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BareillyBareilly

मौलाना तौकीर राजा के एलान के बाद बरेली में उबाल; पुलिस ने लाठीचार्ज क्यों किया?

AKAjay Kashyap
Sept 27, 2025 01:30:37
Bareilly, Uttar Pradesh
ANCHOR....मौलाना तौकीर रजा के एलान के बाद लोग सड़कों पर उतरे, बरेली में स्थिति बेकाबू कैसे हुई आखिर पुलिस ने लाठी चार्ज क्यों किया ,जी मीडिया के पास एक बवाल का एक ताजा वीडियो सामने आया जब पुलिस प्रशासन लोगों को समझने का प्रयास कर रहा था लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा आकर्षित थी कि वह पुलिस द्वारा की गई बैरिकेड को तोड़ते हुए आगे बढ़ना चाहती थी पुलिस लगातार समझा रही थी लेकिन वहां की भीड़ बेकाबू हो चुकी थी बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए आगे बढ़ने का प्रयास किया, और इसमें वह सफल भी हो गई, पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया, लिहाजा पुलिस के पास लाठी चार्ज करने के सिवा कोई दूसरा रास्ता नजर नहीं आया क्योंकि जिस तरह से वह आकर्षित थे पुलिस की जरा सी चुप बरेली को दंगे की आंख में झोंक सकती थी पुलिस ने लाठी चार्ज करके उपद्रवियों को खदेड़ने का काम किया,
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KRKishore Roy
Sept 27, 2025 05:17:12
Noida, Uttar Pradesh:USE FILEST SHOTS JAIPURASHUTOSH Gender Equality -राजस्थान में लिंगानुपात को लेकर आंकड़े आए सामने -राजस्थान में 1 हजार लड़को पर 891 लड़किया -शहरी क्षेत्रों में बेटियों के जन्म का आंकड़ा 940 -जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में ये आंकड़ा 879 -जालौर जिले के आंकड़े बेहद चिंताजनक, -यहां एक हजार बेटों के मुकाबले 769 बेटियां जन्म ले रही -बूंदी 803 के साथ दूसरे और उदयपुर 833 के साथ तीसरे स्थान पर -जबकि अलवर जिला 1127 के साथ पहले स्थान पर जहाँ कन्या लिंगानुपात अच्छा -बारां में 1077 और जयपुर में 915 बेटियां जन्म ले रही -देश में लिंगानुपात का औसत 929 एक तरफ नवरात्रों में हम कन्या रूप में देवी की उपासना कर रहे है और ये कामना करते है कि मातारानी हमारे घर आएं। लेकिन दूसरी तरफ राजस्थान में लिंगानुपात को लेकर आंकड़े बेहद चौंकाने वाले सामने आये है जो बताते है कि राजस्थान में संतान को लेकर भेदभाव अभी खत्म नहीं हुआ है और बेटे है की चाह अभी भी लोगों में ज्यादा है। बेटों की चाह में कई बेटियां जन्म ही नहीं ले पातीं। इसी कारण राजस्थान में जन्म के समय लिंगानुपात 891 है। यानी प्रति एक हजार लड़कों के मुकाबले 891 लड़कियों का ही जन्म हो रहा है। शहरों में बेटियों के जन्म का आंकड़ा 940, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 879 है। जालोर की स्थिति सबसे चिंताजनक है। यहां एक हजार बेटों के मुकाबले 769 बेटियां जन्म ले रही हैं। बूंदी 803 के साथ दूसरे और उदयपुर 833 के साथ तीसरे स्थान पर है। अलवर 1127 के साथ शीर्ष पर है, बारां में 1077 और जयपुर में 915 बेटियां जन्म ले रही हैं। देश में लिंगानुपात का औसत 929 है। लक्षद्वीप 1051 के साथ शीर्ष पर, जबकि दादरा और नगर हवेली और दमन-दीव 817 के साथ सबसे नीचे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर शहरी क्षेत्रों में लिंगानुपात 924, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 931 है। लिंगानुपात स्तर में सुधार के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में लिंग निर्धारण परीक्षणों से कन्या भ्रूण हत्या जैसे मुद्दे हो सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में रूढ़िवादी विचार और सीमित पहुंच लिंग चयन को बढ़ावा दे रहे हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसे अभियानों को और अधिक प्रभावी ढंग से लागू करने, लिंग-निर्धारण परीक्षणों पर सख्त निगरानी रखने और दोषियों को कठोर दंड देने की बहुत आवश्यकता है. शहरों में जन्म पर लिंगानुपात का विश्लेषण (प्रति 1000 पर) जालोर - 769 बूंदी - 803 उदयपुर - 833 अजमेर 848 कोटा - 870 जोधपुर- 872 जयपुर- 915 बारां - 1077 अलवर- 1127 Ashutosh Sharma Zee Media, Jaipur 9982713400 ashutoshsharma391@gmail.com
