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Bulandshahr203408

बुलंदशहर के गुलावठी में निकली भव्य श्रीराम बारात, दर्शक बने बाराती

Oct 05, 2024 03:15:15
Gulaothi, Uttar Pradesh

बुलंदशहर के गुलावठी में श्रीरामलीला महोत्सव के तहत धूमधाम से श्रीराम बारात निकाली गई। इस भव्य आयोजन में प्रदेश के मशहूर बैंड बाजों और आकर्षक झांकियों का आनंद लेने के लिए बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे। श्रद्धालुओं ने मार्ग के विभिन्न स्थानों पर पुष्प वर्षा और आरती उतारकर बारात का स्वागत किया। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस बल भी तैनात रहा। इस अवसर पर श्रीरामलीला समिति के पदाधिकारी और नगर के लोग बाराती बनकर शामिल हुए।

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KPKAILAS PURI
Nov 15, 2025 03:36:06
Pimpri-Chinchwad, Maharashtra:आय टी नगरी हिंजवडी मध्ये अमेरिकेतील नागरिकांची फसवणूक करणाऱ्या दोन अनधिकृत कॉल सेंटरवर छापा टाकत पिंपरी चिंचवड पोलिसांच्या सायबर पोलीस आणि गुन्हे शाखा २ ने पर्दाफाश केला आहे. या कॉल सेंटर मधून थेट अमेरिकन नागरिकांची फसवणूक केली जात असल्याची माहिती उघड झालीय. या कॉल सेंटर मधून अमेरिकन नागरिकांना अमेरिकन मेडिकल हेल्थ डिपार्टमेंट मधून बोलत असल्याचं सांगून नागरिकांकडून ते वापरत असलेल्या वेलकम पावडर आणि इतर सौंदर्यप्रसाधनांची माहिती घेऊन यामुळे तुम्हाला कॅन्सर होऊ शकतो असं सांगत तुम्हाला संबंधित कंपनीकडून जास्त मोबदला मिळवून दिला जाईल असं सांगून त्यांच्या वैयक्तिक माहिती घेतली जात असे आणि ती अमेरिकेतील लॉ फार्मला विकून त्यातून डॉलर स्वरूपात पैसे मिळवले जात असत. दुसऱ्या प्रकारात डेटाद्वारे तिथल्या नागरिकांशी संवाद साधून लोन मिळवून देण्याच्या आमिषाने त्यांची फसवणूक केली जायची. कम्युनिटी चॉईस फायनानासीयल कंपनीतून बोलत असल्याचं सांगून लोनसाठी क्रेडिट स्कोर सुधारून देण्यात येईल, अस अमिश दाखवून त्यांच्याकडून वेगवेगळ्या कंपनीचे कुपन घेऊन ते डॉलरमध्ये बदलून घेत. दुसऱ्या पद्धतीने देखील अमेरिकन नागरिकांची फसवणूक केली जात होती. सायबर पोलिस आणि गुन्हे शाखा युनिट दोनने याप्रकरणी कॉल 센टर मालक आणि मॅनेजर विरुद्ध सायबर पोलीस ठाण्यात गुन्हा दाखल करण्यात आला आहे. दोन्ही कॉल सेंटरमधून २० हार्ड डिस्क आणि तीन लपटॉप जप्त करण्यात आले आहेत. टेकला सोल्यूशन कॉल सेंटरचा मालक धंनजय साहेबराव कासार, मॅनेजर हर्षद शंकर खामकर आणि स्काय सोल्यूशनचा मालक सागर कुमार यादव, मॅनेजर आनंद पंकज सिन्हा यांच्या विरुद्ध गुन्हा दाखल करण्यात आला असून अटक करण्यात आली आहे. चौघांना न्यायालयाने १८ नोव्हेंबर पर्यंत पोलीस कोठडी सुनावली आहे.
