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In Drass SBI Launches Kargil Tiger Hill Challenge, 25,000 Join Virtual Marathon

Jul 05, 2024 12:08:37
Kargil,

The SBI Kargil Tiger Hill Challenge was flagged off today at the War Memorial in Drass. This 85-day virtual marathon, running from May 3 to July 26, consists of 4 phases. The 3rd phase was inaugurated by Binod Kumar, Deputy Managing Director of State Bank of India, along with other bank officials. The event has attracted 25,000 participants who can join from anywhere in India. This challenge honors the Kargil War heroes and aims to promote fitness and patriotism among citizens.

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JSJitendra Soni
Dec 05, 2025 08:33:39
Jalaun, Uttar Pradesh:स्लग- जालौन के कोटेदारों ने ई-पॉश मशीन लेकर किया धरना प्रदर्शन, कलेक्ट्रेट पहुंचकर सौंपा ज्ञापन जालौन के उरई में ऑल इंडियन फेयर प्राइस शॉप डीलर एसोसिएशन के बैनर तले जिले भर के दर्जनों कोटेदारों ने शुक्रवार को अपनी मांगों को लेकर जिला कलेक्ट्रेट ऑफिस के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी कोटेदार हाथों में ई-पॉश मशीनें लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे और अपने हितों से जुड़ी मांगों को लेकर जोरदार नारेबाजी की。 बता दें कि प्रदर्शनकारी कोटेदारों ने सरकार से अपनी तमाम मांगों को तुरंत मानने की मांग की। उनकी प्रमुख मांगों में पीडीएस के तहत होने वाली बिक्री पर दिए जाने वाले कमीशन में बढ़ोतरी कर और उनके मानदेय को सुनिश्चित करना। इसके अलावा, उन्होंने ई-पॉश मशीनों से जुड़ी तकनीकी समस्याओं के निराकरण, समय पर पेमेंट, और अन्य लंबित मुद्दों के समाधान की मांग भी की। कोटेदारों ने अपना ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को सौंपा है। ज्ञापन में उन्होंने कहा है कि मौजूदा कमीशन दरें बहुत कम हैं, जिससे उनका परिवार चलाना मुश्किल हो रहा है। बढ़ती महंगाई और ई-पॉश मशीनों के रखरखाव की लागत को देखते हुए कमीशन में तत्काल वृद्धि आवश्यक है。 वहीं, ऑल इंडियन फेयर प्राइस शॉप डीलर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष जयदेव सिंह यादव ने कहा, हम लंबे समय से अपनी मांगों को लेकर सरकार का ध्यान आकर्षित करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन हमारी ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। आज हम हाथों में ई-पॉश मशीनें लेकर प्रदर्शन करने आए हैं, ताकि प्रशासन को हमारी दुर्दशा का अहसास हो। अगर जल्द ही हमारी मांगें नहीं मानी गईं, तो हम अपना आंदोलन और तेज करेंगे。 बाइट:- जयदेव सिंह यादव--जिलाध्यक्ष, कोटेदार संघ
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Dec 05, 2025 08:33:36
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Dec 05, 2025 08:32:50
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VSVIPIN SHARMA
Dec 05, 2025 08:32:36
