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Patiala147105

पातड़ां में किसान संगठनों ने डीएसपी कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया

Aug 20, 2024 17:03:50
Patran, Punjab

किसान संगठनों ने पातड़ां थाना प्रभारी को लाइन हाजिर करने की मांग को लेकर डीएसपी कार्यालय के बाहर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। क्रांतिकारी किसान यूनियन, किरती किसान यूनियन और कुल हिंद किसान सभा के नेताओं ने कहा है कि थाना प्रभारी यशपाल शर्मा ने गांव दुताल के एक युवक और किसान नेता रघवीर सिंह नयाल समेत अन्य लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया था। इस मामले में पहले भी धरना दिया गया था। अब जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक यह धरना जारी रहेगा। 

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Dec 17, 2025 04:31:05
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DPDharmendra Pathak
Dec 17, 2025 04:30:55
Chatra, Jharkhand:चतरा की सड़कों पर काल बनकर दौड़ रहे कोलवाहन, साल भर में गई 114 लोगों की जान चतरा जिले की सड़कें इन दिनों सुरक्षित नहीं बल्कि जानलेवा बनती जा रही हैं। खासकर कोयला ढोने वाले भारी वाहन काल बनकर सड़कों पर दौड़ रहे हैं। जनवरी से दिसंबर तक जिले में 129 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गई हैं, जिनमें 114 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 71 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। यह आंकड़े जिले में सड़क सुरक्षा की भयावह स्थिति को उजागर करते हैं।सड़क दुर्घटनाओं में जान गंवाने वाले अधिकतर लोग गरीब और मध्यम वर्ग के हैं। कई परिवारों के घर का एकमात्र कमाने वाला सदस्य इस तरह की दुर्घटनाओं का शिकार हो चुका है, जिससे उनके परिवार पूरी तरह बेसहारा हो गए हैं। वहीं, घायलों में से कई की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। कुछ घायलों को अब तक होश नहीं आया है, जबकि कई लोग स्थायी रूप से अपाहिज़ हो चुके हैं। जिले की मुख्य सड़कों और ग्रामीण मार्गों पर कोयला लदे भारी वाहनों की तेज रफ्तार और लापरवाही आम बात हो गई है। ओवरलोडिंग, तेज गति, गलत दिशा में वाहन चलाना और रात में बिना पर्याप्त लाइट के परिचालन दुर्घटनाओं को लगातार न्योता दे रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि कोल वाहनों की आवाजाही के समय सड़क पर चलना भी जोखिम भरा हो गया है। सड़क सुरक्षा नियमों का खुलेआम उल्लंघन हो रहा है। बिना हेलमेट बाइक चलाना आम बात हो गई है। दोपहिया वाहनों पर तीन-तीन सवारी देखी जा रही है। नाबालिग बच्चे न सिर्फ बाइक बल्कि चारपहिया और भारी वाहनों तक का संचालन कर रहे हैं। सीट बेल्ट, ओवरस्पीड और मोबाइल फोन का इस्तेमाल जैसे नियमों की भी अनदेखी हो रही है। इस संबंध में जिला परिवहन पदाधिकारी (डीटीओ) ईश्वरी यादव ने कहा कि सड़क सुरक्षा नियमों का पालन सुनिश्चित कराने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि जांच अभियान चलाकर नियम