बालोद जिले में धान खरीदी जोर-शोर से चल रही है, अब तक 5 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी हो चुकी है। हालांकि, अब तक कस्टम मिलिंग को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। राइस मिलर्स ने कस्टम मिलिंग नीति पर अपनी सहभागिता नहीं जताई है और वह फिलहाल हड़ताल पर हैं। राइस मिलर संगठन के मुताबिक, वर्ष 2021 से कस्टम मिलिंग की राशि लगभग 200 करोड़ रुपये पेंडिंग है। अगर इस मुद्दे का निराकरण नहीं होता है तो धान खरीदी के बाद की व्यवस्थाओं में बड़ी समस्याएं आ सकती हैं।