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Basti272124

Telangana CM Approves State Song 'Jaya Jaya he Telangana'

Jun 01, 2024 07:29:03
Mahso Khas, Uttar Pradesh

Telangana Chief Minister A Revanth Reddy announced that the state government has given approval to 'Jaya Jaya he Telangana', written by noted poet Ande Sri, as the official state song. Despite opposition from the Bharat Rashtra Samithi and All India Majlis-e-Ittehadul Muslimeen regarding the alleged plan to remove Charminar and the arch of Kakatiya dynasty from the state emblem the government clarified that no final decision has been made yet.

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Nov 24, 2025 07:58:09
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SDSurendra Dasila
Nov 24, 2025 07:54:25
Dehradun, Uttarakhand:एंकर उत्तराखंड शिक्षा विभाग ने फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र से नौकरी पाने वाले 51 शिक्षकों को नोटिस जारी किया है। इन अध्यापकों ने दिव्यांग कोटे के तहत नौकरी प्राप्त की थी लेकिन जो मेडिकल प्रमाण पत्र पेश किए थे वह जांच में फर्जी निकले हैं। अब माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने इन्हें नोटिस जारी किया है और 15 दिन के भीतर जवाब देने को कहा है। शिक्षा विभाग में फर्जी दिव्यांग प्रमाण पत्र से 51 शिक्षक हो गए नियुक्त जो नोटिस जारी कर मांगा जवाब 15 दिन के भीतर दिव्यांगता के प्रमाण पत्र के साथ तलब किया है मौजूद नहीं रहने वाले शिक्षकों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की जाएगी नेशनल फेडरेशन ऑफ़ द ब्लाइंड की ओर से हाई कोर्ट में जनहित याचिका दाखिल की गई थी याचिका के आधार पर साल 2022 में राज्य मेडिकल बोर्ड की ओर से कुछ शिक्षकों के दिव्यांगता के प्रमाण पत्रों की जांच की गई जिनमें 51 प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए जिन शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया है उनमें उत्तरकाशाशी जिले के एक प्रधानाध्यापक और देहरादून पौड़ी टिहरी के 14 प्रवक्ता शामिलहै इसके अलावा 37 सहायक अध्यापक LT है वॉक थ्रू शिक्षा निदेशालय से उत्तराखंड माध्यमिक शिक्षा निदेशक ने इस मामले में जानकारी दी है कि सभी शिक्षकों को नोटिस जारी किया गया है। और इसमें एक कमेटी का भी गठन किया गया है। शिक्षा विभाग इस मामले में सख्त एक्शन ले रहा है बाइट डॉ मुकुल कुमार सती निदेशक माध्यमिक शिक्षा
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RKRANJEET Kumar OJHA
Nov 24, 2025 07:54:10
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DGDeepak Goyal
Nov 24, 2025 07:52:49
Jaipur, Rajasthan:एंकर- ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग में जारी पुनर्गठन की कवायद ने जिले का राजनीतिक भूगोल बदलना शुरू कर दिया है। ग्राम पंचायतों के बाद अब पंचायत समितियों के नक्शे में भी बड़ा फेरबदल हुआ है। जयपुर में दो नई पंचायत समितियाँ—चौमूं और रामपुरा डाबड़ी का गठन इस बदलाव का सबसे बड़ा संकेत माना जा रहा है। दिलचस्प यह है कि प्रशासन ने जिन पंचायत समितियों का प्रस्ताव भेजा था उसमें से अमरसर और बांसखो को फिलहाल सूची से बाहर रखा गया है, जबकि चौमूं और रामपुरा डाबड़ी को