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Aligarh202001

प्रयागराज में इस बार होगा हरित कुंभ, कचरा मुक्त बनाने के लिए अभियान शुरू

Nov 27, 2024 09:34:19
Aligarh, Uttar Pradesh

इस बार महाकुंभ के आयोजन के दौरान पर्यावरण संरक्षण को लेकर खास कदम उठाए जाएंगे। कुंभ को पालीथीन और कचरा मुक्त बनाने के लिए पर्यावरण संरक्षण गतिविधि द्वारा घर-घर से थैला और थाली का संग्रह किया जाएगा। महाकुंभ 13 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक आयोजित होगा। हर बार कुंभ के बाद संगम किनारे गंदगी का अंबार लग जाता था लेकिन इस बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) ने इसे हरित कुंभ बनाने की योजना बनाई है।

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KLKANHAIYA LAL SHARMA
Dec 22, 2025 12:33:27
Mathura, DARWAJAMATHURA, Uttar Pradesh:मथुरा: विवादों के बीच 'चोरी-छिपे' बिक रही ठाकुर जी की सेंटा ड्रेस, भक्तों में भारी रोष मथुरा: धर्मनगरी मथुरा और वृंदावन में इस वर्ष क्रिसमस से पहले ठाकुर जी (लड्डू गोपाल) की पोशाक को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। पिछले दिनों सोशल मीडिया पर ठाकुर जी को सेंटा क्लॉज़ (Santa Claus) की ड्रेस पहनाने को लेकर छिड़ी 'जंग' का असर अब बाज़ारों में साफ दिखाई दे रहा है। ज़ी मीडिया की टीम ने जब बाज़ारों की ग्राउंड रियलिटी चेक की, तो बेहद चौंकाने वाले तथ्य सामने आए。 विवाद के कारण 'अंडरग्राउंड' हुई बिक्री पिछले साल जब लड्डू गोपाल को सेंटा की लाल पोशाक और टोपी पहनाई गई थी, तो संत समाज और कट्टर वैष्णव भक्तों ने इसे सनातन परंपरा के विरुद्ध बताते हुए तीखा विरोध किया था। इस विवाद और संभावित विरोध के डर से, इस बार बाज़ारों में सेंटा वाली ड्रेस दुकानों के सामने से गायब हैं। दुकानदार कैमरे पर तो यह कह रहे हैं कि उनके पास यह स्टॉक नहीं है, लेकिन ऑफ-कैमरा उन्होंने स्वीकार किया कि 'सेंटा ड्रेस' चोरी-छिपे बेची जा रही है। जो ग्राहक मांग कर रहे हैं, उन्हें अन्य ठिकानों या दुकान के अंदर रखे गुप्त स्टॉक से यह पोशाक उपलब्ध कराई जा रही है。 भक्तों और दुकानदारों का पक्ष * दुकानदारों का कहना: कई दुकानदारों ने कबूला कि विवाद के कारण उन्होंने इस बार यह ड्रेस डिस्प्ले में नहीं रखी है। हालांकि, अन्य स्थानों पर इसकी अवैध रूप से बिक्री जारी है。 * भक्तों की नाराजगी: स्थानीय भक्तों और धार्मिक संगठनों का कहना है कि ठाकुर जी हमारे आराध्य हैं और उन्हें किसी दूसरे धर्म या संस्कृति के प्रतीकात्मक पात्र (सेंटा) की ड्रेस पहनाना उनकी गरिमा के साथ खिलवाड़ है। भक्तों ने इसे 'सनातन संस्कृति पर प्रहार' करार दिया है。 परंपरा बनाम आधुनिकता की जंग मथुरा के विद्वानों का तर्क है कि लड्डू गोपाल को 'पंजरी' और 'शीतकालीन ऊनी वस्त्र' पहनाने की पुरानी परंपरा है, लेकिन उन्हें 'सेंटा' बनाना धर्म का अपमान है। ज़ी मीडिया की ग्राउंड रिपोर्ट में यह स्पष्ट हुआ कि जहां एक ओर आस्था और परंपराओं को बचाने की मुहिम चल रही है, वहीं दूसरी ओर कुछ लोग व्यापारिक लाभ के लिए चोरी-छिपे इन विवादित पोशाकों की बिक्री कर रहे हैं。 फिलहाल, सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर तीखी बहस जारी है और प्रशासन भी इस विवाद पर नजर बनाए हुए है ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना न हो。
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NarendrkumardixitNarendrkumardixit
Dec 22, 2025 12:32:37
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MGManoj Goswami
Dec 22, 2025 12:32:30
Datia, Madhya Pradesh:दतिया की थाना जिगना पुलिस ने सर्चिंग दौरान एक फोर वीलर वाहन से चार हथियारबंद बदमाशों को पकड़ा। पुलिस को पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वे हथियार सप्लायर हैं। पूर्व से पकड़े गए आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड है। दतिया पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा ने स्थानीय पुलिस कंट्रोल रूम में पत्रकार वार्ता आयोजित कर चार हथियारबंद बदमाशों के पकड़े जाने का खुलासा किया गया। हथियारबंद बदमाशों से चार पिस्तौल और कारतूस बरामद किए गए हैं। आरोपियों के नाम जितेंद्र सेन, सोनू शर्मा, बॉबी राजा बुंदेला, विशाल बुंदेला हैं; सभी दतिया जिले के रहने वाले। आरोपियों के खिलाफ आपराधिक प्रकरण दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
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RSRUPENDRA SHRIWASTVA
Dec 22, 2025 12:32:03
Patna, Bihar:मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के हिजाब विवाद पर तेज प्रताप यादव की इंट्री। बिहार में हिजाब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। विपक्ष लगातार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हंगामा कर रहा है। कई वक्ताओं ने इस मामले में नीतीश कुमार के व्यवहार की निंदा की है। तेज प्रताप यादव ने कहा कि ऐसा व्यवहार नहीं होना चाहिए था और हिजाब खींचे जाने की घटना सही नहीं थी। कांग्रेस प्रवक्ता डॉ. स्नेहाशीष वर्धन ने कहा कि मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और सार्वजनिक प्रतिष्ठा का हनन जैसी घटनाएं अस्वीकार्य हैं, इसकी कड़ी भर्त्सना होनी चाहिए और माफी मांगनी चाहिए। आरजेडी प्रवक्ता ऐजाज अहमद ने कहा कि भावनाओं को आहत कर रहे इस तरीके के बयान शर्मनाक हैं, माफी जरूरी है। बीजेपी प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि तेज प्रताप यादव की भाषा असभ्य है और उनकी पार्टियों की राजनीति ओछी है। जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हर तबके के लिए काम किया है और इस मामले को राजनीतिक रंग देना गलत है।
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MKManitosh Kumar
Dec 22, 2025 12:31:13
Muzaffarpur, Bihar:मुजफ्फरपुर में CSP संचालक से बाइक सवार बदमाशों ने हथियार के बल पर लूटे 2.25 लाख रुपये, मौके पर पहुंची पुलिस तफ्तीश शुरू की. बेखोफ बदमाशों ने CSP संचालक से दिनदहाड़े हथियार के बल पर 2.25 लाख रुपये लूट कर फरार हो गये. घटना बरियारपुर थाना क्षेत्र के मरवन की है. बाइक से CSP पर जाने के दौरान चौर पर बाइक सवार तीन बदमाशों ने CSP संचालक से पैसे से भरा बैग लूट कर फरार हो गये. बैग में 2 लाख 25 हजार रुपये थे. पीड़ित CSP संचालक अंकुर कुमार ने बताया कि वो पैसा लेकर अपने घर बघनगरी से मरवन स्थित अपने CSP केंद्र जा रहे थे. इसी दौरान मरवन चौर पर तीन बदमाश आए और ओवरटेक कर उन्हें रोका और फिर हथियार दिखाकर पैसा से भरा बैग लेकर फरार हो गये. घटना की सूचना मिलते ही बरियारपुर थाना पुलिस के साथ डीएसपी पूर्वी-2 मनोज कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे. पुलिस मामले की जाँच में जुटी हुई है. डीएसपी मनोज सिंह ने बताया कि अबतक सवा दो लाख छीनने की बात सामने आ रही है, पूरे मामले की जाँच कर रहे हैं.