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AKAMAR KANE
Nov 15, 2025 03:35:48
Nagpur, Maharashtra:नागपूर गुन्हेगारी कट रचून साथीदारांच्या मदतीने पदाचा गैरवापर करीत बदनामी केल्याप्रकरणी नागपूर ग्रामीण प्रादेशिक परिवहन अधिकारी विजय चव्हाण यांच्यासह पाच जणांविरुद्ध गुन्हा दाखल झालाय. परिवहन खात्यातील आरटीओ पदावरील पदोन्नती आणि पदस्थापना प्रकरणात परिवहन अधिकारी रवींद्र भुयार यांना खोट्या गुन्ह्यात अडकवण्याच्या तक्रारीवरून नागपुरातील सीताबर्डी पोलीस ठाण्यात हा गुन्हा दाखल झालाय. भुयार हे 2021 ते 24 दरम्यान नागपूर आरटीओ मध्ये कार्यरत असताना हा प्रकार घडला. 2021 मध्ये एका वर्षासाठी भुयार यांच्याकडे नागपूर शहर व ग्रामीणचा अतिरिक्त कारभार होता. या कालावधीत चव्हाण हे गडचिरोली येथे कार्यरत होते. त्यांना नागपूरचा कारभार हवा होता. त्यांना नागपूरचा अतिरिक्त कारभार मिळाव यासाठी चव्हाण यांनी पदाचा गैरवापर केला व साथीदारांच्या मदतीने भुयार यांच्याविरुद्ध गुन्हेगारी कट रचण्यास सुरुवात केली.
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VKVISHAL KAROLE
Nov 15, 2025 03:35:33
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SHSAYED HUSSAIN AKHTAR
Nov 15, 2025 03:35:18
Raebareli, Uttar Pradesh:एंकर.. रायबरेली में पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई है। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने तीन बदमाशों को दबोच लिया है। पकड़े गए बदमाशों में से एक के पैर में गोली लगी है। सभी बदमाश बिहार राज्य के निवासी बताये जा रहे हैं। मामला लालगंज थाना इलाके के बहाई चौकी के पास का है। यहाँ डलमऊ मोड़ पर लालगंज थाना इंचार्ज प्रमोद सिंह दल बल के साथ रूटीन चेकिंग कर रहे थे। उसी दौरान सामने से आ रहे तीन बाइक सवारों को पुलिस ने रोकना चाहा तो उन लोगों ने बाइक अम्बारा पश्चिम की तरफ मोड़ दी। तेज़ स्पीड में बाइक मोड़ने के चलते फिसल गई। बाइक फिसलने से गिरे तीनों बदमाशों को पुलिस ने पकड़ना चाहा तो दो उनके गिरफ्त में आ गए जबकि एक भागने लगा। पुलिस ने भाग रहे बदमाश को भी पकड़ना चाहा तो उसने फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने आत्मरक्षा फायरिंग की तो उसके पैर में गोली लग गई। गोली लगने से घायल बदमाश ऋतिक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पकड़े गए सभी बदमाशों की क्राइम हिस्ट्री खंगाली जा रही है।
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VRVIJAY RANA
Nov 15, 2025 03:31:42
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VRVIJAY RANA
Nov 15, 2025 03:31:35
Chandigarh, Chandigarh:चंडीगढ़, 14 नवंबर-हरियाणा सरकार ने कॉमन कैडर ग्रुप-डी कर्मचारियों से जुड़े मामलों-जैसे अनुकम्पा नियुक्ति, त्यागपत्र, अनुशासनात्मक कार्यवाही तथा तबादला या पोस्टिंग के सम्बन्ध में नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी द्वारा इस सम्बन्ध में सभी प्रशासनिक सचिवों, विभागाध्यक्षों, बोर्डों, निगमों, विश्वविद्यालयों तथा क्षेत्रीय कार्यालयों को एक पत्र जारी किया गया है। पत्र के अनुसार 28 मार्च, 2018 या उसके बाद नियुक्त हुए सभी ग्रुप-डी कर्मचारियों पर पूरी तरह से हरियाणा ग्रुप-डी कर्मचारी (भर्ती और सेवा शर्तें) अधिनियम, 2018 के नियम लागू होंगे। पत्र में यह भी दोहराया