Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Bulandshahr203001

बुलंदशहरः सिटी पुलिस और गौकशों की बीच हुई मुठभेड़, दोनों गौकशों के पैर में लगी गोली

Dec 22, 2024 15:41:42
Bulandshahr, Uttar Pradesh

बुलंदशहर सिटी पुलिस और गौकशों के बीच मुठभेड़ हुई। मुठभेड़ में पुलिस की गोली लगने से गौकश आमान और शाने आलम घायल हो गए। दोनों आरोपियों के पैर में गोली लगी है। गौकश आमान पर 10 हजार रुपये का इनाम था। आमान पर दो और शाने आलम पर गम्भीर धाराओं में 8 मुकदमें दर्ज हैं। गौकशों के कब्जे से दो तमंचे, कारतूस, खोखे और गौकशी के उपकरण बरामद हुए हैं। यह मुठभेड़ बुलंदशहर सिटी कोतवाली क्षेत्र के बिसा कालोनी स्थित आम के बाग में हुई।

1
comment0
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
MMMohammad Muzammil
Oct 17, 2025 05:37:40
Dehradun, Uttarakhand:रिपोर्ट एंकर दिवाली के मोके पर बेहद खूबसूरत पक्षी और लक्ष्मी जी के वाहन कहे जाने वाले उल्लू की जान खतरे की जद में है, वन विभाग ने अलर्ट जारी कर जंगलो में गस्त बढ़ा दी है। देखिये ये ख़ास रिपोर्ट। Opening PTC 41 second 49 सेकंड वाली विडिओ वीओ दिवाली में लोग बेशक लक्ष्मी जी की पूजा करते हो लेकिन इन दिनों लक्ष्मी जी के वाहन उल्लू पर शामत आयी हुई है... जी हाँ दिवाली के मोके पर तंत्र - मंत्र के लिए उल्लू की मांग बेहद बढ जाती है... यही वज़ह है कि इन दिनों जंगल से जुड़े इलाकों और संरक्षित क्षेत्रों में उल्लू की तस्करी उफान पर होती है। ऐसे मे जहाँ दिवाली के त्यौहार को लेकर चारों ओर धूम मची है, सभी लोग अपने अपने तरीके से लक्ष्मी जी को खुश करने के लिए तैयारी कर रहे हैं, लेकिन इन सबसे अलग उत्तराखंड का वन विभाग इन दिनों दिवाली को लेकर ही एक खास तैयारी में जुटा है। दरअसल लक्ष्मी जी की पूजा करने वाले कुछ भक्त अंधविश्वास के चक्र में इनके वाहन उल्लू की जान के दुश्मन बन जाते हैं। तंत्र मंत्र में दिवाली के दौरान चौकड़ी पूजा, यंत्र पूजा, तंत्र पूजा, काला जादू जैसी प्रक्रियाओं में उल्लू के अंगों का उपयोग किया जाता है। लिहाजा संरक्षित प्रजाति में शुमार पक्षी उल्लू की तस्करी चरम पर होती है, यही वजह है कि इस समय उल्लू को हासिल करने के लिए लोग लाखों रुपए खर्च करने के लिए तैयार हो जाते हैं। बाइट कमलेश शास्त्री (जानकार पंडित) वीओ दिवाली के दौरान तांत्रिक तंत्र - मंत्र में उल्लू के उपयोग का बड़ा महत्त्व बताते हैं, तांत्रिक लोगों को अंधविश्वास में उलझाकर यकीन दिलाते हैं कि अगर धन लक्ष्मी की प्राप्ति करनी है, तो तंत्र विद्याओं में उल्लू की चोंच, पंख, पंजे जैसे अंगों का प्रयोग करना होगा। लिहाजा इन दिनों उल्लू की मांग बेहद बढ़ जाती है, परिणाम वन्यजीव तस्कर के निशाने पर वन आरक्षित क्षेत्र रहते हैं; जिसके कारण पिछले कुछ समय में इन जंगलों में उल्लू की संख्या में भारी कमी दर्ज की गई है। वन विभाग भी इस कड़वे सच को जनता है, लिहाजा अब विभाग ने शिकरियों से उल्लू पर खतरे के चलते जंगलों में गश्त बढ़ा दी है। रात के समय घने जंगलों में गश्त करना कोई आसान काम नहीं है, लेकिन अगर शिकारी से निपटना है तो अलर्ट रहना होगा। वन विभाग का दावा है कि अगर कोई शख्स आरक्षित वन क्षेत्र में शिकार जैसी गतिविधियों में शामिल पाया जाता है, तो उसके खिलाफ वन्य जीव अधिनियम 1972 के तहत सख्त कानूनी कार्रवाई करते हुए उसे सलाखों के पीछे भेजा जाएगा। Walk through with rang officer Pankaj Dhyani on Ground Zero
