Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Gopalganj841428

गोपालगंज में बुजुर्ग किसान पर ज्वलनशील पदार्थ से घातक हमला!

Oct 19, 2024 16:57:07
Gopalganj, Bihar

गोपालगंज में जमीनी विवाद को लेकर बुजुर्ग किसान पर ज्वलनशील पदार्थ से हमला किया गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए। जहां घायल को सदर अस्पताल से पटना रेफर कर दिया गया। बता दें कि घटना देर रात यादोपुर के एक गांव की है, जब सोते समय आरोपी किसान पर ज्वलनशील पदार्थ फेंककर बाइक से फरार हो गया। वहीं पीड़ित का कहना है कि उनका आरोपी उदय के साथ पूर्व में विवाद था, जिसके चलते यह हमला हुआ। पीड़ित के पुत्र ने बताया कि पहले भी उदय सिंह ने अपने भाई पर ज्वलनशील पदार्थ से हमला किया था।

0
comment0
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
KSKULWANT SINGH
Dec 05, 2025 08:21:00
Yamuna Nagar, Haryana:यमुनानगर जिले में थैलेसीमिया से जूझ रहे 121 मरीजों की हालत लगातार परेशान करने वाली बनती जा रही है. महंगी दवाओं की कमी, बार-बार रक्त चढ़ाने की आवश्यकता और आयरन ओवरलोड को कंट्रोल करने वाली दवाओं की अनुपलब्धता ने हालात को और गंभीर बना दिया है. पिछले तीन महीनों में जिले में तीन थैलेसीमिया मरीजों की मौत हो चुकी है, जिसने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. मरीजों के परिजनों और स्वयं थैलेसीमिया पीड़ितों ने बातचीत में बताया कि शरीर में आयरन की बढ़ती मात्रा को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक फैक्टर-8 इंजेक्शन, हीमोफीलिया इंजेक्शन और डेजीरॉक्स (Kelphar) टेबलेट उपलब्ध नहीं हैं. जो दवाएं मिल भी रही हैं, वे ज्यादातर बजाज कंपनी की हैं, जिन्हें लेना बेहद दर्दनाक बताया जा रहा है. मरीज वर्षों से सिप्ला कंपनी की दवाओं पर निर्भर थे, जो comparatively कम दर्द देती हैं, लेकिन अब उपलब्ध नहीं हो पा रही. थैलेसीमिया से पीड़ितों में ज्यादातर बच्चे हैं. हर 15–20 दिन में रक्त चढ़ाने की प्रक्रिया इन बच्चों के लिए किसी मानसिक और शारीरिक यातना से कम नहीं. अस्पताल की गलियों में हाथों में खून के पैकेट लिए यह मासूम बच्चे ऐसी पीड़ा झेल रहे हैं, जिसकी कल्पना आम व्यक्ति भी नहीं कर सकता. सिविल अस्पताल प्रबंधन भी नियमित रूप से मरीजों की सहायता करने का प्रयास करता है, लेकिन दवाओं की उपलब्धता सरकारी सप्लाई पर निर्भर होने के कारण राहत सीमित रह जाती है. बच्चे, थैलेसीमिया मरीज. जिले में वर्तमान में लगभग 120–121 थैलेसीमिया पेशेंट रजिस्टर्ड हैं, जिनमें अधिकतर बच्चे शामिल हैं और उनका उपचार यहीं चल रहा है. इन बच्चों को महीने में तीन बार ब्लड चढ़ाना पड़ता है. बार-बार ब्लड चढ़ने से शरीर में आयरन बढ़ जाता है, जिससे कई अंगों पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इस आयरन को नियंत्रित करने के लिए विशेष दवा की जरूरत होती है, पिछले तीन महीनों में जिले में तीन थैलेसीमिया मरीजों की मौत भी हुई है. हालांकि यह मौतें दवा या इंजेक्शन की कमी की वजह से नहीं, बल्कि बीमारी की प्राकृतिक गंभीरता के कारण हुई हैं. फिर भी स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि इलाज का निरंतर