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Sitapur261404

Sitapur- समाधान दिवस का आयोजन।

Jan 20, 2025 14:49:21
Parsada, Uttar Pradesh

तहसील मिश्रित में जिलाधिकारी अभिषेक आनंद एवं पुलिस अधीक्षक चक्रेश मिश्र की अध्यक्षता में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। शिकायतकर्ताओं की शिकायतों को एक-एक करके सुना गया एवं जनता की शिकायतों एवं समस्याओं को समयान्तर्गत गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश साथ संबंधित अधिकारियों को अन्तरित किया।

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DGDeepak Goyal
Dec 26, 2025 11:24:23
Jaipur, Rajasthan:लोकसभा, विधानसभा और नगर निगम चुनावों में महिला कार्मिकों ने न सिर्फ मतदान केंद्र संभाले, बल्कि लोकतंत्र की सबसे मजबूत तस्वीर भी पेश की…लेकिन अब पंचायत चुनाव में वही महिला कार्मिक पोलिंग बूथ से बाहर होंगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने इस बार पंचायत चुनावों के लिए अलग और चौंकाने वाली नीति अपनाई है जहां महिला और दिव्यांग कार्मिकों को मानवीय आधार पर मतदान दलों की ड्यूटी से दूर रखा जा रहा है। लोकसभा, विधानसभा और नगर निगम जैसे बड़े चुनावों में जहां महिला कार्मिकों के हाथ में पूरे-पोलिंग बूथ की कमान रहती है……वहीं इस बार पंचायत चुनाव में तस्वीर बिल्कुल उलट होगी। आगामी पंचायत चुनावों में महिला और दिव्यांग कर्मियों को मतदान दल (पोलिंग पार्टी) की ड्यूटी से बाहर रखा जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के मुताबिक पंचायत चुनावों में महिला और दिव्यांग कर्मियों को यथासंभव पोलिंग पार्टी में शामिल नहीं किया जाएगा। दरअसल पंचायत चुनावों में मतदान सिर्फ एक दिन का काम नहीं होता। मतदान के बाद देर रात तक काउंटिंग, अगले दिन उपसरपंच का चुनाव और कई जगहों पर तीन दिन तक उसी मतदान केंद्र पर रुकने की मजबूरी....इन तमाम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए महिला और दिव्यांग कार्मिकों को पोलिंग पार्टियों से अलग रखा गया है। राज्य निर्वाचन आयोग एक आदेश जारी करके प्रदेश के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदान दल गठन को लेकर गाइडलाइन जारी की हैं.....गाइडलाइन के अनुसार प्रत्येक पंचायत सर्किल के लिए एक रिटर्निंग अधिकारी की नियुक्ति रहेगी जो उस पंचायत के तहत आने वाले सभी मतदान दलों के कार्यों का पर्यवेक्षण करेगा। प्रत्येक मतदान बूथ पर पांच सदस्यीय मतदान दल तैनात किया जाएगा। इस दल में एक मतदान अधिकारी और चार सहायक मतदान अधिकारी शामिल होंगे। जब जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, सरपंच और पंच का चुनाव एक साथ कराया जाएगा, तब एक ही मतदान दल द्वारा चारों पदों के लिए मतदान प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी। वहीं यदि ये चुनाव अलग-अलग चरणों में होंगे तो अलग-अलग मतदान दल गठित किए जाएंगे। कायदि किसी पंचायत सर्किल में वार्डों की संख्या 20 से अधिक होती है, तो प्रत्येक अतिरिक्त 15 वार्डों पर रिटर्निंग अधिकारी की सहायता के लिए एक सहायक रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त किया जा सकता है। राजय निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार रिटर्निंग अधिकारी, मतदान अधिकारी से उच्च पद का अधिकारी होगा। मतदान अधिकारी का स्तर विधानसभा या लोकसभा चुनावों में नियुक्त पीठासीन अधिकारी के समकक्ष रहेगा। मतदान दल में चार