गया है कि 21 दिसम्बर, 2023 को जारी अधिसूचना के अनुसार मानव संसाधन विभाग के महानिदेशक को इन कर्मचारियों के लिए नियुक्ति प्राधिकारी पदनामित किया गया है। इसके अलावा, अनुकम्पा नियुक्ति, त्यागपत्र, अनुशासनात्मक कार्यवाही तथा तबादला या पोस्टिंग से संबंधित सभी मामले, जहाँ नियुक्ति प्राधिकारी मानव संसाधन विभाग के महानिदेशक हैं, अब आगे की कार्रवाई हेतु मानव संसाधन निदेशालय को भेजे जाएंगे। अनुकम्पा नियुक्ति के मामलों की जांच हरियाणा अनुकम्पा सहायता या नियुक्ति नियम, 2019 के तहत की जाएगी और इन्हें संबंधित विभागाध्यक्ष की संस्तुति के साथ एचएसएएस काडर के अधिकारी द्वारा सत्यापित किया जाएगा। इसी प्रकार, 28 मार्च, 2018 के बाद नियुक्त हुए ग्रुप-डी कर्मचारियों के त्यागपत्र संबंधी मामलों को संबंधित विभाग या नियंत्रण प्राधिकारी के माध्यम से यथाशीघ्र भेजा जाएगा। अनुशासनात्मक मामलों में संपूर्ण तथ्यों, संबंधित दस्तावेजों और विभागीय संस्तुति के साथ मामले प्रस्तुत किए जाएंगे।
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VRVIJAY RANA
Nov 15, 2025 03:31:13
Chandigarh, Chandigarh:चंडीगढ़, 15 नवंबर 2025 - हरियाणा राज्य में अपराधियों के खिलाफ एक बड़े और निर्णायक अभियान के तहत, हरियाणा पुलिस का 'ऑपरेशन ट्रैक-डाउन' मिशन अब तक की सबसे बड़ी सफलताओं में से एक बनकर उभरा है। इस राज्यव्यापी अभियान ने मात्र 9 दिनों में ही अपराध जगत में हड़कंप मचा दिया है। इस दौरान, पुलिस ने गंभीर अपराधों में वांछित, फरार और इनामी अपराधियों पर शिकंजा कसते हुए 2,000 से अधिक अपराधियों को जेल की सलाखों के पीछे भेज दिया है। इस सफलता ने साफ कर दिया है कि हरियाणा में अब अपराध और अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। इनामी गैंगस्टर पर STF का शिकंजा: अदालत परिसर में हमले का आरोपी गिरफ्तार इस अभियान के दौरान मिली सबसे बड़ी सफलताओं में से एक है स्पेशल टास्क फोर्स (STF), बहादुरगढ़ यूनिट की कार्रवाई, जिसने कुख्यात गैंगस्टर रोहित गोदारा गैंग के एक सक्रिय सदस्य, मनोज उर्फ चोटिया को धर दबोचा है। मनोज उर्फ चोटिया पर ₹10,000/- का इनाम घोषित था और वह नारनौल पुलिस स्टेशन में दर्ज हत्या के प्रयास सहित कई गंभीर मामलों में वांछित था। जानकारी अनुसार, मनोज उर्फ चोटिया ने 05 दिसंबर 2024 को नारनौल अदालत परिसर में विरोधी गैंग के सदस्य अमित पर जानलेवा हमला किया था। जिसके बाद से ही एसटीएफ यूनिट बहादुरगढ़ उसकी तलाश में जुटी हुई थी। आरोपी की गिरफ्तारी 13 नवंबर 2025 को 'ऑपरेशन ट्रैक-डाउन' के तहत हुई। आरोपी पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज है और उसके खिलाफ पहले से ही अटेली और मांडवा पुलिस थानों में हत्या के प्रयास (धारा 307) सहित मारपीट और आपराधिक साजिश के कई गंभीर मुकदमे दर्ज हैं,। उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट के साथ-साथ अटेली, नारनौल और मांडवा पुलिस थानों में हत्या के प्रयास (IPC धारा 307), दंगा, मारपीट, और आपराधिक साजिश (120B) के सात से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। एसटीएफ की यह कार्रवाई दर्शाती है कि पुलिस अब संगठित अपराध के शीर्ष तक पहुँचकर गैंगस्टरों के नेटवर्क को तोड़ने में पूरी तरह से सक्षम है। चार साल से फरार 'हत्या का इनामी' भी राजस्थान में दबोचा गया 'ऑपरेशन ट्रैक-डाउन' की