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Jhansi284001

झांसी समेत पूरे देश में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया बकरीद का पर्व

Jun 17, 2024 12:55:34
Jhansi, Uttar Pradesh

झांसी में ईद-उल-अजहा का पर्व धूमधाम से मनाया गया। ईदगाह सहित कई मस्जिदों में बकरीद की नमाज अदा की गई जहां हजारों हाथ मुल्क के अमन और चैन के लिए दुआ मांगने के लिए उठे। मस्जिदों और ईदगाह तक सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस फोर्स तैनात रही। 

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CSChandrashekhar Solanki
Dec 08, 2025 11:31:39
Ratlam, Madhya Pradesh:रतलाम जिले के बांगरोद में उस वक्त हंगामा हो गया जब तेल का एक टैंकर की टक्कर से बाइक सवार युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। दुर्घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीण मौके पर जमा हो गए और देखते ही देखते डिपो मार्ग पर चक्का जाम लगा दिया। ग्रामीणों का आरोप है कि इस मार्ग से रोज़ बड़े-बड़े टैंकरों का आवागमन होता है, लेकिन सड़क की चौड़ाई बेहद कम है। इसी कारण आए दिन दुर्घटनाएँ होती रहती हैं। ग्रामीणों के अनुसार, न केवल लोग बल्कि उनके पशु भी टैंकरों की चपेट में आकर घायल हो चुके हैं। लगातार होती घटनाओं से आक्रोशित ग्रामीणों ने आज मार्ग चौड़ीकरण की मांग को लेकर जाम लगा दिया और किसी भी कीमत पर पीछे हटने को तैयार नहीं थे। सूचना पर नामली थाना प्रभारी मौके पर पहुँचीं और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन गुस्से में भरे लोगों का आक्रोश शांत नहीं हुआ। इसके बाद ऑयल डिपो के मैनेजर जयदीप डे भी मौके पर पहुँचे और स्थिति को शांत करने की कोशिश की। ग्रामीणों से चर्चा के बाद आश्वासन दिया गया, जिसके बाद मामला शांत हुआ और जाम खोला गया। बाइट – चिंटू बना, ग्रामीण बाइट – जयदीप डे, डिपो अधिकारी बांगरोद
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Dec 08, 2025 11:30:48
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RKRishikesh Kumar
Dec 08, 2025 11:30:27
CHANDI, Harnaut, Bihar:बिहार शरीफ़ स्मार्ट सिटी क्षेत्र में पिछले कई दिनों से नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया जा रहा है। सोमवार को अंबेर चौहराहा इलाके में भारी सुरक्षा-व्यवस्था के बीच बुलडोज़र कार्रवाई की गई। नगर निगम की टीम जैसे ही अवैध कब्ज़ों को हटाने पहुंची, मौके पर मौजूद अधिकारियों और अतिक्रमणकारियों के बीच तीखी नोकझोंक भी देखने को मिली। नगर निगम द्वारा जारी इस सख्त कार्रवाई को लेकर स्थानीय लोगों ने सवाल उठाए। उनका कहना है कि बुलडोज़र केवल गरीबों की झोपड़ियों और ठेलों पर चल रहा है, जबकि सरकारी संस्थानों पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही, जिससे लोगों में नाराज़गी है। इस बीच, नगर निगम के उपनगर आयुक्त शम्स रज़ा ने कहा कि शहर के कई इलाकों में अतिक्रमण के कारण लगातार जाम की समस्या उत्पन्न हो रही है। “हम कई दिनों से माइकिंग कर लोगों को चेतावनी दे रहे हैं, लेकिन जब चेतावनी का असर नहीं दिखा, तब हमें बुलडोज़र कार्रवाई करनी पड़ी,” उन्होंने कहा कि सोमवार की कार्रवाई के दौरान लगभग 30,000 रुपये का चालान भी काटा गया। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि आने वाले दिनों में संवेदनशील इलाकों में भी कड़ी सुरक्षा के बीच बुलडोज़र एक्शन जारी रहेगा, और जहां-जहां अतिक्रमण मिलेगा, सख्त कार्रवाई की जाएगी។
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ABAmit Bhardwaj1
Dec 08, 2025 11:29:35
Noida, Uttar Pradesh:Those who know Rahul and his father Kapil Bhatia closely say that they originally hail from Basti Harphool Singh in Sadar Bazaar, Delhi. Their first office was also in Sadar Bazaar, where the father and son sold airline tickets. However, they soon realized that to expand their airline business, they needed an office in a better location. So, they opened an office in P Block of Connaught Place. After that, they never looked back. Harshvardhan, the founder chairman of Vayudoot Airlines, says that Rahul Bhatia succeeded because he made the right decisions at the right time. However, he also says that Bhatia has shot himself in the foot and that the coming times will not be easy for him. In Connaught Place's 'P' Block, you can still find many showrooms and their employees who remember seeing Rahul Bhatia coming and going from his father Kapil Bhatia's travel agency, 'Delhi Express'. The Delhi Express office was located near the now-closed Madras Hotel. This was during the 1980s and 1990s. Rahul Bhatia was studying in Canada at the time. When he visited Delhi, he would also spend time at the office. In those days, only a select few in the country traveled by air. Delhi Express was doing reasonably well. It was an agent for several international airlines, essentially booking tickets only for those airlines. After economic liberalizations, the country's aviation sector began to transform. Meanwhile, Rahul had returned from Canada and was now fully involved in helping his father with the business. Rahul Bhatia