सहायक मतदान अधिकारियों में से एक का स्तर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का होगा। किसी मतदान दल में ऐसा कोई अधिकारी या कर्मचारी नियुक्त नहीं किया जाएगा जो उसी पंचायत समिति क्षेत्र का निवासी या पदस्थ हो, जहां वह मतदान केंद्र स्थित है। पंचायत समिति के अधीनस्थ अध्यापकों को अन्य पंचायत समिति क्षेत्रों में तैनात किया जा सकेगा। मतदान दलों के गठन से पहले सभी शासकीय और अर्द्ध-शासकीय विभागों के कर्मचारियों की अद्यतन सूचियां तैयार कर उन्हें आपस में मिलाकर दलों का गठन किया जाएगा, ताकि किसी प्रकार का पक्षपात न हो। रिटर्निंग अधिकारी और मतदान दलों को दो चरणों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। आपात स्थिति या पुनर्मतदान की आवश्यकता को देखते हुए जिला या ब्लॉक स्तर पर 10 प्रतिशत मतदान दल आरक्षित रखे जाएंगे। वहीं केंद्र सरकार और उसके अधीनस्थ संस्थाओं के कार्मिकों, उम्मीदवारों से संबद्ध कर्मचारियों और अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े कार्मिकों की ड्यूटी मतदान दलों में नहीं लगाई जाएगी। वहीं किसी पोलिंग बूथ पर अगर जरूरत पड़ती है कि कोई महिला बुर्का या घूंघट में आती है तो उसकी पहचान के लिए स्थानीय स्तर पर नियुक्त किसी भी महिला कर्मचारी का सहयोग लिया जा सकता है। पंचायत चुनावों में इस बार प्रशासन ने नियमों से ज्यादा परिस्थितियों को प्राथमिकता दी है। बड़े चुनावों में जहां महिला कार्मिक लोकतंत्र की कमान संभालती नजर आती हैं, वहीं गांव की जमीनी हकीकत को देखते हुए पंचायत चुनावों में उन्हें राहत दी गई है।
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NMNitesh Mishra
Dec 26, 2025 11:24:06
Dhanbad, Jharkhand:धनबाद के न्यू टाउन हॉल में आज बीबीएमकेयू धनबाद का द्वितीय दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुआ. राज्यपाल संतोष गंगवार के हाथों 220 टॉपर्स को डिग्रियां प्रदान हुईं. इस अवसर पर विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल ने डिग्री पानेवाले विद्यार्थियों से यह अपेक्षा की कि हर एक शिक्षित युवा समाज के कम से कम एक बच्चे की शिक्षा का दायित्व अपने ऊपर ले. अगर एक शिक्षित युवा समाज के एक एक बच्चे का भविष्य संवारने का संकल्प ले ले तो अशिक्षा जाएगी और असमानता की जड़े स्वतः कमजोर पड़ जाएंगी. उन्होंने कहा शिक्षा का उद्देश्य केवल व्यक्तिगत उन्नति तक सीमित नहीं रहना चाहिए बल्कि समाज और राष्ट्र के लिए प्रेरणा बननी चाहिए. राज्यपाल ने कहा कि जिन विश्वविद्यालयों में प्रोफेसर और कुलपति की कमी है वहाँ अगले माह तक नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी. उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पढ़ाई में कमी है, छात्र दाखिले में कमी है इस दिशा में भी प्रयास जारी हैं. दीक्षांत समारोह में 220 गोल्ड मेडल और उपाधियां प्रदान की गईं. इनमें पीएचडी के 35 छात्र, तीन एकेडमिक सत्रों के तीन बेस्ट पीजी छात्र और तीन बेस्ट यूजी छात्र के अलावा एमबीबीएस के पांच, एलएलबी के चार और बीएड, एमएड, बीसीए और बीबीए के तीन-तीन विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल दिये गए. साथ ही, यूजी के तीन एकेडमिक सत्रों के 78 और पीजी के तीन एकेडमिक सत्रों के 80 विद्यार्थियों को डिग्री प्रदान की गई. दीक्षांत समारोह में पहली बार यूजी के विभागवार टॉपर्स को भी गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया गया. दीपांशु प्रसाद, गोल्ड मेडलिस्ट; डॉ. सिमरन, गोल्ड मेडलिस्ट; सिद्धा डे, गोल्ड मेडलिस्ट
