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Rohtas821107

बिहार में लू लगने से दंपति की गई जान

Jun 21, 2024 05:35:49
Kargahar, Bihar

तेज धूप और भीषण गर्मी के कारण एक दंपति लू की चपेट में आ गए थे। सूचना के अनुसार बुधवार को 65 वर्षीय पति और 62 वर्षीया पत्नी को सीएचसी में भर्ती कराया गया था। वहीं इलाज के दौरान पति की जान चली गई, जबकि पत्नी को सदर अस्पताल सासाराम रेफर किया गया, जहां उसने भी दम तोड़ दिया था। साथ ही प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. अनिल कुमार ने बताया कि लू लगने के 3 दिन बाद ही दंपति की स्थिति गंभीर हो गई थी।

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ACAshish Chaturvedi
Oct 15, 2025 08:13:46
Karauli, Rajasthan:शिक्षक संघ अंबेडकर करौली की बैठक में सदस्यता अभियान व सम्मेलन पर मंथन, जिला करौली एंकर इंट्रो - राजस्थान शिक्षक संघ अंबेडकर की जिला स्तरीय बैठक अम्बेडकर नगर में जिलाध्यक्ष विष्णु मंडल की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं, संगठन के सदस्यता अभियान, आगामी दिनों में आयोजित होने वाले शिक्षक सम्मेलन सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। प्रवक्ता गंगाराम प्रजापत ने बताया कि बैठक में सदस्यता अभियान, जिला स्तरीय शिक्षक सम्मेलन की समीक्षा तथा नवंबर में प्रस्तावित राज्य स्तरीय सम्मेलन पर विचार-विमर्श किया गया। साथ ही शिक्षकों की वेतन विसंगति, पदोन्नति, स्थानांतरण सहित अन्य समस्याओं पर चर्चा हुई। प्राचार्य शैलेन्द्र बागौरिया ने कहा कि शिक्षकों को विद्यालय एवं समाज में उच्च आदर्श स्थापित करने चाहिए और आपसी समन्वय के साथ कार्य करना चाहिए। प्राचार्य घनश्याम मीना ने बदलते परिवेश में सजग रहते हुए कर्तव्यों के निर्वहन की आवश्यकता बताई। प्रदेश उपाध्यक्ष अमृतलाल छाबड़ा ने संगठन की मजबूती पर जोर देते हुए कहा कि जिले के प्रत्येक ब्लॉक में टीम सक्रिय है, जो स्थानीय स्तर पर शिक्षक हित में कार्य कर रही है। बैठक में दीपावली की शुभकामनाएं भी एक-दूसरे को दी गईं।
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AAAbhishek Aadha
Oct 15, 2025 08:13:11
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AVArun Vaishnav
Oct 15, 2025 08:11:13
Jaipur, Rajasthan:राजगढ़ (अलवर) राजगढ के राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण स्टेट टीबी डेमोंसट्रेशन ट्रेनिंग सेंटर अजमेर के निदेशक डॉ. इंद्रजीत सिंह ने किया। उन्होंने अस्पताल की साफ-सफाई पर संतोष जताते हुए पर्ची काउंटर पर वरिष्ठ नागरिकों व महिला-पुरुषों के लिए अलग कतार की व्यवस्था के निर्देश दिए। नि:शुल्क दवा व जांच की स्थिति, लैब और भर्ती मरीजों से दवाओं को लेकर जानकारी ली। आउटडोर मरीजों की संख्या अधिक होने पर दवा वितरण केंद्र बढ़ाने व रात्रि में ऑन कॉल ड्यूटी निर्धारित करने की बात कही। टीबी जांच की गुणवत्ता, उपचार रिकॉर्ड और अभिलेखों की सघन जांच की गई। डॉ. सिंह ने सभी मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा देने के निर्देश दिए। बाइट:डॉ. इंद्रजीत सिंह
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DGDeepak Goyal
Oct 15, 2025 08:10:02
