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Lucknow226001

सोन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से आधा मीटर ऊपर!

ADArvind Dubey
Jul 18, 2025 07:37:59
Lucknow, Uttar Pradesh
खतरे के निशान से आधा मीटर ऊपर तक पहुंच गया था सोन नदी का पानी। सोन नदी के उफान पर आने से छठ घाट, पंप हाउस डूबा Anchor: लगातार बारिश और मध्यप्रदेश के बाणसागर से छोड़े गए पानी के कारण सोन नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बहने लगा। नदी का जलस्तर 171.58 मीटर दर्ज किया गया। यह जलस्तर खतरे के निशान 171.00 मीटर से आधा मीटर ऊपर है। जलस्तर में बढ़ोत्तरी से सोन नदी के किनारे चोपन नगर पंचायत में स्थित छठ घाट, पंप हाउस, सीढ़ियां पूरी तरह पानी में डूब गई । नदी से सटे घरों के बाहर तक पानी ने दी दस्तक। लगातार जिले में सोन नदी से सटे इलाके के लोगों को सतर्क रहने के दिए जा रहे सुझाव। गौरतलब है कि पिछले चार दिनों से हो रही बारिश से नदी का जलस्तर बढ़ा है। ओबरा, घोरावल, चोपन, रॉबर्ट्सगंज के गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। जलस्तर 171.64 मीटर दर्ज किया गया था। बरहाल राहत की बात है कि मौजूदा समय में जल स्तर कम हो रहा बावजूद खतरे के निसान के आस - पास ही बना हुआ है। सोन नदी का बढ़ता जलस्तर बना संकट, अलर्ट पर प्रशासन। Vo: सोनभद्र जनपद में पिछले तीन दिनों से हो रही लगातार बारिश और बांधों से छोड़े गए पानी के चलते सोन नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। बुधवार की रात्रि तक नदी का जलस्तर 171.64 मीटर दर्ज किया गया है, जो खतरे के निशान 171.00 मीटर से ऊपर पहुंच चुका था। लगातार बारिश और पानी की बढ़ती आवक से 24 घंटे में जलस्तर में तेज़ी से वृद्धि देखी जा रही है, जिससे कई गांवों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। 11 सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से नदी के पानी की वृद्धि की गई थी दर्ज। अगोरी किले से थोड़ी दूरी पर रेणुका और बिजुल नदी का पानी भी सोन में समाहित हो जाता है इसके अतिरिक्त पहाड़ी झरने व नालों का पानी भी सोन नदी की धारा से जुड़ जाता है जिस वजह से भी चोपन आते - आते नदी का प्रवाह अत्यधिक बढ़ जाता है। नदी किनारे के रिहायशी क्षेत्र में अब इसे लेकर चिंता भी बढ़ गई है Vo: सोनभद्र जनपद के ओबरा व घोरावल तहसील के संभावित प्रभावित गांव गुरुदह, अलउर, करगरा, सिंदुरिया, चकाड़ी, गुरुर, चोपन, कोटा अम्माटोला, सोनसर, चकरिया, चाचीकला, नकतवार, पिंडारी, गायघाट, गोठानी, चंदौली, घटिहटा, मीतापुर, चौरा, बिजौरा, बड़गावा व कुड़ारी जैसे गांव अधिक प्रभावित होंगे। जिले लेकर प्रशासन द्वारा पत्र जारी कर लोगों को सतर्क रहने के लिए अपील की जा रही। Vo: वहीं इस बात की जानकारी देते हुए अधिशासी अभियंता ओबरा बांध खंड रुपए कुमार खरे ने बताया कि रिंहद बांध में अधिकतम क्षमता 870 फिट की है 856 फिट तक पानी पहुंच चुका है। किंतु पानी की आवाक बेहतर हो रही जिससे लगातार डेढ़ से दो फिर की वृद्धि दर्ज की जा रही किंतु गेट खोने के लिए 12 फिर तक और पानी बढ़ेगा तो ही स्थिति बनेगी। ओबरा डैम के गेट तभी खुलते हैं जब रिंहद डैम का गेट खुलता है इस वजह से गेट खुलने की मौजूदा स्थिति ओबरा डैम की नहीं है। किंतु सोन नदी के जलस्तर में वृद्धि की बात सामने आ रही। मध्य प्रदेश में हो रही लगातार बारिश की वजह से बाणसागर ने अपना पानी खोल दिया है जिसकी वजह से सोन नदी में जलस्तर बढ़ रहा। 1लाख 8 हजार क्यूसेक पानी बाणसागर मध्यप्रदेश से छोड़ा जा रहा। चोपन सोन नदी में तकरीबन 2 लाख क्यूसेक का पानी डिस्चार्ज पास हो रहा। नदी के तटवर्ती इलाके रहने वाले लोगों को आगाह किया जा रहा संभावित खतरे को देखते हुए। Byte - रुपेश कुमार खरे ( अधिशासी अभियंता - ओबरा बांध खंड) Wkt अरविन्द दुबे - सोनभद्र
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