हरदोई में शहर की व्यस्त सड़कों पर यातायात नियमों की लगातार अनदेखी हो रही है,जो आम नागरिकों की जान-माल के लिए गंभीर खतरा बन रही है।कोतवाली शहर क्षेत्र के सिनेमा चौराहे पर एक ऑटो चालक को 14 सवारियों के साथ पकड़ा गया,जबकि ऑटो में केवल 4 सवारियां बिठाने का ही परमिट होता है।इस घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा के मुद्दे को उजागर किया है,जहां चालक हादसों को न्योता दे रहे हैं।
घटना के अनुसार, ऑटो चालक सवारियों की संख्या बढ़ाकर मुनाफा कमाने की कोशिश में था,लेकिन इससे यात्रियों की जान जोखिम में पड़ रही थी।ऑटो में इतनी अधिक सवारियां होने से वाहन का संतुलन बिगड़ सकता है,जो दुर्घटना का कारण बन सकता है।ड्यूटी पर तैनात ट्रैफिक सिपाही मुकेश कुमार ने समय रहते ऑटो को रोक लिया और चालान काटा।साथ ही,उसे भविष्य में ऐसी लापरवाही न दोहराने की सख्त हिदायत दी गई।सिपाही मुकेश कुमार ने बताया कि ऐसी घटनाएं रोजाना देखी जा रही हैं,लेकिन पुलिस की सतर्कता से कई हादसे टल रहे हैं।ऑटो का चालान किया गया है और चालक को भविष्य में ऐसा न करने की सख्त हिदायत दी गई है।
बाइट -- मुकेश कुमार ट्रैफिक पुलिसकर्मी हरदोई
हरदोई जिले में पहले भी ओवरलोडिंग के कारण गंभीर हादसे हो चुके हैं।कुछ महीने पहले बिलग्राम क्षेत्र में एक डीसीएम ट्रक की टक्कर से ऑटो में सवार 11 लोगों की मौत हो गई थी।इसी तरह कासिमपुर थाना क्षेत्र में एक अन्य हादसे में ऑटो सवार 6 लोगों ने जान गंवाई थी।इन दुर्घटनाओं ने जिला प्रशासन और यातायात पुलिस को सड़क सुरक्षा पर सख्ती बरतने के लिए मजबूर किया है।विशेषज्ञों का मानना है कि ओवरलोडिंग न केवल यात्रियों की जान खतरे में डालती है,बल्कि सड़क पर अन्य वाहनों के लिए भी खतरा पैदा करती है।
स्थानीय निवासियों ने इस समस्या पर चिंता जताई है।लोगों का कहना है कि ऑटो चालक पैसे के लालच में नियम तोड़ते हैं,लेकिन पुलिस की मुस्तैदी से ही सुधार हो सकता है।"वहीं, यातायात विभाग के अधिकारियों का कहना है कि नियमित चेकिंग अभियान चलाए जा रहे हैं और ओवरलोडिंग पर जुर्माना बढ़ाया गया है।जिले में सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम भी शुरू किए गए हैं,जिसमें स्कूलों और बाजारों में लोगों को नियमों के बारे में शिक्षित किया जा रहा है।