Jaipur, Rajasthan:एंकर- करीब पचास लाख की आबादी वाले राजधानी जयपुर का फायर ब्रिगेड बेड़ा खुद ही आग से निपटने की परीक्षा में कमजोर साबित हो रहा है। नेशनल फायर प्रोटेक्शन एसोसिएशन के मानकों के अनुसार हर 50 हजार की आबादी पर एक फायर टेंडर होना चाहिए, लेकिन शहर के पास महज 60 गाड़ियां हैं, जबकि जरूरत कम से कम 100 वाहनों की है। वीओ-1- राजधानी की चमक-दमक के पीछे छिपा एक डरावना सच...अगर जयपुर में कहीं अलग अलग लोकेशन पर एक साथ बडी आग लग जाए, तो बुझाने वाला सिस्टम खुद धुएं में गुम हो जाएगा...पचास लाख की आबादी वाला राजधानी जयपुर में आग बुझाने का जिम्मा संभालने वाला फायर ब्रिगेड खुद ‘बुझी हुई चिंगारी’ साबत हो रहा है। शहर की ऊंची इमारतें, बढ़ती आबादी और तंग गलियां...सबके बीच फायर ब्रिगेड का सिस्टम संसाधनों के अभाव में धुआं-धुआं हो चुकी है। नेशनल फायर प्रोटेक्शन एसोसिएशन (NFPA) के मानक कहते है। हर 50 हजार आबादी पर एक दमकल जरूरी है। यानी जयपुर जैसे शहर को चाहिए कम से कम 100 फायर टेंडर होने चाहिए...लेकिन हकीकत यह कि शहर के पास है. मात्र 60 ही दमकलें हैं...बाकी जरूरतें कागजों की आग में जल रही हैं। जिस दमकल को आग पर काबू पाना है. वे खुद फायर फिट नहीं होती। पूरे शहर में सिर्फ एक 72 मीटर की हाइड्रोलिक प्लेटफॉर्म एरियल लैडर काम कर रही है। जबकि चारदीवारी क्षेत्र के लिए 42 मीटर की लैडर डेढ़ साल से घाटगेट फायर स्टेशन पर जंग खा रही है...सेंसर खराब है। और मरम्मत के नाम पर फाइलें धूल खा रही हैं। सिर्फ वाहन ही नहीं, फायरमैन और तकनीकी स्टाफ की कमी भी गंभीर है। बिल्डिंग परमिशन से लेकर एनओसी तक कागजों पर सब ‘सुरक्षित’ दिखता है। लेकिन जब हादसा होता है तो सिस्टम नाकाम साबित होता है। फायर स्टेशनों और दमकलों की कमी से दूरी और फेरे ज्यादा लगाने पडते हैं...अजमेर रोड भांकरोटा में आगजनी की घटना हो जाए तो मानसरोवर या बिंदायका से दमकलों को बुलाया जाता है...जिसके लिए दमकलकर्मियों को 10 से 12 किलोमीटर की दूरी तय करनी पडती हैं...इसी तरह आगरा रोड पर आगजनी की घटना होने पर बस्सी या घाटगेट फायर स्टेशन से दमकलों को बुलाना पडता हैं...जब तक आग विकराल रूप ले लेती हैं... वॉक थ्रू—दीपक गोयल, जी मीडिया जयपुर ग्राफिक्स के जरिए जानिए फायर शाखा निगम हैरिटेज-ग्रेटर में फायर स्टेशनों की संख्या-12 छोटी-बडी दमकलों की संख्या-60 सीएफओ-1 एफओ-3 एएफओ-8 फायरमैन-474 ड्राइवर-174 ये बड़ी कमियां... वर्तमान में 12 फायर स्टेशन, कुछ के प्रस्ताव कागजों में जयपुर शहर और नगर निगम का दायरा तेजी से फैल रहा है...जयपुर में 12 फायर स्टेशन है. जो शहर के लिए काफी नहीं हैं। नगर निगम की फायर समिति ने नए स्टेशनों का प्रस्ताव मंजूर किया, लेकिन यह कागजों में ही रह गया। वर्तमान में वीकेआई, झोटवाडा, बिंदायका, मानसरोवर, सीतापुरा, जगतपुरा, मालवीय नगर, बाइस गोदाम, चौगान स्टेडियम, घाटगेट, आमेर और बनीपार्क में फायर स्टेशन हैं...और मानसरोवर पत्रकार कॉलोनी, वैशाली-पृथ्वीराज नगर, आगरा रोड, भांकरोटा में प्रस्तावित है. 