धौलपुर में चंबल नदी का जलस्तर बढ़ने लगा है। हाड़ौती और मध्य प्रदेश में हो रही बारिश के कारण नदी में पानी की आवक शुरू हो गई है। वर्तमान में नदी 125.80 मीटर पर बह रही है, जबकि 129.79 मीटर पर चेतावनी और 130.79 मीटर पर खतरे का स्तर माना जाता है। जिला प्रशासन अलर्ट मोड पर है। काली सिंध, पार्वती और कोटा बैराज से भी पानी चंबल में आ रहा है। इस बीच, कुछ स्थानीय लोग जोखिम उठाकर नदी में मछली पकड़ रहे हैं। अधिकारियों ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है।
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खबर...TV व हाइपर खबर ...
जिला-KOTPUTLI_BAHROR
विधानसभा-VIRATNAGAR...
रिपोर्टर-AMIT YADAV
इनफार्मेर- Vivek Sharma
Tiwet:--@amitktp888, @viveksharma829
लोकेशन......VIRATNAGAR....
इंट्रो:--विराटनगर(कोटपूतली-बहरोड़).....विराटनगर उपखंड क्षेत्र में तेजा दशमी के अवसर पर तेजाजी महाराज के मंदिरों में मेले एवं भंडारों की धूम रही। वहीं जगह-जगह से तेजाजी की ध्वज पदयात्राएं निकाली गई। विराटनगर और मैड कस्बे के मालीवाड़ा में तेजाजी महाराज मंदिर परिसर में मेले एवं भंडारे का आयोजन हुआ। सुबह तेवड़ी रोड स्थित गणेश मंदिर से 551 ध्वजों की पदयात्रा निकाली गई। पदयात्रा गणेश मंदिर से रवाना होकर मुख्य मार्गों से होती हुई तेजाजी मंदिर पहुंची। भंडारे में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
जिला रिपोर्टर --हीराराल
विधानसभा --सांचौर
इनफॉर्मर--भजनलाल गोदारा
मो.9549526263
लोकेशन-सांचौर
#Jalore#Sanchore-लूणी नदी आने से एक माह में दूसरी बार पावटा गांव बना टापू,गांव के चारो तरफ पानी आने से घरों में कैद लोग,पावटा गांव से बाहर जाने के लिए सभी रास्ते बंद,पावटा गांव का पंचायत मुख्यालय व उपखण्ड मुख्यालय से संपर्क कटा,पावटा गांव की 100 घरों की आबादी घरों में कैद,कई लोग जान जोखिम में पानी को कर रहे है पार,पावटा स्कूल भी घिरी पानी से,पावटा से निकलने वाले सभी रास्ते बंद,कई घरों में चूल्हों तक पहुंचा पानी
एंकर ,विजुअल, बाइट
अलवर में लगातार हो रही बारिश से जहां ग्रामीण इलाकों में बने बांधों में पानी आ रहा है .कुछ बांध की चादर चल रही है.
वहीं अलवर शहर के बीच में बने रियासत कालीन सागर जलाशय भी भरने को तैयार है. यह सागर अरावली की पहाड़ियों की तलहटी में बना हुआ है. जो किशन कुंड सहित बाला किला का पानी किशन कुंड होते हुए इस रास्ते सागर में आता है.
इधर नगर निगम द्वारा पानी निकासी के लिए बने नाले को साफ कराया जा रहा है. वहां कई कर्मचारी लगाए गए हैं. जो उसको साफ करने में लगे हुए हैं. लगातार भारी बारिश होने के चलते अलवर की जनता 2002 के बाद अब इस सागर जलाशय को छलकते हुए देखेगी. जब से यह सागर बना था तब से खाली नहीं हुआ था.
ZEE मीडिया की जीरो ग्राउंड रिपोर्ट.
अलवर के तत्कालीन जिला कलेक्टर मनोहर कांत ने व्यतिगत रुचि लेकर करीब 1995- 1996 में इसमें जमा मिट्टी को निकलवाया. बाहर से पोकलैंड मशीन मंगा कर इसकी पूरी साफ सफाई करवाई.जब इस शहर की जनता ने इस सागर की सफाई को लेकर काफी कार सेवा की. खुद जिला कलेक्टर मनोहर कांत ने कार सेवा की थी और नीचे फर्श तक इसको क्लीन किया गया .जब इसको साफ किया गया था. तब इस सागर के तल को अलवर शहर की जनता ने संभवत पहली बार देखा होगा.
