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Paraspur- सहजौरा के सरकारी स्कूल में धूम धाम से मनाया गया 'पीपल वृक्ष का जन्मदिवस'
Paraspur, Uttar Pradesh
परसपुर के ग्राम सहजौरा के सरकारी स्कूल परिसर में बच्चों ने पीपल वृक्ष का जन्मोत्सव धूम पूर्वक मनाया गया। पूर्व प्रधान प्रमोद मिश्रा ने बताया कि पंचायत सदस्य रहे आनंद पांडेय ने स्वाधीनता के 50 वीं वर्षगांठ स्वर्ण जयंती के अवसर पर 28 वर्ष पहले पीपल पौधे रोपित किए था। गुरुवार को ग्रामीणों शिक्षकों व बच्चों ने मिलकर धूम पूर्वक पीपल वृक्ष का पूजन कर जन्मदिवस मनाया। राहुल पाण्डेय ने कहा कि वृक्षों का संरक्षण और पूजा पद्धति हमारा संस्कार है। वट वृक्ष बरगद पीपल नीम जैसे वृक्ष उपयोगी हैं।
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Rimjha, Madhya Pradesh:
नरसिंहपुर जिला मुख्यालय के जिला अस्पताल का आज गुरुवार 1 बजे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप भूरिया ने औचक निरीक्षण किया और व्यवस्थाओं का जायजा लिया अस्पताल में विगत दिवस छात्र की निर्मल हत्या को लेकर आम जनता ने जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े किए थे और सीसीटीवी बंद होने की बात कही थी जिसको लेकर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप भूरिया जिला अस्पताल पहुंचे और उन्होंने अस्पताल का औचक निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लिया और जिला अस्पताल के सिविल सर्जन गुरुचरण चौरसिया से जिला अस्पताल में बन्द पड़े कैमरा को बदलवाने सुरक्षा व्यवस्था और भीड़भाड़ वाले इलाके में सुरक्षा व्यवस्था पार्किंग और अन्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करवाने की बात कही वही निरीक्षण के दौरान जिला अस्पताल सिविल सर्जन गुरुचरण चौरसिया,डॉक्टर रिपुदमन सिंह
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Kanpur, Uttar Pradesh:
भारतीय जनता पार्टी की ओर से 20 से कम क्षमता वाले प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों को बंद किया जा रहा है,, जिसको लेकर कांग्रेस ग्रामीण की ओर से राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन जिला अधिकारी को दिया गया,,, जहां कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ऐसे विद्यालयों को बंद करने का विरोध करते हुए कहा कि इस तरह के निर्णय छात्रों की भविष्य के साथ खिलवाड़ है,,, सरकारी विद्यालयों की बंद हो जाने के बाद छात्रों को कहीं ना कहीं प्राइवेट स्कूलों की तरफ रुख करना होगा जिससे न सिर्फ शिक्षा महंगी होगी बल्कि अभिभावकों की जेब पर भी डाका पड़ेगा,,उन्होंने कहा कि अग्गर जल्द से जल्द निर्णय में बदलाव नही किया गया तो कांग्रेस पार्टी सड़कों पर उतर कर आंदोलन करेगी ।
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Jaunpur, Uttar Pradesh:
उत्तर प्रदेश में 5000 विद्यालयों को बंद करने के निर्णय का कांग्रेस ने किया विरोध, डीएम के माध्यम से राज्यपाल के नाम सौंपा ज्ञापन
जौनपुर,उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश के 5000 प्राथमिक और जूनियर विद्यालयों को बंद करने के फैसले के विरोध में जिला कांग्रेस कमेटी, जौनपुर ने आज राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा। यह ज्ञापन कांग्रेस के जिला अध्यक्ष प्रमोद कुमार सिंह और शहर के नेतृत्व में सौंपा गया।