प्राथमिकता देते हुए नई पंचायत समिति बना दी गई है। वीओ-1- ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग में पुनर्गठन का क्रम लगातार जारी है। जयपुर जिले में अब 457 से बढ़कर 596 ग्राम पंचायतें और 19 से बढ़कर 21 पंचायत समिति हो गई हैं। जिले में नई ग्राम पंचायतों के गठन के बाद अब दो नई पंचायत समितियों चौमूं और रामपुरा डाबड़ी का गठन किया गया है। इस फैसले को प्रशासनिक से ज्यादा राजनीतिक महत्व का कदम माना जा रहा है। अमरसर और बांसखो को भी पंचायत समिति बनाने का प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन अंतिम सूची में केवल चौमूं और रामपुरा डाबड़ी को ही शामिल किया गया। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अमरसर और बांसखो को पंचायत समिति बनाने से विधानसभा समीकरणों पर खास असर नहीं पड़ता, जबकि चौमूं और रामपुरा डाबड़ी के गठन से दो महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्रों की सीमाएं, जातीय-राजनीतिक दबाव और चुनावी मुद्दे नए सिरे से परिभाषित होंगे। खासकर रामपुरा डाबड़ी पंचायत समिति को दक्षिण जालसू क्षेत्र में भाजपा के पावर स्ट्रक्चर के री-डिजाइन के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। जालसू की तुलना में रामपुरा डाबड़ी क्षेत्र भौगोलिक रूप से अधिक कॉम्पैक्ट और सामाजिक रूप से एकध्रुवीय माना जाता है। वर्षों से जालसू के राजनीतिक दायरे में दबा यह इलाका अब स्वतंत्र इकाई बनने जा रहा है, जिससे भविष्य के चुनावों में यहां नए स्थानीय नेतृत्व और नए मुद्दों का उदय लगभग तय माना जा रहा है। जिले में पंचायती राज संरचना में बड़ा बदलाव नई पंचायत समितियाँ: 2 कुल पंचायत समितियाँ अब: 21 (पहले 19) जिले में कुल ग्राम पंचायतें: 596 (पहले 457) प्रधान और उपप्रधान की संख्या: 21-21 सबसे छोटी पंचायत समिति: झोटवाड़ा सबसे बड़ी पंचायत समिति: बस्खी पंचायत समिति सदस्य व वार्ड पंच: निर्धारण लंबित नई पंचायत समितियों से क्या बदलेगा? नई इकाइयों के गठन से स्थानीय स्तर पर विकास को नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है प्रत्येक पंचायत समिति को सालाना 8 से 10 करोड़ रुपये का बजट छोटी इकाई होने से मॉनिटरिंग आसान, और अंतिम छोर तक लाभ पहुंचने की संभावना बढ़ेगी पंचायतों में प्रतिनिधित्व बढ़ेगा, स्थानीय नेतृत्व उभरेगा दफ्तर, मिनी सचिवालय, मनरेगा, स्वच्छता और ग्रामीण विकास के कार्य अधिक प्रभावी होंगे बजट हिस्सेदारी की बात करें तो जिले में अभी 5% अधिकार जिला परिषद के पास, 15% पंचायत समितियों के पास और 80% ग्राम पंचायतों के पास हैं एसएससी, टीएफसी के अलावा स्टेट ग्रांट फंड का प्रभावी उपयोग हो सकेगा पुनर्गठन के बाद छोटे गांवों तक बजट का सीधे पहुंचना आसान होगा इन पंचायत समितियों में ये होंगी ग्राम पंचायतें गोविंदगढ-27, जालसू-25, शाहपुरा-40, सांभरलेकर-26, कोटखावदा-27, चाकसू-32, सांगानेर-23, जमवारामगढ-40, आंधी-31, किशनगढ-रेनवाल-26, जोबनेर-28, माधोराजपुरा-25, फागी-26, दूदू-25, मौजमाबाद-27, बस्सी-41, तूंगा-25, झोटवाडा-19, आमेर-25, रामपुरा-डाबडी-21, चौमूं-34 ग्राम पंचायत। रामपुरा डाबड़ी पंचायत समिति में शामिल 21 ग्राम पंचायतें जाहोता, भूरावाली, भट्टों की गली, रामपुरा, डाबड़ी, राजावास, नांगलपुरोहित, सेवापुरा, उदयपुरिया, लूनियावास, खोराश्यामदास, चेतावाला, हरदतपुरा, नांगल सिरस, बैनाड़ मय दौलतपुरा, गोविंदपुरा, खोरां