had returned from Canada with a management degree. He wasn't satisfied with the growth of his travel agency. He wanted to take a big leap. Around this time, the Bhatia family sold their "Delhi Express" business to their partner and started a new venture called "InterGlobe Travel Agency." This new business began to flourish. Meanwhile, in 1993, the government started issuing licenses for private airlines in the country. This led to the launch of airlines like Deccan Aviation and Jet Airways. Rahul Bhatia was observing all of this. He too harbored the ambition of starting his own airline in India. Rajji Rai, a neighbor of the Bhatia family in Connaught Place, says that Rahul Bhatia was very ambitious. Rahul spoke to his friend Rakesh Gangwal, who lived in the US, about starting a new airline. The two worked on their plan. Rakesh was an expert in finance. Their time finally came in 2006, when they launched IndiGo Airlines. Rahul Bhatia's partner, Rakesh Gangwal, sold his stake in IndiGo some time ago. This means Rahul is now the sole owner of IndiGo. An aviation sector experts and chartered accountants, has known Rahul since he operated from Connaught Place. They says that IndiGo's recent crisis has severely damaged its image. Now it will have to face the government's scrutiny. Rahul Bhatia will have to answer for the damage his airline's actions have caused to the image of India's aviation sector. They are surprised that Bhatia hasn't said anything publicly or apologized to the passengers.
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DRDamodar Raigar
Dec 08, 2025 11:28:13
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NKNiraj Kumar Pandey
Dec 08, 2025 11:27:43
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Dec 08, 2025 11:27:20
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DGDeepak Goyal
Dec 08, 2025 11:27:15
Jaipur, Rajasthan:राजस्थान पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त कर चुकी 317 महिला कांस्टेबल पास आउट हुईं। इस ऑल वुमेन दीक्षांत परेड को महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम माना जा रहा है। समारोह के मुख्य अतिथि महानिदेशक पुलिस राजस्थान, राजीव कुमार शर्मा ने परेड की सलामी लेते हुए कहा कि यह अवसर प्रदेश की हर उस बेटी के लिए प्रेरणा है, जिसने समाज और राष्ट्र सेवा का सपना देखा है। दीक्षांत परेड में राजस्थान पुलिस की 241 और दूरसंचार विभाग की 76 महिला कांस्टेबल शामिल रहीं। परेड मैदान में राष्ट्रीय ध्वज की सलामी के बाद पूरे अनुशासन और उत्साह के साथ समारोह सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम में रिटायर्ड डीजीपी पीएस बैंस, के.एल. बैरवा, डीजी लॉ एंड ऑर्डर संजय अग्रवाल, डीजी ट्रेफिक अनिल पालीवाल सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। आरपीए निदेशक संजीब कुमार नार्जारी और अतिरिक्त निदेशक शंकर दत्त शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया। डीजीपी राजीव शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि नया आपराधिक न्याय तंत्र आने वाले वर्षों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह के कथन को दोहराते हुए कहा कि नई न्याय संहिताएं 21वीं सदी का सबसे बड़ा सुधार हैं। उन्होंने बताया कि महिलाओं और बच्चों से जुड़े अपराधों को अलग अध्याय के रूप में शामिल किया गया है और इनके प्रावधानों को और सख्त किया गया है। Rajasthan पुलिस नए कानूनों के प्रभावी क्रियान्वयन में सबसे आगे है। अकादमी ने अब तक 1500 से अधिक अनुसंधान अधिकारियों को ‘मास्टर ट्रेनर’ बनाया है, जो आगे पूरे तंत्र को प्रशिक्षित करेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि आईगोट कर्मयोगी पोर्टल पर प्रदेश के लगभग 80 हजार अधिकारी-कर्मचारी पंजीकृत होकर निरंतर ऑनलाइन प्रशिक्षण ले रहे हैं। प्रशिक्षण पूरा कर चुकी महिला पुलिसकर्मियों को बधाई देते हुए डीजीपी ने कहा कि न्याय केवल कानूनी प्रक्रिया भर नहीं, बल्कि पीड़ित की पीड़ा सुनना, सम्मान देना और राहत देना भी है। उन्होंने नई पीढ़ी की महिला पुलिसकर्मियों से कहा कि उनके सामने गरीब, निराश्रित, पीड़ित और कमजोर व्यक्ति की सेवा करने का महत्वपूर्ण अवसर है, और इस अवसर को व्यर्थ न होने दें। साइबर अपराधों में बढ़ते खतरे को लेकर डीजीपी ने डेटा एनालिसिस, डिजिटल ट्रैकिंग और साइबर पेट्रोलिंग को आधुनिक पुलिसिंग का केंद्र बिंदु बताते हुए इसके लिए खुद को तकनीकी रूप से सक्षम बनाने की सलाह दी। समारोह में विभिन्न श्रेणियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली 12 महिला प्रशिक्षुओं को प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। साथ ही पुलिस निरीक्षक रजनी मीणा और मीना वर्मा को प्रशिक्षण कार्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। यह दीक्षांत समारोह न केवल पुलिस बल में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी का प्रतीक है बल्कि आने वाले समय में सुरक्षित समाज निर्माण के प्रति राजस्थान पुलिस की प्रतिबद्धता को भी मजबूत करता है।
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