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Bijnor246701

बिजनौर में लेखपाल का कारनामा: दिव्यांग महिला को मिला धोखा!

RCRAJVEER CHAUDHARY
Jul 15, 2025 04:00:59
Bijnor, Uttar Pradesh
स्लग --लेखपाल का कारनामा  रिपोर्ट --राजवीर चौधरी / बिजनौर  एंकर --बिजनौर आंगनवाड़ी विभाग मे आंगनवाड़ी कार्यकत्री भर्ती का मामला। दिब्यांग महिला नौकरी पाने के लगा रही अफसरों के चक्कर। लेखपाल चंद्रभान सैनी के कारनामे ने पात्र दिब्यांग महिला को बना दिया अपात्र। मेरिट लिस्ट मे टॉप होने के बावजूद भी नहीं हुआ महिला का आंगनवाड़ी मे चयन। लेखपाल के द्वारा बनाये गए आय प्रमाण पत्र मे किया गया खेल।  लेखपाल ने आपात्र की आय कम और पात्र की आय अधिक बनाकर कर दिया खेल। महिला की शिकायत पर डीएम ने जांच बैठाई।  वीओ ---बिजनौर डीएम आफिस मे डीएम के चक्कर लगा रही ये दिव्यांग महिला इन्साफ के लिए कई महीनो से लड़ाई लड़ रही हैँ। ये महिला बिना सहारे अपने आप ख़डी भी नहीं हो सकती हैँ और इस महिला संगीता को मिलने वाली नौकरी का सहारा छीन लिया लेखपाल ने। इस महिला की दास्तान और लेखपाल के कारनामे को सुनकर आपके होश जरूर उड़ जायेंगे।  यूपी के बिजनौर जिले के धामपुर तहसील के गांव साहनपुर नवादा की दिव्यांग महिला संगीता ने साल 2024 मे अपने गांव मे निकली आंगनवाड़ी के पद के लिए आवेदन किया था और गांव की अन्य महिलाओ ने भी आवेदन किया था। इस भर्ती मे विभाग ने चयन का आधार पढ़ाई लिखाई नहीं बल्कि चयन का आधार आय प्रमाण पर कम का होना चाहिए था उसी को आधार माना गया।  पीड़ित संगीता मेरिट मे टॉप पर होने के बावजूद आय प्रमाण पत्र 60 हजार का होने के चलते विभाग ने अपात्र घोषित कर दिया और लक्ष्मी मेरिट मे 5 वे नंबर पर होने के वावजूद आय प्रमाण पत्र 42 हजार का होने के चलते पात्र घोषित कर नियुक्ति दें दीं।  इस मामले मे सबसे बड़ा विलेन गांव का लेखपाल चंद्रभान सैनी बताया जा रहा। जिसकी कलम की वजह से एक दिव्यांग महिला अफसरों के चक्कर काटने को मजबूर हैँ।  लेखपाल चंद्रभान का कानामा भी हम आपको बता रहे हैँ दरअसल लेखपाल चंद्रभान ने लक्ष्मी के पति सौरभ जोकि पेशे से किसान हैँ और उनके पास खेती की जमीन ट्रेक्टर होने के बावजूद उनका आय प्रमाण पत्र 42 हजार का बना दिया और दिव्यांग महिला संगीता के पति पूरन सिंह जोकि पेशे से मजदूर हैँ और कच्चे मकान मे रहते हैँ उनका आय प्रमाण पत्र 60 हजार का बना दिया। जिसकी वजह से आँगनवाड़ी विभाग के अफसरों ने मेरिट मे दिव्यांग संगीता को सेकंड पॉजिशन पर कर दिया और लक्ष्मी को मेरिट मे प्रथम स्थान पर कर उसको नियुक्त कर दिया।  पीड़ित दिव्यांग महिला संगीता और अन्य ग्रामीणों ने लेखपाल से आय प्रमाण 60 हजार का बनाये जाने के विषय मे पूछा तो लेखपाल ने कहा कि मुझसे गलती हो गयी और लेखपाल चंद्रभान ने 60 हजार का आय प्रमाण पत्र रद्द कर नया आय प्रमाण पत्र 42 हजार का जारी कर दिया उसके बाद आंगनवाड़ी विभाग ने संगीता का दूसरा आय प्रमाण पत्र नहीं माना। बाइट --संगीता दिव्यांग पीड़ित महिला  बाइट --पूरन सिंह पीड़िता का पति 
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