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Hoshangabad461001

आरएसएस का 100वां वर्ष: नागपुर से 40 देशों में फैला संगठन!

Oct 12, 2024 17:34:52
Narmadapuram, Madhya Pradesh

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) अपने 99 वर्ष पूर्ण कर 100वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। 1925 में केशव बलिराम हेडगेवार द्वारा नागपुर में इसकी स्थापना की गई थी। आज यह संगठन 40 देशों में सक्रिय है। स्थापना पर्व के उपलक्ष्य में नर्मदा पुर नगर की 12 बस्तियों में पथ संचलन का आयोजन किया गया। विजयादशमी के दिन सभी बस्तियों ने मिलकर पूरे नगर का पथ संचलन निकाला, जिसमें हजारों स्वयंसेवक एसएनजी स्टेडियम में एकत्रित हुए।

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SKSUSHIL KUMAR BAXLA
Nov 08, 2025 13:11:15
Goreya Pipar, Chhattisgarh:शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुंचने का एक वीडियो वायरल हो रहा है। इस वीडियो में वकीलों के द्वारा अंबिकापुर शहर के गुलाब कॉलोनी के दीवाल को गिराया जा रहा है। दरअसल यह पूरा मामला जिला सत्र न्यायालय से जुड़ा है जहाँ बढ़ती आबादी के अनुसार सत्र न्यायालय सरगुजा को अंबिकापुर शहर से दूर 8 किलोमीटर ग्राम चठिरमा में बनाने के लिए जिला प्रशासन ने जमीन आबंटित कर दी है। लेकिन वकीलों को शहर से दूर न्यायालय के नए भवन निर्माण की जानकारी लगते ही वकीलों का विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है। वही वकीलों द्वारा क्रमबद्ध तरीके से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। विरोध प्रदर्शन के दौरान वकीलों के द्वारा शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुचाने का वीडियो भी सामने आया है। वही वकीलों का कहना है कि मौजूदा समय में जहां न्यायालय संचालित किया जा रहा है वहीं नए भवन का निर्माण कराया जाए जिससे कि वकीलों और पक्षकारों को कोई परेशानी न हो सके। इधर शहर के गुलाब कॉलोनी के रहने वाले शासकीय कर्मचारियों ने कहा कि हमारे आवासीय परिसर के दीवाल को वकीलों के द्वारा गिरा दिया गया है, और हमें डर भी लगने लगा है। सुरक्षा की मांग भी की गई है। इस मामले को लेकर एसडीएम ने जानकारी देते हुए कहा कि शासकीय संपत्ति को नुकसान पहुचाने की जानकारी सामने आई है, जिसकी जांच की जा रही है और जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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AKAtul Kumar Yadav
Nov 08, 2025 13:10:35
Gonda, Uttar Pradesh:खबर गोंडा से है। गोंडा जिले की तरबगंज पुलिस ने उपनिरीक्षक गौरव सिंह के नेतृत्व में बड़ी कार्रवाई करते हुए 15000 के इनामिया आरोपी गैंगस्टर कोमल सिंह निवासी बागपत को गाजियाबाद से गिरफ्तार करके जेल भेजा है। आरोपी पर गोंडा जिले के तरबगंज सहित कई थानों में गौवध और गौ तस्करी को लेकर के गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी के खिलाफ तरबगंज थाने में गैंगस्टर एक्ट का भी मुकदमा दर्ज किया गया था। जिस मामले में ही लगातार फरार चल रहा था और उसकी गिरफ्तारी को लेकर तरबगंज थाने की पुलिस द्वारा लगातार अलग-अलग स्थान पर छापेमारी की जा रही थी। छापेमारी के दौरान जब तरबगंज थाने की पुलिस को सफलता हाथ नहीं लगी तो गोंडा पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल द्वारा ₹15000 का इनाम घोषित किया गया था और गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग कई पुलिस टीमों को लगाया गया था। जिसे आज तरबगंज थाने की उपरीक्षक गौरव कुमार सिंह ने अपने नेतृत्व में मोहल्ला राजनगर थाना कविनगर जनपद गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार आरोपी का एक आपराधिक गिरोह है जो भौतिक एवं आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए गोवध एवं गो तस्करी की घटनाओं को अंजाम दिया करते है। गिरफ्तार आरोपी के विरूद्ध थाना तरबगंज पुलिस द्वारा अग्रिम विधिक कार्यवाही कर माननीय न्यायालय रवाना किया गया है। जहां न्यायालय ने आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। कोमल कुमार उर्फ मंटू पुत्र फेरू सिंह व अमित कुमार पुत्र विजयपाल निवासी जनपद बागपत एक संगठित गिरोह बनाकर गोवध व गोवंश की तस्करी का कार्य करते हैं तथा इनके अपराधों से समाज में भय व आतंक व्याप्त है。
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ADArvind Dubey
Nov 08, 2025 13:10:20
Obra, Uttar Pradesh:सोनभद्र से राहत देने वाली खबर साइबर ठगी का शिकार हुए एक व्यक्ति को पुलिस ने उनकी पूरी रकम लगभग वापस दिला दी है। थाना चोपन की साइबर टीम ने तत्परता दिखाते हुए एक लाख अठ्ठारीhs हजार रुपये की ठगी गई राशि पीड़ित के खाते में लौटाई है। यह कार्रवाई सोनभद्र पुलिस के साइबर अपराधों के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान का हिस्सा है। सोनभद्र की चोपन पुलिस ने एक बार फिर भरोसे को जीतने वाला काम किया है। साइबर टीम ने ठगी के शिकार व्यक्ति की मेहनत की कमाई वापस करायी है। दरअसल, चोपन कस्बे के अग्रवाल मार्केट निवासी धीरज जायसवाल के साथ अज्ञात लोगों ने बड़ी साइबर ठगी की थी आरोपियों ने खुद को आरटीओ अधिकारी बताकर लाइसेंस बनवाने के नाम पर एक लिंक भेजा, और जैसे ही पीड़ित ने लिंक पर क्लिक किया, उनके बैंक खाते से एक लाख नवासी हजार पांच सौ रुपये उड़ गए। शिकायत मिलते ही थाना चोपन की साइबर टीम हरकत में आई। टीम ने पीड़ित से ट्रांजैक्शन की जानकारी लेकर तुरंत साइबर पुलिस पोर्टल (NCRP) पर शिकायत दर्ज की और धोखाधड़ी की रकम को देश के अलग-अलग हिस्सों में मौजूद बैंक खातों गुजरात के मेहसाणा, बिहार के मोतिहारी, दिल्ली, महाराष्ट्र, विशाखापत्तनम और मध्यप्रदेश के इंदौर में होल्ड करा दिया। पुलिस की तकनीकी दक्षता और सतर्कता का नतीजा यह रहा कि ₹1,88,127/- (एक लाख अठ्ठासी हजार एक सौ सत्ताइस रुपये) सफलतापूर्वक पीड़ित के बैंक खाते में वापस करा दिए गए। यह पूरी कार्रवाई पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) अनिल कुमार, और क्षेत्राधिकारी नगर रणधीर मिश्रा के पर्यवेक्षण में पूरी की गई। धनराशि वापस कराने वाली टीम में थाना प्रभारी कुमुद शेखर सिंह और कॉन्स्टेबल सुनील रावत की भूमिका अहम रही। सोनभद्र पुलिस की यह कार्रवाई न सिर्फ साइबर अपराधियों के लिए चेतावनी है बल्कि आम जनता के लिए एक बड़ी सीख भी कि थोड़ी सी सतर्कता से ठगी जैसी घटनाओं से बचा जा सकता है। साइबर पुलिस ने अपील की है कि किसी भी अज्ञात लिंक पर क्लिक न करें, गूगल से कस्टमर केयर नंबर सर्च करने से बचें, और यदि ठगी हो जाए तो तुरंत 1930 पर कॉल करें या cybercrime.gov.in पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें। वहीं मामले को लेकर जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा ने बताया कि हाल में सायबर Crाइम की घटनाएं बढ़ गई हैं। ऐसा ही प्रकरण चोपन थाने पर दर्ज कराया गया था जिसमें पीड़ित धीरज जायसवाल ने बताया कि आरटीओ डिपार्टमेंट का फोर्ड किया गया है जिसमें उनके फोन पर लिंक भेज कर एक लाख 89 हजार रुपए उनके खाते से गायब कर दिया गया। इस सूचना के मिलते ही इनके द्वारा थाना चोपन साइबर सेल से संपर्क किया गया। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए पुलिस ने पैसे को होल्ड कराया। इस दौरान चार किस्तों पूरे पैसे पीड़ित को वापस दिलाए गए। यह कार्रवाई इस लिए संभव हुई क्यों कि अगर 24 घंटे के भीतर आप शिकायत दर्ज कराते हैं तो पूरी संभावना है कि आपका पैसा वापस करा दिया जाएगा। जानकारी में एसपी ने लोगों से अपील की है कि अगर आपके साथ भी इस तरह का फ्रॉड होता है तो आप त्वरित 1930 पर अपनी रिपोर्ट दर्ज कराएं एवं साइबर सेल जो आपके निकटतम थाने पर मौजूद है वहां भी शिकायत दर्ज कराएं। 20 सितंबर को आस - पास पीड़ित के साथ फ्रॉड हुआ था सूचना के बाद बैंकों से समन्वय स्थापित करते हुए पुलिस ने अलग-अलग किस्तों में पीड़ित का पैसा कोर्ट के माध्यम से वापस कराया。
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JSJitendra Soni
Nov 08, 2025 13:09:56
Jalaun, Uttar Pradesh:उत्तर प्रदेश के जालौन के रामपुरा थाना क्षेत्र की रहने वाली एक छात्रा का शव कानपुर में पास रेलवे ट्रैक पर मिलने से सनसनी फैल गई। छात्रा के शव के पैतृक गांव पहुंचते ही परिजनों ने अज्ञात लोगों पर हत्या का आरोप लगाते हुए सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया और दोषियों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। करीब दो घंटे तक जाम चला, जिससे आवागमन बाधित हो गया। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचकर परिजनों को समझाने में जुटे रहे। कुठौंद थाना क्षेत्र के ग्राम बहादुरपुर निवासी राजेंद्र चौधरी पेंटर की 20 वर्षीय पुत्री दिव्या भारती बीते 6 नवंबर को रामपुरा थाना क्षेत्र के ग्राम उमरी में स्थित एक लाइब्रेरी में पढ़ने गई थी। बताया गया कि दोपहर करीब 12 बजे वह घर के लिए निकली थी, लेकिन देर शाम तक नहीं लौटी। परिजनों ने उसकी खोजबीन की, मगर कोई सुराग नहीं मिला। इसके बाद रामपुरा थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई गई। गुरुवार देर रात कानपुर नगर के चकरपुर मंडी क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर एक युवती का शव मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। शव की पहचान परिजनों ने दिव्या भारती के रूप में की। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। शनिवार को जैसे ही छात्रा का शव गांव पहुंचा, परिजनों में कोहराम मच गया। आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने कुछ लोगों पर हत्या का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की। उन्होंने गांव के बाहर सड़क पर शव रखकर जाम लगा दिया और डीएम को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे। करीब दो घंटे तक चला यह जाम तनावपूर्ण माहौल में रहा। पुलिस ने परिजनों से शांति बनाए रखने की अपील की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि परिजनों की तहरीर के आधार पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत कर लिया है। साथ ही मामले की जांच जारी है。