इस सागर की गहराई 35 फीट है. और इसमें करीब करीब 34.9 फुट पानी आ चुका है. बस यह छलकने के लिए तैयार है. इससे पहले यह सागर वर्ष 2002 में ओवर फ्लो हुआ था .इस सागर के पास से ही एक अंडरग्राउंड नहर बनी हुई है. जो शहर से बाहर निकलती है. लेकिन उस नहर पर अतिक्रमण होने के कारण और उसकी साफ सफाई नहीं होने के कारण यह कई मोहल्लों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है. हालांकि पहले कच्चे घर थे. अब पक्के घर बन गए हैं. इसलिए मकान को नुकसान कम हो सकता है. जब भी सागर का निर्माण कराया गया था. तब अंडरग्राउंड नहर ज्यादा दूर तक नहीं बनी थी. लेकिन जैसे-जैसे शहर का विकास होता गया. उस नहर के रास्ते पर अतिक्रमण होता गया.
वर्ष 2002 के दौरान भी कई घरों में पानी घुस गया था. जिसे बाहर निकाला गया था. क्योंकि यह सागर जलाशय अलवर शहर की पुरानी बसावट के बीच बना हुआ है. और पुराने मकान भी रियायत काल के बने हुए है।.अब कुछ नए बन गए. लेकिन सागर के ओवर फ्लो से पानी की निकासी उन मकानों के लिए नुकसान दायक हो सकती है. सागर में से पानी निकासी का एक रास्ता रियासत कालीन समय से बना हुआ है. जो कुछ हिस्से तक नाला है .यहां के बुजुर्ग बताते है. कि वर्ष 2002 में जब यह सागर के पानी की उपरा चली थी .तब ट्रेजरी के रास्ते दीवार तोड़कर पानी को निकाला गया था. क्योंकि इसी सागर के पास बने खास ऊपर मोहल्ला, मीना पाडी मोहल्ला और ग़ालिब सैयद मोहल्ले में स्थित घरों में पानी भर सकता था.
यह सागर पुरानी कलेक्ट्रेट के पीछे बना हुआ है .कलेक्ट्रेट भी 2 साल पहले ही मिनी सचिवालय में शिफ्ट हुई है. पहले से ही अब कोर्ट का परिसर चल रहा है. जिसको भी शिफ्ट किया जाना है.
स्थानीय निवासी बनवारी लाल ने बताया कि यहां किसी को कोई नुकसान नहीं होगा. मकान पक्के बन गए हैं .सड़के पक्की हो गई हैं. इसलिए पानी आसानी से शहर से बाहर होता हुआ तुलेड़ा तक पहुंच जाएगा.
इस तरह मुरारी लाल सोनी ने बताया कि यह सागर कई बार भर चुका है. लेकिन ओवर फ्लो बहुत कम होता है. हम बचपन से सागर को देखते आ रहे हैं.
अलवर नगर निगम के जमादार नितिन ने बताया कि लगातार बारिश हो रही है. सागर भराव क्षमता के नजदीक पहुंच गया है. और सागर के पानी की निकास की मोरी रुकी हुई है. नगर निगम आयुक्त द्वारा मोरी की सफाई करने के निर्देश दिए गए है. .और हम पानी निकालने के लिए जहां मोरी अवरुद्ध है. उसको साफ कर रहे है. .हर साल बारिश होती है .लेकिन इस साल बारिश ज्यादा हुई है .इसलिए पानी निकासी में कोई परेशानी नहीं हो. इसलिए मोरी को साफ किया जा रहा है. और यह पानी पहले भी नीचे के मोहल्लों के द्वारा बाहर निकलता था .अब भी उसी तरह बाहर जाएगा और जो भी अवरोध है. .उसे खोलने के प्रयास किया जा रहे हैं. और खोल दिया जाएगा. पानी निकासी में किसी भी तरह की परेशानी नहीं होगी.