सफलता केवल संगठित गिरोहों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह गंभीर व्यक्तिगत अपराधों में वांछित अपराधियों पर भी समान रूप से प्रभावी रहा है। सिरसा पुलिस ने एसपी दीपक सहारन के नेतृत्व में इस अभियान के दौरान, हत्या के मामले में पिछले करीब चार सालों से फरार चल रहे ₹5,000/- के इनामी बदमाश जोनी को गिरफ्तार किया। जोनी, जो गांव नथौर (रानियां थाना क्षेत्र) का निवासी है, अगस्त 2024 में दर्ज एक हत्या के अभियोग में वांछित था। यह अपराधी पुलिस से बचने के लिए लगातार अपनी पहचान और ठिकाने बदल रहा था, जिसमें राजस्थान, पंजाब और हरियाणा के विभिन्न क्षेत्र शामिल थे। सिरसा पुलिस की एवीटी स्टाफ, सिरसा के सब इंस्पेक्टर संदीप कुमार व उसकी टीम ने महत्वपूर्ण सूचनाओं और अथक प्रयासों के आधार पर उसे पड़ोसी राज्य राजस्थान के सरदारपुर (जिला हनुमानगढ़) से पकड़ने में कामयाबी हासिल की। यह गिरफ्तारी यह साबित करती है कि पुलिस की 'ट्रैक-डाउन' टीम की पहुँच अंतर-राज्यीय सीमाओं को पार कर गई है और अपराधी अब कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। सिर्फ 9 दिन में 2165 गिरफ्तारियाँ, कुख्यात अपराधियों का आंकड़ा 400 पार आई जी स्टेट क्राइम ब्रांच राकेश आर्य ने बताया कि'ऑपरेशन ट्रैक-डाउन' मिशन ने अपराधियों को साफ संदेश दिया है कि हरियाणा में या तो अपराध छोड़ दो या जेल जाने के लिये तैयार रहो। सिर्फ 9 दिनों के इस अभियान में, पुलिस ने कुल 2165 अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इसके अतिरिक्त, 438 कुख्यात और हार्डकोर अंतरराज्यीय अपराधी भी जेल भेजे गए है, जो चोरी, डकैती, हत्या के प्रयास जैसे जघन्य अपराधों में शामिल थे। इस अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है, जिसके तहत आदतन अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली जा रही है। 13 नवंबर 2025 तक, कुल 118 अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई है, जिसमें अकेले 13 नवंबर को 23 कुख्यात अपराधी शामिल थे। हिस्ट्रीशीट खोलने का उद्देश्य इन अपराधियों पर पुलिस की निरंतर और कड़ी निगरानी सुनिश्चित करना है, ताकि वे जमानत पर छूटने के बाद दोबारा अपराध न कर सकें। डीजीपी ने दोहराया है कि हरियाणा पुलिस 'ऑपरेशन ट्रैक-डाउन' को पूरी सख्ती और निरंतरता के साथ जारी रखेगी, जब तक राज्य से अपराध का पूरी तरह से सफाया नहीं हो जाता।
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VRVIJAY RANA
Nov 15, 2025 03:30:55
Chandigarh, Chandigarh:हरियाणा पुलिस के निवेदन पर हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ने लोक अदालतों को जारी किये गए निर्देश। बैंक खातों में 'ब्लॉक' (Freezed) की गई राशि अब बिना किसी लंबी कानूनी प्रक्रिया के मिलेगी पीड़ितों को। 15 नवंबर, 2025 (पंचकूला)। हरियाणा पुलिस ने राज्य में साइबर ठगी के शिकार हुए नागरिकों को तत्काल और आसान न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक पहल की है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओ पी सिंह के नेतृत्व में प्रदेश पुलिस ने कानूनी सेवा प्राधिकरणों (Legal Services Authorities) के साथ मिलकर एक नई व्यवस्था लागू करवाई है, जिसके तहत ठगी की गई और बैंक खातों में 'ब्लॉक' (Freezed) की गई राशि अब बिना किसी लंबी कानूनी प्रक्रिया या वकील की आवश्यकता के, सीधे लोक अदालत के माध्यम से पीड़ितों को वापस दिलाई जाएगी। उक्त व्यवस्था विशेष रूप से उन मामलों के लिए लागू की गई है, जहाँ ठगी के तुरंत बाद शिकायत दर्ज कराकर ठगों के खाते में पैसा ब्लॉक करवा दिया गया है, लेकिन पुलिस द्वारा अभी तक एफआईआर (FIR) दर्ज नहीं हुई है। साइबर ठगी पीड़ितों को बड़ी राहत: डीजीपी ओ.