उपलब्ध रहना बेहद जरूरी है. अस्पताल में डेजीरॉक्स टैबलेट्स उपलब्ध हैं और इन्हें बच्चों को समय पर दिया गया है. इंजेक्शन और टैबलेट, दोनों की कमी की स्थिति लगभग समान है. हमारा जिला वेयरहाउस भी कैथल, हिसार और भिवानी जैसे अन्य वेयरहाउसों के साथ समन्वय कर रहा है ताकि दवाओं की आपूर्ति जारी रह सके. फिलहाल जिले में टैबलेट्स की थोड़ी कमी है. कैथल हेडक्वार्टर से बात की गई है, जहां भी सीमित स्टॉक है, इसलिए हम अन्य वेयरहाउस से दवाइयां मंगवाने की प्रक्रिया में हैं. उम्मीद है कि 10-12 दिनों के भीतर आवश्यक टैबलेट्स जिले में उपलब्ध हो जाएंगी.
0
comment0
Report
BBBindu Bhushan
Dec 05, 2025 08:19:36
Madhubani, Bihar:मधुबनी निरीक्षक न्यायधीश गुन्नू अनुपमा चक्रवर्ती दो दिवसीय दौरे पर मधुबनी पहुंची। मधुबनी कोर्ट परिसर में पुलिस जवानों ने गार्ड ऑफ ऑनर और सलामी दी। इस दौरान मधुबनी कोर्ट के प्रधान जज सहित अन्य न्यायिक दंडाधिकारी मौजूद थे। माननीय न्यायाधीश महोदया मधुबनी सिविल कोर्ट के विभीन्न कार्यालयों का बारी बारी से निरीक्षण कर रही हैं। बेनीपट्टी और झंझारपुर अनुमण्डल मुख्यालय स्थित कोर्ट का भी निरीक्षण करेंगी। सुरक्षा को लेकर कोर्ट परिसर सहित चौक चौड़ाहों पर भारी संख्यां में पुलिस बलों को तैनात किया गया है। मधुबनी न्याय मंडल के इंस्पेक्टिंग जज न्यायमूर्ति गुन्नू अनुपमा चक्रवर्ती 5 और 6 दिसम्बर को जिला के विभिन्न कोर्टों का निरीक्षण करेंगी।
0
comment0
Report
ACAshish Chaturvedi
Dec 05, 2025 08:18:59
Karauli, Rajasthan:कृषि कार्य करने के दौरान करंट लगने से युवक की मौत, जिला करौली करौली जिला मुख्यालय के समीप सायपुर गांव में कृषि कार्य के दौरान करंट की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई। युवक का शव जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया है। मृतक के परिजनों ने कृषि कार्य के दौरान अचानक बिजली का तार टूट कर गिरने से युवक की मौत का आरोप लगाया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। जिला चिकित्सालय चौकी प्रभारी मोहिंद्र सिंह ने बताया कि सायपुर गांव निवासी गणेश चतुर्वेदी पुत्र चतुर्भुज चतुर्वेदी उम्र 38 वर्ष शुक्रवार सुबह खेत में कृषि कार्य करने गया था। इस दौरान करंट की चपेट में आने से युवक गंभीर रूप से झुलस गया। गंभीर अवस्था में परिजन युवक को लेकर जिला चिकित्सालय पहुंचे जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने युवक को मृत घोषित कर दिया। मृतक का शव जिला चिकित्सालय की मोर्चरी में रखवाया गया है जहां पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जा रही है। मृतक के उपार्जन और पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत रायपुर घनश्याम चतुर्वेदी ने बताया कि युवक सुबह खेत पर कृषि कार्य करने गया था इस दौरान अचानक बिजली का तार टूटकर युवक के ऊपर गिर गया और करंट की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई। मृतक युवक सायपुर ग्राम पंचायत का पूर्व सरपंच था। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
0
comment0
Report
DKDeepesh Kumar
Dec 05, 2025 08:17:12
0
comment0
Report
Advertisement
Back to top