Kaithal, Haryana:कैथल की अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर अर्जुन अवॉर्डी मनीषा मौण का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इसमें वह एक शादी समारोह में हाथ में रिवॉल्वर लेकर उसमें कारतूस लोड करती दिख रही हैं। बैकग्राउंड में जोरा रंधावा का पंजाबी गाना लगाया गया है, बोल—जित्थे तेरी अड़ी आ, इंच भी न हटू जट्टी नाल तेरे खड़ी ए… वीडियो वायरल होने के बाद विवाद बढ़ता दिखा तो बॉक्सर ने सफाई दी। उन्होंने कहा, “शौकिया तौर पर वीडियो बनाई थी। किसी को आपत्ति है तो डिलीट कर दूंगी।” वीडियो किसी मैरिज पैलेस का बताया जा रहा है, जिसमें मनीषा एक छोटी पिस्टल में गोलियां लोड करते दिखाई दे रही हैं। यह वीडियो एक शादी समारोह के दौरान बनाया गया है।
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AJAvinash Jagnawat
Dec 05, 2025 08:31:55
Udaipur, Rajasthan:उदयपुर के टाउन हॉल रिंग रोड पर बदमाशो ने बीती रात लूट की वारदात को अंजाम दिया। बाइक सवार दो बदमाश महिला का पर्स छीन कर फरार हो गए। पर्स में 2 मोबाइल, 3000 नकदी और जरूरी दस्तावेज थे। महिला के चिल्लाने पर आसपास के लोग दुकानों से बाहर आए और बदमाशों का पीछा किया। लेकिन बदमाश भागने में सफल रहे। हालाकि बाइक सवार बदमाश वहां लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गए। जिसमें स्प्लेंडर बाइक पर सवार नकाबपोश दो बदमाश घटना को अंजाम देते नजर आ रहे हैं। बदमाशों نے महिला का पीछा । जैसे ही वह स्कूटी से उतरी तभी वे पर्स छीन के भाग गए। जानकारी मिलने पर सूरजपोल थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने मामला दर्ज कर सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है।
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VSVishnu Sharma
Dec 05, 2025 08:31:32
Jaipur, Rajasthan:जयपुर vishnu आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री और कवि कुमार विश्वास पहुंचे जयपुर दोनों कथावाचक इंद्रेश कुमार के विवाह में होंगे शामिल जयपुर एयरपोर्ट पहुंचने पर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा वीरों की भूमि जयपुर पर अभूतपूर्व कार्यक्रम होने जा रहा है। बहुत-बहुत प्रसन्नता है कि वैदिक परंपरा के साथ शादी हो रही है इंद्रेश कुमार के विवाह में समाज के लोग संत जन मिलकर आशीर्वाद दें हमारे साथ भ्राताश्री युग कवि कुमार विश्वास भी है उनके साथ आशीर्वाद देने जारहे हैं गीता पाठ को लेकर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा भारत में जहां-जहां बुलाया जाएगा वहां गीता पाठ करेंगे हम देशद्रोही नहीं हैं हम सनातन सनातन के उपासक है विपक्ष के इस आरोप पर जहां चुनाव वही जाते हैं को लेकर शास्त्री ने कहा हम किसी पक्ष में नहीं है हमारी समग्र दृष्टि है बंगाल में बाबरी बनाने की घोषणा पर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने हंसते हुए कहा कि वह लोग वहीं जाकर बोलेंगे, वह वहां जाकर बोलेंगे न्यूज़ आप तक आएगी हंसते चुनाव के दौरान बाबरी मस्जिद बनाना क्या यह सही बात है के सवाल पर शास्त्री ने कहा राजनेताओं से पूछो, हम तो धार्मिक गुरु हैं यह राजनेताओं की बात है हमारे से धार्मिक रामायण गीता के बारे में पूछो
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NSNeha Sharma
Dec 05, 2025 08:31:14
