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झांसी में स्वच्छता ही सेवा-2024 अभियान के तहत मानव श्रृंखला और प्रतियोगिता का आयोजन

Oct 02, 2024 03:38:28
Jhansi, Uttar Pradesh

स्वच्छता ही सेवा-2024 अभियान के 15वें दिन झाँसी मंडल में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। इस दौरान रेलवे स्टेशनों पर मानव श्रृंखला बनाई गई, जिसमें रेलवे कर्मचारी, यात्री और स्थानीय समुदाय के सदस्य शामिल हुए, ताकि स्वच्छता के प्रति जागरूकता फैल सके। इसके साथ ही, स्वच्छता प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें रेलवे कर्मचारियों और उनके परिवारों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में सफाई और रचनात्मकता से संबंधित गतिविधियाँ शामिल थीं, जिससे सभी को स्वच्छता के महत्व के प्रति प्रेरित किया गया।

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RJRahul Joshi
Dec 17, 2025 12:41:05
Kota, Rajasthan:KOTA रेल्वे कॉलोनी थाने में बबलप्रीत उर्फ नरगिस ने चंडीगढ़ से आकर किया आत्मसमर्पण, नई कानूनों के तहत हुई कार्यवाही के डर से पहली बार हुआ आत्मसर्पण, हनीट्रैप मामले में फरार बबलप्रीत पर न्यायालय में शुरू हुई थी "ट्रायल इन अब्सेंटिया" की कार्यवाही, नए अपराधी कानून के तहत ट्रायल इन अब्सेंटिया कार्यवाही के डर से किया आत्मसमर्पण, हनीट्रैप मामले में 1 साल से फरार थी महिला,10हजार का इनाम था घोषित, प्रतिष्ठित व इज्जतदार व्यक्तियों को हनीट्रैप में फंसाने का बुनते थे जाल, संबंधित मामले में पूर्व में हो चुकी आरोपियों की गिरफ्तार, शहर SP तेजस्वनी गौतम के नेतृत्व में DSP पुनम के अधीन CI रामस्वरूप मीणा टीम की कार्यवाही,
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SKSATISH KUMAR
Dec 17, 2025 12:40:14
:स्लग मनरेगा का नाम बदलने के प्रस्ताव के खिलाफ कांग्रेस का विरोध, भाजपा सरकार का पुतला दहन शहर रामनगर रिपोर्टर (हट गया) महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम (मनरेगा) का नाम बदलने के प्रस्ताव के विरोध में कांग्रेस ने संसद से लेकर सड़कों तक आंदोलन तेज कर दिया है। इसी क्रम में रामनगर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा भाजपा सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन एवं पुतला दहन किया गया। कार्यक्रम में कांग्रेस की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक रणजीत रावत प्रमुख रूप से शामिल रहीं। पूर्व विधायक रणजीत रावत ने कहा कि महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना दुनिया की सबसे बड़ी रोजगार देने वाली योजना है, जिसे विश्व बैंक ने भी मान्यता दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री द्वारा सदन में इस योजना को कांग्रेस की असफलताओं का स्मारक बताना न केवल दुर्भाग्यपूर्ण है, बल्कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का अपमान भी है। रणजीत रावत ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान जब देशभर में फैक्ट्रियां, दुकानें, स्कूल और अन्य रोजगार के सभी साधन बंद हो गए थे, उस कठिन समय में मनरेगा ही गरीबों और ग्रामीणों के लिए जीवन रेखा बनी। लाखों लोगों को इस योजना के माध्यम से रोजगार मिला और उनके परिवारों का भरण-पोषण संभव हो सका। ऐसी जनकल्याणकारी योजना का नाम बदलने का प्रस्ताव मोदी सरकार की जनविरोधी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की “डबल इंजन सरकार” लोकसभा में मनरेगा का नाम