10 लाख की आबादी पर भी 169 पद सृजित और 50 लाख की आबादी पर भी 169 पद फायर ब्रिगेड बेड़े में विभिन्न संवर्ग के 169 पद तो तब सृजित हुए थे जब शहर की आबादी 10 लाख हुआ करती थी। बदकिस्मती यह है कि आज 50 लाख की आबादी पर भी यही पद हैं। जो अतिरिक्त भर्तियां हुई हैं, वे संविदा पर हैं। बड़े हादसों के लिए ये लोग इसलिए तैयार नहीं कि इनके लिए कोई लॉन्ग टर्म के प्रॉपर ट्रेनिंग प्रोग्राम नहीं। इन्हें सिर्फ 15 दिन की ट्रेनिंग मिली है। 50 लाख की आबादी वाले शहर में 72 मीटर की सिर्फ एक हाइड्रोलिक प्लेटफ़ॉर्म एरियल फायर लैडर फायर ब्रिगेड शाखा के पास 72 मीटर तक की ऊंचाई पर आग बुझाने में सक्षम है। यह सिर्फ एक गाड़ी है। जो मानसरोवर के फायर स्टेशन पर रहती है। जबकि चारदीवारी क्षेत्र के लिए 42 मीटर ऊंचाई तक आग बुझाने वाली हाइड्रोलिक प्लेटफ़ॉर्म एरियल फायर लैडर पिछले दो साल से खराब पड़ी हैं...इसके उलट जयपुर की संकरी गलियों में अग्निकांडों से निबटने के लिए कोई ठोस इंतजाम नहीं। फायर सूट ही नहीं, कैसे बचे लपटों से जिंदगी? आग में फंसे लोगों को निकालने के लिए सबसे अहम संसाधन फायर सूट बेड़े में होना जरूरी है, लेकिन फायर ब्रिगेड के पास यह नहीं है। ऐसे में धधकती लपटों के बीच से जिंदगी को बचाना आसान नहीं है। एल्युमिनियम और एसबेस्टस के बने इस सूट को पहनकर फायरमैन लोगों को बचा सकते हैं। वीओ-2-फायरफाइटर बताते है. की कई बार ऑफिस टाइम पर ऐसी घटनाएं हो जाती है...जब ट्रैफिक बहुत भारी होता है. गलियां तंग होती हैं, जिससे मौके पर समय से पहुंचना मुश्किल होता है...कभी-कभी तेज आग में जाना पड़ता है. लेकिन फायर सूट उपलब्ध नहीं होता तब जलन की पीड़ा सहकर भी ड्यूटी करनी पड़ती है...हालांकि जिस तरह से अग्नि दुर्घटनाएं बढ़ती जा रही हैं...उसी हिसाब से चैलेंज भी बढ़ते जा रहे हैं, लेकिन इसके अनुसार इक्विपमेंट मौजूद नहीं हैं...इसकी प्रशासन से डिमांड की गई है... बाइट-गौतमलाल, सीएफओ, नगर निगम बहरहाल, जब हर बड़े होटल, मॉल और मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में फायर सेफ्टी अनिवार्य है. तो शहर की ‘सेंट्रल फायर सेफ्टी’ ही इतनी पंगु क्यों?...जयपुर जैसी राजधानी में फायर विभाग इतना कमज़ोर और उपेक्षित क्यों है?...दीपक गोयल जी मीडिया जयपुर
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ASAkhilesh Sharma
Oct 15, 2025 08:06:04
Dungarpur, Rajasthan:स्वच्छ भारत मिशन स्टेट कोऑर्डिनेटर के के गुप्ता ने लिखा प्रधानमंत्री, केन्द्रीय गृहमंत्री एवं मुख्यमंत्री को पत्र, स्वच्छता को लेकर झूठे शपथ पत्र और गलत जानकारी देने वालो के खिलाफ कार्रवाई की मांग स्वच्छ भारत मिशन स्टेट कोऑर्डिनेटर के के गुप्ता आज डूंगरपुर जिले के दौरे पर रहे | अपने दौरे के दौरान गुप्ता ने डूंगरपुर में अधिकारियों की बैठक ली वही मीडिया से रूबरू होते हुए प्रदेश के विभिन्न जिलो के अधिकारियो द्वारा स्वच्छता को लेकर दिए झूठे शपथ पत्र व गलत जानकारी देने पर चिंता जताई है | वही उन्होंने बताया कि इस सम्बन्ध में पीएम, गृह मंत्री व मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर ऐसे अधिकारियो के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है | अपनी कार्यशैली और दूरदर्शिता के दम पर निकायों को स्वच्छता सर्वेक्षण में अलग पहचान दिलाने वाले तथा स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण अंतर्गत राजस्थान सरकार द्वारा मनोनीत स्टेट कोऑर्डिनेटर के के