0
comment0
Report
NSNITIN SRIVASTAVA
Oct 17, 2025 05:37:20
Barabanki, Uttar Pradesh:Barabanki Story- देवा मेला 2025: सूफी संत हाजी वारिस अली शाह की नगरी में जगमगाई गंगा-जमुनी तहजीब, एकता और भक्ति का अनोखा संगम बाराबंकी जिले से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित देवा शरीफ में 100 वर्ष पुराना देवा मेला इन दिनों अपने पूरे शबाब पर है। सूफी संत हाजी वारिस अली शाह के वालिद सैय्यद कुर्बान अली शाह की याद में आयोजित यह मेला न सिर्फ बाराबंकी बल्कि पूरे प्रदेश की धार्मिक, सांस्कृतिक और गंगा-जमुनी तहजीब का प्रतीक बन चुका है। इस वर्ष देवा मेला ने अपने 101वें पड़ाव पर प्रवेश करते हुए नए रंग, नए उत्साह और नई उमंग के साथ लोगों को मोह लिया है। पूरा देवा क्षेत्र रोशनी, भक्ति और उत्सव के माहौल से जगमगा रहा है। इस मेले में देशभर से हर धर्म और समुदाय के लोग शामिल होकर भाईचारे और एकता का संदेश दे रहे हैं। इस बार के मेले में युवाओं और महिलाओं के लिए खास आयोजन किए गए हैं। परिधाने अवध फैशन शो में अवध की पारंपरिक परिधानों की झलक देखने को मिली। वहीं, बॉडी बिल्डिंग शो में राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के बॉडी बिल्डरों ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर युवाओं को प्रेरित किया। महिलाओं के लिए मिशन शक्ति प्रदर्शनी, हैंडमेड आर्ट्स स्टॉल, घरेलू उद्योगों और आत्मनिर्भरता उत्पादों की विशेष झलक ने मेले को और समृद्ध बनाया है। सांस्कृतिक मंच पर प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए कलाकारों ने लोकनृत्य, कव्वाली, कवि सम्मेलन और नाटकों के माध्यम से एक भारत, श्रेष्ठ भारत थीम को साकार किया। यह मंच न केवल कला का उत्सव है बल्कि भारत की सांस्कृतिक एकता का दर्पण भी बना। सूफी संत हाजी वारिस अली शाह की नगरी देवा न सिर्फ अध्यात्म का केंद्र है, बल्कि अपनी मशहूर मिठाई खाजा के लिए भी जानी जाती है। यह पारंपरिक मिठाई अब प्रदेश की सीमाओं को पार कर देशभर में प्रसिद्ध हो चुकी है। शादी-ब्याह और शुभ अवसरों पर यह अब शगुन का प्रतीक बन गई है। देवा मेला को कौमी एकता और भाईचारे का प्रतीक माना जाता है। हाजी वारिस अली शाह के हिंदू मित्र राजा पंचम सिंह द्वारा उनकी मजार का निर्माण करवाया जाना इस एकता की ऐतिहासिक मिसाल है। यहां होली जैसे त्योहार भी पूरे उत्साह से मनाए जाते हैं, जिसमें हिंदू और मुस्लिम दोनों समुदाय बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं। मेले का मुख्य प्रवेश द्वार कौमी एकता द्वार कहलाता है, जो राष्ट्र की एकता और सद्भाव का प्रतीक है। यही नहीं, मेले के दौरान हर वर्ष