ज्ञापन में कहा गया कि योगी आदित्यनाथ सरकार द्वारा इन विद्यालयों को बंद करने और उन्हें अन्य संस्थानों में समायोजित करने का निर्णय तानाशाहीपूर्ण, अव्यावहारिक और शिक्षा विरोधी है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि इन विद्यालयों के बंद होने से दूर-दराज़ के ग्रामीण क्षेत्रों के बच्चों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा।
ज्ञापन में यह भी आरोप लगा
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Kanpur, Uttar Pradesh:
कांग्रेस की ओर से नि:शुल्क कानूनी सलाह एवं सहायता शिविर का आयोजन किया गया,जिसका उद्देश्य समाज के पीड़ित और कमजोर तबकों को न्याय दिलाना रहा।शिविर का संचालन अध्यक्ष पवन गुप्ता ने किया साथ में वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं अधिवक्ता नरेश चंद्र त्रिपाठी भी मौजूद रहे, जिन्होंने लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक किया और विधिक समस्याओं का समाधान सुझाया। शिविर में कांग्रेस के कई कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे। अध्यक्ष पवन गुप्ता ने कहा कि शिविर कांग्रेस की समाज सेवा की भावना का प्रतीक है।
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Bulandshahr, Uttar Pradesh:
बुलंदशहर: मिठाई की दुकान पर खाद्य सुरक्षा विभाग का छापा।
दूध,मावा और लस्सी के नमूने जमाकर जांच के लिए भेजे गए प्रयोगशाला।
कल दुकान पर रखे दूध-दही को कुत्ते और बिल्ली द्वारा पीते का वीडियो हुआ था वायरल।
वीडियो का संज्ञान लेकर आज खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम जांच करने पहुंची।
खुर्जा के मुंडा खेड़ा चौराहा के निकट स्थित ज़म ज़म स्वीट्स का मामला।
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Kishanpur, Uttar Pradesh:
किशनपुर। थाना क्षेत्र के महावतपुर असहट से महोली डेरा गांव को जाने वाली पक्की सड़क दलदल में तब्दील हो गई है। पक्की सड़क दलदल में तब्दील होने से राहगीरों को समस्या हो रही है। पिपरहा डेरा गांव के समीप करीब बीस मीटर सड़क में कीचड़ भरा हुआ है। सड़क में कीचड़ भरा होने से स्कूली बच्चे गिर कर चोटिल हो रहे हैं। क्षेत्र के करीब दर्जन भर गांवों के लिए यह इकलौता मुख्य मार्ग है। दोनों तरफ मिट्टी डालकर पुराई कराने के बाद सड़क पर जलभराव हो रहा है। जलभराव होने से सड़क में कीचड़ जमा हुआ है सफाई कर्मी भी नदारद है
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Jhabua, Madhya Pradesh:
जिले के मेघनगर में नवनिर्मित शासकीय विद्यालय परिसर के कुएं में बच्चे कूद कर नहां रहे हे थे... जिस कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता था... जिसको लेकर जी मीडिया ने खबर को प्रमुखता से दिखाया था....जिसके बाद प्रशाशन हरकत में आया ओर कुए को बंद करवाया साथ ही लोहे के इंगल और लड़कियों से कुएं को ढका गया ताकि कोई कुएं के आसपास भी जाए तो हादसा न हो....
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Alwar, Rajasthan:
एंकर, विजुअल ,बाइट
बेखौफ गौ तस्करों का बड़ा आतंक. लगातार दे रहे हैं गो तस्करी की वारदातों को अंजाम.
जिंदोली घाटी में मंगलवार शाम 6 बजे गाय व भैंस के धड़ सहित अन्य अवशेष मिले हैं. घटना की सूचना पर बड़ी संख्या में ग्रामीण व बजरंग दल कार्यकर्ता पहुंचे. उन्होंने पुलिस पर मामले को दबाने का आरोप लगाते हुए विरोध जताया. उन्होंने कहा कि जिंदोली घाटी में हनुमान मंदिर के नीचे सड़क के पास नाले में गोकशी की जा रही है. पशु चिकित्सकों की टीम ने मौके से गोवंश के अवशेषों के सैंपल लिए.