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STSharad Tak
Sept 27, 2025 05:16:49
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ASAkhilesh Sharma
Sept 27, 2025 05:16:36
Dungarpur, Rajasthan:जिला डूंगरपुर विधानसभा सागवाड़ा अखिलेश शर्मा लोकेशन सागवाड़ा हेडलाइन - अज्ञात महिला का पेड़ से शव लटका मिलने का मामला, महिला की हुई पहचान एंकर इंट्रो - डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा थाना क्षेत्र के सागवाड़ा महिपाल खेल मैदान के पीछे पेड़ से लटका शव मिलने के मामले में अज्ञात महिला की पहचान हो गई है। मृतका बांसवाड़ा जिले की रहने वाली है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौप दिया है। वही पुलिस मामले की जांच में जुटी है। बॉडी - डूंगरपुर जिले के सागवाड़ा थाने के एएसआई हरिसिंह ने बताया कि गुरुवार शाम को सूचना मिली थी कि महिपाल खेल मैदान के पीछे एक महिला पेड़ पर लटकी हुई है। मौके पर पहुंची पुलिस ने देखा कि महिला करीब 15 फीट ऊंचाई पर साड़ी के फंदे से लटकी हुई थी। शव को पेड़ से उतरवाकर राजकीय चिकित्सालय सागवाड़ा की मोर्चरी में रखवाया गया था। वही पुलिस की ओर से महिला की पहचान के प्रयास किए जा रहे थे। इधर कल शाम को पुलिस ने उसकी पहचान बांसवाड़ा जिले के दानपुर थानान्तर्गत कोटड़ा निवासी 45 वर्षित चंपा पत्नी मोहनलाल मईड़ा के रूप में की। जिस पर पुलिस महिला के परिजनों को सूचना दी। इधर सुबह परिजन सागवाड़ा अस्पताल की मोर्चरी पहुंचे जहा पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौप दिया है। वही मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अखिलेश शर्मा जी मीडिया डूंगरपुर
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HBHeeralal Bhati
Sept 27, 2025 05:16:22
Jalore, Rajasthan: जसवंतपुरा/ जालोर। जालोर जिले की जसवंतपुरा तहसील क्षेत्र स्थित सुंधापर्वत की सुरम्य पहाड़ियों में विराजमान सुंधामाता का मंदिर आस्था का ऐसा केंद्र है, जहां हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं। लोकभाषा में इसे सुंधा रो भाखर भी कहा जाता है। इस मंदिर की विशेषता है कि यहां पर नवचंडी यज्ञ अष्टमी पर नहीं बल्कि सप्तमी पर होता है। पौराणिक मान्यता है कि यहां अघटेश्वरी चामुंडा माता का वास है, जिन्हें सिर्फ सिर के रूप में पूजा जाता है। मान्यता है कि यहां आने वाले सच्चे भक्तों की हर मनोकामना पूरी होती है। खासकर तोतले बच्चों को माता का प्रसाद खिलाया जाता है, जिससे उनका बोलना सुधर जाता है। इतिहासकारों के अनुसार, इस मंदिर की स्थापना जालोर के शासक चाचिगदेव ने संवत् 1319 में अक्षय तृतीया को की थी। पहले यहां शराब और बलि की परंपरा थी, जिसे 1976 में मालवाड़ा के ठाकुर दुर्जनसिंह ने बंद कराकर सात्विक पूजा पद्धति शुरू करवाई। इसके बाद मंदिर ट्रस्ट ने यात्रियों के लिए धर्मशाला, भोजनशाला, पेयजल और अन्य सुविधाएं उपलब्ध करवाईं। मंदिर 1220 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और 2007 से यहां रोपवे की सुविधा भी उपलब्ध है, जो तलहटी से 800 मीटर ऊंचाई तक श्रद्धालुओं को पहुंचाता है। रोपवे में करीब दो दर्जन ट्रॉलियां संचालित होती हैं। दंतकथाओं के अनुसार, कई साल पहले भावजी देवासी नामक एक चरवाहे ने यहां देवी के चमत्कार का साक्षात्कार किया था। उसकी गाय रोज एक गुफा में जाती और वहां अपने आप दूध बहने लगता। चरवाहे ने देवी से मानदेय मांगा तो माता ने उसे जौ के दाने दिए। उनमें से कुछ दाने सोने की मोहर में बदल गए। इसके बाद से यह स्थान श्रद्धा और विश्वास का प्रमुख केंद्र बन गया। नवरात्रि और दीपावली से लेकर लाभ पंचमी तक यहां विशाल मेले का आयोजन होता है। देशभर से श्रद्धालु पैदल यात्राएं निकालकर सुंधामाता के दर्शन करने आते हैं। बाइट__प्रमोद दवे पुजारी। ______________________________________ सुन्धामाता से उत्तम गोस्वामी के साथ हीरालाल भाटी की रिपोर्ट