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RTRAJENDRA TIWARI
Nov 08, 2025 13:09:34
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NJNEENA JAIN
Nov 08, 2025 13:09:19
Saharanpur, Uttar Pradesh:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 अक्टूबर तक प्रदेश की सभी सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के आदेश दिए थे लेकिन अब एक महीना ऊपर होने जा रहा है जानते हैं इन आदेशों की हकीकत क्या है सहारनपुर में हम इस वक्त हैं मंडी समिति रोड पर यह वह रोड है जो अंबाला हाईवे को जोड़ती है इस रोड पर आप देखेंगे थोड़ी-थोड़ी दूरी पर गढ्ढे हैं। इस रोड पर केवल हल्के और चार पहिया बाहर नहीं चलते बल्कि बाहरी वाहनों की भी संख्या बहुत अधिक है हजारों की संख्या में इस रोड से प्रतिदिन वाहनों का आना-जाना बना हुआ है और इन गधों की वजह से आए दिन यहां पर दुर्घटना होती है और कई बार दुर्घटना इतनी ज्यादा भयंकर होती है कि दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति मौत के आगोश में समा जाते हैं वैसे तो मुख्यमंत्री ने आदेश दिए थे की प्रदेश की सभी सड़के 10 अक्टूबर तक गड्ढा मुक्त हो जानी चाहिए परंतु यहां पर यह आदेश पूरे बेमानी दिख रहे हैं अधिकारियों के स्थान पर जून नहीं रहेंगे वह सोए हुए हैं वहीं जनप्रतिनिधियों का कहना है कि वह कई बार इस बारे में अवगत करा चुके हैं लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हो रही है इस मार्ग से गुजरने वाले राज्यों से बात करें तो अधिकतर सभी राह गैरों का कहना है कि यहां से अवैध रूप से भारी वाहन लकड़ीधोकर चलते हैं जिसके कारण सड़क ज्यादा क्षतिग्रस्त हो जाती है वहीं राहगीरों का कहना है कि सड़क इतनी क्षतिग्रस्त है यहां पर बड़े ही आराम से चलना पड़ता है जबकि यहां पर वाहन दौड़ते हैं और आए दिन यहां पर दुर्घटना होती है यहां पर चलने वाले वाहनों की उम्र भी कम होती है वाहनों के उम्र पर भी इसका असर पड़ता है वहां जल्दी खराब होते हैं और वही दुर्घटना की आशंका लगातार बनी रहती है उन्होंने भी सड़क के सही ढंग से निर्माण कराए जाने पर बोल दिया उनका कहना था सरकार वह कहती है लेकिन अधिकारी अपने अनुसार अपनी भाषा में काम करते हैं उन्हें जो जरूरी लगता है वही करते हैं और कई बार तो यह निर्माण केवल कागजों तक ही सीमित हो जाते हैं। वही जनप्रतिनिधि की बात करें तो इस वार्ड की पार्षद महिला है लेकिन उनके पार्षद पति मोहर्रम अली पप्पू का कहना है सड़क वैसे ठीक है लेकिन कुछ गड्ढे हैं जिसके कारण दुर्घटना होती रहती है हालांकि वह इन गधों को लेकर कई बार एप्लीकेशन दे चुके हैं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है सनी करना होने का कारण उनकी पत्नी का पार्षद होना है महिलाओं की सुनवाई कम होती है महिलाएं अपनी बात को बहुत पुरजोर तरीके से नहीं कह पाती हैं जिसके कारण उनकी मांग पूरी नहीं हो पाती है हालांकि कई बार इस समस्या को लिखित रूप में भी दिया जा चुका है। वही महापौरडॉक्टर अजय सिंह का कहना है कि वह इस बात से सहमत नहीं है की सड़के गड्ढा युक्त हैं अधिकांश सड़कों की सभी सड़कों की मरम्मत कराई जा चुकी हैं