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BDBabulal Dhayal
Dec 22, 2025 12:30:23
Jaipur, Rajasthan:ANCHOR अरावली को लेकर आज प्रदेश भर में आंदोलन ने तूल पकड़ लिया, उदयपुर से जोधपुर होते हुए विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला सीकर तक पहुंच गया, कांग्रेस के नेता और कार्यकर्ता भी आंदोलन में कूद गये हैं, इस बीच सीएम भजनलाल शर्मा से लेकर केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने विपक्ष को जमकर आड़े हाथ लिया, और जनता को गुमराह करने के आरोप लगाये अरावली पर संकट - 100 मीटर नियम से मचा बवाल, बड़ा हिस्सा खतरे में; भारत की सबसे प्राचीन पर्वतमालाओं में शुमार अरावली अब एक अभूतपूर्व पर्यावरणीय संकट के मुहाने पर खड़ी है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा 100 मीटर से कम ऊंचाई वाली संरचनाओं को अरावली न मानने की नई व्याख्या जारी होते ही राजस्थान में सियासत और पर्यावरण जगत में हलचल मच गई है। विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि यह परिभाषा अगर लागू हुई, तो अरावली का 90 फीसदी हिस्सा संरक्षण से बाहर हो जाएगा—और इसके परिणाम विनाशकारी होंगे। कांग्रेस हुई हमलावर, विरोध प्रदर्शनों में हुई शामिल, सीएम भजनलाल शर्मा ने संभाला मोर्चा कांग्रेस के युवा नेताओं से लेकर वरिष्ठ नेताओं ने विरोध का झंडा उठा लिया है, धरने प्रदर्शन किये जा रहे हैं, राजस्थान विश्वविद्यालय तक के छात्र नेता आंदोलन में सक्रिय हो गये हैं, जोधपुर से उदयपुर तक जगह जगह आंदोलन की चिंगारी भड़कती दिखाई दी। झालावाड़ में सीएम भजनलाल शर्मा ने मोर्चा संभाला, विपक्ष को सीएम ने जमकर आड़े हाथ लिया, और जनता में बेवजह भ्रम फैलाने के आरोप लगाये भाषण बाइट भजनलाल शर्मा मुख्यमंत्री झाबर सिंह खर्रा यूडीएच मंत्री यादव ने विरोध को बेबुनियाद करार दिया: अरावली का संरक्षण ही केंद्र सरकार की प्राथमिकता है; सुप्रीम कोर्ट की व्याख्या को गलत तरीके से प्रचारित कर विपक्ष जनता को गुमराह कर रहा है बाइट भूपेंद्र यादव केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री आखिर क्या है पूरा मामला, क्येां भड़κε आंदोलन सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र की सिफारिश मानते हुए कहा— केवल वही पहाड़ी अरावली कही जाएगी जो आसपास की सतह से 100 मीटर ऊंची हो और 500 मीटर के दायरे में दो या अधिक ऐसी पहाड़ियां हों तो उसे अरावली रेंज माना जाएगा, लेकिन यह परिभाषा अरावली की वास्तविक भौगोलिक संरचना से बिल्कुल अलग बताए जा रही है। Rajasthan में: कुल 12,081 अरावली पहाड़ियां हैं, इनमें से केवल 1,048 ही 100 मीटर से ऊपर, यानी लगभग 90% पहाड़ियां बाहर। यह केवल कानूनी परिभाषा नहीं—बल्कि पर्वतमाला की मृत्यु-घोषणा जैसा कदम बताया जा रहा है। नुकसान की आशंका कितनी: अवैध खनन को वैधता मिलेगी; रियल एस्टेट, होटल, फार्महाउस प्रोजेक्ट्स