थानाधिकारी बृजेश सिंह ने बताया कि मौके पर दो मृत मवेशियों के अवशेष व मांस मिला है. पशु चिकित्सकों का कहना है कि मौके पर एक भैंस मृत मिली है. जबकि, उसके पास ही एक गाय का सिर, धड़ व अन्य अवशेष मिले हैं. गाय के अवशेष पुराने हैं. लोगों का कहना था कि यहां गोकशी की जा रही है. हमने मामले की गंभीरता को देखते हुए मवेशियों के अवशेष व मांस की जांच के लिए पशु चिकित्सकों की टीम को बुलाया और सैंपल लिए. सैंपलों की जांच के बाद ही यह पता चलेगा कि यह मांस किसका है.
झांड़ियों के अंदर गोवंशों के अवशेष मिले___
उधर, खैरथल-तिजारा जिले के बजरंग दल के जिलाध्यक्ष योगेश चौधरी ने बताया कि लोग कई दिनों से जिंदोली घाटी में गोकशी होने की सूचना दे रहे थे. बुधवार को जिंदोली घाटी में नाले के पास झाड़ियों के अंदर गोवंशों के अवशेष व मांस पड़ा मिला. जिंदोली घाटी के पहाड़ व जंगल में हो रही गोकशी की जांच कराई जाए. जिंदोली घाटी में हनुमान मंदिर है. बजरंग दल की टीम गुरुवार को जिंदोली घाटी के जंगल में गोवंशों की चैकिंग के लिए अभियान चलाएगी. ताकि, पूरे मामले का पर्दाफाश हो सके. इस मौके पर तेजपाल गुर्जर, अखिलेश मिश्रा, जिंदोली सरपंच संजय गोस्वामी सहित आसपास क्षेत्र के ग्रामीण मौजूद थे.
गोकशी के लिए पहले भी सामने आए___
अलवर जिला गोवंशों की तस्करी व गोकशी के लिए पहले से बदनाम है. इससे पहले किशनगढ़बास के रूंध गिदावड़ा के जंगल में बड़ी संख्या में गोकशी की घटना उजागर हुई थी. इसके अलावा रामगढ़, नौगांवा, तिजारा, भिवाड़ी, टपूकड़ा में गोकशी की कई घटना हो चुकी हैं. जबकि, जिले में आए दिन गोवंश की तस्करी के मामले सामने आते हैं. पुलिस प्रशासन गोवंश की तस्करी व गोकशी पर लगाम लगाने में फेल साबित हो रहा है.
बाइट__तेजपाल गुर्जर ,बजरंगदल कार्यकर्ता
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Dehradun, Uttarakhand:
इस आईडी में सीएम की बाइट है।
फीड liveu 98 और 2c पर अपलोड की गई है
एंकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल को 4 साल पूरे हो गए हैं। ऐसे में ये 4 साल मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के लिए कैसे रहे और आगे किस तरह की बड़ी चुनौतियां रह सकती हैं देखिए इस रिपोर्ट में
ग्राफिक्स
4 साल में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के कार्य
1 राज्य में रिकॉर्ड तोड़ 24000 युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई ।
2 राज्य में जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून लागू किया गया ।
3 प्रदेश में हजारों एकड़ जमीन अतिक्रमण से मुक्त कराई गई, बड़े पैमाने पर अवैध मजार हटाई गई
4 भ्रष्टाचार के मामले में 100 से ज्यादा अधिकारी कर्मचारी जेल भेजे गए
5 भ्रष्टाचार के मामले में प्रदेश में पहली बार डीएम स्तर के अधिकारी निलंबित किए गए
6 राज्य में सवा तीन लाख करोड़ के निवेश के mou हुए , जिनमें से लगभग एक लाख करोड़ के निवेश को धरातल पर उतर जा चुका है
7 राज्य आंदोलनकारियों के 10% क्षैतिज आरक्षण को मंजूरी दी गई ।
8 राज्य में दंगा नियंत्रण कानून लागू किया गया
9 प्रदेश में नगर निकाय चुनाव में भाजपा ने एक तरफा जीत हासिल की
10 राज्य में समान नागरिक संहिता कानून लागू किया गया
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के लिए चुनौतियां
1 विधानसभा चुनाव 2017 में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार में तीसरी बार वापसी सबसे बड़ी चुनौती है
2 पंचायत चुनाव में मानसून के सीजन में चुनाव कराना और भाजपा का जीत दर्ज करना बड़ी चुनौती है
3 राज्य में बढ़ते कर्ज को कम करना भी सरकार के लिए चुनौती है