बीसल, जयरामपुरा, भूरथल, रिसानी, चतरपुरा। चौमूं पंचायत समिति में शामिल 34 ग्राम पंचायतें अमरपुरा, अनन्तपुरा, चीथवाड़ी, डोला का बास, फतेहपुरा, घिनोई, हाड़ौता, हाथनौदा, इंटावा-भोपजी, जयसिंहपुरा, जैतपुरा, जाटावाली, कानपुरा, कुशलपुरा, लोहरवाड़ा, महार कलां, मण्डा-भिण्डा, मोरीजा, नांगल भरड़ा, निवाणा, नृसिंहपुरा, सामोद, टांकरड़ा, उदयपुरिया, विजयसिंहपुरा, विमलपुरा, भोपावास, बिशनपुरा-चारणवास, बरवाड़ा, दौलतपुरा, देवपुरा, जालिम सिंह का बास, बड़कोलाई-भोजलावा, गौरी का बास। बहरहाल, नई पंचायत समितियों के गठन से प्रशासनिक कार्यों में पारदर्शिता आएगी और विकास कार्यों की निगरानी बेहतर तरीके से हो सकेगी। साथ ही स्थानीय प्रतिनिधियों को भी अधिक जिम्मेदारी मिलेगी। सरकार के इस कदम से न केवल चौमूं बल्कि रामपुरा डाबड़ी क्षेत्र के ग्रामीणों को भी लाभ मिलेगा।
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ASAkhilesh Sharma
Nov 24, 2025 07:52:15
Dungarpur, Rajasthan:जिला डूंगरपुर विधानसभा-आसपुर अखिलेश शर्मा लोकेशन-साबला हेडलाइन- साबला कस्बे में जिम के बाहर खडी दो बाइक चोरी, 6 बदमाशो ने दिया चोरी की वारदात को अंजाम, सामने आया सीसीटीवी फुटेज एंकर इंट्रो- डूंगरपुर जिले के साबला थाना क्षेत्र के साबला कस्बे में बीती रात चोर एक जिम के बाहर खड़ी दो बाइक चुराकर रफू चक्कर हो गए | चोरी की वारदात का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है | जिसमे बाइक चुराते हुए बदमाश नजर आ रहे है | इधर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस मामले की जाँच में जुटी है | बॉडी- मामले के अनुसार साबला कस्बे में एक जिम है जिसके ऊपर दो युवक किराए पर रहते है | जिनकी बाइक बीती रात जिम के नीचे खडी हुई थी | वही इसके अलावा दो कार व दो स्कूटिया भी खडी थी | बीती रात करीब 3 बजे जिम के बाहर 6 बदमाश आये | और दोनो बाइक का लोक तोड़कर दोनों बाइक चुराकर रफू चक्कर हो गए | इधर सुबह चोरी की वारदात का पता चला | जिसके बाद पीड़ित युवाओ ने जिम में लगे सीसीटीवी फुटेज चेक किये तो सीसीटीवी फुटेज में 6 बदमाश नजर आये | जिस पर युवाओ ने मामले की रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज साबला थाना पुलिस को सौपी | पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरो की तलाश में जुटी है | बाइट - सन्नी गुरनानी पीड़ित अखिलेश शर्मा जी मीडिया डूंगरपुर
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BSBHUPENDAR SINGH SOLANKI
Nov 24, 2025 07:51:47
Tonk, Rajasthan:निवाई टोंक उप जिला अस्पताल में हंगामा: मरीज और डॉक्टर के बीच तकरार के बाद डॉक्टर्स ने किया काम का बहिष्कार उप जिला अस्पताल में सोमवार को मरीज पक्ष और डॉक्टर के बीच अभद्रता का मामला सामने आने के बाद हालात तनावपूर्ण हो गए। जानकारी के अनुसार एक बालिका चोटिल होने पर उपचार के लिए अस्पताल लाई गई, लेकिन काफी देर तक उपचार नहीं मिलने से परिजन नाराज़ हो गए और अस्पताल प्रशासन के खिलाफ विरोध शुरू कर दिया। आमजन के गुस्से के बीच अस्पताल के डॉक्टर्स ने सुरक्षा की मांग करते हुए कार्य का बहिष्कार कर दिया। स्थिति बिगड़ने पर डॉक्टर्स निवाई पुलिस थाने पहुंच गए और मामले की रिपोर्ट दर्ज कराई। इधर, अस्पताल की व्यवस्थाओं को लेकर आमजन ने अस्पताल के मुख्य गेट पर नारेबाजी की। काम बंद होने से अस्पताल में भर्ती मरीज और OPD में आए सैकड़ों लोग परेशान होते रहे। सूचना पर निवाई SDM प्रीति मीणा अस्पताल पहुंचीं और पूरे प्रकरण की जानकारी लेकर स्थिति को सामान्य करने के निर्देश दिए।
