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Raebareli229010

Raebareli - महाकुम्भ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए राहत भरी खबर

Jan 13, 2025 02:18:55
Raebareli, Uttar Pradesh

लखनऊ से प्रयागराज नेशनल हाइवे पर पड़ने वाले टोल निःशुल्क हो गए है। रायबरेली के इटौरा व प्रयागराज का अंधियारी टोल प्लाज़ा हुआ निः शुल्क, महाकुम्भ चलने तक अस्थाई तौर पर टोल निःशुल्क किये गए है। अब श्रद्धालुओं को आवागमन में जेबें ढ़ीली नहीं करनी होगी, टोल प्लाज़ा में बने बूथों में अब कर्मचारी नहीं दिख रहे ,साथ ही टोल प्लाजा में लगे बैरियर को भी हटाया गया। 

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AAAMIT AGGRWAL
Nov 23, 2025 08:49:56
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DSDharmindr Singh
Nov 23, 2025 08:48:46
Khanna, Punjab:खन्ना में भाजपा की तरफ से सरदार वल्लभ भाई पटेल की 150वीं जयंती के उपलक्ष्य में वॉक फॉर यूनिटी का आयोजन किया गया। जिसमें महारानी परनीत कौर ने शिरकत की। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि भाजपा पूरे देश में यह शताब्दी मना रही है। वहीं, आप सरकार के महिलाओं को एक हजार रूपये देने के वादे को लेकर आप द्वारा कैप्टन सरकार पर सवाल खड़े करने के जवाब पर परनीत कौर ने कहा कि कैप्टन सरकार ने सभी वादे पूरे किए। लेकिन आप सरकार अपने वादों से भाग रही है। आगामी चुनावों को लेकर परनीत कौर ने कहा कि भाजपा अपने कामों का प्रचार कर रही है। भाजपा मजबूती से चुनाव लड़ेगी। अकाली दल से गठबंधन पर परनीत कौर ने कहा कि यह फैसला हाईकमान के हाथ में है। वे कुछ नहीं कह सकते। पीयू के विवाद पर उन्होंने कहा कि नोटिफिकेशन वापस ले लिया गया है। अब जानबूझकर मामले को तूल दिया जा रहा है。
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RJRahul Joshi
Nov 23, 2025 08:46:36
Kota, Rajasthan:गेता में चोरियों की घटनाओं के बाद फूटा ग्रामीणों का आक्रोश, स्टेट हाइवे किया जाम, पुलिस अधिकारी पहुंचे जुटे समझाइश में. बढ़ती चोरियों के साथ नशे और सट्टे के कारोबार पर अंकुश लगाने की कर रहे मांग. इटावा थाना क्षेत्र के गेता कस्बे में शुक्रवार रात्रि को हुई घरों में लाखों रुपए की चोरियों की घटना के बाद ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा. रविवार को आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर ग्रामीणों ने कस्बे के बाजार बंद कर दिए वही बारा-मथुरा स्टेट हाइवे वन ए पर जाम लगा दिया. जिसके बाद वाहनों की लंबी कतारें लग गई. क्योंकि यह मार्ग एक्सप्रेस वे दिल्ली बॉम्बे एक्सप्रेस वे से जुड़ा हुआ है. ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि चोरियों की घटनाओं के अलावा क्षेत्र में नशा और सट्टे का कारोबार पूरी तरह चरम पर है. जिससे अपराधों में बढ़ोतरी हो रही है. जाम की सूचना के बाद इटावा डीएसपी ओम प्रकाश सरावत भी मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों से चर्चा कर समझाइश कर रहे हैं.