तोड़ने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। साथ ही उन्होंने विशेष रूप से उन अभिभावकों से अपील की है जो अपने नाबालिग बच्चों को वाहन चलाने देते हैं कि वे ऐसी गलती न करें, क्योंकि यह बच्चों के साथ-साथ दूसरों की जान के लिए भी खतरा है। हालांकि प्रशासनिक प्रयासों के बावजूद सड़क दुर्घटनाओं पर प्रभावी अंकुश नहीं लग पा रहा है। ऐसे में विशेषज्ञों और सामाजिक संगठनों का मानना है कि सख्त कार्रवाई के साथ साथ जनजागरूकता अभियान भी जरूरी है। जब तक लोग स्वयं नियमों का पालन नहीं करेंगे, तब तक सड़क हादसों पर लगाम लगाना मुश्किल होगा। Bाइट : ईश्वरी यादव, डीटीओ, चतरा।
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UMUJJWAL MISHRA
Dec 17, 2025 04:30:35
Ranchi, Jharkhand:25 दिसंबर क्रिश्चियन धर्म के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसी दिन ईसा मसीह का जन्म हुआ था। इस मौके को लेकर राजधानी रांची में कई कार्यक्रमों की शुरुआत पहले ही कर दी गई है। शहर के सभी क्रिश्चियन चर्चों को सजाया जा रहा है, क्रिसमस ट्री लगाए जा रहे हैं और यीशु की प्रतिमाओं को भव्य तरीके से सजाया जा रहा है। राजधानी के लोग इन जगहों पर घूमने और क्रिसमस की रंगत देखने के लिए भी जा रहे हैं। साथ ही, कई कार्यक्रम भी आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें लोग गीत गा रहे हैं और डांस कर रहे हैं। सभी लोग 25 दिसंबर का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। वही पादरी का कहना है कि यह एक विशेष अवसर है कि वर्ष 2025 में 25 दिसंबर के दिन हम इस जयंती का स्वागत कर रहे हैं। इस आगमन उत्सव के माध्यम से, हमें याद दिलाया जाता है कि हम किसी की प्रतीक्षा में हैं। हम उस आगमन की तैयारी में हैं—हमारे आने वाले मुक्ति दाता, प्रभु यीशु क्राइस्ट के आगमन की तैयारी। हम यह तैयारी केवल आत्मिक रूप से ही नहीं कर रहे हैं, बल्कि अपने बीच सद्भावना, शांति और एक-दूसरे के प्रति प्रेम व समझदारी को बढ़ाने के लिए भी कर रहे हैं। इस उत्सव के माध्यम से हम यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि हमारे बीच शांति, समझौता, भाईचारा, एकता और सद्भावना बनी रहे। हमारा उद्देश्य ऐसा वातावरण बनाना है जहाँ वास्तव में हमारे दिलों में और हमारे बीच प्रभु यीशु क्राइस्ट की उपस्थिति महसूस हो। इस दिशा में आगे बढ़ते हुए, आइए हम एक छोटी सी प्रार्थना करें।
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Dec 17, 2025 04:24:49
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Dec 17, 2025 04:23:52
Orai, Uttar Pradesh:ब्रेकिंग जालौन जालौन में भारतीय किसान यूनियन का अनिश्चितकालीन धरना हुआ खत्म, अपनी मांगों को लेकर बीती देर रात अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे थे दर्जनों किसान, एसडीएम और सीओ ने किसानों के बीच पहुंचकर वार्ता करते हुए दिया आश्वासन, अधिकारियों की वार्ता और आश्वासन के बाद दूसरे दिन धरना हुआ खत्म, भारतीय किसान यूनियन ने 11 सूत्रीय मांगों को लेकर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन, एसडीएम ने सभी समस्याओं का 15 दिन के अंदर समाधान का दिया आश्वासन, दैवीय आपदा में नष्ट हुई फसलों के मुआवजे व बिजली विभाग द्वारा 3 घण्टे बिजली और लो बोल्टेज देने से नाराज थे किसान, तहसील अधिकारियों द्वारा अंश निर्धारण में गड़बड़ी करने से समेत अन्य समस्याओं को धरने पर बैठे थे किसान, जालौन के कालपी तहसील परिसर का मामला। बाइट:- मनोज कुमार--एसडीएम कालपी बाइट:- राजवीर सिंह