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DSdevendra sharma2
Sept 27, 2025 05:16:14
Rajsamand, Mohi, Rajasthan:राजसमंद स्थित श्री द्वारिकाधीश राजकीय कन्या महाविद्यालय में आयोजित हर्षोत्सव नवरंग डांडिया उमंग 2025 हुआ संपन्न,,,,,कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य कुलदीप सिंह,जिला संयोजक एबीवीपी गोपाल कुमावत,भगवत सिंह चारण ने माँ दुर्गा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया,,,,, राजसमंद। श्री द्वारिकाधीश राजकीय कन्या महाविद्यालय में आयोजित हर्षोत्सव नवरंग डांडिया उमंग 2025 कार्यक्रम संपन्न हुआ।बता दें कि कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्य कुलदीप सिंह,जिला संयोजक एबीवीपी गोपाल कुमावत,भगवत सिंह चारण ने माँ दुर्गा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया। एक दिवसीय उमंग 2025 में राजस्थानी व गुजराती गीतों पर विद्यार्थियों ने अपार उत्साह से डांडिया खेला। छात्रा नीता सुथार ने बताया की डांडिया प्रतियोगिता का आयोजन विभिन्न राउंड में हुआ। परिणाम स्वरूप अतिथियों द्वारा पारंपरिक वैशभूषा में प्रथम स्थान पर इप्शिता वैष्णव ,दूसरे स्थान पर दुर्गा कुमावत व तीसरे स्थान पर आयशा मंसूरी रही। जिला, राजसमंद जिला संवाददाता, देवेंद्र शर्मा
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AVArun Vaishnav
Sept 27, 2025 05:15:37
Jaipur, Rajasthan:JAIPURASHUTOSH Gender Equality -राजस्थान में लिंगानुपात को लेकर आंकड़े आए सामने -राजस्थान में 1 हजार लड़को पर 891 लड़किया -शहरी क्षेत्रों में बेटियों के जन्म का आंकड़ा 940 -जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में ये आंकड़ा 879 -जालौर जिले के आंकड़े बेहद चिंताजनक, -यहां एक हजार बेटों के मुकाबले 769 बेटियां जन्म ले रही -बूंदी 803 के साथ दूसरे और उदयपुर 833 के साथ तीसरे स्थान पर -जबकि अलवर जिला 1127 के साथ पहले स्थान पर जहाँ कन्या लिंगानुपात अच्छा -बारां में 1077 और जयपुर में 915 बेटियां जन्म ले रही -देश में लिंगानुपात का औसत 929 एक तरफ नवरात्रों में हम कन्या रूप में देवी की उपासना कर रहे है और ये कामना करते है कि मातारानी हमारे घर आएं। लेकिन दूसरी तरफ राजस्थान में लिंगानुपात को लेकर आंकड़े बेहद चौंकाने वाले सामने आये है जो बताते है कि राजस्थान में संतान को लेकर भेदभाव अभी खत्म नहीं हुआ है और बेटे है की चाह अभी भी लोगों में ज्यादा है। बेटों की चाह में कई बेटियां जन्म ही नहीं ले पातीं। इसी कारण राजस्थान में जन्म के समय लिंगानुपात 891 है। यानी प्रति एक हजार लड़कों के मुकाबले 891 लड़कियों का ही जन्म हो रहा है। शहरों में बेटियों के जन्म का आंकड़ा 940, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 879 है। जालोर की स्थिति सबसे चिंताजनक है। यहां एक हजार बेटों के मुकाबले 769 बेटियां जन्म ले रही हैं। बूंदी 803 के साथ दूसरे और उदयपुर 833 के साथ तीसरे स्थान पर है। अलवर 1127 के साथ शीर्ष पर है, बारां में 1077 और जयपुर में 915 बेटियां जन्म ले रही हैं। देश में लिंगानुपात का औसत 929 है। लक्षद्वीप 1051 के साथ शीर्ष पर, जबकि दादरा और नगर हवेली और दमन-दीव 817 के साथ सबसे नीचे हैं। राष्ट्रीय स्तर पर शहरी क्षेत्रों में लिंगानुपात 924, जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में 931 है। लिंगानुपात स्तर में सुधार के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में लिंग निर्धारण परीक्षणों से कन्या भ्रूण हत्या जैसे मुद्दे हो सकते हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में