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DGDeepak Goyal
Nov 24, 2025 07:51:14
Jaipur, Rajasthan:ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग में पुनर्गठन की कवायद ने जिले का राजनीतिक भूगोल बदलना शुरू कर दिया है. ग्राम पंचायतों के बाद अब पंचायत समितियों के नक्शे में भी बड़ा फेरबदल हुआ है. जयपुर में दो नई पंचायत समितियों—चौमूं और रामपुरा डाबड़ी का गठन इस बदलाव का सबसे बड़ा संकेत माना जा रहा है. दिलचस्प यह है कि प्रशासन ने जिन पंचायत समितियों का प्रस्ताव भेजा था उसमें से अमरसर और बांसखो को फिलहाल सूची से बाहर रखा गया है जबकि चौमूं और रामपुरा डाबड़ी को प्राथमिकता देते हुए नई पंचायत समिति बना दी हैं. ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज विभाग में पुनर्गठन का क्रम लगातार जारी है. जयपुर जिले में अब 457 से बढ़कर 596 ग्राम पंचायतें और 19 से बढ़कर 21 पंचायत समिति हो गई हैं. जिले में नई ग्राम पंचायतों के गठन के बाद अब दो नई पंचायत समितियों चौमूं और रामपुरा डाबड़ी का गठन किया गया है. इस फैसले को प्रशासनिक से ज्यादा राजनीतिक महत्व का कदम माना जा रहा है. अमरसर और बांसखो को भी पंचायत समिति बनाने का प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन अंतिम सूची में केवल चौमूं और रामपुरा डाबड़ी को ही शामिल किया गया. राजनीतिक जानकारों का कहना है कि अमरसर और बांसखो को पंचायत समिति बनाने से विधानसभा समीकरणों पर खास असर नहीं पड़ता जबकि चौमूं और रामपुरा डाबड़ी के गठन से दो महत्वपूर्ण विधानसभा क्षेत्रों की सीमाएं, जातीय-राजनीतिक दबाव और चुनावी मुद्दे नए सिरे से परिभाषित होंगे. खासकर रामपुरा डाबड़ी पंचायत समिति को दक्षिण जालसू क्षेत्र में भाजपा के पावर स्ट्रक्चर के री-डिजाइन के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है. जालसू की तुलना में रामपुरा डाबड़ी क्षेत्र भौगोलिक रूप से अधिक कॉम्पैक्ट और सामाजिक रूप से एकध्रुवीय माना जाता है. वर्षों से जालसू के राजनीतिक दायरे में दबा यह इलाका अब स्वतंत्र इकाई बनने जा रहा है, जिससे भविष्य के चुनावों में यहां नए स्थानीय नेतृत्व और नए मुद्दों का उदय लगभग तय माना जा रहा है. जिले में पंचायती राज संरचना में बड़ा बदलाव. नई पंचायत समितियां: 2. कुल पंचायत समितियाँ अब: 21 (पहले 19). जिले में कुल ग्राम पंचायतें: 596 (पहले 457). प्रधान और उपप्रधान की संख्या: 21-21. सबसे छोटी पंचायत समिति: झोटवाड़ा. सबसे बड़ी पंचायत समिति: बस्सी. पंचायत समिति सदस्य व वार्ड पंच: निर्धारित लंबित. नई इकाइयों के गठन से स्थानीय स्तर पर विकास को नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है. प्रत्येक पंचायत समिति को सालाना 8 से 10 करोड़ रुपये का बजट. छोटी इकाई होने से मॉनिटरिंग आसान, और अंतिम छोर तक लाभ पहुंचने की संभावना बढ़ेगी. पंचायतों में प्रतिनिधित्व बढ़ेगा, स्थानीय नेतृत्व उभरेगा. दफ्तर, मिनी सचिवालय, मनरेगा, स्वच्छता और ग्रामीण विकास के कार्य अधिक प्रभावी होंगे. बजट हिस्सेदारी की बात करें तो जिले में अभी 5% अधिकार जिला परिषद के पास, 15% पंचायत समितियों के पास और 80% ग्राम पंचायतों के पास