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VSVishnu Sharma
Nov 23, 2025 08:46:20
Jaipur, Rajasthan:मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बच्चों को 'दो बूंद जिंदगी की' पिलाई। उन्होंने मुख्यमंत्री निवास पर बच्चों को पोलियो प्रतिरक्षक दवा पिलाकर राज्यस्तरीय उप राष्ट्रीय पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की। प्रदेश में पांच वर्ष तक के एक करोड़ से ज्यादा बच्चों को पल्स पोलियो की दो बूंद पिलाई जाएगी। प्रदेश में पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत आज से की गई। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री आवास पर आज छोटे छोटे बच्चों को पल्स पोलियो की दो बूंद पिलाकर अभियान का शुभारंभ किया। शर्मा ने कहा यह एक अभियान नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को सुरक्षित भविष्य देने का जरिया है। उन्होंने कहा कि पोलियो ऐसा संक्रामक रोग है जो बच्चे के जीवन के लिए घातक हो सकता है। दो बूंद दवा ही पोलियो जैसी गंभीर बीमारी से रक्षा कर सकती है। प्रदेश में 58 हजार 823 पोलियो बूथ स्थापित किए गए हैं। करीब 1 करोड़ 8 लाख बच्चों को पोलियो दवा पिलाने के लिए पूरे प्रदेश में 58 हजार 823 पोलियो बूथ स्थापित किए गए हैं। किसी कारणवश बूथ पर दवा पीने नहीं वाले बच्चों को अगले दो दिन स्वास्थ्यकर्मी घर-घर जाकर दवा पिलाएंगे। 6 हजार 741 ट्रांजिट टीमें और 8 हजार 989 मोबाइल टीम की व्यवस्था भी की गई है। पोस्टर का विमोचन किया गया। मुख्यमंत्री ने ‘दो बूंद हर बार, पोलियो पर जीत रहे बरकरार’ पोस्टर का विमोचन भी किया। इस अवसर पर चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री ए. राठौड़, बच्चों के अभिभावक सहित अधिकारी मौजूद रहे। भारत में पिछले 14 साल में पोलियो का कोई नया केस दर्ज नहीं हुआ है और भारत को पोलियो मुक्त राष्ट्र घोषित किया जा चुका है। पोलियो एक संक्रामक रोग है और पड़ोसी देशों में पोलियो संक्रमण के मामलों को ध्यान में रखकर ही सम्पूर्ण प्रदेश में पल्स पोलियो अभियान आयोजित कर सभी लक्षित बच्चों को पोलियो प्रतिरक्षक दवा पिलाई जा रही है।
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DGDeepak Goyal
Nov 23, 2025 08:45:57
Jaipur, Rajasthan:मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास ने कार्यभार संभालते ही जिस गति और दृष्टि के साथ काम शुरू किया है, उसने राज्य की नौकरशाही और प्रशासनिक ढांचे में नई हलचल पैदा कर दी है। पहला संकेत उन्होंने तबादला सूची से ही दे दिया। एक भी अतिरिक्त प्रभार नहीं, बल्कि विभागों का सुविचारित इंटीग्रेशन। यह एक ऐसा कदम है, जिससे लगभग 25 प्रमुख सचिव स्तर के अलग-अलग पदों की आवश्यकता स्वाभाविक रूप से खत्म हो जाती है। जॉइनिंग के महज चार दिनों में उन्होंने ऐसा वर्क–टेम्पो दिखाया है। जिसकी मिसाल कई सालों में देखने को नहीं मिलती। पहला संकेत: कोई अतिरिक्त प्रभार नहीं, सीधा स्ट्रक्चर री-डिज़ाइन। पहली IAS तबादला सूची ही बड़ा मैसेज थी। एक भी अतिरिक्त प्रभार नहीं। इसके बजाय विभागों का सुविचारित इंटीग्रेशन किया गया, जिससे करीब 25 प्रमुख सचिव पदों की स्वाभाविक जरूरत खत्म हो गई। हेल्थ-मेडिकल एजुकेशन