Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Ratlam457001

सरकारी स्कूलों की हकीकत: क्या बच्चों का भविष्य वास्तव में उज्ज्वल है?

CSChandrashekhar Solanki
Jul 10, 2025 15:34:08
Ratlam, Madhya Pradesh
DNA INPUT 1007ZMP_RATLAM_DNA_SCHOOL_R CHANDRASHEKHAR SOLANKI/ratlam सरकार के बड़े-बड़े दावों के बावजूद सरकारी स्कूलों की हकीकत आज भी वैसी ही है—जैसी सालों पहले थी। शिक्षा के स्तर को लेकर बड़े-बड़े वादे किए जाते हैं, निजी स्कूलों जैसी सुविधाओं की बात होती है, लेकिन जमीनी सच्चाई कुछ और ही है। निजी स्कूलों में दाखिले के लिए इंटरव्यू होते हैं—बच्चा पास होगा तो एडमिशन मिलेगा। लेकिन शासकीय स्कूलों में हर बच्चे को पढ़ाया जाता है। इनमें वे बच्चे होते हैं, जिनके माता-पिता महंगी फीस देने में असमर्थ हैं। पर सवाल ये है? कि क्या इन बच्चों का भविष्य वास्तव में उज्ज्वल हो रहा है? जी मीडिया के रियलिटी चेक में हम आपको दिखा रहे हैं रतलाम शहर के ही एक शासकीय प्राथमिक विद्यालय की हकीकत—यह कोई दूर-दराज का गांव नहीं, बल्कि शहर का एक वार्ड है। यहां पहली से पाँचवीं तक के बच्चों का ज्ञान स्तर लगभग एक जैसा है। पाँचवीं कक्षा के छात्र से बात की, तो उन्हें न ठीक से हिंदी आती है, न ही गणित का सामान्य ज्ञान। अभाज्य और भाज्य संख्या का अंतर तक नहीं पता। वहीं तीसरी कक्षा के बच्चे A, B, C, D तक सही से नहीं बोल पाए। 2 का 2 गुना तक नहीं आता। सरकार कहती है कि अब सरकारी स्कूलों में भी आधुनिक शिक्षा दी जा रही है। लेकिन ज़मीनी हकीकत इन दावों को झुठला रही है। तो सोचिए—क्या सिर्फ दाखिला दिलवा देना ही काफी है? या बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देना भी जरूरी है? देखिये जी मीडिया का रियलिटी चेक 001WT_REALITY_CHEAK_R. Mp4 002WT_REALITY_CHEAK_R. Mp4 003WT_REALITY_CHEAK_R. Mp4 रतलाम चंद्रशेखर सोलंकी 90394411511
14
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
Advertisement
Back to top