Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Pilibhit262001

पीलीभीत के डीएम ने मानवता की सेवा का अनोखा संदेश दिया!

MTMD. TARIQ
Jul 12, 2025 07:32:51
Pilibhit, Uttar Pradesh
लोकेशन-पीलीभीत नाम-मोहम्मद तारिक़ एंकर- पीलीभीत जनपद के जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह की एक दिल जीतने वाली तस्वीर सामने आई है। उन्होंने अपने चेंबर में एक संदेश लिखवाया है कि "मैं उस प्रभु का सेवक हूं जिसे मनुष्य कहते हैं।" यह पंक्ति केवल शब्द नहीं, बल्कि यह दर्शाती है कि डीएम यह मान रहे हैं कि जो भी फरियादी आ रहा है वह भगवान स्वरूप है। उनकी यह मान्यता उन्हें न केवल एक अच्छे प्रशासक, बल्कि एक सच्चे जनसेवक के रूप में स्थापित करती है। वी/ओ 01 ज्ञानेंद्र सिंह का मानना है कि प्रशासन का असली उद्देश्य जनता की सेवा करना है। पीलीभीत जैसे ग्रामीण और विविधतापूर्ण जनपद में, जहां चुनौतियां कई रूपों में सामने आती हैं, उन्होंने कहा कि यह स्वामी विवेकानंद का कथन है क्योंकि पीलीभीत जिले में 100 किलोमीटर दूर से फरियादी आते हैं वह हमेशा कोशिश करते हैं की समस्या का निस्तारण उसी दिन हो। क्योंकि मानव सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है और उन्हें यह मौका मिला है। इसलिए वह इस सेवा को थाना व तहसील दिवस के माध्यम से भी कर रहे हैं। ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी कोशिश है कि फरियादियों को मुख्यालय ना आना पड़े इसलिए ग्राम सचिवालय में हफ्ते में एक बार अधिकारी बैठेंगे, अगर वहां समस्या नहीं सुलझती है तो वह तहसील जाएं। फिर भी समस्या का हल नहीं निकलता है तो वह मुख्यालय आए। उन्होंने कहा कि यह स्लोगन उन्हें हमेशा ध्यान दिलाता रहे की कोई भी फरियादी आया है वह भगवान है और हमें उसकी सेवा करनी है। बाइट- ज्ञानेंद्र सिंह जिलाधिकारी पीलीभीत वी/ओ02 उनके चेंबर में लिखा संदेश, "मैं उस प्रभु का सेवक हूं जिसे मनुष्य कहते हैं," यह संदेश उनके कार्यालय में आने वाले हर व्यक्ति को याद दिलाता है कि प्रशासन का असली मकसद मानवता की सेवा करना है। ज्ञानेंद्र सिंह का यह दर्शन कि हर मनुष्य में प्रभु का वास है, उन्हें एक अनूठा प्रशासक बनाता है। वह अपने कर्तव्यों को केवल नौकरी नहीं, बल्कि एक मिशन मानते हैं। पीलीभीत की जनता के लिए वह न केवल एक जिलाधिकारी हैं, बल्कि एक प्रेरणा हैं, जो यह सिखाते हैं कि सच्ची सेवा वही है जो दिल से दिल तक पहुंचे। उनके चेंबर का वह संदेश आज भी हर किसी को प्रेरित करता है, और उनकी कहानी पीलीभीत के लोगों के लिए एक मिसाल है कि कैसे एक व्यक्ति अपने कार्य और विचारों से समाज को बेहतर बना सकता है।
10
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
Advertisement
Back to top