का विलय हो या प्लानिंग-आईटी को एक लाइन में लाना... श्रीनिवास ने सिस्टम को अनावश्यक टुकड़ों के बजाय एक कॉम्पैक्ट मशीन की तरह री-ऑर्गनाइज़ करना शुरू कर दिया है। सचिवालय की धीमी चाल अब फास्ट-फॉरवर्ड मोड में। नई जिम्मेदारी के साथ ही सचिवालय की दिनचर्या बदल गई है। लगातार विभागीय बैठकें,फील्ड विज़िट, अफसरों की क्लास और ऑन-ग्राउंड एक्टिव मॉनिटरिंग। सिर्फ फाइलों पर भरोसा करने के बजाय वे सीधे पीएचक्यू पहुंचते हैं, स्टेडियम में जाकर निरीक्षण करते हैं, और मौके की खामियों को खुद देखकर नोट करते हैं। पहले 24 घंटों में एसएमएस स्टेडियम जाकर वर्जिश करते हुए निरीक्षण करना नौकरशाही के लिए बिल्कुल नया मैसेज था। फोकस: गुड गवर्नेंस और डिजिटल एंपावरमेंट। मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास बार-बार दो ही बातें दोहराते हैं।गुड गवर्नेंस और डिजिटल एंपावरमेंट। संपर्क पोर्टल पर हर दिन लाखों कॉल आने के बावजूद शिकायत निवारण की गुणवत्ता बड़ी समस्या है। उनका मानना है कि यदि यह क्वालिटी सुधरी, तो जनता का भरोसा स्वतः बढ़ेगा। इसके लिए वे डिजिटल सिस्टम को प्रशासन की रीढ़ बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं। इंटरलिंक्ड गवर्नेंस मॉडल-एक ही लक्ष्य पर केंद्रित राज्य प्रशासन। सरकार के चार कोर फोकस गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति—को अलग-अलग सुधारों के बजाय एक इंटरलिंक्ड ढांचे में जोड़ने की योजना है। इसी दिशा में विकसित भारत–2047 की तर्ज पर राजस्थान में सेक्टोरल ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज बनाए गए हैं। 10 प्रमुख सेक्टरों को एकीकृत कर एक ही मिशन पर केंद्रित किया गया है। कृषि सेक्टर इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। एग्रीकल्चर, डेयरी, फिशरीज, ग्रामीण विकास, पंचायती राज और कोऑपरेटिव सभी को एक फ्रेम में रखकर अन्नदाता के लिए संयुक्त कार्ययोजना तैयार की जा रही है। विभागों के बीच टकराव खत्म करने का मिशन। पर्यावरण–माइंस विवाद हों या रोड सेफ्टी में पुलिस, पीडब्ल्यूडी, ट्रांसपोर्ट और हेल्थ के क्रॉस-मैटर… मुख्य सचिव खुद इन “छिपी हुई गांठों” को खोलने में जुटे हैं। वे खुद कहते हैं। जहां भी गया, लाखों लोगों से बात की। 8 हजार किलोमीटर के दौरे में 60 हजार किसानों से पूछा कौन-सी प्रक्रिया सरल चाहिए؟ नया दौर-सिर्फ सचिवालय नहीं, जनता से जुड़ी नौकरशाही। श्रीनिवास की कार्यशैली साफ संकेत देती है कि प्रशासनिक पुनर्गठन केवल आदेशों से नहीं, फील्ड पर खड़े होकर होगा। इसी वजह से कुछ ही दिनों में सचिवालय से लेकर फील्ड तक प्रशासनिक तंत्र में नई ऊर्जा दिखाई दे रही है।
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DGDeepak Goyal
Nov 23, 2025 08:40:27