गुप्ता ने डूंगरपुर से मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि वे स्वच्छता को लेकर प्रदेश के जिलो का दौरा करते रहते है | लेकिन काफी प्रयासों के बावजूद प्रदेश की निकाय सरकार की मंशानुरूप कार्य नहीं कर रही है | बल्कि झूठी जानकारी सरकार को दे रही है | उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिलो में कचरा यार्डो की स्थिति विस्फोटक हो चुकी है | कचरा यार्डो में आग लगाकर कचरे को समाप्त करने का कार्य बडी सफाई से किया जा रहा है जबकि इसके दुष्परिणाम बडे भयानक एवं गंभीर है। आस-पास रहने वाले लोग जानलेवा बिमारियों से ग्रसित हो रहे है व उम्र पूरी होने से पहले ही मुत्यु प्राप्त कर रहे है | वही जहरीला धूंआ आस-पास एवं दूर-दूर तक प्रदूषण फैला रहा है|  वही सरकार की ओर से लैगेसी वैस्ट , कचरा सेग्रिगेशन , बायो मिथेनेशन एवं कम्पोस्ट बनाने के नाम से दी जा रही राशि का भ्रष्टाचार किया जा रहा है | उन्होंने बताया की इस सम्बन्ध में उन्होंने प्रधानमंत्री व गृह मंत्री व प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है वही सरकार को झूठे शपथ पत्र व झूठी जानकारी देने वाले अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग रखी है |
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AKAshok Kumar sharma
Oct 15, 2025 08:05:30
Jhunjhunu, Rajasthan:एंकर- झुंझुनूं के गुड़ागौड़जी के केड गांव में भारतीय स्टेट बैंक शाखा के बाहर बैंक कर्मचारी ने तबादले के मानसिक तनाव में पेट्रोल डालकर आत्मदाह की धमकी दी। बैंक के बाहर मौजूद ग्रामीणों की सतर्कता और गुड़ागौड़जी पुलिस की त्वरित कार्रवाई से कोई हादसा नहीं हुआ। जानकारी के अनुसार, पवन कुमार केड गांव स्थित SBI शाखा मे उप प्रबंधक पद पर कार्यरत था कुछ माह पहले भिवाड़ी तबादला हो गया था। आज बैंक में किसी कार्य से आए था। जहां सहकर्मियों से बहस हो गई। इस दौरान तनाव बढ़ने पर बाहर आकर पेट्रोल डाल लिया। इस दौरान ग्रामीण वहां मौजूद थे उन्होंने अनहोनी की आशंका में बैंक कर्मचारी को बातों में लगाए रखा और पुलिस को बुला लिया। सूचना पर गुड़ागौड़जी पुलिस पहुँचिे। उन्होंने पवन को शांत कर थाने ले गए और सीएचसी गुड़ागौड़जी में मेडिकल जांच कराई。
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RVRaunak Vyas
Oct 15, 2025 08:04:58
Bikaner, Rajasthan:श्रीडूंगरगढ़ से खबर जैसलमेर में हुए बस हादसे का मामला। श्रीडूंगरगढ़ में प्रशासन आज एक्टिव है। हाईवे से गुजर रही स्लीपर बसों की चेकिंग हो रही है। बीकानेर से जयपुर व दिल्ली के रूट पर बड़ी तादाद में स्लीपर बसें गुजरती हैं। पुलिस उप अधीक्षक निकेत पारीक के निर्देशन में बड़ा अभियान चलाया गया है। पुलिस प्रशासन ने हाईवे पर स्लीपर बसों के आपातकालीन दरवाजे को खोलकर भी चेक किया गया। जैसलमेर में हुए हादसे को देखते हुए सीओ निकेत पारीक ने सख्त संदेश दिया है कि किसी भी लापरवाही को सहन नहीं किया जाएगा और लापरवाह बस संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और बसों को सीज किया जाएगा। पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई को लेकर बस संचालकों में हड़कंप मच गया है।
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