4 राज्य में सुरक्षित पर्यटन और आर्थिकी में इजाफा बड़ीचुनौती है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 4 जुलाई 2021 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री पद पर उनकी ताजपोशी किसी कांटों के ताज से कम नहीं थी। उसे समय माना जा रहा था कि चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री बनाया जाना उनके राजनीतिक जीवन के लिए मुश्किल हो सकता है। क्योंकि अगर पार्टी विधानसभा चुनाव में हारी तो इसका पूरा ठीकरा पुष्कर सिंह धामी के सर पर फूटेगा।
लेकिन अपनी कार्य कुशलता और रणनीति से मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में भाजपा ने विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की। राज्य में पहली बार किसी पार्टी को सत्ता में दोबारा वापसी मिली।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने चार साल के कार्यकाल में कई सारे ऐसे कार्य किए हैं जो मुश्किल लगते थे लेकिन अपनी कार्य कुशलता से उन्होंने इन्हें आसान बनाकर दिखाया।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का कहना है कि इन चार सालों में उन्होंने भ्रष्टाचार के मामले में कड़ी कार्रवाईकी है। राज्य में बेरोजगारी दर कम हुई है। औद्योगिक निवेश के मामलों में राज्य ने प्रगति की है
बाइट पुष्कर धामी मुख्यमंत्री उत्तराखंड
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के 4 साल के कार्यकाल पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि मुख्यमंत्री का कार्यकाल बेहतर रहा है और उनकी कार्य कुशलता और रणनीति के चलते भाजपा ने कई चुनाव में विजय हासिल की है और प्रदेश में विकास की संभावनाएं और विकसित हुई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि 2027 का चुनाव भी मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के चेहरे पर और उन्हीं के नेतृत्व पर लड़ा जाएगा
बाइट महेंद्र भट्ट प्रदेश अध्यक्ष भाजपा
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का कहनाहै कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने जो फैसले लिए हैं वह सराहनीय है। नेतृत्व करना बहुत आसान नहीं होता है लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने इन चार सालों में यह बताया है कि नेतृत्व अगर मजबूत हो तो प्रदेश में विकास कैसे किया जा सकता है। बेरोजगारी दूर करने और युवाओं को नौकरी देने के मामले में इस सरकार ने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
बाइट गणेश जोशी कैबिनेट मंत्री उत्तराखंड
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भले ही उम्र में भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं से छोटे हो लेकिन इस 4 साल के कार्यकाल में उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर आप में हुनर है और नेतृत्व की क्षमता है तो आप राजनीति में नया इतिहास लिख सकते हैं।
वॉक थ्रू सुरेंद्र डसीला
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Dehradun, Uttarakhand:
फीड liveu 98 और 2c पर अपलोड की गई है
एंकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कार्यकाल को 4 साल पूरे हो गए हैं। ऐसे में ये 4 साल मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के लिए कैसे रहे और आगे किस तरह की बड़ी चुनौतियां रह सकती हैं देखिए इस रिपोर्ट में
ग्राफिक्स
4 साल में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के कार्य
1 राज्य में रिकॉर्ड तोड़ 24000 युवाओं को सरकारी नौकरी दी गई ।
2 राज्य में जबरन धर्मांतरण विरोधी कानून लागू किया गया ।
3 प्रदेश में हजारों एकड़ जमीन अतिक्रमण से मुक्त कराई गई, बड़े पैमाने पर अवैध मजार हटाई गई
4 भ्रष्टाचार के मामले में 100 से ज्यादा अधिकारी कर्मचारी जेल भेजे गए
5 भ्रष्टाचार के मामले में प्रदेश में पहली बार डीएम स्तर के अधिकारी निलंबित किए गए