बदलने का प्रस्ताव लाई है, जिसका कांग्रेस देशभर में विरोध कर रही है। यह विरोध राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अपमान के खिलाफ है। पूर्व विधायक ने आरोप लगाया कि इससे पहले भी सरकार ने खादी ग्राम उद्योग से गांधी जी की तस्वीर हटाई, चरखे के साथ गांधी जी की पहचान को खत्म करने का प्रयास किया और अब मनरेगा से उनका नाम हटाने की कोशिश की जा रही है। रणजीत रावत ने तीखे शब्दों में कहा कि यह सरकार डरी हुई है और इतिहास को मिटाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी को देश के इतिहास और जनता के दिलों से हटाया नहीं जा सकता। देश के विकास के हर पन्ने और हर पत्थर पर इन नेताओं के नाम अंकित हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि आज मनरेगा का नाम बदला जा रहा है, कल नोटों से गांधी जी की तस्वीर हटाने की कोशिश की जाएगी। कांग्रेस ऐसे हर प्रयास का पुरजोर विरोध करेगी। इसी के तहत कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार का पुतला दहन कर अपना विरोध दर्ज कराया और सरकार से प्रस्ताव वापस लेने की मांग की। बाइट रणजीत रावत,पूर्व विधायक कांग्रेस
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KLKANHAIYA LAL SHARMA
Dec 17, 2025 12:39:49
Mathura, Uttar Pradesh:यमुना एक्सप्रेस-वे भीषण हादसा: दूसरे दिन घटना स्थल पर जाँच तेज, अधिकारियों ने खंगाले साक्ष्य मथुरा— यमुना एक्सप्रेस-वे पर हुई उस भयावह सड़क दुर्घटना के दूसरे दिन, जिसमें 13 लोगों ने अपनी जान गंवाई थी, आज पुलिस प्रशासन और संबंधित विभागों की टीमों ने घटना स्थल का विस्तृत निरीक्षण किया। इस भीषण हादसे के कारणों की तह तक जाने के लिए प्रशासन ने तकनीक और विशेषज्ञों का सहारा लिया है। बहु-विभागीय जांच टीम मौके पर बुधवार सुबह एडीएम प्रशासन अंबरीश कुमार और एसपी देहात सुरेश चंद्र रावत के नेतृत्व में भारी पुलिस बल घटना स्थल पर पहुंचा। उनके साथ यमुना एक्सप्रेस-वे अथॉरिटी, Road Safety Department और एक प्राइवेट फॉरेंसिक जांच एजेंसी के विशेषज्ञ भी मौजूद रहे। अधिकारियों ने सड़क की बनावट, डिवाइडर की स्थिति और गाड़ियों के टकराने के कोण (Angle) का बारीकी से अध्ययन किया। जांच एजेंसी की टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्रित किए ताकि यह स्पष्ट हो सके कि हादसा किसी तकनीकी खराबी, मानवीय चूक या फिर खराब मौसम और कोहरे के कारण हुआ था। 13 मौतें और 40 से अधिक घायलों का संघर्ष हादसे की गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस दुर्घटना में अब तक 13 लोगों की दर्दनाक मौत की पुष्टि हो चुकी है। वहीं, विभिन्न अस्पतालों में 40 से अधिक घायलों का उपचार अब भी जारी है। कई मरीजों की हालत चिंताजनक बनी हुई है, जिसके चलते प्रशासन स्वास्थ्य सेवाओं पर लगातार नजर बनाए हुए है। अधिकारियों का क्या कहना है? मीडिया से बात करते हुए एडीएम प्रशासन अंबरीश कुमार ने बताया, "हम हर पहलू से जांच कर रहे हैं। Road Safety Department यह देख रहा है कि क्या वहां सुरक्षा मानकों में कोई कमी थी। प्राइवेट एजेंसी की रिपोर्ट के आधार पर भविष्य में ऐसे हादसों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।" एसपी देहात सुरेश चंद्र रावत ने कहा कि क्षतिग्रस्त वाहनों के अवशेषों की जांच की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि आग लगने का मुख्य स्रोत क्या था। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को हर संभव सहायता पहुंचाने का आश्वासन दिया है।
