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Gonda271003

गोंडा में धान खरीद पर जिलाधिकारी की सख्त हिदायत, 48 घंटे में किसानों को भुगतान सुनिश्चित करें

Nov 18, 2024 14:15:48
Gonda, Uttar Pradesh

गोंडा में जिलाधिकारी नेहा शर्मा की अध्यक्षता में जिला पंचायत सभागार में धान खरीद की समीक्षा बैठक आयोजित की गई। बैठक में डीएम ने सभी धान खरीद केंद्रों के सचिवों को सख्त निर्देश दिए कि किसी भी किसान को खरीद केंद्र से वापस न भेजा जाए। उन्होंने कहा कि धान खरीद केंद्रों पर सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी होनी चाहिए और अधिक से अधिक किसानों का पंजीकरण व सत्यापन समय पर सुनिश्चित किया जाए।

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MDMahendra Dubey
Nov 03, 2025 02:00:25
Sagar, Madhya Pradesh:खाद वितरण केंद्र पर किसानों से वसूले जा रहे ज्यादा पैसे, किसानों ने उठाई आवाज.. एंकर/ एमपी में एक तरफ जहां किसानों को खाद की किल्लत से जूझना पड़ रहा है वहीं जिन किसानों को मशक्कत के बाद खाद मिल रही है उन्हें सरकारी खाद वितरण केंद्रों पर सरकारी रेट से ज्यादा पैसे देने पड़ रहे है और अब किसानों ने इस लूट के खिलाफ आवाज बुलंद की है और गुहार लगाई है कि इस लूट को बंद किया जाए। एमपी के सागर जिले के बंडा से ये आवाज सामने आई है जब किसानों से एक बोरी यूरिया खाद पर साढ़े तीन रुपए ज्यादा वसूले जाने का मामला सामने आया है। दरअसल सरकार ने एक बोरी खाद की कीमत 266 रुपए पचास पैसे निर्धारित की है और किसान को इसी दाम पर खाद मिलनी चाहिए लेकिन खाद वितरण केंद्र पर किसानों से 270 रूपये प्रति बैग लिया जा रहा है मतलब एक बोरी खाद पर किसान साढ़े तीन रुपए ज्यादा पैसे देने मजबूर है। बीते दो महीनों से यहां किसान इतनी ही रकम चुका रहा है और किसी ने इस मामले में आवाज नहीं उठाई लेकिन अब किसान इस बात को लेकर नाराज है कि भले ही उससे एक बोरी पर महज साढ़े तीन रुपए एक्सट्रा लिए जा रहे हो लेकिन ये नियमों के खिलाफ है। बंडा के खाद वितरण केंद्र पर इस बात को लेकर विरोध जाहिर किया तो केंद्र पर खलबली मच गई। न सिर्फ इस केंद्र पर बल्कि इलाके के अधिकांश केंद्रों पर किसानों से इतनी ही रकम वसूली जा रही है। अब तक हजारों की तादात में किसानों ने खाद की बोरिया खरीदी है और यदि एक्सट्रा पैसों की बात की जाए तो ये आंकड़ा लाखों रुपए में पहुंच जाता है और सीधा सीधा देखा जाए तो किसानों से लाखों रूपये अवैध रूप से वसूले जा चुके हैं। किसानों के हंगामे के बाद बात जिम्मेदार अफसरों तक पहुंची तो वो भी हक्के भक्के रह गए , आम तौर पर इतनी छोटी रकम के लिए आम किसान विरोध नहीं करता लेकिन जब किसान आंदोलित हुए तो अब जिम्मेदार अफसर कह रहे है कि यदि ज्यादा पैसे लिए जा रहे है तो ये गलत हे और इसकी जांच कराई जाएगी。
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KSKAMARJEET SINGH
Nov 03, 2025 01:47:30
Bassi Akbarpur, Haryana:करनाल जिले की सड़कों का बुरा हाल करनाल में जिला परिषद द्वारा बनाई जा रही लगभग दो दर्जन सड़के जिन पर पत्थर डाल दिया गया है लेकिन आज तक भी उनको कंप्लीट नहीं किया गया जिससे राहगीरों को काफी परेशानियां हो रही हैं । सड़कों से उड़ने वाली धूल और पत्थर से पैदल चलने वाली महिला राहगीरों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है पत्थर लगने से कई महिलाएं घायल हो चुकी हैं , मगर धान का सीजन चल रहा है सड़क से ट्रैफिक ज्यादा है राहगीरों का कहना है कि यह सड़के काफी लंबे समय से ऐसे ही पड़ी हुई हैं , कई सड़के तो ऐसी है जिसमें एक साल से ऊपर का समय निकल चुका है जिस पर पत्थर डाला हुआ है उसको कंप्लीट नहीं किया गया यह तस्वीर आप देख रहे हैं करनाल के नीलोखेड़ी विधानसभा क्षेत्र के गांव रमाना से सांभी के बीच की सड़क है इस सड़क पर 1 साल पहले पत्थर डाला गया था लेकिन आज तक भी यह सड़क नहीं बनी राहगीरों का कहना है कि यहाँ पर हर दिन एक्सीडेंट होते हैं काफी लोगों को चोटे आ चुकी हैं बार-बार अधिकारियों और विधायक से मिलने के बाद भी यह सड़क का काम नहीं हुआ सड़क पर निकल रहे राहगीरों का कहना था यह सड़क निसिंग से कुरुक्षेत्र की ओर जाती है लेकिन इतनी व्यस्त सड़क होने के बाद भी इसका यह हाल है हर दिन यहाँ पर दुर्घटना हो रही हैं मगर इसकी सुध किसी ने नहीं ली। पत्थर कई बार महिलाओं को भी लग जाता है इससे भी डर लगता है कहीं कोई गलत ना कह दे मगर यह पत्थर तो टायर के नीचे आने के बाद जाकर महिलाओं को भी लग जाता है हमें डर बना रहता है इस और सरकार को ध्यान देना चाहिए सड़क बनाने के बाद ठेकेदार की 3 वर्ष की गारंटी होती है लेकिन ठेकेदार 2 साल तक सड़क को नहीं बनता आखिरी वर्ष में सड़क पर काम चलता है इसके बनने के तुरंत बाद यह सड़के टूट जाती है。
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RGRupesh Gupta
Nov 03, 2025 01:46:52
Raipur, Chhattisgarh:रायपुर हैदराबाद के हुसैन सागर झील में दो दिन तक चले पहले राष्ट्रीय आदिवासी कायाकिंग एंड कैनोइंग चैंपियनशिप में छत्तीसगढ़ ने शानदार प्रदर्शन किया। सब जूनियर, जूनियर और सीनियर कैटेगरी की महिला और पुरुष स्पर्धाओं में राज्य के खिलाड़ियों ने कुल 18 पदक अपने नाम किए। पहले दिन जहां खिलाड़ियों ने 10 पदक जीते। वहीं दूसरे दिन भी दमदार प्रदर्शन जारी रखते हुए 8 पदक हासिल किया। इस तरह कुल 18 मेडल के साथ छत्तीसगढ़ ने पानी पर अपनी ताकत साबित कर दी। इनमें दो मेडल मिक्स डबल में आए हैं। इन 18 में से 16 मेडल बस्तर के खिलाड़ियों ने जीते। पूरे प्रदेश से 14 खिलाड़ियों ने इस प्रतिस्पर्धा में हिस्सा लिया था।
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