पी. सिंह का मानव-केंद्रित मॉडल सफल हरियाणा पुलिस के महानिदेशक ओ पी सिंह ने कहा, “साइबर अपराधों में सबसे बड़ी समस्या यही सामने आती थी कि पीड़ित का पैसा ब्लॉक होने के बावजूद, उसे वापस पाने के लिए उसे कोर्ट-कचहरी के चक्कर काटने पड़ते थे। हरियाणा पुलिस ने इस मानवीय पहलू को समझते हुए, सरकार और न्यायपालिका के समक्ष यह सरल और प्रभावी मॉडल पेश किया। अब हरियाणा में साइबर ठगी का शिकार हुआ कोई भी व्यक्ति अपने पैसे और हक को सिर्फ किस्मत समझकर नहीं छोड़ेगा। हमने मिलकर यह सुनिश्चित किया है कि पीड़ितों को जल्द से जल्द राहत और न्याय मिले।” पुलिस महानिदेशक ने बताया कि हम सभी नागरिकों से अपील करते है कि ठगी होने पर बिना किसी देरी के 'गोल्डन ऑवर' में 1930 पर शिकायत दर्ज कराएँ, ताकि पुलिस आपकी मेहनत के रुपयों को बचा सके। हरियाणा पुलिस की पहल पर हुए निर्देश, हरियाणा सरकार ने जारी की अधिसूचना। इस व्यवस्था को लागू करवाने में हरियाणा पुलिस की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण रही है। पुलिस ने राज्य सरकार और हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण (HALSA) से अनुरोध किया था कि साइबर अपराधों से संबंधित 'पैसे जारी करने/डी-फ्रीज' करने के आवेदनों को स्थायी लोक अदालतों की सार्वजनिक उपयोगिता सेवाओं (Public Utility Services) की सूची में शामिल किया जाए। इस अनुरोध को स्वीकार करते हुए, हरियाणा सरकार के न्याय प्रशासन विभाग ने एक आधिकारिक अधिसूचना औपचारिक रूप से जारी की जिसने उन साइबर आवेदनों को स्थायी लोक अदालत के दायरे में ला दिया, जिनमें FIR दर्ज नहीं हुई है। इस कदम से अब इन मामलों को 'मुकदमे से पहले के मामले' (Pre-Litigation Cases - PLCs) के रूप में देखा जाएगा, जिससे न्यायिक प्रक्रिया की गति कई गुना बढ़ जाएगी। पीड़ितों के लिए सरल और समयबद्ध रिफंड प्रक्रिया: हरियाणा पुलिस ने डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी के साथ मिलकर एक मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) भी तैयार की है, जो पीड़ितों को बिना किसी परेशानी के पैसा वापस पाने में मदद करेगी। रिफंड की प्रक्रिया चार आसान चरणों में पूरी होगी। सबसे पहले, शिकायत दर्ज करनी होगी—पीड़ित को तुरंत हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करके या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करानी होगी, जिस पर पुलिस त्वरित कार्रवाई करके ठग के खाते को तुरंत ब्लॉक (फ्रीज) कराएगी। इसके बाद, DLSA में आवेदन करना होगा, जहाँ शिकायतकर्ता/पीड़ित अपने जिले की डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विसेज अथॉरिटी में एक सरल फॉर्म भरकर रिफंड की माँग कर सकता है। इस चरण में पुलिस का अनुसन्धान अधिकारी (IO) पीड़ित को आवश्यक दस्तावेज़ और बैंक रिपोर्ट तैयार करने में सहायता करेगा। आवेदन की जांच के बाद, लोक अदालत सुनवाई होगी, जिसके तहत DLSA आवेदन को लोक अदालत/स्थायी लोक अदालत में भेजेगी। लोक अदालत