Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Ajmer305001

अजमेर शरीफ में जंगे कर्बला का मज़ार: ताजिये की सवारी ने छाया जादू!

Mohammed Khan
Jul 05, 2025 13:39:52
Ajmer, Rajasthan
अजमेर शरीफ में जंगे कर्बला का मज़ार हर तरफ नज़र आ रहा है। अकीदतमंदों ने यादे हुसैन में ताजिये की सवारी निकाली और या हुसैन के नारे बुलन्द किये। सुल्तानुल हिन्द हज़रत ख्वाजा गरीब नवाज रहमतुल्लाह अलैहि के शहर में मानो कर्बला ही नज़र आ गई। दरगाह के निज़ाम गेट से शहर के सबसे बड़े ताजिये की सवारी निकाली गई। अकीदतमंदों ने शोहदाये कर्बला की शान में मर्सिया पेश की और ताज़िया को अपने कंधों पर उठा कर बा अदब इमाम बारगाह पहुंचाया। इस मंज़र को देखने के लिए कसीर तादाद में आशिके हुसैन जमा हुए और ज़िक्रे कर्बला सुन कर रो पड़े। आंखों में आंसू और दिल मे इमाम और 72 शहीदों की तड़प ने मानो जंगे कर्बला का ही नक्शा खींच दिया हो। ताज़िया की सवारी निज़ाम गेट से शुरू हुई जो लंगर खाना होते हुए अंजुमन दफ़्तर के पास इमाम बारगाह पहुंच कर मुक़म्मल हुई। अजमेर में ताजियेदारी और अज़ादारी 12 मौहर्रम तक जारी रहेगी। जिसमे अक़ीदत मंद इमाम हुसैन और उनके 72 जांनिसारों को याद करते हुए नज़रो नियाज़ का भी अहतमाम करेंगे। अंजुमन यादगार की जानिब से दरगाह शरीफ में रोज़ेदारों के लिए लंगर का भी अहतमाम किया गया है। अंजुमन यादगार के सैकेट्री एडवोकेट शैख़ज़ादा इज़हार चिश्ती के मुताबिक 9 और 10 मौहर्रम के रोज़े रखने की बेहद अहमियत है। आशूरा का रोज़ा रखना नबी पाक की सुन्नत है इसी लिए शोहदाये कर्बला की याद में भी आशूरा का रोज़ा रखा जा जाता है। बाईट, शैख़ज़ादा इज़हार चिश्ती, सैकेट्री, अंजुमन यादगार शैख़ज़ादगान, दरगाह अजमेर (हरे कपड़े सफेद दाढ़ी,काली टोपी) बाईट,मोहम्मद सिराज शैख़,अंदर कोट पंचायत,अजमेर ( गले मे कत्थई गमछा,हाथ मे तलवार)
0
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement
Advertisement