6 राज्य में सवा तीन लाख करोड़ के निवेश के mou हुए , जिनमें से लगभग एक लाख करोड़ के निवेश को धरातल पर उतर जा चुका है
7 राज्य आंदोलनकारियों के 10% क्षैतिज आरक्षण को मंजूरी दी गई ।
8 राज्य में दंगा नियंत्रण कानून लागू किया गया
9 प्रदेश में नगर निकाय चुनाव में भाजपा ने एक तरफा जीत हासिल की
10 राज्य में समान नागरिक संहिता कानून लागू किया गया
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के लिए चुनौतियां
1 विधानसभा चुनाव 2017 में पूर्ण बहुमत के साथ सरकार में तीसरी बार वापसी सबसे बड़ी चुनौती है
2 पंचायत चुनाव में मानसून के सीजन में चुनाव कराना और भाजपा का जीत दर्ज करना बड़ी चुनौती है
3 राज्य में बढ़ते कर्ज को कम करना भी सरकार के लिए चुनौती है
4 राज्य में सुरक्षित पर्यटन और आर्थिकी में इजाफा बड़ीचुनौती है।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 4 जुलाई 2021 को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री पद पर उनकी ताजपोशी किसी कांटों के ताज से कम नहीं थी। उसे समय माना जा रहा था कि चुनाव से ठीक पहले मुख्यमंत्री बनाया जाना उनके राजनीतिक जीवन के लिए मुश्किल हो सकता है। क्योंकि अगर पार्टी विधानसभा चुनाव में हारी तो इसका पूरा ठीकरा पुष्कर सिंह धामी के सर पर फूटेगा।
लेकिन अपनी कार्य कुशलता और रणनीति से मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में भाजपा ने विधानसभा चुनाव में प्रचंड जीत हासिल की। राज्य में पहली बार किसी पार्टी को सत्ता में दोबारा वापसी मिली।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने चार साल के कार्यकाल में कई सारे ऐसे कार्य किए हैं जो मुश्किल लगते थे लेकिन अपनी कार्य कुशलता से उन्होंने इन्हें आसान बनाकर दिखाया।
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी का कहना है कि इन चार सालों में उन्होंने भ्रष्टाचार के मामले में कड़ी कार्रवाईकी है। राज्य में बेरोजगारी दर कम हुई है। औद्योगिक निवेश के मामलों में राज्य ने प्रगति की है
बाइट पुष्कर धामी मुख्यमंत्री उत्तराखंड
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के 4 साल के कार्यकाल पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि मुख्यमंत्री का कार्यकाल बेहतर रहा है और उनकी कार्य कुशलता और रणनीति के चलते भाजपा ने कई चुनाव में विजय हासिल की है और प्रदेश में विकास की संभावनाएं और विकसित हुई है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट का कहना है कि 2027 का चुनाव भी मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के चेहरे पर और उन्हीं के नेतृत्व पर लड़ा जाएगा
बाइट महेंद्र भट्ट प्रदेश अध्यक्ष भाजपा
उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का कहनाहै कि मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने जो फैसले लिए हैं वह सराहनीय है। नेतृत्व करना बहुत आसान नहीं होता है लेकिन मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने इन चार सालों में यह बताया है कि नेतृत्व अगर मजबूत हो तो प्रदेश में विकास कैसे किया जा सकता है। बेरोजगारी दूर करने और युवाओं को नौकरी देने के मामले में इस सरकार ने पुराने सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।
बाइट गणेश जोशी कैबिनेट मंत्री उत्तराखंड
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी भले ही उम्र में भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं से छोटे हो लेकिन इस 4 साल के कार्यकाल में उन्होंने यह साबित कर दिया कि अगर आप में हुनर है और नेतृत्व की क्षमता है तो आप राजनीति में नया इतिहास लिख सकते हैं।
वॉक थ्रू सुरेंद्र डसीला
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