सभी पक्षों को सुनने के बाद, एक सप्ताह के भीतर सुलह की कार्यवाही पूरी करेगा और रिफंड का आदेश पारित करेगी। अंत में, रिफंड की प्रक्रिया होगी, जहाँ अदालत का आदेश मिलते ही संबंधित बैंक ब्लॉक की गई राशि तुरंत पीड़ित के खाते में जारी कर देगा। पुलिस व DLSA यह सुनिश्चित करेंगे कि आदेश तुरंत बैंक और पीड़ित तक इलेक्ट्रॉनिक रूप से पहुँचे। विदित है कि इस पूरी प्रक्रिया में अब पीड़ित को वकील रखने की कोई ज़रूरत नहीं है। वह स्वयं DLSA के सहयोग से अपना आवेदन जमा कर सकता है। विदेशी नौकरी ठगी से सावधान: हरियाणा पुलिस की नागरिकों को महत्वपूर्ण सलाह। हरियाणा पुलिस की महत्वपूर्ण सलाह: थाईलैंड में साइबर ठगी ऑपरेशनों में फँसे भारतीयों की लगातार वापसी जारी है, जिनमें हरियाणा के कई नागरिक भी शामिल हैं। सभी हरियाणा निवासी अपने विदेश में कार्यरत परिजनों, विशेषकर दक्षिण-पूर्व एशिया में, से संपर्क कर यह सुनिश्चित करें कि वे किसी साइबर जॉब स्कैम या साइबर स्लेवरी में फँसे न हों। विदेश में नौकरी स्वीकार करने से पहले किसी भी ऑफर, कंपनी और भर्ती एजेंट की पूरी तरह से जांच और सत्यापन अवश्य करें। ध्यान रखें कि भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए थाईलैंड का वीज़ा-फ़्री प्रवेश केवल पर्यटन और छोटे व्यापारिक दौरे के लिए है, नौकरी के लिए नहीं। गलत उपयोग की स्थिति में हिरासत या कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। सतर्क रहें और अपने प्रियजनों को धोखाधड़ी व शोषण से सुरक्षित रखें。
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MCManish Chaudary
Nov 15, 2025 03:30:22
Pithoragarh, Uttarakhand:गंगोलीहाट पिथौरागढ़ मोटर मार्ग से डूनी से चहज से जाने वाले मार्ग में गुरुवार देर रात्रि लगभग 11बजे एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई जिसमें एक युवक की मौत मौके पर हो गई थी और दूसरे की जिला चिकित्सालय पिथौरागढ़ में उपचार के दौरान मौत हुई है डूनी निवासी सुरेश सिंह पुत्र चंद्र सिंह उम्र 30 वर्ष निवासी डूनी और पवन सिंह पुत्र रघुवीर सिंह उम्र 35 वर्ष निवासी ग्राम निगलटी गुरुवार दोपहर खटीमा ब्रेजा कार से uk-05 F - 1451 से घर को निकले। डूनी चहज मार्ग के पास कार लगभग 400मीटर गहरी खाई में गिर गई। जिसमें कार चालक सुरेश सिंह निवासी ग्राम डूनी मृतक उम्र लगभग 30 वर्ष की मौके पर मृत्यु हो गई। और पवन सिंह गंभीर रूप से घायल हो गया। घटना की जानकारी मिलते ही गंगोलीहाट कोतवाली से प्रभारी निरीक्षक कैलाश चन्द्र जोशी के नेतृत्व में घटना स्थल पर पहुंची। पुलिस ने गहरी खाई से घायल युवक को सडक तक पहुंचाने के बाद 108के माध्यम से जिला चिकित्सालय भेजा ।जहां पर शुक्रवार सुबह लगभग 5बजे उपचार के दौरान मौत हो गई है। दोनों युवक शादीशुदा थे। इधर घटना के दोनों युवाओं के घर में कोहराम मच गया है कैलाश चन्द्र जोशी प्रभारी निरीक्षक गंगोलीहाट - गुरुवार देर रात्रि को कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। जिसमें सुरेश की मौके पर ही मौत हो गई थी और पवन घायल हो गया था। घायल को 108के माध्यम से जिला चिकित्सालय भेजा है जहां पर उपचार के दौरान मौत हो गई है घटना के कारणों की जांच की जा रही है。
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Nov 15, 2025 03:16:41
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