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HBHemang Barua
Dec 17, 2025 12:39:29
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RSR.B. Singh
Dec 17, 2025 12:38:26
Tikamgarh, Madhya Pradesh:टीकमगढ़ जिला अस्पताल में आज कलेक्टर ने निरीक्षण किया, जहां उनके सामने तमाम गड़बड़ियां सामने आईं, जिसमें मरीज को मिलने वाला खाना उन्होंने खुद कटोरी में लेकर खाकर चेक किया। चावल आधा पका मिला, 1 किलो दाल में 300 मरीजों के लिए खाना बन रहा था, मरीज को मिलने वाला खाना मैन्यू के अनुसार नहीं दिया जा रहा था और न ही पर्याप्त मात्रा में। अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही और अव्यवस्थाओं के कारण मरीजों को स्टार फूड कंपनी द्वारा खाना बांटा जाता है, पर केवल भोजन पूर्ति हो रही है। करोड़ों रुपए बजट सरकार का गया। टीकमगढ़ कलेक्टर विवेक श्रोत्रिय ने रसोई का निरीक्षण किया और कहा कि मरीजों को मिलने वाला भोजन मैन्यू के अनुसार नहीं मिल रहा है। रोटियां कम दी जाती हैं, चाय-बिस्किट, दूध और गुड़ के लड्डू नहीं दिए जाते। कलेक्टर ने भर्ती महिला मरीजों से भी पूछा और उन्होंने कहा कि खाना अच्छा नहीं मिलता है।
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NMNitesh Mishra
Dec 17, 2025 12:37:45
Dhanbad, Jharkhand:धनबाद के केंदुआडीह गैस रिसाव स्थल पर आज धनबाद विधायक राज सिन्हा पहुंचे, जहां गैस रिसाव को नियंत्रित करने के लिए स्थल के समीप बोरिंग कर नाइट्रोजन गैस डालने की प्रक्रिया चल रही है। विधायक ने मौके पर मौजूद सिम्फर (CIMFR) के वैज्ञानिकों और कार्य में लगे अन्य कर्मियों से बातचीत कर स्थिति का जायजा लिया। वहीं विधायक राज सिन्हा ने बताया कि वैज्ञानिकों से विस्तृत चर्चा हुई है। वैज्ञानिकों के अनुसार जिस स्थल पर बोरिंग की जा रही है, वहां मीथेन गैस की मात्रा काफी अधिक पाई गई है। नाइट्रोजन डालने की प्रक्रिया में यदि पूरी तरह सफलता मिलती है तो आगे दो से तीन अन्य स्पॉट पर भी इसी तरह बोर होल कर गैस को नियंत्रित करने का कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गैस निकालने का काम तेजी से चल रहा है और गैस का तापमान भी काफी कम हो चुका है, जिससे स्थानीय लोगों को राहत मिलने की उम्मीद है। विस्थापन के मुद्दे पर विधायक ने स्पष्ट कहा कि पहले गैस रिसाव पर पूरी तरह काबू पाया जाए, उसके बाद बैठकर विस्थापन को लेकर निर्णय लिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी समस्या यहां रहने वाले लोगों के रोजगार की है। लोग पीढ़ी दर पीढ़ी इस क्षेत्र में रह रहे हैं, ऐसे में उन्हें अचानक हटाना उचित नहीं है। यह किसी साजिश के तहत किया गया विस्थापन नहीं होना चाहिए। विधायक ने सरकार से मांग की कि प्रभावित लोगों को उचित मुआवजा और सुरक्षित पुनर्वास की व्यवस्था की जाए। वहीं वैज्ञानिकों की टीम ने भी बताया कि कार्य प्रगति पर है और जल्द ही गैस रिसाव पर काबू पा लिया जाएगा। इससे केंदुआडीह के गैस प्रभावित इलाके में रहने वाले लोगों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है। वहीं बीसीसीएल प्रबंधन भी बोरिंग कार्य पर नजर बनाए हुए हैं तथा पीबी एरिया के जीएम ने बताया कि छह बोर होल किया जाना है एक एक कर बोर होल किया जा रहा है और जमीन के अंदर लगी आग की स्थित देखा जा रहा है।
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UMUJJWAL MISHRA
Dec 17, 2025 12:37:22
