Jehanabad, Bihar:MUKESH KUMAR / JEHANABAD / 01-07-2025
SLUG - DEADLY_ROAD
A.INTRO - बिहार के जहानाबाद में करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से हो रहे पटना-गया मुख्य सड़क के चौड़ीकरण कार्य में अब वन विभाग और जिला प्रशासन के बीच की खींचतान आम जनता की जान पर भारी पड़ रही है। लगभग 7.2 किलोमीटर लंबी इस सड़क पर दर्जनों पेड़ अब भी बीच सड़क में खड़े हैं, जो कभी भी गंभीर सड़क दुर्घटनाओं का कारण बन सकते हैं। मामला पटना गया रोड स्थित एरकी पवार ग्रिड के पास की है। दरअसल शहर में कनौदी आरओबी के पास से मई गुमटी तक की सड़क के चौड़ीकरण के रास्ते में दर्जनों की संख्या में बड़े-बड़े पेड़ आ रहे थे। प्रशासन ने वन विभाग से पेड़ों की कटाई की अनुमति मांगी, लेकिन बदले में वन विभाग ने 3.7 हेक्टेयर वन भूमि की मांग रख दी। जिला प्रशासन द्वारा भूमि की उपलब्धता न होने पर वन विभाग ने अनुमति देने से इनकार कर दिया। पेड़ों की अनुमति नहीं मिलने के बावजूद निर्माण एजेंसी ने सड़क का निर्माण पेड़ों को बीच में छोड़कर पूरा कर दिया। लिहाजा दर्जनों पेड़ सड़क के बीचो बीच खड़ा होकर मौत को दावत दे रहा है। जिससे प्रतिदिन हजारों वाहन चालक जान जोखिम में डालकर वहां से गुजर रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि सड़क की चौड़ीकरण हो गयी परंतु बीच सड़क से पेड़ नही हटाये गए। जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। एक राहगीर ने बताया कि बीच सड़क पर पेड़ रहने से यहां कई दुर्घटनाएं भी हो चुकी है वावजूद इसके जिला प्रशासन पेड़ हटाने को लेकर कोई ठोस पहल नही कर रही है। यदि इन पेड़ों से टकराकर कोई बड़ी दुर्घटना होती है और किसी की जान चली जाती है, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? इधर इस मामले में एसडीओ ने बताया कि यह मामला जिला प्रशासन के संज्ञान में है। वन विभाग द्वारा एनओसी नही मिलने के सड़क लगे पेड़ को नही हटाया गया है। फिलहाल एतिहातन के दौरान पर बीच सड़क पर लगे पेड़ के रेडियम पट्टी लगा दी जाएगी ताकि आने जाने वाले वाहनों को कोई परेशानी न ही। वहरहाल सड़क तो बन गई, लेकिन सुरक्षा के मूलभूत मानकों की अनदेखी की गई है। सरकारी विभागों के बीच जिम्मेदारी तय न होना चिंता का विषय बन गया है।
Byte - रामा अवतार यादव,स्थानीय निवासी
मृत्युंजय कुमार,राहगीर
नंद सिंह,वन रक्षी पदाधिकारी, जहानाबाद
राजीव रंजन सिन्हा, एसडीओ,जहानाबाद