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MSMrinal Sinha
Dec 26, 2025 11:23:42
Koderma, Hazaribagh, Jharkhand:झारखंड सरकार द्वारा पेसा कानून लागू होने के बाद शुक्रवार को झामुमो की ओर से जिले में जश्न मनाया गया. पार्टी कार्यालय से लेकर टावर चौक तक ढोल-नगाड़ों के साथ भव्य रैली निकाली गई. रैली का नेतृत्व झामुमो जिला अध्यक्ष संजय सिंह के नेतृत्व में किया गया, जिसमें सैकड़ों कार्यकर्ता शामिल हुए. रैली में सभी कार्यकर्ताओं के हाथों में झामुमो का झंडा था और चेहरों पर खुशी था. ढोल-नगाड़ों की गूंज और नारेबाजी से इलाका गूंज उठा. कार्यकर्ताओं ने पेसा कानून को आदिवासी और मूलवासी समाज के अधिकारों की ऐतिहासिक जीत बताया और सरकार और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का आभार जताया. जिला अध्यक्ष संजय सिंह ने रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पेसा कानून लंबे समय से आदिवासी समाज की मांग रहा है. इस कानून के लागू होने से ग्राम सभाओं को अधिक अधिकार मिलेंगे और स्थानीय लोगों की भागीदारी से विकास कार्यों को गति मिलेगी. उन्होंने कहा कि यह कानून जल, जंगल और जमीन की सुरक्षा के लिए मील का पत्थर साबित होगा. रैली के दौरान कार्यकर्ताओं ने पेसा कानून लागू हुआ, आदिवासी अधिकार मजबूत हुआ, और हेमंत सोरेन जिंदाबाद जैसे नारे लगाए. टावर चौक पहुंचकर रैली एक सभा में तब्दील हो गई, जहां वक्ताओं ने पेसा कानून के महत्व पर प्रकाश डाला. कार्यकर्ताओं का कहना था कि पेसा कानून से गांवों में स्वशासन बढ़ेगा और बाहरी हस्तक्षेप पर रोक लगेगी.
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ASArvind Singh
Dec 26, 2025 11:21:24
Sawai Madhopur, Rajasthan:जिला-सवाई माधोपुर विधानसभा क्षेत्र-खंडार खबर लोकेशन-बहरावंडा खुर्द स्थित आंटीला हनुमानजी मंदिर पर पौष माह के अवसर पर भव्य पौषबड़ा प्रसादी कार्यक्रम का आयोजन श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ किया गया। कार्यक्रम श्री श्री 1008 सुखदेव गिरी नागा महाराज एवं ओम गिरी महाराज के सानिध्य में संपन्न हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में संत-महात्माओं सहित आसपास के गांवों से श्रद्धालु पहुंचे। ओम गिरी महाराज ने बताया कि सुखदेव गिरी महाराज के निमंत्रण पर पधारे संत-महात्माओं को पंगत में बैठाकर प्रसादी ग्रहण करवाई गई। पौषबड़ा कार्यक्रम में अयोध्या धाम से आए संत-महात्माओं की गरिमामयी उपस्थिति रही, जिससे आयोजन की भव्यता और बढ़ गई। इस अवसर पर लगभग 100 किलोग्राम की पौषबड़ा प्रसादी तैयार की गई, जिसे श्रद्धालुओं में वितरित किया गया। प्रसादी पाने के लिए बहरावंडा खुर्द, फरिया, गोपालपुरा सहित आसपास के गांवों से महिला-पुरुष और बच्चे बड़ी संख्या में मंदिर परिसर पहुंचे।
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ASABDUL SATTAR
Dec 26, 2025 11:21:09
Jhansi, Uttar Pradesh:झांसी नवाबाद थाना क्षेत्र के बिपिन बिहारी कॉलेज के पास बने एक कबाड़ के गोदाम में रखी रेलवे से चुराई गई केबल की सूचना पर आरपीएफ की टीम ने छापा मारा, जहां रेलवे से सिग्नल केबल चोरी कर बदमाशों ने कबाड़ी को बेचा था। मौके से रेल सुरक्षा बल की टीम ने कई घंटों की कार्रवाई के बाद 8 लाख रुपये कीमत केबल के साथ 6 लोगों को गिरफ्तार किया है, पकड़े गए बदमाशों के खिलाफ आरपीएफ थाना ने कार्रवाई कर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया है। पकड़ में आये चोरों के नाम संजय खटीक उर्फ बिब्बी, अर्जुन कुशवाहा, अरविंद वंशकार, संतोष कुशवाहा, अजय और विपिन वर्मा पिछले कई दिनों से रेलवे की केबल चोरी कर कबाड़ी को बेचने का काम कर रहे थे