Ranchi, Jharkhand:आदिवासी क्षेत्र सुरक्षा परिषद की ओर से आज एक महत्वपूर्ण प्रेस वार्ता रखी गई, उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी और मूल बात यह है कि जो आदिवासी समाज मूल रूप से सरना धर्म को मानता है, वह शुरू से ही अपने धर्म की रक्षा के लिए सरना धर्म कोड की मांग करता आ रहा है। आदिवासी समाज केंद्र सरकार से यह स्पष्ट मांग कर रहा है कि उसे उसका अलग धार्मिक कोड दिया जाए। जब तक सरना धर्म कोड नहीं मिलेगा, तब तक यह कैसे तय होगा कि आदिवासियों का वास्तविक धर्म क्या है? आज कोई आदिवासी हिंदू के रूप में दर्ज है, कोई ईसाई, कोई बौद्ध, कोई जैन तो कोई मुस्लिम के रूप में पहचाना जा रहा है। आदिवासी समाज भौगोलिक रूप से अलग-अलग क्षेत्रों में बंटा जरूर है, लेकिन उसकी मूल आस्था सरना धर्म ही है। मेरा स्पष्ट मानना है कि पहले सरना धर्म कोड दीजिए, उसके बाद ही किसी भी तरह की लिस्टिंग या वर्गीकरण की बात कीजिए। लेकिन दुर्भाग्य यह है कि मांग पूरी करने से पहले ही समाज को लूटने, बर्बाद करने और खत्म करने की साजिश रची जा रही है। मैं तमाम पत्रकार बंधुओं के माध्यम से यह साफ कहना चाहता हूं कि डीलिस्टिंग की जो मांग उठाई जा रही है, उसका असली मकसद आदिवासियों के आरक्षण को समाप्त करना है। आज कहा जाएगा कि ईसाई आदिवासियों को अलग करो, कल कहा जाएगा कि हिंदू आदिवासियों को अलग करो। अंत में जो सरना धर्म मानने वाले बचेंगे, उनकी संख्या दो-चार प्रतिशत रह जाएगी। फिर यह कहकर कि संख्या कम है, उनके संवैधानिक अधिकार और आरक्षण को भी खत्म कर दिया जाएगा। यही असली साजिश है, जिसे समझने की जरूरत है। आदिवासी समाज को संविधान से मिला आरक्षण और अधिकार पूरी तरह समाप्त करने की योजना बनाई जा रही है। इसी उद्देश्य से आज सरना के नाम पर आदिवासियों को आपस में लड़ाने की कोशिश की जा रही है—कभी हिंदू-मुस्लिम, कभी सरना-ईसाई के नाम पर। मैं इस तरह की राजनीति का घोर विरोध करता हूं। क्योंकि इससे आदिवासी समाज के बीच बनी आपसी समझ, सौहार्द और शांति को तोड़ने की साजिश की जा रही है। नफरत फैलाने वाले लोग समाज को बांटना चाहते हैं, और ऐसे लोगों से मुझे स्पष्ट शब्दों में नफरत है। आदिवासी समाज को तोड़ने नहीं, बल्कि उसकी पहचान, धर्म और संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने की जरूरत है—और सरना धर्म कोड इसी संघर्ष की पहली और सबसे जरूरी कड़ी है। बाइट: अजय तिर्की (अध्यक्ष केंद्रीय सरना समिति)
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NTNagendra Tripathi
Dec 17, 2025 12:36:51
Gorakhpur, Uttar Pradesh:खजनी विकास खण्ड के उसवा बाबू स्थित उच्च माध्यमिक विद्यालय में पढ़ाई का माहौल अखाड़े जैसा हो गया। मिड-डे मील में कीड़े मिलने के आरोप के बाद रसोइया और प्रधानाध्यापिका के बीच हाथापाई तक हो गई। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। बच्चों ने भोजन लेने से इनकार किया। प्रधानाध्यापिका रीता आर्या ने रसोइया पर सवाल किया तो बहस हाथापाई में बदली। विवाद बढ़ा और मारपीट का वीडियो वायरल हुआ। मासूम बच्चे चुप रहे और शिक्षा का माहौल शर्मसार हो गया। रीता आर्या का कहना है कि उनसे जबरन हटाने की साजिश हो रही है; खराब चावल से भोजन बनाते हैं; विरोध करने पर स्टाफ को भड़काया जाता है; धर्म परिवर्तन का दबाव और जातिगत साजिश का आरोप। श्रद्धा शुक्ला का कहना है कि विद्यालय में हर दिन विवाद होता है; प्रधानाध्यापिका तानाशाह रवैया और स्टाफ प्रताड़ित किया जाता है। सूत्रों के अनुसार तनातनी वर्षों से चल रही थी और मिड-डे मील में कीड़े मिलने ने हालात और