Back
हरियाणा वर्कस्लिप घोटाले पर अनिल विज के आदेश: उच्चस्तरीय जांच जरूरी
HBHemang Barua
Dec 29, 2025 11:31:28
Noida, Uttar Pradesh
श्रम मंत्री अनिल विज की सख्ती से 1500 करोड़ के वर्कस्लिप घोटाले का पर्दाफाश, सीएम से उच्चस्तरीय जांच की सिफारिश
कुल 2.21 लाख में से केवल लगभग 14 हजार ही पाए गए पात्र, लगभग 1.93 लाख श्रमिक पंजीकरण फर्जी- श्रम विभाग की जांच में बड़ा खुलासा
हरियाणा में फर्जी वर्कस्लिपों का जाल टूटा- 13 जिलों में 5.46 लाख अवैध कार्य रसीदें पकड़ी गईं - अनिल विज
गांव-गांव फर्जी पंजीकरण कर सरकारी योजनाओं की लूट, सैकड़ों करोड़ की वित्तीय हानि - श्रम मंत्री अनिल विज
निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं उजागर, दोषियों पर होगी सख्त कार्रवाई - विज
चंडीगढ़, 29 दिसंबर- हरियाणा के श्रम मंत्री श्री अनिल विज की सतर्क और पैनी निगरानी के चलते श्रम विभाग के अंतर्गत संचालित हरियाणा भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड में लंबे समय से चली आ रही वर्कस्लिप (कार्य रसीद) से जुड़ी गंभीर अनियमितताओं का खुलासा हुआ है। प्रारंभिक जांच में यह घोटाला लगभग संभवतः 1500 करोड़ रूपए तक का होने की आशंका जताई जा रही है। मामले की गंभीरता को देखते हुए श्री विज ने इस पूरे प्रकरण की किसी प्रतिष्ठित जांच एजेंसी से गहन जांच कराने के लिए मुख्यमंत्री को लिखा है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए श्रम मंत्री ने बताया कि हाल ही में उन्होंने बोर्ड की एक बैठक की अध्यक्षता की थी, जिसमें बोर्ड सदस्यों की नियुक्ति में अनियमितताओं के साथ-साथ निर्माण श्रमिकों को दी जाने वाली योजनाओं के लाभ वितरण में भी गड़बड़ियां सामने आईं। इसके बाद उन्होंने तत्काल जांच के आदेश दिए।
अगस्त 2023 से मार्च 2025 के बीच जारी वर्कस्लिपों किया जा रहा है सत्यापन - विज
श्री विज ने बताया कि प्रारंभिक तौर पर हिसार, कैथल, जींद, सिरसा, फरीदाबाद और भिवानी जिलों में जांच कराई गई, जहां बड़े पैमाने पर अनियमितताएं पाई गईं। इसके पश्चात राज्य के सभी जिलों के उपायुक्तों को निर्देश जारी कर जिला स्तरीय समितियों का गठन किया गया, जिनमें श्रम विभाग के अधिकारी सहित तीन अन्य अधिकारी शामिल किए गए। इन समितियों द्वारा अगस्त 2023 से मार्च 2025 के बीच जारी की गई ऑनलाइन वर्कस्लिपों का भौतिक सत्यापन किया जा रहा है। यह प्रक्रिया लगभग चार माह पूर्व शुरू की गई थी, जिसमें अब तक 13 जिलों में 100 प्रतिशत सत्यापन पूरा हो चुका है।
केवल 53,249 वर्कस्लिपें वैध, जबकि 5,46,509 वर्कस्लिपें अवैध -विज
श्रम मंत्री ने बताया कि इन 13 जिलों में करनाल, रेवाड़ी, नूंह (मेवात), महेंद्रगढ़, गुरुग्राम, झज्जर, पलवल, पानीपत, रोहतक, सोनीपत, पंचकूला, सिरसा और कैथल शामिल हैं, में कुल 5,99,758 वर्कस्लिपें जारी की गई थीं, जिनमें से केवल 53,249 वर्कस्लिपें वैध पाई गईं, जबकि 5,46,509 वर्कस्लिपें अवैध पाई गईं। इसी प्रकार, कुल 2,21,517 श्रमिकों के पंजीकरण में से सत्यापन के बाद केवल 14,240 श्रमिक ही पात्र पाए गए, जबकि 1,93,756 पंजीकरण फर्जी पाए गए।
“जो पात्र नहीं हैं, वे योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं’’ - विज
श्री विज ने कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि कई स्थानों पर गांव के गांव फर्जी पंजीकरण कर वर्कस्लिपें बनाई गईं, ताकि अपात्र लोग सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सकें। एक श्रमिक को विभिन्न योजनाओं के माध्यम से औसतन 2.5 लाख रूपए तक का लाभ दिया जाता है, जिससे सरकार को भारी वित्तीय क्षति होने की संभावना है। श्रम मंत्री ने कहा कि “जो पात्र नहीं हैं, वे योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं। यह सीधी-सीधी लूट है और सरकार को सैकड़ों करोड़ रुपये की आर्थिक हानि पहुंचाई जा रही है।”
0
Report
हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|
Advertisement
AKAshok Kumar1
FollowDec 29, 2025 13:01:490
Report
0
Report
HBHemang Barua
FollowDec 29, 2025 13:01:330
Report
PSPradeep Soni
FollowDec 29, 2025 13:01:200
Report
RKRakesh Kumar Bhardwaj
FollowDec 29, 2025 13:01:040
Report
GPGYANENDRA PRATAP
FollowDec 29, 2025 13:00:260
Report
0
Report
OBOrin Basu
FollowDec 29, 2025 12:57:450
Report
ASAJEET SINGH
FollowDec 29, 2025 12:55:290
Report
VKVishal Kumar
FollowDec 29, 2025 12:54:530
Report
SKSundram Kumar
FollowDec 29, 2025 12:54:340
Report
0
Report
0
Report
DKDebojyoti Kahali
FollowDec 29, 2025 12:51:210
Report
0
Report