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ASARUN SINGH
Dec 26, 2025 11:20:47
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VPVEDENDRA PRATAP SHARMA
Dec 26, 2025 11:20:29
Azamgarh, Uttar Pradesh:फर्जी BSA बनकर ECCE शिक्षक नियुक्ति के नाम पर ठगी करने वाला अभियुक्त गिरफ्तार, साइबर क्राइम थाने द्वारा कार्रवाई, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण व दो मोबाइल फोन बरामद। फर्जी जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बनकर ईसीसीई शिक्षक (ECCE Educator) पद पर नियुक्ति दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले एक अन्तर्जनपदीय अभियुक्त को गिरफ्तार किया गया है। अभियुक्त के कब्जे से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, दो एंड्रॉयड मोबाइल फोन बरामद किये गये हैं। पुलिस के अनुसार अभियुक्त अभ्यर्थियों को ईसीसीई शिक्षक पद पर चयन का झांसा देकर उनसे 10,000 से 40,000 तक की धनराशि वसूल करता था। इसके लिए उसने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी आजमगढ़ के नाम से फर्जी ई-मेल आईडी बनाई और व्हाट्सएप व ट्रूकॉलर पर भी BSA का नाम व फोटो प्रदर्शित कर अभ्यर्थियों को विश्वास में लिया। बताया कि 25 दिसंबर 2025 को दर्ज मुकदमा संख्या 41/2025 की विवेचना के दौरान तकनीकी विश्लेषण और मोबाइल लोकेशन के आधार पर अभियुक्त राम सिंह निवासी प्रयागराज को जनपद प्रतापगढ़ के पट्टी क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। बरामद मोबाइल की जांच में फर्जी ई-मेल, व्हाट्सएप प्रोफाइल, अभ्यर्थियों की सूची, टेलीग्राम ग्रुप से जुड़े साक्ष्य और अन्य डिजिटल प्रमाण मिले हैं। गिरफ्तार अभियुक्त के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता तथा आईटी एक्ट की संबंधित धाराओं में विधिक कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने अपील कि किसी भी सरकारी नौकरी या नियुक्ति के नाम पर फोन, ई-मेल या सोशल मीडिया के जरिए धनराशि मांगे जाने पर सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तत्काल साइबर हेल्पलाइन या नजदीकी थाने को दें। वहीं इस मामले में एसपी ग्रामीणों बताया कि मामले में अभी एक नाम आया है, इसकी और विवेचना की जा रही है और भी नाम आने की आशंका है। जो भी तथ्य प्रकाश में आएंगे उस अनुसार कार्रवाई की जायेगी।
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DGDeepak Goyal
Dec 26, 2025 11:20:12
Jaipur, Rajasthan:एंकर- लोकसभा, विधानसभा और नगर निगम चुनावों में महिला कार्मिकों ने न सिर्फ मतदान केंद्र संभाले, बल्कि लोकतंत्र की सबसे मजबूत तस्वीर भी पेश की… लेकिन अब पंचायत चुनाव में वही महिला कार्मिक पोलिंग बूथ से बाहर होंगी। राज्य निर्वाचन आयोग ने इस बार पंचायत चुनावों के लिए अलग और चौंकाने वाली नीति अपनाई है जहां महिला और दिव्यांग कार्मिकों को मानवीय आधार पर मतदान दलों की ड्यूटी से दूर रखा जा रहा है। वीओ-1-लोकसभा, विधानसभा और नगर निगम जैसे बड़े चुनावों में जहां महिला कार्मिकों के हाथ में पूरे-पोलिंग बूथ की कमान रहती है…… वहीं इस बार पंचायत चुनाव में तस्वीर बिल्कुल उलट