बाइट__नितिन जमादार नगर निगम
(पीली बरसाती जैकेट में )
बाइट__बनवारी लाल स्थानीय निवासी
(बनियान में बैठे हुए)
बाइट__मुरारी लाल बुजुर्ग स्थानीय निवासी
(काली टीशर्ट में )
वॉक थ्रू__सागर जलाशय से
Assign desk
Rounak vyas
bikaner
Story - पेड़ों व प्रकृति की रक्षा के संकल्प का अनोखा तरीका,
बज्जू में अमृता देवी सर्किल पर पर्यावरण संरक्षण का संदेश,
363 शहीदों की याद में जलाए गए 363 दीपक,
मां अमृता देवी सहित सभी शहीदों को दी भावभीनी श्रद्धांजलि,
प्रधान प्रतिनिधि भागीरथ तेतरवाल की अगुवाई में हुआ कार्यक्रम,
वही जीव रक्षक बजरंग खिचड़ भी रहे मौजूद,
पर्यावरण प्रेमियों ने बड़ी संख्या में लिया हिस्सा
सभी ने पेड़ों व प्रकृति की रक्षा का किया संकल्प
intro - बज्जू के अमृता देवी सर्किल पर पेड़ों व प्रकृति की रक्षा के प्रति एक अनोखा और प्रभावशाली संदेश गूँजा। जहाँ 363 शहीदों की याद में 363 दीपक जलाकर की गई, जिनमें माँ अमृता देवी सहित सभी शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। दीपकों की रोशनी के बीच उपस्थित लोग ने बलिदान देने वालों को याद करते हुए न सिर्फ अपनी आँखों में नम देखा बल्कि ठोस प्रतिज्ञा भी की प्रधान प्रतिनिधि भागीरथ तेतरवाल की अगुवाई में आयोजित इस कार्यक्रम में जीव रक्षक बजरंग खिचड़ भी उपस्थित रहे और उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर ज़ोर देते हुए हर किसी से पेड़ों की रक्षा और प्राकृतिक संसाधनों के सतत उपयोग का संकल्प लेने को कहा। बड़ी संख्या में आए पर्यावरण प्रेमियों ने इस पहल को समर्थन दिया और सामूहिक रूप से प्रतिज्ञा ली कि वे अपने-अपने स्तर पर पेड़ों की देखभाल, वृक्षारोपण और प्राकृतिक जीवन के संरक्षण के लिए सक्रिय भूमिका निभाएंगे कार्यक्रम में शामिल सभी लोगों ने यह संदेश भी दिया कि प्रकृति की रक्षा ही आने वाली पीढ़ियों के लिए सच्ची श्रद्धांजलि है।
गणपति उत्सव के तहत उदयपुर के बापूबाजार उदयपुर चा राजा के नाम से प्रसिद्ध भगवान गणपति का विशेष श्रृंगार धारण कराया गया। भगवान गणेश की 17 फिर ऊंची प्रतिमा का 1 करोड़ 50 लाख रूपए के नोटों की अंगी धराई गई। इसमें 50, 100, 200 और 500 रूपए के नोटों से श्रृंगार किया गया। 10 बजे के बाद हुई आरती में उदयपुर एसपी योगेश गोयल भी पहुंचे और उन्होंने आरती की। भगवान गणेश के इस विशेष श्रृंगार को देखने के लिए हज़ारों की संख्या में भक्त पहुंचे। रात 9.30 बजे बाद गणेश जी के विशेष श्रृंगार के दर्शन खुले। कुछ समय तक भीड़ में हल्की धक्का मुक्की हुई लेकिन कार्यकर्ताओं ने व्यवस्था को संभाला। लगातार भीड़ बढ़ती देख रात 2 बजे तक दर्शन खुले रखे। साथ ही महाप्रसादी का भी आयोजन किया। भक्तों ने दर्शन करने के बाद प्रसाद ली और घर निकले।
बाइट- रौनक कनोजिया, कार्यकर्ता, उदयपुर चा राजा गणपति पंडाल
जिला-सवाई माधोपुर
विधानसभा क्षेत्र-खंडार
खबर लोकेशन-खंडार
स्थानीय संवाददाता-रामावतार मेरोठा
Mob. no.-7742826995
हैडलाइन:- खण्डार में खारी बाबड़ी बालाजी मंदिर में हुआ सामूहिक संगीतमय सुंदरकांड का आयोजन, उमड़ी भीड़।