Jaipur, Rajasthan:खास प्रोग्राम - दिल से गेस्ट सरिस्का टाइगर फाउंडेशन, दिनेश वर्मा ( संस्थापक एवं सचिव ) सुनील मेहता ( अध्यक्ष ) ज़ी राजस्थान के खास प्रोग्राम दिल से में आज सरिस्का टाइगर फाउंडेशन के बारें में जानेंगे जिसने सरिस्का अभ्यारण्य संरक्षण के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया है , सरिस्का टाइगर फाउंडेशन (STF) एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) है जो राजस्थान के सरिस्का टाइगर रिजर्व के संरक्षण और वन्यजीवों, विशेषकर बाघों की सुरक्षा के लिए काम करता है; यह सरिस्का के प्राकृतिक सौंदर्य और जैव विविधता को बचाने के लिए वृक्षारोपण, जागरूकता अभियान और अन्य गतिविधियों में सक्रिय है, और युवाओं को जोड़कर संरक्षण में उनकी भूमिका बढ़ाने पर भी जोर देता है, साथ ही राजस्थान की शान सरिस्का टाइगर रिज़र्व के बारें में जानेंगे सरिस्का प्राकृतिक सौंदर्य के साथ ही पौराणिक तथ्यों का भी सबूत है कहा जाता है की जब पांडव अज्ञातवास पर थे तब सरिस्का में कुछ समय बिताया था , सरिस्का में लोग धार्मिक स्थलों के दर्शन के लिए आते हैं , सरिस्का को साल 1978 में राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिला था , उस समय बाघों की संख्या 30 से 35 थी , सरिस्का में प्रकृति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। इसमें पहाड़, घास के मैदान, शुष्क पर्णपाती वन और चट्टानें हैं , अलवर में स्थित, यह टाइगर रिज़र्व अरावली पहाड़ियों की गोद में बसा है। बाघों के अलावा, यह रिज़र्व वर्तमान में कई जानवरों का घर है और प्रकृति को उसके सर्वोत्तम रूप में प्रदर्शित करता है। यहाँ जंगली बिल्लियाँ, रीसमस मकाक, सांभर, चीतल, जंगली सूअर आदि जैसे जानवर पाए जाते हैं। केवल जानवर ही नहीं, आपको यहाँ कई पक्षी प्रजातियाँ भी देखने को मिलती हैं, जैसे सैंड ग्राउज़, हार्बर क्वेल, क्रेस्टेड सर्पेंट ईगल आदि। अगर आप यहाँ घूमने की योजना बना रहे हैं, तो यहाँ बताया गया है कि आप यहाँ क्या कर सकते हैं। आज इन सभी विषयों पर बात करेंगे सरिस्का टाइगर फाउंडेशन के संस्थापक एवं सचिव दिनेश वर्मा और अध्यक्ष सुनील मेहता से जानेंगे सरिस्का के अनछुएं पहलुओं के बारें में ,, बातचीत का हिस्सा दिनेश वर्मा ( संस्थापक एवं सचिव ) के साथ सरिस्का टाइगर फाउंडेशन को वर्ष 2008 में शुरू किया गया - दिनेश वर्मा सरिस्का में बसे गांव को जंगल के महत्व से परिचित करवाया - दिनेश वर्मा STF ने जंगल में कई जलाशय बनाए - दिनेश वर्मा STF ने गांव वालों को रोजगार दिया- दिनेश वर्मा बावरिया जनजाति मुख्यत निवासी है - दिनेश वर्मा गांव वालों को शिकार न करने की कसम दिलाई - दिनेश वर्मा बावरिया समुदाय को गंगाजल हाथ में देकर कसम दिलाई - दिनेश वर्मा STF ने ICICI के साथ मिलकर काम किया है - दिनेश वर्मा STF ने ICICI के साथ मिलकर रेस्क्यू गाड़ी सरिस्का को दी है - दिनेश वर्मा गांव वालों के पास रोजगार की कमी इसलिए करते थे शिकार - दिनेश वर्मा STF सरिस्का के संरक्षण के लिए सालों से तत्पर है - दिनेश वर्मा STF का एक मात्र उद्देश्य सरिस्का की सुरक्षा - दिनेश वर्मा बातचीत का हिस्सा सुनील मेहता ( अध्यक्ष ) के साथ सरिस्का की खूबसूरती मनमोहक है- सुनील मेहता सरिस्का एक बुरे दौर से गुजरा था- सुनील मेहता बाघ लुप्त हो गए , वो बुरा दौर था - सुनील मेहता राजस्थान सरकार सरिस्का को ठीक से पहचाना नहीं - सुनील मेहता सरिस्का के लिए अभी बहुत कुछ करना शेष है - सुनील मेहता सरिस्का में पांडवों के तथ्य हैं - सुनील मेहতা सरिस्का में अब ट्यूरिस्ट की संख्या बढ़ गयी है - सुनील मेहता
