ा है. गलियों में अग्निकांडों से निबटने के लिए ठोस इंतजाम नहीं हैं. कम संसाधनों में आग के बीच जाना खतरा बना रहता है. फायरफाइटर बताते हैं कि ट्रैफिक और गलियों की तंगाई के कारण मौके पर समय से पहुंचना मुश्किल होता है. अगर फायर सूट मिले जाते, तो भी ड्यूटी जल्दबाज़ी से करनी पड़ती है. हालांकि आग से बढ़ती घटनाओं के अनुसार इक्विपमेंट मौजूद नहीं है, इसकी प्रशासन से डिमांड की गई है. सवाल यह है कि बड़े होटल, मॉल और मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में फायर सेफ्टी अनिवार्य है, फिर जयपुर की सेंट्रल फायर सेफ्टी इतनी पंगु क्यों है? जयपुर जैसी राजधानी में आग बुझाने वाला सिस्टम अब खुद में जांच की आग में है. कहीं अगली बड़ी आग सिर्फ इमारतें नहीं, सिस्टम की लापरवाही को भी राख बना दे.
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JCJitendra Chaudhary
Oct 15, 2025 11:28:48
Begusarai, Bihar:बेगूसराय में बोरी के अंदर बीएड छात्रा की लाश मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। वहीं परिजनों का आरोप है कि किसी अपराधी ने इसके साथ रेप की घटना को अंजाम देकर हत्या कर दी। और शव को बोरे के अंदर बंद कर झाड़ी में फेंक दिया। घटना मटिहानी थाना क्षेत्र की है। बताया जाता है कि लड़की बीएड करने के बाद पटना में रहकर शिक्षक भर्ती परीक्षा की तैयारी कर रही थी। परिवार ने बताया कि वो शनिवार को पटना जाने का कहकर घर से निकली थी। आखिरी बार सोमवार को उससे फोन पर बात हुई। इसके बाद से वो संपर्क में नहीं थी। बुधवार सुबह घर से 200 मीटर दूर उसकी लाश मिली है। लड़की के शरीर पर चोट के निशान हैं। मृत लड़की की पहचान मटिहानी थाना क्षेत्र के खोरमपुर गांव के रहने वाले प्रमोद सिंह की पुत्री भारती कुमारी के रूप में हुई है। परिवार का आरोप है कि हत्या के बाद बॉडी को यहां फेंका गया है। गांव में अफेयर की भी चर्चा है। वहीं गांव के ही किसी लड़के से उसका अफेयर चल रहा था। लाश को पहली बार देखने वाले शख्स ने बताया, झाड़ियों में एक बोरी पड़ी थी। पास में कपड़ा था। बोरी से किसी इंसान का हाथ दिख रहा था।पास जाकर देखा तो लड़की की लाश थी। इसके बाद मैंने आसपास के लोगों को सूचना दी फिर पुलिस को बुलाया। परिवार ने बताया कि बेटी दुर्गा पूजा में छुट्टी पर घर आई थी। बीच में एग्जाम देने के लिए पटना गई थी, फिर वापस घर लौट आई थी। 4 दिन पहले शनिवार को पटना जाने की बात कहकर घर से निकली थी, जिसके बाद से उसका मोबाइल स्विच ऑफ था। हमने पटना में भी उसे ढूंढा, लेकिन वहां भी कुछ पता नहीं चला। लड़की के चाचा ने बताया कि भारती पटना में रहकर परीक्षा की तैयारी कर रही थी। पिता प्रमोद सिंह गांव में ही किराने की दुकान चलाते हैं। किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी, फिर पता नहीं कैसे यह हो गया। बेटी के साथ जिसने भी ये किया है उसे पुलिस जल्द गिरफ्तार करे। पुलिस बोली- आवेदन मिलने पर कार्रवाई करेंगे लाश मिलने की सूचना पर सदर-1 DSP आनंद कुमार पांडेय भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि 'घटना के सभी पहलुओं पर जांच- पड़ताल की जा रही है। इस संबंध में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है। परिजनों के आवेदन और अनुसंधान के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। बाइट परिजन
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ASAmit Singh
Oct 15, 2025 11:27:54