Jaipur, Rajasthan:एंकर-मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास ने कार्यभार संभालते ही जिस गति और दृष्टि के साथ काम शुरू किया है, उसने राज्य की नौकरशाही और प्रशासनिक ढांचे में नई हलचल पैदा कर दी है। पहला संकेत उन्होंने तबादला सूची से ही दे दिया। एक भी अतिरिक्त प्रभार नहीं, बल्कि विभागों का सुविचारित इंटीग्रेशन। यह एक ऐसा कदम है, जिससे लगभग 25 प्रमुख सचिव स्तर के अलग-अलग पदों की आवश्यकता स्वाभाविक रूप से खत्म हो जाती है। जॉइनिंग के महज चार दिनों में उन्होंने ऐसा वर्क टेम्पो दिखाया है। जिसकी मिसाल पिछले कई सालों में देखने को नहीं मिलती। मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास के आने के साथ ही सचिवालय की धीमी चाल अचानक तेज हुई है। दौरे, विभागीय बैठकों की झड़ी, अफसरों की क्लास और फील्ड में लगातार मौजूदगी। ब्यूरोक्रेसी के शीर्ष पद पर ऐसी सक्रियता हाल के वर्षों में शायद ही देखने को मिली हो। श्रीनिवास का पहला सिग्नल साफ सिस्टम को डिजिटल, सरल और जवाबदेह बनाना है। पहले ही आईएएस तबादला सूची में उन्होंने एक भी अतिरिक्त प्रभार नहीं दिया। विभागों को इंटीग्रेट किया, ऐसे इंटीग्रेशन जिनसे करीब 25 प्रमुख सचिव के पदों की जरूरत ही खत्म हो जाती है। हेल्थ और मेडिकल एजुकेशन को साथ लाना हो या प्लानिंग और आईटी को एक लाइन में जोड़ना,या फिर DLB डायरेक्टर और LSG सचिव का काम एक ही अफसर को देना...वी. श्रीनिवास ने सिस्टम के अनावश्यक टुकड़े जोड़कर एक कॉम्पैक्ट मशीन जैसा ढांचा बनाने की शुरुआत कर दी है। उनकी शैली अलग है। सचिवालय की मेजों पर बैठकर निर्णय लेने की बजाय वे सीधे पीएचक्यू पहुंच गए, पुलिस अफसरों के बीच बैठकर सीधे संवाद किया। प्रवासी राजस्थानी दिवस की तैयारियों पर अफसरों को क्लास दी। जॉइन करने के 24 घंटे के अंदर एसएमएस स्टेडियम जाकर निरीक्षण करना और खुद वर्जिश करते हुए मौके की खामियों को पहचानना। यह सब नौकरशाही के लिए नए दौर का संदेश है। मुख्य सचिव बार-बार दो बातें दोहराते हैं। गुड गवर्नेंस और डिजिटल एंपावरमेंट। राज्य में हर दिन संपर्क पोर्टल पर लाखों कॉल आते हैं। वे मानते हैं कि यदि शिकायत निवारण की गुणवत्ता सुधरी, तो सरकार के प्रति जनता का भरोसा भी बढ़ेगा। यही विश्वास बढ़ाने के लिए वे तकनीक को प्रशासन की रीढ़ बनाने की तैयारी में हैं। सिस्टम को सरल, तेज, पारदर्शी और भ्रष्टाचार-रोधी बनाना। सरकार के चार प्राथमिक क्षेत्र गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति। इन सबके लिए अलग-अलग सुधार नहीं, बल्कि एक संयुक्त और इंटरलिंक्ड गवर्नेंस मॉडल तैयार किया जा रहा है। विकसित भारत–2047 की तर्ज पर राजस्थान के लिए सेक्टोरल ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज बनाए गए हैं। 10 बड़े सेक्टरों में विभागों को एकजुट कर एक ही लक्ष्य पर केंद्रित किया गया है। कृषि सेक्टर इसका बड़ा उदाहरण है। एग्रीकलचर, डेयरी, ग्रामीण विकास, पंचायती राज से लेकर फिशरीज और कोऑपरेटिव तक सभी को एक फ्रेम में लाकर राज्य के अन्नदाता के लिए एकीकृत कार्ययोजना तैयार हो रही है। इंटर-डिपार्टमेंटल टकराव खत्म करने पर भी उनका फोकस है। पर्यावरण और माइंस के बीच विवाद हों या पुलिस, पीडब्ल्यूडी, ट्रांसपोर्ट और हेल्थ के बीच रोड सेफ्टी से जुड़े क्रॉस-मैटर। मुख्य सचिव की भूमिका इन सभी छिपी हुई गांठों को खोलने की है। श्रीनिवास खुद कहते है। जहां मेरी अलग अलग जगहों पर पोस्टिंग रही वहां मेने लाखों लोगों से बात की। एम्स में 25 हजार पेशेंट रोज आते थे। राजस्व मंडल में 5 हजार किसान मिलते थे। 8 हजार किलोमीटर के दौरे में 60 हजार किसानों से पूछा कि कौन-सी प्रक्रिया सरल चाहिए। बहरहाल, मुख्य सचिव की कार्यशैली यही संदेश देती है। यह सिर्फ सचिवालय नहीं, बल्कि जनता की अपेक्षाओं से सीधे जुड़ी हुई नौकरशाही है। सिस्टम का पुनर्गठन केवल आदेश से नहीं, बल्कि फील्ड में खड़े होकर होने वाला है। यही वजह है कि जॉइनिंग के कुछ दिनों में ही प्रशासनिक तंत्र में एक नई ऊर्जा महसूस की जा रही है और चर्चा भी।