हैं. एसएससी, टीएफसी के अलावा स्टेट ग्रांट फंड का प्रभावी उपयोग हो सकेगा. पुनर्गठन के बाद छोटे गांवों तक बजट का सीधे पहुंचना आसान होगा. रामपुरा डाबड़ी पंचायत समिति में शामिल 21 ग्राम पंचायतें: जाहोता, भूरावाली, भट्टों की गली, रामपुरा, डाबड़ी, राजावास, नांगलपुरोहित, सेवापुरा, उदयपुरिया, लूनियावास, खोराश्यामदास, चेतावाला, हरदतपुरा, नांगल सिरस, बैनाड़ मय दौलतपुरा, गोविंदपुरा, खोरां बीसल, जयरामपुरा, भूरथल, रिसानी, चतरपुरा. चौमूं पंचायत समिति में शामिल 34 ग्राम पंचायतें: अमरपुरा, अनन्तपुरा, चीथवाड़ी, डोला का बास, फतेहपुरा, घिनोई, हाड़ौता, हाथनौदा, इंटावा-भोपजी, जयसिंहपुरा, जैतपुरा, जाटावाली, कानपुरा, कुशलपुरा, लोहरवाड़ा, महार कलां, मण्डा-भिण्डा, मोरीजा, नांगल भरड़ा, निवाणा, नृसिंहपुरा, सामोद, टांकरड़ा, उदयपुरिया, विजयसिंहपुरा, विमलपुरा, भोपावास, बिशनपुरा-चारणवास, बरवाड़ा, दौलतपुरा, देवपुरा, जालिम सिंह का बास, बड़कोलाई-भोजलावा, गौरी का बास. रामपुरा डाबड़ी पंचायत समिति में शामिल 21 ग्राम पंचायतें: जाहोता, भूरावाली, भट्टों की गली, रामपुरा, डाबड़ी, राजावास, नांगलपुरोहित, सेवापुरा, उदयपुरिया, लूनियावास, खोराश्यामदास, चेतावाला, हरदतपुरा, नांगल सिरस, बैनाड़ मय दौलतपुरा, गोविंदपुरा, खोरां बीसल, जयरामपुरा, भूरथल, रिसानी, चतरपुरा. चौमूं पंचायत समिति में शामिल 34 ग्राम पंचायतें: अमरपुरा, अनन्तपुरा, चीथवाड़ी, डोला का बास, फतेहपुरा, घिनोई, हाड़ौता, हाथनौदा, इंटावा-भोपजी, जयसिंहपुरा, जैतपुरा, जाटावाली, कानपुरा, कुशलपुरा, लोहरवाड़ा, महार कलां, मण्डा-भिण्डा, मोरीजा, नांगल भरड़ा, निवाणा, नृसिंहपुरा, सामोद, टांकरड़ा, उदयपुरिया, विजयसिंहपुरा, विमलपुरा, भोपावास, बिशनपुरा-चारणवास, बरवाड़ा, दौलतपुरा, देवपुरा, जालिम सिंह का बास, बड़कोलाई-भोजलावा, गौरी का बास.
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ASAmit Singh01
Nov 24, 2025 07:50:45
Rishikesh, Uttarakhand:बड़कोट रेंज के चकजोगीवाला क्षेत्र में गुलदार की चहल कदमी से स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है। पिछले कुछ दिनों से गुलदार लगातार लोगों के घरों के आसपास दिखाई दे रहा है। ग्रामीणों का आरोप है कि पार्क प्रशासन जनता की सुरक्षा को लेकर ध्यान नहीं दे रहा है। वन विभाग की बड़कोट रेंज से सटे चक जोगीवाला क्षेत्र में इन दोनों गुलदार की चहल कदमी देखी जा रही है। घरों के आसपास व आंगन में गुलदार दिखाई देने से ग्रामीण दहशत में जीने को मजबूर हैं। शनिवार की देर रात गुलदार नवनीत गुनसोला के घर के आंगन में आ धमका। जिसका वीडियो घर में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गया। सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहा है कि गुलदार घर के आंगन में घूम रहा है। इस दौरान कुत्ते को गुलदार दिखाई दी जाती है। जिसके बाद वह गुलदार पर भोकने लग जाता है। मकान की चाहर दीवारी फांदकर गुलदार जैसे ही कुत्ते को पकड़ने की कोशिश करता है तभी वहां रखे कुछ बर्तन गिर जाते हैं। जिनकी आवाज सुनकर गुलदार खुद ही घबरा जाता है और जंगल की ओर भाग जाता है। इस घटना के बाद से क्षेत्र के ग्रामीणों की दहशत और ज्यादा बढ़ गई है। हालांकि वन विभाग ने गुलदार को पकड़ने के लिए चार दिन पहले क्षेत्र मे पिंजरा लगाया था लेकिन गुलदार उसके आसपास भी भटकने को तैयार नहीं है। ग्रामीणों का आरोप है कि उनकी सुरक्षा को लेकर वन विभाग लापरवाह बना हुआ है। बड़कोट रेंज अधिकारी धीरज रावत का कहना है कि गुलदार को पकड़ने के लिए क्षेत्र में पिंजरा लगा दिया गया है ग्रामीणों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