रूढ़िवादी विचार और सीमित पहुंच लिंग चयन को बढ़ावा दे रहे हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसे अभियानों को और अधिक प्रभावी ढंग से लागू करने, लिंग-निर्धारण परीक्षणों पर सख्त निगरानी रखने और दोषियों को कठोर दंड देने की बहुत आवश्यकता है. शहरों में जन्म पर लिंगानुपात का विश्लेषण (प्रति 1000 पर) जालोर - 769 बूंदी - 803 उदयपुर - 833 अजमेर 848 कोटा - 870 जोधपुर- 872 जयपुर- 915 बारां - 1077 अलवर- 1127 Ashutosh Sharma Zee Media, Jaipur 9982713400 ashutoshsharma391@gmail.com
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Sept 27, 2025 05:10:08
Ram Nagar, Uttar Pradesh:महराजगंज जनपद के लक्ष्मीपुर ब्लॉक के परसौनी कला गांव में अराजक तत्वों ने अमृत सरोवर के गेट और अंत्येष्टि स्थल की टाइल्स तोड़कर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुँचाया। घटना से ग्रामीणों में आक्रोश है। सीसीटीवी कैमरे में पत्थर से गेट तोड़ते हुए एक युवक का वीडियो सामने आया है। ग्राम प्रधान संदीप सिंह ने आरोपी के खिलाफ नौतनवा थाने में नामजद शिकायत दर्ज कराई है। ग्राम प्रधान का कहना है कि गांव की सुंदरता और पहचान बढ़ाने के उद्देश्य से ये विकास कार्य हुए थे, लेकिन लगातार हो रही तोड़फोड़ से लोग आहत हैं। थानाध्यक्ष पुरुषोत्तम राव ने बताया कि शिकायत पर जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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Sept 27, 2025 05:07:47
Pilibhit, Uttar Pradesh:ऑपरेशन सिंदूर से लेकर स्वतंत्रता सेनानियों के किस्से पार्क में आएंगे नजर, आजादी के समय अहम भूमिका निभाने वाले क्रांतिकारियो के नाम बने शहीद राम स्वरूप पार्क में अब नजर आएंगी ऑपरेशन सिंदूर की यादें, ऑपरेशन सिंदूर की झलकियों के बीच जिले के सभी स्वतंत्रता सग्राम सेनानियों का स्वागत कर कराया पार्क का उद्घाटन,, देश की आजादी में भूमिका निभाकर जिले में क्रांति कारी विचारधारा के साथ किरदार निभाने वाले जिले के स्वतंत्रता सग्राम सेनानियों द्वारा शहीदो के नाम दर्ज राम स्वरूप पार्क का जीर्णोद्धार कराया गया। इस शहीद पार्क में अब इंडियन आर्मी के शौर्य ऑपरेशन सिंदूर की झलकियां झांकियां।
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PSPradeep Soni
Sept 27, 2025 05:02:34
Jaipur, Rajasthan:चौमूं चौमूं में देर शाम को रेलवे स्टेशन पर हुआ हादसा चलती ट्रेन से नीचे गिरा एक युवक युवक का एक पैर कटकर हुआ अलग लोगों ने पुलिस व एंबुलेंस को घटना की दी सूचना दो युवकों ने तत्काल घायल को पहुंचाया अस्पताल अस्पताल पहुंचाने वाले युवक का पुलिस ने किया सम्मान चौमूं SHO प्रदीप शर्मा ने साफा पहनाकर युवाओं को किया मोटिवेट कहा-किसी की घायल को तत्काल पहुंचाये अस्पताल सूचना देने वाले औऱ अस्पताल पहुंचाने वाले को नहीं है डरने की जरूरत एंकर-जयपुर जिले के चौमूं रेलवे स्टेशन पर देर शाम एक बड़ा हादसा हो गया। चलती ट्रेन से अचानक एक युवक नीचे गिर पड़ा, जिससे उसका एक पैर कटकर अलग हो गया। हादसा होते ही स्टेशन पर अफरा-तफरी मच गई। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत पुलिस व एंबुलेंस को सूचना दी। इस बीच, दो युवकों ने बिना देर किए घायल युवक को उठाकर अस्पताल पहुंचाया, जिससे उसकी जान बच सकी।घटना की जानकारी मिलते ही चौमूं SHO प्रदीप शर्मा अस्पताल पहुंचे और दोनों युवकों का साफा पहनाकर सम्मान किया। SHO ने कहा कि किसी भी हादसे या दुर्घटना में घायल को तत्काल अस्पताल पहुंचाना सबसे बड़ी मानवता है। उन्होंने संदेश दिया कि सूचना देने वाले या घायल को अस्पताल पहुंचाने वाले को किसी भी तरह से डरने की जरूरत नहीं है। समय पर मदद से कई जिंदगियां बचाई जा सकती हैं। इस घटना ने इंसानियत और सहयोग की मिसाल पेश की। बाइट प्रदीप शर्मा SHO चौमूं
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