एंकर :- सवाई माधोपुर जिले के खंडार उपखण्ड मुख्यालय स्थित खारी बावड़ी बालाजी मंदिर परिसर में मंगलवार देर रात को मासिक प्रथम सामूहिक संगीतमय सुंदरकांड पाठ का आयोजन धूमधाम से किया गया। गणेश सेवा समिति के तत्वावधान में चल रहे इस धार्मिक कार्यक्रम के तहत अब तक कुल 501 सामूहिक सुंदरकांड पाठ पूरे हो चुके हैं। सुंदरकांड पाठ का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार के साथ हुआ। भक्तों की भीड़ उमड़ी और पूरे मंदिर परिसर में भक्ति और श्रद्धा का अद्भुत माहौल देखने को मिला। इस अवसर पर गणेश जी महाराज एवं बालाजी महाराज की विशेष झांकी तथा फूल बंगला झांकी सजाई गई, जिसने श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
खबर:- सुंदरकांड सामूहिक पाठ कार्यक्रम देर शाम 8 बजे से शुरू हुआ जो रात 11 बजे तक चला। संगीतमय सुंदरकांड के दौरान भक्तों ने भक्ति गीतों और जयकारों से वातावरण गूंजायमान कर दिया। आयोजन समिति के सदस्यों ने बताया कि यह मासिक संगीतमय सुंदरकांड पाठ नवंबर 2024 से नियमित रूप से आयोजित हो रहा है, और हर महीने श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल होकर अपनी आस्था प्रकट करते हैं।
खारी बावड़ी बालाजी युवा भक्त मंडल के सहयोग से आयोजित इस धार्मिक अनुष्ठान में आसपास के गांवों और कस्बों से भी श्रद्धालु पहुंचे। सामूहिक भक्ति पाठ में सभी ने मिलकर भाग लिया और प्रभु हनुमान जी का स्मरण कर सुख-शांति की कामना की।
बैकग्राउंड:- गौरतलब है कि मंदिर प्रांगण में केवल मासिक सुंदरकांड ही नहीं, बल्कि प्रत्येक शनिवार को रात्रि 8 बजे सामूहिक हनुमान चालीसा का पाठ भी नियमित रूप से किया जाता है। इससे श्रद्धालुओं को धार्मिक वातावरण में जुड़ने और सामूहिक भक्ति का अवसर मिलता है। भक्त मंडल के पदाधिकारियों ने बताया कि आने वाले समय में भी ऐसे धार्मिक कार्यक्रम निरंतर आयोजित किए जाते रहेंगे ताकि युवा पीढ़ी में भक्ति और संस्कारों का प्रसार हो सके।
वीडियो अटैच।
जलझूलनी ग्यारस पर पलासमा में उमडा श्रद्धालुओं का सैलाब
भाई से मिलने बहन गोमती आई पलासमा, मंदिर के गर्भ ग्रह में हुआ अद्भुत मिलन
मेवाड़ की पावन धरती अपनी वीरता, संस्कृति और आस्था के लिए जानी जाती है। यहां के मंदिर केवल पूजा-अर्चना के केंद्र नहीं, बल्कि रहस्यमयी चमत्कारों का जीवंत प्रतीक भी हैं। ऐसा ही एक अद्भुत चमत्कार सायरा पंचायत समिति के पलासमा गांव का भगवान पद्मनाभ स्वामी मंदिर, जहां हर साल जलझूलनी एकादशी पर प्रकृति और परंपरा का अनुपम संगम देखने को मिलता है।
जरगाजी पर्वत की गोद में बसा गांव
यह प्राचीन धाम जरगाजी (पहाडीनाथ) पर्वत के आंचल में बसा है। चारों ओर अरावली की उपत्यकाएँ और पास बहती बनास गंगा नदी इस गांव की प्राकृतिक छटा को मनमोहक बना देती हैं। ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व के कारण पलासमा पूरे भारत में प्रसिद्ध है।
13वीं सदी की धरोहर और चमत्कारी मंदिर