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KSKULWANT SINGH
Dec 05, 2025 08:21:00
Yamuna Nagar, Haryana:यमुनानगर जिले में थैलेसीमिया से जूझ रहे 121 मरीजों की हालत लगातार परेशान करने वाली बनती जा रही है. महंगी दवाओं की कमी, बार-बार रक्त चढ़ाने की आवश्यकता और आयरन ओवरलोड को कंट्रोल करने वाली दवाओं की अनुपलब्धता ने हालात को और गंभीर बना दिया है. पिछले तीन महीनों में जिले में तीन थैलेसीमिया मरीजों की मौत हो चुकी है, जिसने प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की कार्यप्रणाली पर बड़े सवाल खड़े कर दिए हैं. मरीजों के परिजनों और स्वयं थैलेसीमिया पीड़ितों ने बातचीत में बताया कि शरीर में आयरन की बढ़ती मात्रा को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक फैक्टर-8 इंजेक्शन, हीमोफीलिया इंजेक्शन और डेजीरॉक्स (Kelphar) टेबलेट उपलब्ध नहीं हैं. जो दवाएं मिल भी रही हैं, वे ज्यादातर बजाज कंपनी की हैं, जिन्हें लेना बेहद दर्दनाक बताया जा रहा है. मरीज वर्षों से सिप्ला कंपनी की दवाओं पर निर्भर थे, जो comparatively कम दर्द देती हैं, लेकिन अब उपलब्ध नहीं हो पा रही. थैलेसीमिया से पीड़ितों में ज्यादातर बच्चे हैं. हर 15–20 दिन में रक्त चढ़ाने की प्रक्रिया इन बच्चों के लिए किसी मानसिक और शारीरिक यातना से कम नहीं. अस्पताल की गलियों में हाथों में खून के पैकेट लिए यह मासूम बच्चे ऐसी पीड़ा झेल रहे हैं, जिसकी कल्पना आम व्यक्ति भी नहीं कर सकता. सिविल अस्पताल प्रबंधन भी नियमित रूप से मरीजों की सहायता करने का प्रयास करता है, लेकिन दवाओं की उपलब्धता सरकारी सप्लाई पर निर्भर होने के कारण राहत सीमित रह जाती है. बच्चे, थैलेसीमिया मरीज. जिले में वर्तमान में लगभग 120–121 थैलेसीमिया पेशेंट रजिस्टर्ड हैं, जिनमें अधिकतर बच्चे शामिल हैं और उनका उपचार यहीं चल रहा है. इन बच्चों को महीने में तीन बार ब्लड चढ़ाना पड़ता है. बार-बार ब्लड चढ़ने से शरीर में आयरन बढ़ जाता है, जिससे कई अंगों पर बुरा प्रभाव पड़ता है. इस आयरन को नियंत्रित करने के लिए विशेष दवा की जरूरत होती है, पिछले तीन महीनों में जिले में तीन थैलेसीमिया मरीजों की मौत भी हुई है. हालांकि यह मौतें दवा या इंजेक्शन की कमी की वजह से नहीं, बल्कि बीमारी की प्राकृतिक गंभीरता के कारण हुई हैं. फिर भी स्थिति चिंताजनक है, क्योंकि इलाज का निरंतर उपलब्ध रहना बेहद जरूरी है. अस्पताल में डेजीरॉक्स टैबलेट्स उपलब्ध हैं और इन्हें बच्चों को समय पर दिया गया है. इंजेक्शन और टैबलेट, दोनों की कमी की स्थिति लगभग समान है. हमारा जिला वेयरहाउस भी कैथल, हिसार और भिवानी जैसे अन्य वेयरहाउसों के साथ समन्वय कर रहा है ताकि दवाओं की आपूर्ति जारी रह सके. फिलहाल जिले में टैबलेट्स की थोड़ी कमी है. कैथल हेडक्वार्टर से बात की गई है, जहां भी सीमित स्टॉक है, इसलिए हम अन्य वेयरहाउस से दवाइयां मंगवाने की प्रक्रिया में हैं. उम्मीद है कि 10-12 दिनों के भीतर आवश्यक टैबलेट्स जिले में उपलब्ध हो जाएंगी.
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