
UP News: लखनऊ में ACP ऑफिस के सामने गुंडों की खुलेआम गुंडागर्दी, निहत्था सिपाही करता रहा रोकने की कोशिश
लखनऊ के मोहनलालगंज क्षेत्र में सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) कार्यालय के सामने मारपीट की एक बेहद असोभनीय घटना सामने आई है। कुछ मनबढ़ गुंडों ने सरेआम लाठी-डंडों, मटके, लात-घूंसों से एक-दूसरे पर हमला कर दिया। हैरानी की बात यह रही कि मौके पर मौजूद एक सिपाही निहत्था होकर लगातार लड़ाई को रोकने की कोशिश करता रहा, लेकिन गुंडों ने उसकी एक न सुनी। यह घटना यह सोचने पर मजबूर कर रही है कि क्या अब गुंडों में पुलिस का डर खत्म हो चुका है? पुलिस प्रशासन पर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर एसीपी कार्यालय के सामने भी अगर कानून का खौफ नहीं दिखता, तो आम नागरिक कैसे सुरक्षित महसूस कर सकते हैं। मामले की जांच की जा रही है।
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अलीगढ़ के कासिमपुर से 14 जून 2025 को राजू उर्फ राजेंद्र (59 साल) को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। वह 21 साल से फरार चल रहा था और दिल्ली के सरिता विहार थाने में हत्या, अपहरण, सबूत मिटाने और साजिश रचने जैसे गंभीर अपराधों के केस (FIR नंबर 54/2004) में वांछित था। राजू, कुख्यात अपराधी देवेंद्र शर्मा उर्फ 'डॉ. डेथ' का करीबी साथी रहा है। यह गिरोह दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और यूपी में टैक्सी और ट्रक ड्राइवरों का अपहरण करता था और बाद में उनकी हत्या कर देता था। हत्या के बाद शवों को कासगंज की हजारा नहर में फेंक दिया जाता था, जहां मगरमच्छ उन्हें खा जाते थे — ताकि कोई सबूत न बचे। पुलिस ने उसे अंततः पकड़ लिया है और आगे की पूछताछ की जा रही है।