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Dec 17, 2025 04:23:30
Orai, Uttar Pradesh:ब्रेकिंग जालौन जालौन में एसडीएम के नेतृत्व में परिवहन विभाग ने स्कूली वाहनों को लेकर चलाया चैकिंग अभियान, एसडीएम ज्योति सिंह, एआरटीओ सुरेश कुमार व विनय पांडेय की अगुवाई में चला अभियान, प्रशासन की संयुक्त टीम ने स्कूली वाहनों में सुरक्षा मानकों को किया चेक, स्कूली वाहनों में फायर सिलेंडर, फास्टैग बॉक्स समेत की अन्य सुरक्षा मानकों की जांच, एसडीएम और परिवहन विभाग की टीम ने छोटे वाहनों समेत बाइकों के भी काटे चालान, कोहरे में हादसों की रोकथाम को लेकर 50 ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में लगाए रिफ्लैक्टर टेप, यातायात नियमों और सुरक्षा मानकों का उल्लंघन करने वाले 24 वाहनों के कांटे चालान, जालौन के कोंच नगर में चलाया गया अभियान। बाइट:- सुरेश कुमार वर्मा--ARTO बाइट:- विनय पांडेय--ARTO बाइट:- ज्योति सिंह--एसडीएम कोंच
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SDShankar Dan
Dec 17, 2025 04:20:25
Jaisalmer, Rajasthan:जैसलमेर के सोनार दुर्ग के चारों ओर दौड़ेंगी इलेक्ट्रिक गोल्फ कार्ट सिर्फ 10 रुपए किराए में पर्यटक कर सकेंगे शहर का पूरा फेरा, नगर परिषद आयुक्त बोले-शहर को प्रदूषण मुक्त करने का प्रयास जैसलमेर के सोनार दुर्ग के चारों ओर अब पर्यटकों की आवाजाही और भी आसान होने जा रही है। नगरपरिषद शहर में बढ़ते यातायात दबाव और ध्वनि प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए रिंग रोड पर इलेक्ट्रिक गोल्फ कार्ट सेवा शुरू करने की तैयारी कर रही है। यह सेवा पूरी तरह पर्यटकों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए डिजाइन की गई है, जिसमें हर सवारी से सिर्फ 10 रुपए किराया लिया जाएगा। इस व्यवस्था के लिए नगरपरिषद 17 दिसंबर यानि आज से टेंडर करेगी। जैसलमेर नगरपरिषद आयुक्त लजपाल सिंह सोढ़ा ने जानकारी देते बताया- जैसलमेर का ऐतिहासिक दुर्ग विश्वभर में अपनी अनूठी स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है और पर्यटक यहां स्वच्छ, व्यवस्थित और शांत वातावरण की उम्मीद लेकर आते हैं। इलेक्ट्रिक कार्ट इस दिशा में एक बेहतर और आधुनिक विकल्प साबित होंगी। सेवा के लिए 10 से 40 गोल्फ कार्ट अनिवार्य नगरपरिषद ने टेंडर शर्तों में स्पष्ट किया है कि संचालक को कम से कम 10 गोल्फ कार्ट लगानी होंगी, जबकि अधिकतम सीमा 40 कार्ट तय की गई है। इन कार्टों से पर्यटकों को नीरज चौराहा से अखे प्रोल तक ले जाया जाएगा। इसके साथ ही रिंग रोड के पूरे चक्र में कहीं भी उतरने-चढ़ने की सुविधा रहेगी, ताकि पर्यटक दुर्ग के