Siwan, Bihar:सीवान में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चहेते पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह ने बगावती रुख तैयार कर लिया है। पूर्व विधायक ने बड़हरिया विधानसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन पत्र दाखिल किया है। दरअसल बड़हरिया विधानसभा से जदयू ने इंद्रदेव सिंह पटेल को प्रत्याशी बनाया है। इंद्रदेव सिंह पटेल को प्रत्याशी बनाए जाने के बाद श्याम बहादुर सिंह प्रदेश नेतृत्व से काफी नाराज चल रहे है। इसी को लेकर आज उन्होंने अपना दो सेट में नामांकन पर्चा दाखिल कर दिया है। श्यामबहादुर सिंह ने अपने समर्थकों के साथ सदर एसडीएम के ऑफिस में पहुंचकर अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया है। मीडिया से बात करते हुए श्याम बहादुर सिंह ने कहा कि मैं काफी दुखी हूं। बहुत दिनों से जदयू पार्टी की मैंने सेवा किया है।समता पार्टी में थे तब से नीतीश कुमार के साथ रहा हूं मगर इस बार मेरा टिकट काट दिया गया, काफी मैं दुखी हूं。
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KCKumar Chandan
Oct 15, 2025 11:27:11
Ranchi, Jharkhand:रांची बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने बीजेपी कार्यालय में प्रेस कांग्रेस कर कहा, जब 2019 में जब हेमंत सोरेन की सरकार बनी थी तब कहा गया था क्रिसमस गिफ्ट है और उसका रिटर्न गिफ्ट अब तक सरकार से मिल रही है। राज्य में लगातार धर्मांतरण जारी है। पुलिस मुख्यालय के पास महज कुछ दूरी पर चांद गांव में कई सालों से गैर कानूनी चंगाई सभा का आयोजन किया जा रहा है। चंगाई सभा की आर में धर्मांतरण होता है। सरकार और पुलिस को इसकी शिकायत की गई पर अब तक कुछ नहीं हुआ। वहां की ग्रामसभा ने पुलिस को शिकायत किया पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। सरकार के संरक्षण में धर्मांतरण का खेल चल रहा। 26% आदिवासी की संख्या, 4% धर्मांतरित आदिवासी हैं। हमारी मांग है ऐसे चंगाई सभा जिसमें धर्मांतरण होता है,उस पर रोक लगे। यहां धर्मांतरण का खेल चल रहा है। महाभिषेक चर्च की भी जांच हो। चर्च के साथ महा अभिषेक कैसे जोड़ा गया। बड़े पैमाने पर साइलेंट कनवर्जन हो रहा है। एक साल।से चमत्कार और अंधविश्वास की आर में धर्मांतरण का खेल चल रहा है। इस पर प्रतिबंध लगे। बाइट ...प्रतुल शाहदेव , प्रदेश प्रवक्ता, बीजेपी
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NTNeeraj Tripathi
Oct 15, 2025 11:26:11
Uska Khurd, Uttar Pradesh:सन्तकबीरनगर में एक ट्रेन हादसे में बुजुर्ग दम्पति की मौत हो गई। हादसा उक्त वक्त हुआ जब दम्पति रेलवे लाइन पार कर रहा था। इसी दौरान ट्रेन की चपेट में आने से दोनों घटना के शिकार हो गए। मामले की सूचना पर पहुचीं पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज मामले की जांच में जुटी है। घटना कोतवाली क्षेत्र के चकिया गांव के पास की है। बताया जाता है कि चकिया गांव निवासी 71 वर्षीय प्रह्लाद गौंड सुबह लगभग 9 बजे बस्ती जिले में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए घर से निकले थे। उनके साथ उनकी पत्नी संतराजी (65 वर्षीय) उन्हें छोड़ने के लिए आई थी। दोनों गांव के पास से गुजर रही रेलवे लाइन को पार कर रहे थे इसी दौरान गोरखपुर से गोंडा जा रही पैसेंजर ट्रेन की चपेट में आ गए और दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना पर घर में मातम छा गया। मामले की जानकारी होने पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और आगे की विधिक कार्यवाई में जुटी है।
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