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करनाल जेल में कैदियों ने खोला पैट्रोल पंप, जनता को मिलेगा सस्ता ईंधन!
KSKAMARJEET SINGH
FollowJul 13, 2025 15:07:38
Bassi Akbarpur, Haryana
स्टोरी अब करनाल जेल में भी कैदी चलाएंगे पैट्रोल पंप
डीजी जेल ने किया उद्घाटन, हरियाणा की कई जेलों में शुरू हुआ मॉडल, पब्लिक को मिलेगा Emirates ईंधन,कुरुक्षेत्र के बाद करनाल में मॉडल सफल करने की कोशिश, सीएन जी और ईवी चार्जिंग स्टेशन भी जल्द होगा शुरू।
करनाल - हरियाणा की जेलों में बंद कैदियों को सुधार की दिशा में आत्मनिर्भर बनाने के प्रयासों में एक और अहम कदम उठाया गया है। कुरुक्षेत्र के पेट्रोल पंप की ग्रैंड सक्सेस के बाद अब करनाल जिला जेल में भी कैदियों के माध्यम से पैट्रोल पंप का संचालन शुरू कर दिया गया है। रविवार को हरियाणा जेल महानिदेशक मोहम्मद अकील ने इसका विधिवत उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि यह "मोस्ट मॉडर्न एक्सपेरिमेंट" है, जिसमें इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOCL) की भी अहम भूमिका रही है। डीजी अकील ने बताया कि फिलहाल इस पंप पर पेट्रोल और डीजल की सुविधा है, लेकिन आने वाले समय में इसमें CNG और इलेक्ट्रिक व्हीकल चार्जिंग स्टेशन भी शामिल किया जाएगा। यह पंप 24 घंटे खुलेगा और इसकी आमदनी सीधे सरकार के खाते में जाएगी।
हरियाणा की कई जेलों में शुरू हुआ मॉडल:
डीजी जेल ने बताया कि इस मॉडल को कुरुक्षेत्र में जबरदस्त सफलता मिली है। वहां की सफलता को देखते हुए करनाल में इसे लागू किया गया है। अब तक करनाल, अंबाला, यमुनानगर, हिसार और सोनीपत में पेट्रोल पंप शुरू हो चुके हैं। जल्द ही फरीदाबाद और नूंह में भी यह पंप खोले जाएंगे। इसके बाद सिरसा, जींद, नारनौल और भिवानी में भी कैदियों द्वारा संचालित पेट्रोल पंप खोले जाएंगे। उन्होंने कहा कि यह ऐसा मॉडल है जो घाटे में नहीं जा सकता, क्योंकि इसमें गुणवत्ता, मात्रा और ट्रांसपेरेंसी का विशेष ध्यान रखा गया है। यहां पब्लिक को सही कीमत पर सही ईंधन मिलेगा और सरकार को सीधी आमदनी होगी।
जेल में इंडस्ट्री से लेकर शिक्षा तक पर जोर:
कैदी सुधार की दिशा में जेल प्रशासन लगातार सक्रिय है। डीजी अकील ने बताया कि जेलों में 135 से अधिक उत्पादों का निर्माण किया जा रहा है। पुरुष कैदी कंप्यूटर, स्टील, टेलरिंग, कपड़ा बुनाई आदि कामों में लगे हैं, जबकि महिला कैदी टेलरिंग और मेकअप जैसे कार्यों में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही हैं। महिलाओं के लिए अलग से लाइब्रेरी भी स्थापित की गई है, ताकि वे भी जेल में रहते हुए पढ़ाई कर सकें। जेल में नई-नई मशीनें लगाई जा रही हैं, ताकि प्रोडक्शन की क्षमता और गुणवत्ता में सुधार हो सके। वहीं सुरक्षा पर भी विशेष फोकस किया जा रहा है।
गुस्से और लालच से बचने की सीख दे रहे अधिकारी:
डीजी जेल ने कहा कि अपराध अक्सर एक क्षण के गुस्से या छोटे से लालच के कारण होता है, लेकिन उसका असर जीवनभर रहता है। इसी को समझाते हुए कैदियों को लगातार मोटिवेशन दिया जा रहा है कि जेल से बाहर जाने के बाद वे अपराध की ओर दोबारा न लौटें।
शिक्षा के क्षेत्र में भी हरियाणा जेल प्रशासन सक्रिय है। इग्नू के साथ मिलकर जेलों में तीन प्रकार के कोर्स संचालित किए जा रहे हैं-स्किल डेवेलपमेंट कोर्स, आईटीआई कोर्स और डिप्लोमा कोर्स। डीजी ने बताया कि ये कोर्स कैदियों के भविष्य को सुधारने में बड़ी भूमिका निभा रहे हैं।
बाईट - मौहम्मद अकील - हरियाणा जेल डीजी
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