की तरह इस बार भी जिलाधिकारी की पत्नी द्वारा उद्घाटन और पुलिस अधीक्षक की पत्नी द्वारा समापन की परंपरा निभाई जा रही है। मेले में मुशायरा, कवि सम्मेलन, सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ-साथ हलवा-परांठा जैसे पारंपरिक व्यंजन लोगों का दिल जीत रहे हैं। यह मेला न केवल मनोरंजन का केंद्र है बल्कि धार्मिक एकता, सामाजिक सद्भाव और आत्मनिर्भरता का भी संदेश देता है। देवा मेला हर वर्ष यह सिखाता है कि जो रब है वही राम है, जो वारिस है वही प्यार है। यही संदेश इसे एक अनूठे मेले के रूप में पहचान दिलाता है, जहाँ जाति-धर्म की दीवारें मिट जाती हैं और इंसानियत का परचम लहराता है. बाइट- श्रद्धालु, बाइट- दुकानदार।
0
comment0
Report
VAVINEET AGARWAL
Oct 17, 2025 05:36:53
Amroha, Uttar Pradesh:एंकर अमरोहा जनपद के डीएम निधि गुप्ता वत्स और एसपी अमित कुमार आनंद ने 28 अक्टूबर से ऐतिहासिक तिगरी गंगा मेले की तैयारियों का किया निरीक्षण, भव्य आयोजन के लिए दिए सख्त निर्देश अमरोहा में 28 अक्टूबर से शुरू होने वाले ऐतिहासिक तिगरी गंगा मेले की तैयारियों का जिलाधिकारी निधि गुप्ता वत्स और पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने स्थल पर पहुंचकर निरीक्षण किया। दोनों अधिकारियों ने सड़क, घाट और प्रकाश व्यवस्था सहित अन्य कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए दीपावली से पहले सभी कार्य पूरे करने के निर्देश दिए। डीएम निधि गुप्ता वत्स ने पेयजल, शौचालय और सफाई व्यवस्था में तेजी लाने को कहा, जबकि एसपी ने बताया कि मेले में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जा रहे हैं — ड्रोन, सीसीटीवी, पुलिस व पीएसी की तैनाती के साथ हर गतिविधि पर पैनी नजर रखी जाएगी। निरीक्षण के दौरान एएसपी अखिलेश भदौरिया, एसडीएम विभा श्रीवास्तव, सीओ अंजलि कटारिया समेत लोक निर्माण व बाढ़ खंड विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।
0
comment0
Report
DSDurag singh Rajpurohit
Oct 17, 2025 05:36:29
Barmer, Rajasthan:बाड़मेर से बड़ी खबर — कृषि मंडी में एक साथ 20 दुकानों के ताले टूटने की सनसनीखेज वारदात सामने आई है। घटना ने पूरे शहर में हड़कंप मचा दिया है। व्यापारी बड़ी तादाद में मंडी में इकठ्ठा हो कर इस घटना पर विरोध जता रहे हैं। पिछले एक महीने से बाड़मेर में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं, जिससे लोग पहले ही खौफ में थे। लेकिन अब कृषि मंडी जैसी संवेदनशील जगह पर इतनी बड़ी वारदात ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। जानकारी के अनुसार, पुलिस के पहुंचते ही FSL टीम और डॉग स्क्वायड को मौके पर बुलाया गया है। ADM, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, और कई थानों का जाब्ता घटनास्थल पर मौजूद है। फिलहाल पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है, लेकिन अब तक किसी भी आरोपी का सुराग नहीं लग पाया है। शहरवासी सवाल उठा रहे हैं कि — “अगर गश्त थी, तो चोरी कैसे हुई? और अगर गश्त नहीं थी, तो जिम्मेदारी किसकी है?” लोगों का कहना है कि इस घटना ने साफ कर दिया है चोरों के हौसले बुलंद हैं, और सुरक्षा व्यवस्था बेअसर। बाइट : नीतेश आर्य , एडिशनल एसपी, बाड़मेर