बढ़ेंगे; मरुस्थल का विस्तार तेज होगा; मानसून गतिविधियों पर असर पड़ेगा; भूजल स्तर गिरेगा; पश्चिमी राजस्थान में स्थायी जल संकट पैदा होगा। सिर्फ पहाड़ियां नहीं— राजस्थान की लाइफलाइन है अरावली; अरावली सिर्फ पहाड़ी नहीं—राजस्थान की जीवनरेखा है; 692 किमी लंबाई, 80% हिस्सा राजस्थान में, 15 जिलों में फैली हुई है; भूजल पुनर्भरण, धूल भरी आंधियों को रोकना, तापमान नियंत्रण, मानसून दिशा निर्धारण; राजस्थान की नदियां—लूंनी, बनास, साबरमती—इनहीं पहाड़ियों से उत्पन्न होती हैं। मुद्दा राजस्थान के जनमानस से जुड़ा है, लाखों करोड़ों लोगों के वर्तमान और भविष्य से जुड़ा है, इसलिए विपक्ष सरकार पर हमलावर है; कांग्रेस के नेता जनता के बीच इस मुद्दे को गरमा रहे हैं; अरावली के संरक्षण को बड़ा मुद्दा बनाकर सरकार को कटघरे में खड़ा करने की कोशिशें हो रही हैं; गोविंद सिंह डोटासरा गमछा हिलाकर सरकार से दो-دو हाथ करने की चेतावनी दे रहे हैं, टीकाराम जूली सरकार पर ताबड़तोड़ हमले बोल रहे हैं, आदि इन सवालों के बीच, क्या यह फैसला केवल कागज़ के खेल है? भविष्य का काला अध्याय? अगर अरावली कट गई, खुदाई हो गई, जंगल नष्ट हुए, तो नुकसान की भरपाई मुश्किल होगी; पारिस्थितिकी तंत्र बिगड़ेगा, और नुकसान हम सब भुगतेंगे.
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DKDeepesh Kumar
Dec 22, 2025 12:24:11
Noida, Uttar Pradesh:दिल्ली: अरावली पहाड़ियों के विवाद पर केंद्रीय पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा, "प्रधानमंत्री के नेतृत्व में, ग्रीन अरावली मूवमेंट और ग्रीन अरावली से जुड़े मुद्दों को हाल के सालों में आगे बढ़ाया गया है। यही वजह है कि 2014 में इस देश में सिर्फ़ 24 रामसर साइट थीं, जिनकी संख्या अब बढ़कर 96 हो गई है और इनमें अरावली क्षेत्र में सुल्तानपुर, भिंडावास, असोला, सिलिसेढ़ और सांभर की रामसर साइट हमारी सरकार के कार्यकाल में घोषित की गईं। फैसले में यह भी कहा गया कि अरावली रेंज के संरक्षण के लिए कदम उठाए जाने चाहिए, खासकर दिल्ली, हरियाणा, गुजरात और राजस्थान के इलाकों में, इसके संरक्षण और बचाव के लिए... चाहे वह अरावली को हरा-भरा करना हो या ग्रीन इंडिया मिशन, या रामसर साइटों की घोषणा हो, या पिछले दो सालों में खुद प्रधानमंत्री द्वारा दिल्ली में पेड़ लगाने की मुहिम हो, या गुरुग्राम में 10,000 एकड़ ज़मीन को मुआवज़े के लिए रिज़र्व करना हो। सरकार ने पेड़ लगाना, या गुरुग्राम में 750 एकड़ से ज़्यादा ज़मीन पर खराब हो चुके जंगलों को ग्रीन क्रेडिट के ज़रिए ठीक करना, और ऐसे कई दूसरे काम किए हैं... हमारे कुछ सीनियर नेता भी गुमराह करने वाले ट्वीट कर रहे हैं। सबसे पहले, मैं यह साफ़ कर दूं कि NCR इलाके में माइनिंग की बिल्कुल भी इजाज़त नहीं है, और उनका दावा झूठा है। इसलिए, किसी भी नई माइनिंग का सवाल ही नहीं उठता...
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