होगी। आगामी पंचायत चुनावों में महिला और दिव्यांग कार्मिकों को मतदान दल (पोलिंग पार्टी) की ड्यूटी से बाहर रखा जाएगा। राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों के मुताबिक पंचायत चुनावों में महिला और दिव्यांग कर्मियों को यथासंभव पोलिंग पार्टी में शामिल नहीं किया जाएगा। दरअसल पंचायत चुनावों में मतदान सिर्फ एक दिन का काम नहीं होता। मतदान के बाद देर रात तक काउंटिंग, अगले दिन उपसरपंच का चुनाव और कई जगहों पर तीन दिन तक उसी मतदान केंद्र पर रुकने की मजबूरी... इन तमाम परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए महिला और दिव्यांग कार्मिकों को पोलिंग पार्टियों से अलग रखा गया है। राज्य निर्वाचन आयोग एक आदेश जारी करके प्रदेश के सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को मतदान दल गठन को लेकर गाइडलाइन जारी की हैं... गाइडलाइन के अनुसार प्रत्येक पंचायत सर्किल के लिए एक रिटर्निंग अधिकारी की नियुक्ति रहेगी जो उस पंचायत के तहत आने वाले सभी मतदान दलों के कार्यों का पर्यवेक्षण करेगा। प्रत्येक मतदान बूथ पर पांच सदस्यीय मतदान दल तैनात किया जाएगा। इस दल में एक मतदान अधिकारी और चार सहायक मतदान अधिकारी शामिल होंगे। जब जिला परिषद सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, सरपंच और पंच का चुनाव एक साथ कराया जाएगा, तब एक ही मतदान दल द्वारा चारों पदों के लिए मतदान प्रक्रिया संपन्न कराई जाएगी। वहीं यदि ये चुनाव अलग-अलग चरणों में होंगे तो अलग-अलग मतदान दल गठित किए जाएंगे। कायदि किसी पंचायत सर्किल में वार्डों की संख्या 20 से अधिक होती है, तो प्रत्येक अतिरिक्त 15 वार्डों पर रिटर्निंग अधिकारी की सहायता के लिए एक सहायक रिटर्निंग अधिकारी नियुक्त किया जा सकता है। वीओ-2-राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार रिटर्निंग अधिकारी, मतदान अधिकारी से उच्च पद का अधिकारी होगा। मतदान अधिकारी का स्तर विधानसभा या लोकसभा चुनावों में नियुक्त पीठासीन अधिकारी के समान रहेगा। मतदान दल में चार सहायक मतदान अधिकारियों में से एक का स्तर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी का होगा। किसी मतदान दल में ऐसा कोई अधिकारी या कर्मचारी नियुक्त नहीं किया जाएगा जो उसी पंचायत समिति क्षेत्र का निवासी या पदस्थ हो, जहां वह मतदान केंद्र स्थित है। पंचायत समिति के अधीनस्थ अध्यापकों को अन्य पंचायत समिति क्षेत्रों में तैनात किया जा सकेगा। मतदान दलों के गठन से पहले सभी Shासकीय और अर्द्ध-शासकीय विभागों के कर्मचारियों की अद्यतन सूचियां तैयार कर उन्हें आपस में मिलाकर दलों का गठन किया जाएगा, ताकि किसी प्रकार का पक्षपात न हो। रिटर्निंग अधिकारी और मतदान दलों को दो चरणों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। आपात स्थिति या पुनर्मतदान की आवश्यकता को देखते हुए जिला या ब्लॉक स्तर पर 10 प्रतिशत मतदान दल आरक्षित रखे जाएंगे। वहीं केंद्र सरकार और उसके अधीनस्थ संस्थाओं के कार्मिकों, उम्मीदवारों से संबद्ध कर्मचारियों और अत्यावश्यक सेवाओं से जुड़े कार्मिकों की ड्यूटी मतदान दलों में नहीं लगाई जाएगी। वहीं अगर किसी पोलिंग बूथ पर जरूरत पड़ती है कि कोई महिला बुर्का या घूंघट में आती है तो उसकी पहचान के लिए स्थानीय स्तर पर नियुक्त किसी भी महिला कर्मचारी का सहयोग लिया जा सकता है। वीओ-3- बहरहाल, पंचायत चुनावों में इस बार प्रशासन ने नियमों से ज्यादा परिस्थितियों को प्राथमिकता दी है। बड़े चुनावों में जहां महिला कार्मिक लोकतंत्र की कमान संभालती नजर आती हैं, वहीं गांव की जमीनी हकीकत को देखते हुए पंचायत चुनावों में उन्हें राहत दी गई है। यह फैसला जहां एक ओर मानवीय संवेदनशीलता को दर्शाता है, वहीं दूसरी ओर चुनावी व्यवस्था की चुनौतियों की भी तस्वीर पेश करता है। दीपक गोयल जी मीडिया जयपुर