0
comment0
Report
SKSATISH KUMAR
Oct 17, 2025 05:35:12
Jaspur, Uttarakhand:बिना रजिस्ट्रेशन के धड़ल्ले से चल रहे है स्कूल 8वीं तक मान्यता है पढ़ा रहे 9वीं के छात्रों को. स्थान - बाजपुर उधम सिंह नगर. गांव बाजपुर में ग्रीन वेली के नाम से बच्चों से उनकी उच्च शिक्षा का अधिकार छीना जा रहा है वही बात करे तो पहले भी कई ऐसे मामले सामने आये है की हर विद्यालय अपनी मर्जी से अभिवावको की जेब को खाली करने का काम कर रहे है लेकिन सरकार स्कूलो की मन मानी पर काबू नहीं कर पर रही है वही बाजपुर मे बहुत से ऐसे स्कूल है जो अपनी मन मानी करते है वही आपको बताते चले की बाजपुर में एक ऐसा भी स्कूल है जिसकी मान्यता तो 8वीं तक है लेकिन बच्चे 9 वीं के भी पढ़ा रहे है जिला शिक्षा अधिकारी का कहना है की ऐसे स्कूलो पर कड़ी कार्रवाही की जायेगी
0
comment0
Report
MGMOHIT Gomat
Oct 17, 2025 05:35:03
Bulandshahr, Uttar Pradesh:बुलंदशहर में खुर्जा तहसील क्षेत्र में फूड विभाग की टीम ने की छापामार कार्रवाई। कार्रवाई के दौरान विशेश्वरी डेयरी लिमिटेड सहित कई प्रतिष्ठित डेयरियों में गंदगी का अंबार और एक्सपायरी पाउडर पाए जाने से हड़कंप मच गया। फूड विभाग की टीम ने मौके से दूध, दही और पनीर के सैंपल भरे, जिन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा गया है। जांच के दौरान सामने आया कि नामचीन डेयरी संचालक लगभग सभी मानकों को पूरा कर रहे थे, लेकिन स्वच्छता और गुणवत्ता को लेकर कई गंभीर कमियां भी उजागर हुईं। वहीं, विशेश्वरी डेयरी लिमिटेड में स्वास्थ्य मानकों को ताक पर रखकर मदर डेयरी के प्रोडक्ट तैयार किए जा रहे थे, जिससे उपभोक्ताओं की सेहत पर खतरा मंडरा रहा है। फूड विभाग के अधिकारियों ने बताया कि आगामी त्योहारी सीजन को देखते हुए लगातार छापामार अभियान चलाया जा रहा है, ताकि मिलावटखोरों और मानक तोड़ उत्पादकों पर सख्त कार्रवाई की जा सके। फिलहाल सभी सैंपल जांच लैब में भेजे गए हैं, जिनकी रिपोर्ट आने के बाद आवश्यक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
0
comment0
Report
VTVinit Tyagi
Oct 17, 2025 05:34:32
Roorkee, Uttarakhand:रुड़की। रुड़की के भगवानपुर इलाके में दीपावली पर्व को देखते हुए मिलावटी मावा सप्लाई करने वालों पर कसा शिकंजा कसा गया है। खाद्य सुरक्षा विभाग ने अमानतगढ़ चौकी पुलिस के साथ मिलकर मिलावटी मावा सप्लाई करने वालो पर बड़ी कार्रवाई की है। जिसमें मुजफ्फरनगर से देहरादून ले जाए जा रहे करीब 10 कुंतल मावे को टीम ने एक कार से बरामद किया है। जिसकी कीमत करीब ढाई लाख रुपये बताई जा रही है। बिना लाइसेंस और बिना तापमान नियंत्रण के ले जाए जा रहे इस मावे को जांच के बाद मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। वही खाद्य सुरक्षा अधिकारी आरएस रावत ने कहा है कि यूपी से सटे बोर्डर पर खाद्य सुरक्षा विभाग लगातार चेकिंग कर रहा है सूचना पर एक कार से 10 कुंतल मावा पकड़ा गया है जिसके दो सैंपल लेकर जांच के लिए रुद्रपुर लैब भेजे जा रहे है। उन्होंने बताया कि मिलावटी मावा मिल्क पाउडर, पाम ऑयल और रिफाइंड मिलाकर तैयार किया जा रहा था। फिलहाल दिवाली तक बॉर्डर इलाकों में मिलावटी मावे और मिठाई पर सख्त निगरानी जारी रहेगी।