मंदिर संरक्षक एडवोकेट कुंदन सिंह सोनी ने बताया कि मंदिर की स्थापना 13वीं सदी में मेवाड़ के महाराणा समर सिंह के शासनकाल में हुई। कहा जाता है कि ठिकानेदारों ने सोने की मोल लेकर भगवान पद्मनाभ की मूर्ति प्रतिष्ठित करवाई थी। यह मंदिर अपनी विशिष्टताओं के कारण विख्यात है—जहर हरने वाला, मनोकामना पूर्ण करने वाला और भविष्य की दिशा दिखाने वाला। मान्यता है कि यहां पुष्प अर्पण करने पर भगवान हाँ या ना के संकेत देकर अपूर्ण इच्छाओं का मार्गदर्शन भी करते हैं।
जलझूलनी एकादशी का रहस्य
मान्यता है कि गोमती नदी के पाँच भाई—जगदीश, जगन्नाथ, द्वारकाधीश, चारभुजा नाथ और पद्मनाभ—में से चार भाई गोमती से मिलने स्वयं जाते हैं, परंतु छोटे भाई पद्मनाभ से मिलने गोमती स्वयं पलासमा आती हैं। यही कारण है कि हर साल जलझूलनी एकादशी की रात 11 से 1:00 बजे के बीच मंदिर के गर्भगृह की दीवारें रहस्यमयी तरीके से जलकणों से भीग उठती हैं। यह घटना वर्षा का संकेत भी मानी जाती है।
हजारों श्रद्धालुओं का मेला
हर साल इस दिव्य चमत्कार के दर्शन करने हजारों श्रद्धालु पलासमा पहुंचते हैं। आज जलझूलनी ग्यारस पर विशाल मेला लगेगा और भक्त इसे अपनी आस्था का पर्व मानकर दूर-दूर से आते हैं।
सनातन संस्कृति का प्रतीक
पलासमा का पद्मनाभ मंदिर केवल आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि सनातन संस्कृति का वह अद्भुत प्रतीक है जहां इतिहास, प्रकृति, रहस्य और विश्वास एक साथ जीवित हैं।
बाईट- कुंदन सिंह सोनी, संरक्षक, मंदिर ट्रस्ट
बाईट- रामलाल सोनी, अध्यक्ष, मंदिर ट्रस्ट
गोगुंदा से सुनील लोढ़ा की रिपोर्ट
जिला सीकर
विधानसभा क्षेत्र फतेहपुर
लोकेशन फतेहपुर सीकर skr11
आनंद पारीक
7014197914
सीकर फतेहपुर
फतेहपुर कस्बे मे तेज बारीश होने से मुख्य रास्तो पर बरसाती पानी का भराव होने के साथ ही पैदल आवागमन करने वालो सहित वाहन चालको को भी आवागमन मे परेशानी का सामना करना पड रहा है। शहर के सीकर रोड उप जिला चिकित्सालय सहित ट्रोमा सेन्टर के सामने बरसाती पानी भराव के कारण अस्पताल आने वाले चिकित्सको रोगियो सहित अन्य लोगो को परेशानी का सामना कर आवागमन करना पड रहा है।
इसी तरह कस्बे के मुख्य बस स्टेण्ड से आशाराम मंदिर तक तथा पुराना सनिमा हॉल तिराहा,रामगढ रोड ठलवा आश्रम, मण्डावा रोड,चूणा चौक, गहणिया मंदिर मार्ग सहित अनेक स्थानो पर बरसाती पानी का भराव हो जाने से राहगीरो व वाहन चालको को आवागमन मे परेशानी का सामना करना पड रहा है।
नगर परिषद प्रशासन के पानी निकासी की व्यवस्थाओ की एक बार फिर पोल खुलती हुई नजर आयी।
शहर मे जगह जगह बरसाती पानी के भराव के कारण पैदल आवागमन करने वाले लोगो को परेशानियों का सामना करना पड रहा है।
फतेहपुर कस्बे के अनेक स्थानो पर सीवरेज चैम्बरो से भी पानी निकल रहा है तो सड़को पर जगह जगह बने खड्डो मे भी बरसाती पानी का भराव होने से वाहन चालको को जहा परेशानी हो रही है ।
कस्बे के मण्डावा रोड पर बरसाती पानी का भराव होने से राजकीय नेवटिया बालिका स्कूल मे विधार्थी भी स्कूल नही जा सके कारण की स्कूल जाने वाले रास्ते पर,बरसाती पानी का भराव हो गया।
यहा बरसाती पानी का भराव बन गया,तो इस सड़क मार्ग पर जगह जगह खड्डे भी बने हुए है वही कई जगह नाले खुले पडे है तो एक स्थान पर सीवरेज चैम्बर भी खुला पडा है।
खबर...TV व हाइपर खबर.......