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KSKULWANT SINGH
Dec 26, 2025 11:19:17
Yamuna Nagar, Haryana:यमुनानगर के चांदपुर बायपास के पास नाले में 52 वर्षीय व्यक्ति का शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई। जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी। मृतक की पहचान रामवीर सिंह के रूप में हुई है, जो यमुनानगर के बिना नगर कैंप का रहने वाला था। रामवीर के परिवार में उसकी पत्नी, एक बेटा और बहू हैं। वह पेशे से ड्राइवर था। परिजनों के अनुसार वह पिछले कुछ दिनों से मानसिक रूप से परेशान चल रहा था और तीन दिन पहले घर से बिना बताए चला गया था। इस संबंध में गुमशुदगी की रिपोर्ट गांधीनगर थाना में दर्ज कराई गई थी। आज नाले की सफाई के दौरान सफाई कर्मचारियों को शव दिखाई दिया, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। मृतक के भाई वीरेंद्र सिंह का कहना है कि रामवीर न तो शराब पीता था और न ही ऐसे हालात थे कि वह नाले में गिरकर जान गंवा दे। उन्होंने आशंका जताई है कि रामवीर की हत्या कर शव को नाले में फेंका गया हो। घटना की जानकारी मिलते ही गांधीनगर थाना प्रभारी जगबीर सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों का खुलासा हो पाएगा। मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है। मृतक के भाई का कहना है कि हमें शक है कि मेरे भाई की हत्या की गई है। वह ऐसे नाले में गिर नहीं सकता। हम पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग करते हैं।
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PPPraveen Pandey
Dec 26, 2025 11:18:52
Kanpur, Uttar Pradesh:बैरिकेडिंग तोड़कर पुलिस वालों को रौंदने वाले 2 बीटेक छात्र गिरफ्तार -आरोपियों ने गंगा बैराज पर पुलिस चेकिंग के दौरान पुलिस कर्मियों पर चढ़ाई थी कार -दो दारोगा एक होमगार्ड हुए थे घायल -शराब खरीदते समय CCTV से पहचान कानपुर में गंगा बैराज पर 3 पुलिसवालों पर कार चढ़ाने वाले 2 बीटेक छात्र को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वहीं अन्य 3 की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। कार में सवार सभी आरोपी नशे में धुत थे। पुलिस वालों को रौंदने से पहले आरोपियों ने ठेके से शराब खरीदी थी। आरोपियों ने पुलिस वालों को रौंदने के बाद कार को फजलगंज स्थित हुंडई के सर्विस सेंटर में खड़ी कर चले गए थे। पकड़े गए दोनों आरोपी में 23 साल के श्याम सुंदर और 22 साल अभिजीत हैं जिन्हें रमया यूनिवर्सिटी से बीटेक कर रहे हैं। पुलिस पूछताछ में आरोपी श्याम सुंदर ने कहा- घटना के समय अभिजीत सेल्फी ले रहा था। जब हम लोग गंगा बैराज पर कार लेकर बढ़े तो हमारे सामने इको कार चल रही थी। हम पीछे थे जैसे ही कार आगे से हटी तो हमें बैरिकेडिंग दिखी नहीं और हम टकराते चले गए। उस समय हम डर गए कि अगर गाड़ी रोकी तो पुलिस वाले नहीं छोड़ेंगे। पुलिस आयुक्त ने बताया- आरोपियों की तलाश में पांच टीमें लगी थीं। जांच में सामने आया कि आरोपियों ने गंगा बैराज से एक किलोमीटर पहले शराब खरीदी थी। CCTV फुटेज मिला。 