Back
54 साल बाद बांके बिहारी मंदिर का तोषखाना खुलने की तैयारी
KLKANHAIYA LAL SHARMA
Sept 12, 2025 10:33:32
Mathura, Uttar Pradesh
स्पेशल ग्राउंड रिपोर्ट जी मिडीया
मथुरा-: वृंदावन स्थित श्री बांके बिहारी मंदिर का तोषखाना (खजाना), जो पिछले 54 सालों से बंद है, अब आखिरकार खुलने जा रहा है। मंदिर की उच्चाधिकार प्राप्त प्रबंधन समिति (High Powered Management Committee) के आदेश के बाद यह फैसला लिया गया है, जिससे भक्तों और सेवायतों में काफी उत्साह है। यह कदम कई दशकों के इंतजार और कानूनी दांव-पेंच के बाद उठाया गया है।
खजाने का ऐतिहासिक महत्व
मंदिर के इतिहासकार आचार्य प्रहलाद वल्लभ गोस्वामी के अनुसार, इस तोषखाने का निर्माण 1864 में वर्तमान मंदिर के गर्भगृह में, भगवान बांके बिहारी के सिंहासन के ठीक नीचे किया गया था। इस खजाने में कई बेशकीमती और ऐतिहासिक वस्तुएं होने की उम्मीद है, जिनमें शामिल हैं:
* पन्ना का बना मोरनी हार: यह हार अपनी सुंदरता और दुर्लभता के लिए जाना जाता है।
* सहस्त्रफनी रजत शेषनाग: चांदी से बना शेषनाग, जिस पर हजार फन बने हुए हैं।
* एक स्वर्ण कलश: नवरत्नों से भरा यह कलश बहुत मूल्यवान माना जाता है।
* ऐतिहासिक सिक्के और दस्तावेज: भरतपुर, करौली और ग्वालियर जैसी रियासतों द्वारा दान किए गए सोने-चांदी के सिक्के, दान-सेवा पत्र, मोहर लगी सनद (शाही फरमान), भेंट पत्र और पट्टे जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज भी इसमें हो सकते हैं। ये दस्तावेज मंदिर के मालिकाना हक और सेवायतों के अधिकारों के लिए बेहद अहम हैं।इसमें अकबर द्वारा ठाकुर बाँके बिहारी मंदिर को दान दिए गए सोने चांदी के आभूषण, रत्न और जमीन के दान नामे के कागज़त भी शामिल हैँ.
1971 में अंतिम बार खुला था तोषखाना
इतिहासकार प्रहलाद वल्लभ गोस्वामी ने बताया कि यह तोषखाना आखिरी बार 1971 में खोला गया था। उस समय, कुछ बहुमूल्य आभूषण निकालकर एक सीलबंद बक्से में मथुरा के भूतेश्वर स्थित स्टेट बैंक में जमा करा दिए गए थे। हालांकि, उस बक्से को वापस लाने का कोई प्रयास आज तक नहीं किया गया।
सुरक्षा और चोरी की घटनाएं
ब्रिटिश शासनकाल के दौरान, 1926 और 1936 में तोषखाने में दो बार चोरी की घटनाएं भी हुईं। इन घटनाओं के बाद, गोस्वामी समाज ने सुरक्षा बढ़ाने के लिए मुख्य द्वार को बंद कर दिया और केवल एक छोटा सा मोखा (मुहाना) ही खुला छोड़ा। 1971 में, एक अदालत के आदेश पर खजाने के दरवाज़े पर सील लगा दी गई थी, जो अब तक लगी हुई है।
अब क्यों खोला जा रहा है?
पिछले कुछ सालों में, खासकर 2002 और 2004 में, तोषखाना खोलने के प्रयास किए गए थे, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए। आचार्य प्रहलाद वल्लभ गोस्वामी के अनुसार, अब जब सरकारें मंदिर के मालिकाना हक के बारे में प्रमाण मांग रही हैं, तो यह जरूरी हो गया है कि खजाने में मौजूद ऐतिहासिक सबूतों को सबके सामने लाया जाए। उम्मीद है कि तोषखाना जल्द ही खोला जाएगा और इसमें मौजूद संपत्ति का उपयोग भगवान बांके बिहारी के हित में किया जाएगा। यह कदम न केवल मंदिर की संपत्ति को उजागर करेगा, बल्कि दशकों से चल रहे विवादों को भी सुलझाने में मदद कर सकता है।
टिकेटक--प्रहलाद बल्लभ गोस्वामी--इतिहासकार और सेवायत बाँके बिहारी मंदिर
वॉक थ्रू-ग्राउंड जीरो--बंद कमरे के बाहर से
वॉक थ्रू--ठाकुर बाँके बिहारी मंदिर के अंदर से
बाइट--नूतन विहारी पारिख-स्थानीय
14
Report
हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|
Advertisement
0
Report
4
Report
ASArvind Singh
FollowSept 12, 2025 13:18:450
Report
RMRoshan Mishra
FollowSept 12, 2025 13:18:32Noida, Uttar Pradesh:पहाड़ी से नीचे उतरने के बाद प्यासे जवानों को zee की टीम ने पिलाई पानी..
0
Report
AYAmit Yadav
FollowSept 12, 2025 13:18:220
Report
MKMohammad Khan
FollowSept 12, 2025 13:17:000
Report
MKMohammad Khan
FollowSept 12, 2025 13:16:180
Report
MKMohammad Khan
FollowSept 12, 2025 13:16:040
Report
MKMANTUN KUMAR ROY
FollowSept 12, 2025 13:15:480
Report
ATAnuj Tomar
FollowSept 12, 2025 13:15:36Noida, Uttar Pradesh:DELHI: DELHI POLICE BURST CAMEL SMUGGLING GROUP, SEIZE 42 CARTONS OF ILLICIT LIQUOR AT NEB SARAI/ VISUALS
0
Report
ANAnil Nagar1
FollowSept 12, 2025 13:15:290
Report
PCPranay Chakraborty
FollowSept 12, 2025 13:14:049
Report
4
Report
4
Report