0
comment0
Report
ATAMIT TRIPATHI
Oct 17, 2025 05:34:11
Chowk, Uttar Pradesh:महराजगंज जिले में दीपावली और धनतेरस पर्व के मद्देनजर भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट हैं। सोनौली बॉर्डर पर एसएसबी और पुलिस के जवान पूरी तरह मुस्तैद दिख रहे हैं। नेपाल से भारत प्रवेश की सघन जाँच के बाद ही लोगों को भारत में प्रवेश दिया जा रहा है, साथ ही डॉग स्क्वॉयड की मदद ली जा रही है और सीसीटीवी से बॉर्डर पर निगरानी की जा रही है। दीपावली पर्व के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक सोमेंद्र मीणा ने फ्लैग मार्च कर लोगों को सुरक्षा का एहसास कराया। भारत-नेपाल की खुली सीमा के मद्देनजर कोई देश-विरोधी तत्व नेपाल से भारत में प्रवेश न कर सके, इसके लिए एसएसबी और पुलिस सीमा पर पेट्रोलिंग कर रही हैं। एक्सक्लूसिव बातचीत में पुलिस अधीक्षक ने बताया कि त्योहारों के दौरान पिकेट लगाकर चेकिंग की जा रही है, बाज़ारों में पेट्रोलिंग के साथ रेलवे स्टेशन और बस स्टेशनों पर भी जवान जांच कर रहे हैं।
0
comment0
Report
KLKANHAIYA LAL SHARMA
Oct 17, 2025 05:33:51
Mathura, Uttar Pradesh:वृन्दावन में भक्ति का सैलाब: प्रेमानन्द महाराज की पदयात्रा मथुरा-वृन्दावन में पूज्य संत श्री प्रेमानन्द महाराज की नित्य होने वाली पदयात्रा एक बार फिर भक्ति और आस्था के अद्भुत संगम का केंद्र बन गई है। महाराज जी के दर्शनों के लिए हर रोज़ हज़ारों भक्तों का जन सैलाब उमड़ रहा है, जो उनकी एक झलक पाने को आतुर रहते हैं。 शुक्रवार को भी महाराज श्री ने अपनी यह अलौकिक यात्रा श्री हित केली कुंज आश्रम से शुरू की। अपनी धुन में मगन, धीरे-धीरे आगे बढ़ते हुए, उन्होंने भक्तों को दर्शन दिए। यह यात्रा राधा टीला तक चली, जहाँ उनके सान्निध्य में भक्तों ने भक्तिमय वातावरण का अनुभव किया। यात्रा मार्ग पर मौजूद भक्तों का उत्साह देखते ही बनता था। हर तरफ 'राधे-राधे' की गूंज थी。 प्रेमानन्द महाराज ने इस दौरान हाथ जोड़कर भक्तों के अभिवादन को स्वीकार किया। उनका यह विनम्र भाव भक्तों के हृदय को छू गया। हालाँकि,आज उनकी पदयात्रा में एक परिवर्तन देखने को मिला। श्री हित केली कुंज आश्रम से राधा टीला तक की दूरी उन्होंने पैदल तय की, लेकिन वापसी में उन्होंने अपनी डिफेंडर गाड़ी का सहारा लिया और उसी में बैठकर आश्रम लौटे。 महाराज श्री के दर्शनों के लिए उमड़ रही यह भीड़ उनकी लोकप्रियता और उनके प्रति भक्तों की अटूट श्रद्धा को दर्शाती है। उनकी पदयात्रा केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं है, बल्कि यह वृंदावन की धरा को प्रेम और भक्ति से सींचने वाला एक दिव्य महोत्सव है।
0
comment0
Report
Advertisement
Back to top