शराब पीने के बाद श्याम सुंदर कार ड्राइव कर रहा था, जबकि अभिजीत उसके बगल में बैठ कर सेल्फी ले रहा था। सेल्फी लेने के दौरान सभी श्याम समेत सभी छात्र अभिजीत की ओर देख रहे थे, तभी अचानक बेरिकेडिंग आ गई। घटना के बाद सभी आरोपी ने मोबाइल स्विच ऑफ कर लिया था। हॉस्टल पहुंचे जहां अभिजीत ने क्रेन बुक कर क्षतिग्रस्त कार को फजलगंज स्थित हुंडई के शोरूम भिजवाया। इसके बाद पुलिस ने बीटेक छात्र अभिजीत चतुर्वेदी को गिरफ्तार किया। अभिजीत की निशानदेही पर मथुरा के तालगढ़ी सौकखेड़ा के रहने वाले 23 साल के श्याम सुंदर को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उनके साथ बिहार का प्रशांत, चित्रकूट का हिमांशु मिश्रा और एक अन्य युवक था। सभी हॉस्टल में रहकर बीटेक की पढ़ाई कर रहे हैं। ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर ने बताया- ऑरा कार (UP 96 S 5129) बीटेक छात्र हिमांशु के पिता विष्णु दत्त मिश्रा के नाम रजिस्टर्ड है। घटना के समय कार में नंबर प्लेट नहीं थी, गाड़ी को जब्त कर लिया गया है। घटना के अगले दिन हिमांशु का पेपर था, जिसमें वह नहीं पहुंचा। गिरफ्तार आरोपी अभिजीत और श्याम सुंदर का शनिवार को परीक्षा है। सभी आरोपी छात्र हैं, नशे में पुलिस से बचने के आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया है। आरोपियों का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है। आरोपियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या में रिपोर्ट दर्ज की गई है। घटना के समय गंगा बैराज पर बैरिकेडिंग लगाकर कोहना थाना प्रभारी यातायात पुलिस के साथ चेकिंग कर रहे थे। तभी उन्नाव से आ रही तेज रफ्तार कार ने चेकिंग से भागने के प्रयास में अटल घाट चौकी प्रभारी संजय कुमार, दरोगा पूरन सिंह और होमगार्ड हरिप्रकाश पर कार चढ़ाकर कुचलने का प्रयास किया था। इसमें एक दरोगा का पैर टूटा था।
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YNYogesh Nagarkoti
Dec 26, 2025 11:18:12
Bageshwar, Uttarakhand:उत्तराखंड के बागेश्वर जिले के एक दूरस्थ पहाड़ी गांव से निकले युवा तेज गेंदबाज देवेंद्र सिंह बोरा ने शुक्रवार को विजय हजारे ट्रॉफी 2025–26 के मुकाबले में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा को गोल्डन डक पर आउट कर सबको चौंका दिया। जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में हुए इस मैच में यह विकेट देखते ही देखते चर्चा का विषय बन गया। रोहित शर्मा से फैंस को बड़ी पारी की उम्मीद थी, क्योंकि उन्होंने इसी टूर्नामेंट में हाल ही में 155 रनों की शानदार पारी खेली थी। स्टेडियम रोहित-रोहित के नारों से गूंज रहा था, लेकिन देवेंद्र की तेज गेंद पर रोहित बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए और मैदान में अचानक सन्नाटा छा गया। यह देवेंद्र बोरा का उत्तराखंड के लिए महज तीसरा लिस्ट-ए मुकाबला है, लेकिन इसके बावजूद उनका आत्मविश्वास और गेंदबाजी काबिले-तारीफ रही। इससे पहले इस टूर्नामेंट में उन्होंने 44 रन देकर चार विकेट लेकर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया था। 2023–24 सीजन में कर्नल सीके नायडू ट्रॉफी में बंगाल के खिलाफ 10 विकेट लेकर वे पहली बार सुर्खियों में आए थे। देवेंद्र एक ऐसे गांव से आते हैं, जहां आज भी सड़क नहीं है। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले देवेंद्र की यह सफलता पहाड़ के युवाओं के लिए प्रेरणा बन गई है।
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