जिला-KOTPUTLI_BAHROR
विधानसभा -KOTPUTLI
रिपोर्टर - AMIT YADAV
इन्फॉर्मर:--MAHESH TNWAR
@mahesh, @amitktp888
लोकेशन.......KOTPUTLI....
इंट्रो:--बखराना(कोटपूतली-बहरोड़)....ग्राम पंचायत बखराना के गांव श्यामपुरा से जुड़ा मुख्य मार्ग गढ्डों में तब्दील हो रहा है। ग्रामीणों का यहां निकलना भी दुश्वार हो रहा है। जानकारी मुताबिक इसी मार्ग से आधा दर्जन गांव व ढाणियों के लोगों का आवागमन बना रहता है,
बारिश के मौसम में गड्ढे पानी से भर जाते है जिससे अज्ञात राहगीरों को पता नहीं चलता है। बीते 6 से 8 वर्षों से यही हाल बना हुआ है। कई बार तो दोपहिया वाहन राहगीर गिरकर चोटिल भी हो चुके हैं।
खबर...TV व हाइपर खबर.......
जिला-KOTPUTLI_BAHROR
विधानसभा -KOTPUTLI
रिपोर्टर - AMIT YADAV
@amitktp888
लोकेशन.......KOTPUTLI....
इंट्रो:--नारेहड़ा(कोटपूतली-बहरोड़)....नारेहड़ा गांव के सार्वजनिक जोहड़ों की अनदेखी और गंदगी अब ग्रामीणों के लिए परेशानी का सबब बन गई है। जगह-जगह फैला कचरा और गंदा पानी बीमारी को न्योता दे रहा है नारेहड़ा के अंबेडकर मोहल्ला और सेड माता मंदिर के पास स्थित जोहड़ कचरे से अटे पड़े हैं। प्लास्टिक, गंदगी और नालों का पानी मिलकर इनका रूप बदल चुके हैं। नतीजा यह है कि बदबू और मच्छरों का प्रकोप बढ़ने लगा है। बरसात में पानी ओवरफ्लो होकर आसपास के घरों तक पहुंच रहा है, जिससे लोगों को संक्रमण का खतरा सताने लगा है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन समय-समय पर अतिक्रमण हटाने और साफ-सफाई का दावा तो करता है, लेकिन हकीकत इसके उलट है। लोग अब भी जोहड़ों में कचरा डालकर उन्हें कूड़ाघर बना रहे हैं।
एंकर--भरतपुर के नदबई उपखण्ड के गांव हंतरा में मानवीय संवेदना तार-तार होती नजर आई। जब 80 वर्षीय बुजुर्ग की मौत होने के बाद मजबूरीवश, ग्रामीण व परिजनों को पानी से भरे रास्ते से शव को शमशान स्थल तक ले जाना पड़ा। पानी से भरे रास्ते से होकर शव को ले जाने पर ग्रामीण व परिजनों को पीड़ा उठानी पड़ी तो दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्र के विकास कार्यों के दावों की भी पोल खोल नजर आई। विभागीय सूत्रों की मां ने तो 80 वर्षीय बुजुर्ग जगदीश की मौत होने के बाद, ग्रामीण व परिजन दाहसंस्कार को लेकर शमशान स्थल जाने लगे। लेकिन, सड़क के बीच पानी जमा होने के चलते, मजबूरीबस ग्रामीणों को पानी से होकर शव को ले जाना पड़ा। ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क निर्माण व पानी निकासी की मांग को लेकर कई बार विभागीय अधिकारी व जनप्रतिनिधियों को अवगत कराया। लेकिन, विभागीय अधिकारी व जनप्रतिनिधियों ने ग्रामीणों की समस्या को नजरअंदाज कर लिया।
खबर:--टीवी+हाईपर,
जिला:--कोटपूतली-बहरोड़,
लोकेशन: नीमराना,
रिपोर्टर:-अमित यादव,
इनफॉर्मर:-हरिओम सिंह,
मोबाइल:-8824783266
ट्विटर:-@amitktp888,@harioms99573454..
