Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Alwar301001

अलवर में मंदिर तोड़ने पर ग्रामीणों का भारी आक्रोश, आंदोलन की तैयारी!

SKSwadesh Kapil
Jul 11, 2025 07:04:11
Alwar, Rajasthan
एंकर, विजुअल, बाइट अलवर वन मंडल के अधीन उमरेन क्षेत्र में वन विभाग की जमीन पर अवैध रूप से बना रहे मंदिर को वन विभाग के टीम ने अतिक्रमण मानकर हटा दिया. इस बात को लेकर स्थानीय लोगों में नाराजगी बनी हुई है. बताया जा रहा है कि यह मंदिर अवैध रूप से विस्तार कर बनाया जा रहा था. आज वहां ग्रामीण मौजूद है .जो आंदोलन की रूप रेखा तैयार कर रहे है. ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है.बड़ी पंचायत कर हर ग्रामीण को आंदोलन से जोड़ा जाएगा. उपप्रधान महेश ने बताया ये मंदिर डूंगरी पर बना हुआ है. करीब 30 साल पुराना है.पहले भगवान देव नारायण का मंदिर बनाया. फिर हनुमान जी और शिव जी मंदिर बनाया गया. कल बरसात के दौरान वन विभाग ने इसको तोड़ दिया. जिससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश व्याप्त है.उन्होंने अलवर शहर विधायक और वन मंत्री संजय शर्मा पर इसे तुड़वाने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि मंदिर का निर्माण होकर रहेगा. ये हमारी आस्था पर चोट है. सरपंच भवेंद्र पटेल ने आरोप लगाया कि ये मंदिर मंत्री ने दुर्भावना वश तुड़वाया है. बीजेपी सरकार अपने आप को हिन्दूओं की सरकार की बात करती है. लेकिन सबसे ज्यादा मंदिर इसी सरकार में तोड़े गए है. तालवृक्ष में भी मंदिर को तोड़ा गया है. इधर निहाल सिंह ने बताया कि मंदिर तोड़ने से समाज में आक्रोश है. समाज आंदोलन करेगा. पूरा इलाका लामबंद होगा और मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन करेगा. इस संबंध में अलवर वन मंडल के जिला वन अधिकारी राजेंद्र हुड्डा के निर्देश पर टीन शेड और खड़े हुए पिलर को हटाया.यह भूमि करीब 5 हैक्टर है. जो गैर मुमकिन पहाड़ की श्रेणी में दर्ज है .और वन विभाग के नाम है. इस भूमि पर पहले भी मंदिर निर्माण कोशिश की गई थी. जिसे भी विफल किया गया था. अब मंदिर विस्तार के नाम पर इसका निर्माण कार्य शुरू किया गया. जिसे सूचना मिलने के बाद हटाया गया है. जेसीबी की सहायता से पिलर और तीन टीन शेड को हटाया गया है. मूल मंदिर को किसी भी तरीके का नुकसान नहीं पहुंचाया गया है. उन्होंने बताया कि वन भूमि की जमीन पर किसी भी तरीके का अतिक्रमण नहीं करने दिया जाएगा. उन्होंने खंडन किया कि उन्होंने मूल मंदिर को तोड़ा है.यहां तीन मंदिर बने हुए बताए गए हैं एक हनुमान जी का मंदिर शिव जी का मंदिर और एक देवनारायण का मंदिर. ग्रामीणों का आरोप है कि यहां हनुमान मंदिर को तोड़ा गया है .इसकी सूचना मिलने के बाद गुरुवार की शाम को ग्रामीण एकत्रित हुए और वन विभाग की कार्रवाई का विरोध किया और ग्रामीणों ने बताया कि संबंध में शीघ्र आंदोलन की रूपरेखा तैयार की जाएगी. इधर इस बात को लेकर राजनीति शुरू हो गई है .जहां विपक्ष के नेताओं ने सरकार पर सवाल उठाए हैं. कि मंदिर की हिमायती सरकार के शासन के दौरान ही मंदिर को तोड़ा जा रहा है. \Bबाइट - टीकाराम जूली ( नेता प्रतिपक्ष ) \B \Bबाइट__महेश सैनी ,उपप्रधान उमरैण ,(चश्मा लगाए हुए) \B \Bबाइट__निहाल सिंह, (सफेद कुर्ते में) \B \Bबाइट__भावेंदर पटेल सरपंच (दाढ़ी में) \B \B वॉक- थ्रु ... संवाददाता स्वदेश कपिल\B
13
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
Advertisement
Back to top