और मंडी समिति रोड जिसका उल्लेख किया जा रहा है वहां पर अत्यधिक अवैध वाहन चलने के कारण यह सड़क लगातार क्षतिग्रस्त हो जाती है और फिर भी इसको जानकारी मिली है तो यह इसका निर्माण फिर से कराए देंगे लेकिन कई बार अवैध बहन बहुत अधिक चलने के कारण लकड़ी का ढोना यहां पर अधिक होता है जिसके कारण सड़क को नुकसान ज्यादा पहुंचता है वह कई बार इनका चलन भी काटा चुके हैं लेकिन इसके बावजूद यहां पर अवैध लकड़ी ढोना नहीं रख रहा है जिससे सड़क टूट जाती है।
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DGDeepak Goyal
Nov 08, 2025 13:08:40
Jaipur, Rajasthan:राजधानी जयपुर समेत जोधपुर और कोटा की शहरी सरकारें अब बदलने जा रही हैं। छह साल बाद फिर से ये शहर अपने पुराने ढांचे में लौटेंगे। 10 नवंबर से इन तीनों शहरों में चल रहे छह नगर निगम मर्ज होकर तीन रह जाएंगे। यानी जयपुर में एक, जोधपुर में एक और कोटा में एक निगम। सरकार ने तीनों संभागीय आयुक्तों को प्रशासक नियुक्त किया है। यानी अब मेयर नहीं, बल्कि आयुक्त तय करेंगे कि शहर का कौन-सा काम कब और कैसे होगा। जनता की चुनी हुई शहरी सरकारें इतिहास बन जाएंगी और शहरों की बागडोर अब अफसरों के हाथ में होगी。 2019 का ‘डबल निगम’ प्रयोग खत्म। साल 2019 में गहलोत सरकार ने विकास के नाम पर जयपुर, जोधपुर और कोटा में दो-दो नगर निगम बनाए थे। मकसद था स्थानीय प्रशासन को मजबूत बनाना और क्षेत्रीय विकास को तेज करना। लेकिन नतीजा उल्टा निकला। दो दफ्तर, दो बजट, दो महापौर और बीच में उलझा आम नागरिक। अब सरकार उसी गलती को सुधारते हुए फिर से “वन सिटी, वन कॉर्पोरेशन” मॉडल पर लौट आई है。 अब नहीं चलेगा पार्षद का लेटरहेड。 10 नवंबर से आमजन के लिए सबसे बड़ा बदलाव यह होगा कि अब पार्षदों की सिफारिशें या लेटरहेड मान्य नहीं रहेंगे। आधार कार्ड अपडेट, पेंशन आवेदन या किसी भी स्थानीय कार्य के लिए अब पार्षद के हस्ताक्षर की जरूरत नहीं होगी। न सफाई की शिकायत पर “हम बात करवा देंगे” सुनाई देगा, न स्ट्रीट लाइट के लिए पार्षद का फोन काम करेगा। अब सब कुछ होगा प्रशासनिक चैन से। सीधे दफ्तर, फाइल और फॉलोअप के जरिए。 फरवरी बाद ही होंगे निकाय चुनाव राज्य सरकार वन स्टेट, वन इलेक्शन मॉडल पर काम कर रही है। फरवरी 2026 के बाद ही प्रदेश के सभी नगरीय निकायों में एक साथ चुनाव करवाने की योजना है। फिलहाल 50 निकायों का कार्यकाल दिसंबर में, 90 का जनवरी में और एक निकाय का फरवरी में पूरा होगा। यानि फरवरी तक पूरा राजस्थान ‘प्रशासकीय मोड’ पर रहेगा। निर्वाचन आयोग फरवरी तक विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) का काम पूरा करेगा। जिसके बाद ही चुनाव की औपचारिक अधिसूचना जारी की जाएगी。 309 निकायों में अब नई बिसात बिछेगी राज्य में फिलहाल कुल 309 नगरीय निकाय हैं। इनमें से 116 निकाय पिछले कुछ वर्षों में ग्राम पंचायतों को अपग्रेड कर बनाए गए, जबकि जयपुर, जोधपुर और कोटा के तीन निगमों को खत्म करने की अधिसूचना कुछ माह पहले जारी हुई थी। यानि आने वाला साल निकाय चुनावों का साल होगा। फिलहाल शहरों की सरकारें जनता के हाथों से निकलकर प्रशासन के हाथों में आ गई हैं।
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Gaurav Kumar DixitGaurav Kumar Dixit
Nov 08, 2025 13:07:45
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