बाहरी हिस्सों को आसानी से देख सकें। ऑटो रिक्शा होंगे बंद सेवा शुरू होने के बाद एक बड़ा बदलाव यह भी होगा कि रिंग रोड पर तिपहिया टैक्सियों के संचालन पर रोक रहेगी। परिषद का मानना है कि गोल्फ कार्ट कम जगह घेरती हैं, आवाज कम करती हैं और इनसे यात्रा भी धीमी गति से होती है, जिससे पैदल चलने वाले और साइकिल सवार अधिक सुरक्षित महसूस करते हैं। केवल 10 रूपये प्रति व्यक्ति होगा किराया नगरपरिषद की योजना के अनुसार, इस सेवा को एक निजी संस्था या फर्म द्वारा संचालित किया जाएगा। इसके लिए इच्छुक संचालकों को 50 हजार रुपए धरोहर राशि जमा करानी होगी। वहीं संचालन अधिकार के लिए न्यूनतम बोली 2 लाख रुपए तय की गई है। नीलामी में सफल रहने वाले बोलीदाता को यह काम तीन साल की अवधि के लिए दिया जाएगा और उसे हर वर्ष बोली गई राशि में 10% वार्षिक बढ़ोतरी के साथ भुगतान करना होगा। इसके अनुसार प्रति व्यक्ति 10 रुपए किराया लिया जाएगा जिससे सैलानियों और स्थानीय निवासियों को बहुत फायदा होगा। शांत, प्रदूषण मुक्त और सुरक्षित— यही कार्ट की खासियत इलेक्ट्रिक गोल्फ कार्ट रिचार्जेबल बैटरियों से चलती हैं, जिससे इनसे ध्वनि और वायु प्रदुषण नहीं होता। सोनार दुर्ग जैसे विश्व धरोहर स्थल के आसपास यह एक बड़ी जरूरत भी है। कार्ट में हेडलाइट, सीट बेल्ट और टर्न सिग्नल जैसी सुविधाएं दी जाती हैं, जो यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाती हैं। इनकी औसत गति 15 से 35 मील प्रति घंटे के बीच रहती है, जिससे ये संकरी गलियों और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में सुरक्षित संचालन के लिए उपयुक्त मानी जाती हैं। प्रदुषण से मिलेगा छुटकारा आयुक्त लजपाल सिंह सोढ़ा के अनुसार, सीजन में सोनार दुर्ग में रोजाना हजारों पर्यटक पहुंचते हैं। ऐसे में रिंग रोड पर गोल्फ कार्ट सेवा शुरू होने से उनकी मूवमेंट आसान होगी और यातायात दबाव भी कम होगा। उन्होंने कहा कि जैसलमेर का ऐतिहासिक दुर्ग विश्वभर में अपनी अनूठी स्थापत्य कला के लिए जाना जाता है और पर्यटक यहां स्वच्छ, व्यवस्थित और शांत वातावरण की उम्मीद लेकर आते हैं। इलेक्ट्रिक कार्ट इस दिशा में एक बेहतर और आधुनिक विकल्प साबित होंगी। पर्यटकों को मिलेगा नया अनुभव नगरपरिषद का मानना है कि गोल्फ कार्ट सेवा पर्यटकों को न केवल आरामदायक यात्रा देगी, बल्कि रिंग रोड के पूरे दायरे में दुर्ग को करीब से देखने का अवसर भी प्रदान करेगी। पर्यटन सीजन में होने वाली भीड़ को देखते हुए यह व्यवस्था आने वाले समय में स्थायी समाधान बन सकती है। बाइट- लजपाल सिंह सोढा, आयुक्त नगर परिषद जैसलमेर
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VKVijay1 Kumar
Dec 17, 2025 04:19:39
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AKAshok Kumar1
Dec 17, 2025 04:19:26
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AKAshok Kumar1
Dec 17, 2025 04:19:13
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DSDurag singh Rajpurohit
Dec 17, 2025 04:18:55
