Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Kanpur Dehat209302

कानपुर देहात में नर्मदेश्वर महादेव मंदिर: आस्था का अद्भुत संगम!

AKAlok Kumar
Jul 14, 2025 10:08:04
Sithmara, Uttar Pradesh
स्लग - नर्मदेश्वर महादेव में आस्था का जनसैलाब....मुगलकाल में बना था महादेव का मंदिर...एक ही परिसर में मंदिर और मस्जिद होने से बना हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक रिपोर्ट - आलोक त्रिपाठी/ कानपुर देहात एंकर - कानपुर देहात का एक ऐसा शिव मंदिर, जो मुगलकाल की आज भी याद दिलाता है। यहां भक्तों की ऐसी आस्था है कि प्रत्येक सोमवार को पूजा अर्चना के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ती है आज सावन के पहले सोमवार को आस्था का सैलाब देखने को मिल रहा है। बता दें कि कानपुर देहात के अकबरपुर के ऐतिहासिक शुक्ल तालाब परिसर में विराजमान प्राचीन नर्मदेश्वर महादेव मंदिर भक्तों की आस्था व आराधना का प्रमुख केंद्र है। मंदिर की नक्कासी इसके प्राचीनतम होने को दर्शाता है। सावन के हर सोमवार को भक्त बड़ी संख्या में यहां आकर भगवान शंकर की पूजा अर्चना व जलाभिषेक करते हैं। वहीं अंतिम सोमवार को यहां भव्य श्रंगार के साथ रुद्राभिषेक व विशेष पूजन का आयोजन होता है। *मंदिर व शुक्ल तालाब हैं नायाब* मुगलकाल में अकबरपुर का ऐतिहासिक शुक्ल तालाब वास्तु कला का नायब नमूना होने के साथ ही हिन्दू मुस्लिम एकता का प्रतीक है। शुक्ल तालाब परिसर में मंदिर और मस्जिद होने की वजह से हिंदू और मुस्लिम की एकता का प्रतीक बना हुआ है जहां मंदिर में लोग पूजा अर्चना करने आते हैं वहीं मस्जिद में मुस्लिम धर्म के लोग सजदा करने आते हैं आज भी दूर दराज से लोग यहां आते हैं। इसकी प्राचीनतम कहानी 1857 की क्रांति की यादें संजोए हैं इस परिसर में स्थित नर्मदेश्वर महादेव मंदिर लोगों की आस्था व आराधना का केंद्र बना हुआ है। बुजुर्गों के मुताबिक वर्ष 1556 में जब शहंशाह अकबर दिल्ली की गद्दी पर बैठा तो उसने 1563 ईसवी में शीतल शुक्ला को अकबरपुर का दीवान व नत्थे खां को आमिल नियुक्त किया था। इसी बीच अकबरपुर में अकाल पड़ गया। इस पर दोनों लोगों ने सरकारी पैसे से 1578 में पहले इस तालाब का निर्माण कराया था। धन जमा न होने पर अकबर बादशाह ने स्वयं यहां आकर जांच की। इस पर धन के सदुपयोग की जानकारी पर उन्होने दोनों को इनाम भी दिया था। इधर शीतल शुक्ल व उनके परिवार के लोगों को भगवान महादेव में घोर आस्था थी। इसलिए शीतल शुक्ल ने उसी परिसर में नर्मदेश्वर महादेव मंदिर का निर्माण कराया था। उस दौरान जनपद का यह अनूठा व भव्य मंदिर है। बाद में लोगों की आस्था बढ़ गयी। मौजूदा समय में यह तालाब व मंदिर पुरातत्व विभाग द्वारा संरक्षित है। अब इस परिसर को योगी सरकार हैरिटेज होटल बनाने की तैयारी में हैं इसके लिए योगी कैबिनेट की बैठक में मंजूरी भी मिल चुकी हैं इस परिसर को 38 करोड़ की लागत से इसे संजोया जाएंगा अगर ऐसा हो जाता हैं तो कस्बे के विकास के साथ ही इस ऐतिहासिक जगह की खूबसूरती में चार चांद लग जाएंगे बाईट - निकिता ( श्रद्धालु )
0
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
Advertisement
Back to top