विस्फोटक बनाए। जिस स्कूल में बच्चों को अनुशासन और संस्कार सिखाए जाने चाहिए वहाँ झगड़े और आरोप-प्रत्यारोप की तस्वीरें सामने आ रही हैं। सवाल यह है कि आखिर इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? मिड-डे मील में कीड़े मिलने से शुरू हुआ विवाद अब पूरे शिक्षा तंत्र पर सवाल बनकर खड़ा है। वीडियो वायरल कर दबाव बनाने की कोशिश हुई या लापरवाही ने हालात बिगाड़ दिए? जवाब जो भी हो, नुकसान सबसे ज्यादा उन बच्चों का हुआ है जिनकी पढ़ाई इस लड़ाई की भेंट चढ़ गई। अब देखना यह है कि शिक्षा विभाग कब और कैसे इस ‘अखाड़े’ बने स्कूल में अनुशासन बहाल करता है।
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CSChandrashekhar Solanki
Dec 17, 2025 12:36:19
Ratlam, Madhya Pradesh:रतलाम में इन दिनों शराब के शौकीनों और शराब की लत से जूझ रहे लोगों के लिए हालात मुश्किल बने हुए हैं। शहर की अधिकतर शराब दुकानें या तो बंद पड़ी हैं, या फिर दुकानों पर शराब उपलब्ध नहीं है। बीते कुछ दिनों से सीमित मात्रा में शराब मिलने से परेशानी बढ़ी थी, लेकिन पिछले चार दिनों से तो स्थिति और भी गंभीर हो गई है। हाल यह है कि शराब पीने वालों को कहीं भी शराब नहीं मिल पा रही है। दरअसल, रतलाम में शराब का ठेका बीच सत्र में ही निरस्त कर दिया गया है। अब इस पूरे मामले का नियंत्रण आबकारी विभाग के हाथों में है। जानकारी के अनुसार, ठेकेदार द्वारा फंड की कमी के चलते समय पर शराब का क्रय नहीं किया गया। इसके साथ ही नियमों की अवहेलना भी सामने आई, जिसके कारण इस वर्ष ठेका तय समय से पहले ही निरस्त करना पड़ा। आबकारी विभाग के अधिकारियों का कहना है कि 19 तारीख को नए शराब ठेके के आवंटन की प्रक्रिया पूरी की जाएगी। इसके लिए विभाग द्वारा सभी आवश्यक तैयारियां कर ली गई हैं। हालांकि, बड़ा सवाल यही है कि क्या 19 तारीख को रतलाम में नया शराब ठेका आवंटित हो पाएगा, या फिर शराब शिकिनो की यह परेशानी अभी कुछ और दिनों तक बनी रहेगी। फिलहाल, शहर में शराब को लेकर असमंजस और बेचैनी का माहौल बना हुआ है।
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BSBHUPENDAR SINGH SOLANKI
Dec 17, 2025 12:35:24
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ACAshish Chauhan
Dec 17, 2025 12:34:54
Jaipur, Rajasthan:8 दिन के भीतर जल जीवन मिशन घोटाले की जांच की मंजूरी मिलने के बाद एसीबी ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने 8 दिसंबर को जांच की मंजूरी दी थी, जिसके बाद SIT गठित हुई और तुरंत कार्रवाई करते हुए गिरफ्तारियां की गईं। पीएचईडी में घोटाले से जुड़े ठेकेदारों के साथ-साथ पहली बार सरकार के कुछ अधिकारी भी पूछताछ के दायरे में आए हैं। श्री श्याम और गणपति ट्यूबवेल फर्मों ने इरकॉन कंपनी के नाम से फर्जी प्रमाणपत्र बनवाकर घोटाले के टेंडर हासिल किए थे, जिनमें 900 करोड के टेंडर दिए गए। जांच के दौरान पाई गई अनियमितताओं, घटिया गुणवत्ता और मेजरमेंट बुक के मनमाने भरे जाने के कारण करोड़ों रुपये राजकोष से प्राप्त हुए। एसीबी ने आरोपियों की कॉल ट्रांसक्रिप्ट और FS L के तकनीकी साक्ष्य से रिश्वत और साठगांठ के ठोस प्रमाण बताए हैं। जलदाय मंत्री के अनुसार पिछली सरकार में हुए घोटाले के खिलाफ कार्रवाई जारी है और SIT से अगली कार्रवाई भी उसी आधार पर होगी। हाल में मुख्यमंत्री ने 6 अन्य अधिकारियों के जांच की मंजूरी दी थी और 18 के खिलाफ 17 ए की जांच चल रही है।"
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