Barmer, Rajasthan:रेगिस्तान की तपती रेत से भी ज्यादा गर्म जज़्बा इस परिवार का है, जहां बाड़मेर की मिट्टी ने दूसरी पीढ़ी का सैन्य अधिकारी देकर साबित कर दिया कि सूरमा सिर्फ सीमाओं पर नहीं, गांवों की सकरी गलियों से भी निकलते हैं। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए खारिया तला, बाड़मेर के 21 वर्षीय विकास चौधरी ने देहरादून स्थित भारतीय सैन्य अकादमी की पासिंग आउट परेड में लेफ्टिनेंट के रूप में शपथ लेकर रेगिस्तान की धरती का सीना चौड़ा कर दिया। दादा केशरा राम सियाग के पौत्र और पिछले 26 साल से सेना में सेवा दे रहे वरिष्ठ अधिकारी पिता सोना राम के बेटे विकास जब परेड ग्राउंड पर ऑफ़िसर बनकर कदमताल कर रहे थे, तब दादा-दादी और माता-पिता ने खुद उनके कंधों पर स्टार लगा कर परिवार की दूसरी पीढ़ी को वर्दी का सम्मान सौंपा। बाइट : सोनाराम चौधरी , सैन्य अधिकारी पिता विकास ने जेईई–आईआईटी का रास्ता छोड़कर 12वीं के बाद टेक्निकल एंट्री स्कीम से ऑल इंडिया 75वीं रैंक हासिल की, गया की ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी, फिर पुणे के कॉलेज ऑफ मिलिट्री इंजीनियरिंग और जेएनयू से बीटेक के साथ कठोर सैन्य प्रशिक्षण लेकर साबित किया कि रेगिस्तान की मिट्टी मेहनत और अनुशासन से किसी भी सपने को सींच सकती है। प्रशिक्षण के दौरान वे प्लाटून कैडेट कैप्टन, बटालियन अंडर ऑफिसर और अकादमी अंडर ऑफिसर जैसी अहम जिम्मेदारियों तक पहुंचे, खेल और घुड़सवारी में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी ट्रॉफी, विशेष ब्लेज़र और ओवरऑल मेरिट में सिल्वर मेडल हासिल कर थर के धोरों से निकली प्रतिभा को राष्ट्रीय मंच पर चमका चुके हैं। भारतीय सेना की इंजीनियर कोर की प्रतिष्ठित 7 इंजीनियर्स रेजिमेंट में कमीशन पाकर विकास अब उन मोर्चों पर तैनात होंगे, जहां पुल, सड़क, बंकर और बारूदी सुरंगों के बीच उनका हर फैसला देश की सुरक्षा की नई लकीर खींचेगा। इस उपलब्धि पर भारतीय सेना ने विशेष समारोह में परिवार को गौरव पदक से सम्मानित किया, जिसे दादा केशरा राम, दादी टीमू देवी और माता-पिता ने गर्व से ग्रहण कर यह संदेश दिया कि रेगिस्तान की झोपड़ियों में भी राष्ट्र सेवा की परंपरा पीढ़ी दर पीढ़ी चलती है। परिवार में पहले से ताऊ गोकलाराम भारतीय वायु सेना में, पिता सोना राम और चाचा नाथूराम भारतीय सेना में सेवा दे रहे हैं अब चौथे सदस्य के रूप में लेफ्टिनेंट विकास चौधरी ने इस सैन्य विरासत को नई ऊंचाई दी है। विकास अपनी सफलता का श्रेय दादा-दादी, माता-पिता, गुरुजनों और अकादमी के प्रशिक्षकों को देते हैं और खास तौर पर मां ललिता चौधरी का जिक्र करते हैं, जिन्होंने पिता की सियाचिन जैसी दुर्गम पोस्टिंग के बावजूद पढ़ाई और संस्कारों की डोर कभी ढीली नहीं होने दी। बाइट : विकास कुमार , सैन्य अधिकारी इसी रेगिस्तानी मिट्टी की प्रेरणा से अब उनका छोटा भाई भाग्य वर्धन भी सेना में अफसर बनने का सपना देख रहा है, और गांव के युवाओं के बीच विकास चौधरी का यह सफर इस बात की जीती-जागती मिसाल बन चुका है कि अगर इरादा फौलादी हो तो रेत भी सोना उगल देती है.
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