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ADAbhijeet Dave
Nov 24, 2025 07:50:26
Ajmer, Rajasthan:अजमेर विधानसभा अजमेर सिटी यात्री बस के कंडक्टर ने गेगल के निकट टिकट मांगने पर एक यात्री से मारपीट कर दी. शिकायत मिलने पर पहुंची फ्लाइंग टीम के सामने भी कंडक्टर ने यात्री के थप्पड़ झड़ दिए. यात्रीों से बदसलूकी का वीडियो भी सोमवार को सामने आया है. इस मामले में अजमेर डिपो प्रशासन ने कार्रवाई के अनुशंसा करते हुए मुख्यालय पत्र भेज दिया. परिचालक को तुरंत प्रभाव से ऑफ रूट कर दिया गया है. यातायात प्रबंधक बलवंतसिंह ने बताया कि अजमेर डिपो में कार्यरत ड्राइवर कानाराम और कंडक्टर प्रदीप लखावत सुबह बस लेकर किशनगढ़ की तरफ रवाना हुए. गेगल के निकट चालक कानाराम का फोन आया कि कंडक्टर प्रदीप यात्रियों से मारपीट कर रहा है. सूचना के बाद चालक को वहीं बस एक तरफ रोकने के निर्देश दिए. गेगल के निकट फ्लाइंग टीम के अधिकारियों के साथ बलवंतसिंह पहुंचे. वहां Highway पर ही कंडक्टर एक युवक को थप्पड़ मार रहा था. यातायात प्रबंधक ने छुड़ाने का प्रयास किया लेकिन कंडक्टर युवक से मारपीट करता रहा. इसे रोडवेज प्रबंधन ने अनुशासनहीनता माना. यात्राओं ने बताया कि रोडवेज बस स्टैंड से बस रवाना हुई. कुछ देर बाद कंडक्टर ने टिकट काटना शुरू किया. बस में करीब 25 सवारियां बैठी थीं. यात्रियों ने कंडक्टर से टिकट मांगा तो अपशब्द बोलने लगा. एक यात्री ने विरोध किया तो कंडक्टर मारपीट करने लग गया. यात्राओं के शिकायत करने पर चालक ने मामले की जानकारी अधिकारियों को दी. वीडियो वायरल होने के बाद ही रोडवेज प्रशासन ने कंडक्टर प्रदीप लखावत को ऑफ रूट कर दिया. कंडक्टर पर कार्रवाई की अनुशंसा करते हुए मुख्यालय पूरी रिपोर्ट बनाकर भेजी गई है.
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AAANOOP AWASTHI
Nov 24, 2025 07:50:00
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DKDeepesh Kumar
Nov 24, 2025 07:49:35
Noida, Uttar Pradesh:वर्ष 25-26 खत्म होने को है, ऐसे में सरकार द्वारा कैपिटल खर्च के लिए जारी की गई धनराशि 13500 करोड़ में से अभी तक केवल 4600 करोड़ ही खर्च हो पाया है. वित्त सचिव दिलीप जावलकर ने बताया कि शासन की लगातार यही कोशिश है कि जो धनराशि लास्ट के तीन महीना में खर्च होती है उसका रूटीन चेंज किया जाए, इसको लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व मुख्य सचिव आनंद वर्धन लगातार मॉनिटरिंग भी करते हैं। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि समय पर धनराशि इसलिए भी खर्च नहीं हो पाती है क्योंकि कुछ प्रोजेक्ट्स ऐसे होते हैं जिन्हें तीन-चार सालों के लिए लिया जाता है, जबकि उसके लिए पर्याप्त बजट आवंटित किया जाता है। कहा कि जिस तरह से सॉन्ग बांध परियोजना और एलिवेटेड रोड महत्वाकांक्षी परियोजना पर काम चल रहा है। बजट खर्च न होने की मुख्य वजह एक यह भी मानी जा सकती है। दिलीप जावलकर सचिव वित्त
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PCPranay Chakraborty
Nov 24, 2025 07:49:21
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