लोकेशन:--नीमराना.....
इंट्रो:--कुतीना(कोटपूतली-बहरोड़)....नीमराना उपखंड के ग्राम पंचायत कुतीना के गांव कांकर में विद्युत विभाग की बड़ी लापरवाही सामने डैमेज पोल पर रखी टंकी दे सकती है कभी भी बड़े हादसे को न्योता विभाग नहीं दे रहा है ध्यान ग्रामीणों की शिकायत के बावजूद नहीं हुआ समस्या का समाधान ग्रामीणों का कहना है हादसे के डर के साये मे रहने को मजबूर है। हमारे साथ कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा।
पंजाब के गुरदासपुर जिले में आई बाढ़ से हालात बेहद गंभीर हैं। इस आपदा के बीच बॉलीवुड अभिनेता रणदीप हुड्डा खुद राहत कार्यों में हिस्सा लेने के लिए आगे आए। रणदीप ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया और पीड़ितों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया। उन्होंने स्थानीय प्रशासन और एनडीआरएफ टीमों के साथ मिलकर ज़रूरतमंद लोगों तक भोजन और जरूरी सामान पहुंचाने में मदद की। रणदीप ने कहा कि संकट की घड़ी में इंसानियत सबसे बड़ा धर्म है और सभी को मिलकर बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद करनी चाहिए। उनकी पहल की खूब सराहना हो रही है।
एंकर--भरतपुर के भुसावर उपखण्ड के गांव
बारौली के राजकीय विद्यालय में अज्ञात चोरों ने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। चोर
प्रिंसिपल रूम सहित विभिन्न तीन कमरों के ताले कुंदी तोड़ कर,प्रिंटर सहित आलमारी में रखी हजारों की नगदी को चुराकर ले गए।
सूचना पर पहुंची भुसावर थाना पुलिस ने मामले की जानकारी ली।
श्रवण पंडित
शामली
स्लग... दुकान में आग
.....शामली जनपद की सदर कोतवाली क्षेत्र के सिटी के एक इलेक्ट्रॉनिक सामान की दुकान में शॉर्ट सर्किट से अचानक आग लग गई ।वहीं आग इतनी भयानक थी वहीं फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने करीब कई घंटे में आग पर काबू पाया।जबकि दुकान में रखा लाखों का सामान जलकर राख हो गया।
...... आपको बता दे कि मामला शामली जनपद की सदर कोतवाली क्षेत्र के सिटी के मुजफ्फरनगर बस स्टैंड के पास का है। जहां पर एक मयंक इलेक्ट्रॉनिक नाम से बिजली के सामानों की दुकान है।जहां अचानक आज सुबह शॉर्ट सर्किट से दुकान में संदिग्ध परिस्थितियों में आग लग गई। आग लगने के बाद एक धुआं बाहर आने लगा तो स्थानीय लोगों ने दुकान मालिक मयंक को फोन किया।और मौके पर बुलाया वही आग लगने की सूचना स्थानीय लोगों के द्वारा दायर ब्रिगेड को भी सूचना दी गई । मौके पर पहुंची दमकल की दो गाड़ियों ने 3 घंटे की मेहनत और मशक्कत के बाद आज पर काबू पा लिया गया। हालांकि तब तक कई लाखों रुपए का सामान जलकर राख हो गया। वहीं इस मामले में मौके पर आए फायर ब्रिगेड टीम के इंचार्ज कुलदीप चौधरी का कहना है। कि हम लोगों को आग लगने की सूचना मिली थी।मात्र 10 मिंट में हम यहां पहुच गये थे ।दुकान में शॉर्ट सर्किट से आग लगी हुई है।वहीं दुकान लंबी और अंदर तक होने के कारण आग बुझाने में करीब घंटे भर से ज्यादा लगगया।
बाइट ... अग्निशमन अधिकारी