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गांव समसपुर माजरा का सचिन बना एशियन चैंपियन, जीते गोल्ड मेडल!
STSumit Tharan
FollowJul 14, 2025 08:39:32
Jhajjar, Haryana
समसपुर माजरा के किसान के बेटे ने रेसलिंग में जीता गोल्ड
: 9 साल की आयु में पहलवान योगेश्वर दत्त के अखाड़े में सीखे कुश्ती के गुर
: झज्जर पहुंचने पर गोल्ड विजेता सचिन का ग्रामीणों ने किया स्वागत
: सचिन बोले,अगला निशाना ओलम्पिक में देश के लिए पदक लाना
: पिता और मां ने जताई सचिन के गोल्ड जीतने पर खुशी,कहा: सचिन ने बढ़ाया गांव का मान
:उजबेकिस्तान के खिलाड़ी मोहम्मद अली को हराकर जीता है सचिन ने गोल्ड
एंकर रीड़ झज्जर,हरियाणा
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झज्जर जिले के गांव समसपुर माजरा के बेटे ने अंडर 15 फ्री स्टाईल रेसलिंग एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीता है। गोल्ड मेडल जीतने के बाद आज सोमवार को सचिन धनखड़ का गांव की ओर से स्वागत समारोह का आयोजन किया गया। यहां झज्जर पहुंचने पर गोल्ड विजेता सचिन का ग्रामीणों ने भव्य स्वागत किया और उसे नोटों की मालाएं पहनाकर उसका उत्सावर्धन किया। इस मौके पर सचिन को ग्रामीणों की तरफ से मुंह मीठा करा कर उसे बंधाई भी दी गई। सचिन ने किरगिस्तान में आयोजित चैंपियनशिप 68 केजी में फाइनल बाउट में अपने प्रतिद्वंदी को हराते हुए गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। सचिन धनखड़ के पिता ने उसे 9 साल की उम्र में ही ओलिंपिक पदक विजेता रेसलर योगेश्वर दत्त के अखाड़े में रेसलिंग के लिए छोड़ दिया था। वहीं सचिन ने पहली बार में ही अंतर राष्ट्रीय मैदान पर एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। सचिन धनखड़ के परिवार के सदस्य व ग्रामीण उसके आगमन पर स्वागत में सम्मान समारोह किया जारहा है। सचिन के चचेरे भाई अमित धनखड़ ने बताया कि सचिन को एक अच्छा रेसलर बनाने की उनके पिता ओमबीर धनखड़ की इच्छा है। जिसको पूरा करने के लिए सचिन ने एशियन चैंपियशिप में गोल्ड मेडल जीता है। सचिन धनखड़ के पिता ओमबीर खेती बाड़ी का काम करते हैं और मां कविता हाउस वाइफ हैं। वहीं सचिन को एक अच्छा रेसलर बनाने के लिए उन्होंने अपने बेटे को 9 साल की उम्र में ही अखाडे़ में भेज दिया था। वहीं सचिन की एक बहन दिल्ली पुलिस में सिपाही के पद पर तैनात हैं। तीन बहनों में सबसे छोटा सचिन परिवार का सबसे लाडला है। सचिन ने इससे पहले 21 जून को आयोजित हुई नैशनल प्रतियोगिता में भी गोल्ड मेडल जीता था। जिसके बाद उसे एशियन चैंपियनशिप में जगह मिली और 68 केजी भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीत लिया। सचिन का फाइनल में मुकाबला उजबेकिस्तान के खिलाड़ी मोहम्मद अली के साथ हुआ जिसको हराकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया है। अपने गोल्ड जीतने पर सचिन ने अगला निशाना ओलम्पिक में गोल्ड जीतना बताया और कहा कि वह गोल्ड जीतकर अपने गांव व जिले के साथ-साथ देश का नाम भी रोशन करना चाहते है। सचिन के पिता व मां ने भी सचिन के गोल्ड जीतने पर उसे बंधाई दी और उसके उज्जवल भविष्य की कामना की।
बाइट: गोल्ड विजेता सचिन,मां कविता व पिता ओमवीर की बाईट।
झज्जर
सुमित कुमार
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