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VSVishnu Sharma
Nov 23, 2025 08:39:30
Jaipur, Rajasthan:शिवसेना (शिंदे गुट) की राजस्थान में पैर पसारने की जुगत, मळ मास के बाद चार गुनी सदस्यता का दावा शिवसेना शिंदे गुट राजस्थान में पैर पसारने की जुगत कर रहा है. शिव सेना ने प्रदेश में 15 जनवरी के बाद पार्टी की सदस्यता चार गुनी करने का दावा किया है. पार्टी ने संगठनात्मक विस्तार की दृष्टि से शनिवार को नई नियुक्तियां की है. राज्य के हर हिस्से में संगठन काे पहुंचाने का संकल्प लिया गया। शिवसेना शिंदे गुट राजस्थान के प्रदेश कार्यालय में शनिवार को हुई बैठक में नई नियुक्तियों और आगामी कार्यक्रमों کو लेकर चर्चा की गई। बैठक के दौरान संगठन विस्तार के लिए तीन नई नियुक्तियां की गईं। इनमें गंगा नगर से विक्रम सिंह राठौड़ को उप राज्य प्रमुख (उपाध्यक्ष), सुनील शर्मा को प्रदेश सचिव और जितेंद्र राठौड़ को जयपुर जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। ये नियुक्तियाँ राजस्थान में पार्टी की संगठनात्मक मजबूती और युवा सशक्तिकरण की दिशा में अहम कदम हैं। प्रदेश अध्यक्ष प्रह्लाद सिंह पालड़ी ने कहा कि गंगानगर जैसे सीमावर्ती जिले गंगानगर से नियुक्ति की गई है। इसका मतलब यह है कि आने वाले समय में राजस्थान के हर कोने गांव और ढाणी तक शिवसेना शिंदे गुट की मौजूदगी दिखाई देगी। पार्टी बाला साहब ठाकरे की विचारधारा और मार्गदर्शन को धरातल पर उतारने का प्रयास कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी धर्म विशेष के खिलाफ संगठन नहीं है, बल्कि उन लोगों के खिलाफ है जो धर्म के नाम पर आम नागरिकों को नुकसान पहुँचाते हैं। प्रह्लाद सिंह ने कहा कि 15 जनवरी को पार्टी की एक विशेष मीटिंग आयोजित की जाएगी, जबकि 23 जनवरी को जयपुर में बाला साहब ठाकरे की पुण्यतिथि का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम से राजस्थान के शिवसैनिकों में नई ऊर्जा और उत्साह पैदा होगा। प्रदेश में सदस्यता अभियान के तहत लक्ष्य 25 हजार से ज्यादा सदस्य बनाए जा चुके हैं और 15 जनवरी के बाद यह संख्या और बढ़कर एक लाख तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा। राजनीतिक दृष्टि से फिलहाल राजस्थान में तीसरे मोर्चे का कोई विकल्प नहीं है। संगठन का मुख्य फोकस अपनी पार्टी को मजबूत करना और अगले चुनावों में पूरी तैयारी के साथ उतरना है। आवश्यकता पड़ने पर भाजपा या अन्य संगठनों के साथ गठबंधन की संभावना पर विचार किया जाएगा। यूथ विंग अध्यक्ष सचिन ने कहा कि लगातार चलाए जा रहे सदस्यता अभियान से शिवसेना शिंदे गुट राजस्थान में सक्रिय और सशक्त किया जा रहा है। नई नियुक्तियों और संगठनात्मक मजबूती के जरिए पार्टी का विस्तार और प्रभाव राज्य के हर हिस्से में किया जाएगा।
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