वाराणसी के IMS BHU में एक नर्सिंग ऑफिसर की सीसीयू के बाथरूम में हृदय रुकने से जान चली गई। इस घटना के बाद नर्सिंग स्टाफ ने आपातकालीन चिकित्सालय में धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्टाफ का आरोप है कि समय पर उपचार न मिलने के कारण जान गई। साथ ही, अत्यधिक कार्यभार और तनाव के चलते यह एक महीने में दूसरी मौत है। नर्सों का कहना है कि उनसे 8 घंटे की जगह 7-7 दिन काम लिया जाता है। पुलिस मौके पर पहुंचकर स्थिति नियंत्रित करने में जुटी है।
IMS BHU में नर्सिंग ऑफिसर की जान जाने पर हंगामा, लापरवाही का आरोप
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सोहागपुर में दशहरा विजयदशमी पर्व पर आरएसएस ने नगर के प्रमुख मार्गों पर भव्य पथ संचलन निकाला। इस पथ संचलन में सैकड़ों युवाओं ने भाग लिया, जबकि नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर उनका स्वागत किया। इस दौरान सुरक्षा के मद्देनज़र भारी संख्या में पुलिस बल भी तैनात रहा। पथ संचलन का समापन देनवा गार्डन में हुआ।
झांसी किले के मैदान में दशहरा उत्सव के दौरान रावण वध में शामिल होने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। इस अवसर पर झांसी सदर विधायक पंडित रवि शर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रदीप जैन आदित्य, पूर्व सांसद डॉक्टर चंद्रपाल सिंह यादव, झांसी महापौर बिहारी लाल आर्य, झासी जिलाधिकारी अविनाश कुमार, और SSP झांसी सुधा सिंह सहित अन्य अतिथि उपस्थित रहे। इस महापर्व ने संदेश दिया कि अन्याय पर न्याय की विजय होगी और अच्छाई हमेशा बुराई पर परचम लहराएगी।
मुरादाबाद के रामलीला ग्राउंड लाइन पार में हर वर्ष की भांति इस बार भी 112 फुट ऊंचे रावण का धू-धू कर दहन किया गया। इस समारोह में लाखों लोग शामिल हुए। जिले के DM, SSP, SP सिटी और एडीएम सिटी ने भीड़ की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुख्ता इंतजाम किए थे। समारोह के दौरान लोगों ने भव्य नज़ारे का आनंद लिया और रावण के दहन के साथ बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया।
विजयादशमी के अवसर पर श्रीरामलीला महोत्सव में रावण वध की लीला का मंचन किया गया जहां रावण के विशाल पुतले का दहन किया गया। इस लीला में दर्शाया गया कि श्रीराम-रावण युद्ध में रावण के बलशाली भाई कुम्भकर्ण और पुत्र मेघनाद की मृत्यु के बाद रावण स्वयं युद्ध के लिए आता है। इस दौरान श्रीराम और रावण के बीच आग्नेयास्त्रों से भयंकर युद्ध प्रारंभ होता है। विभीषण, जो युद्ध के मैदान में उपस्थित थे, प्रभु श्रीराम को धैर्य, शौर्य, बल और धर्म के उपदेश देते हैं।
रालोद के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने जनपद हापुड़ के गांव कुचेसर रोड चौपला पर महात्मा गंगा दास की स्मृति में आयोजित दंगल प्रतियोगिता के समापन कार्यक्रम में भाग लिया। इस दौरान उन्होंने कुश्ती खिलाड़ियों का उत्साह वर्धन किया और उन्हें सम्मानित किया। केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने कहा कि संत गंगादास ने 1857 की क्रांति में अहम भूमिका निभाई और साहित्य के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण कार्य किए।
मुलताई और प्रभात पट्टन क्षेत्र में बीते 9 दिनों से दुर्गा उत्सव धूमधाम से मनाया गया। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने मां दुर्गा की उपासना की और विधि-विधान से पूजा-अर्चना की।
आज दशहरे के अवसर पर, दोपहर 2 बजे से मुलताई क्षेत्र में दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन शुरू हुआ। वहीं, प्रभात पट्टन क्षेत्र में भी विभिन्न दुर्गा उत्सव मंडलों द्वारा भंडारों का आयोजन किया गया। मुलताई नगर के स्टेशन चौक पर जय भवानी दुर्गा उत्सव मंडल और नवयुवक दुर्गा उत्सव मंडल ने विशाल भंडारे का आयोजन किया।
गोरखपुर में विजयादशमी पर गोरखनाथ मंदिर से पारंपरिक शोभा यात्रा निकाली गई, जिसका नेतृत्व गोरक्ष पीठाधीश्वर ने किया। इस बार सुरक्षा को देखते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुलेटप्रूफ रथ पर सवार होकर शोभा यात्रा में शामिल हुए। CM की सुरक्षा के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस प्रशासन और अर्धसैनिक बल तैनात थे जबकि ड्रोन कैमरों से शोभा यात्रा की निगरानी की जा रही थी। यह शोभा यात्रा गोरखनाथ मंदिर से शुरू होकर गोरखनाथ थाना, झूलेलाल मंदिर होते हुए मानसरोवर मंदिर पहुंचेगी।
मधुबनी में देर रात बासोपट्टी थाना चौक के पास शॉर्ट-सर्किट के कारण आग लगने से दो दुकानें जलकर राख हो गईं जिससे लाखों की क्षति हुई। आग से किराना दुकान और मोटर पार्ट की दुकान में रखा लगभग 20 लाख का सामान जल गया। इसके अलावा, मोटर गैरेज में मरम्मत के लिए रखी गई आठ बाइक भी जल गईं। व्यवसायी देवेंद्र सहनी और हीरा लाल ठाकुर अपनी दुकानें बंद करके घर चले गए थे, तभी अचानक रात में दुकान में आग लग गई। आग तेजी से फैलने लगी क्योंकि दुकान में तेल, चीनी और पेट्रोल जैसे ज्वलनशील सामान रखे थे।
इटारसी नगर पालिका परिषद द्वारा आयोजित रामलीला के अंतिम दिन गांधी मैदान में रावण दहन का मंचन किया गया। यहां रावण और कुंभकर्ण के करीब 50 फीट ऊंचे पुतले बनाए गए थे। भगवान राम और लक्ष्मण ने शक्ति पूजन कर मां दुर्गा और मां काली से शक्ति प्राप्त कर रावण का वध किया। इसके बाद बुराई के प्रतीक रावण का पुतला जल उठा। रामलीला मंचन में रावण वध के बाद राम जी का अयोध्या लौटने और वहां उनके राज्य अभिषेक का भी मंचन किया गया।
शाहपुर में दशहरा पर 50 फीट ऊंचे अहंकारी रावण का पुतला भगवान राम के एक तीर से जलकर खाक हो गया। रावण दहन को देखने के लिए बारिश के बावजूद हजारों लोग पहुंचे। इस दौरान भगवान राम और अधर्मी रावण की सेना के बीच नाटकीय युद्ध भी हुआ जिसमें रावण की सेना पराजित हो गई। रावण दहन कार्यक्रम का आयोजन दशहरा उत्सव समिति के तत्वावधान में किया गया, जिसमें शानदार आतिशबाजी की गई जिससे आसमान रंगीन हो गया। जैसे ही भगवान राम ने अग्निबाण चलाया, पूरा स्टेडियम जय-जय श्रीराम के जयघोष से गूंज उठा।