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हस्तसाल गांव में शराब के ठेकों ने बढ़ाई लोगों की चिंता!
Delhi, Delhi
दिल्ली के ऐतिहासिक गांव हस्तसाल में स्कूल मंदिर बारात घर के सामने तीन तीन ठेके खुलने से गांव के लोग
परेशान
स्कूली बच्चों को घरों से निकलने में लगता है डर
नशेडियों का लगता है जमावड़ा
कई शिकायतों के बावजूद नहीं हो रही सुनवाई
ऐतिहासिक गांव की पहचान बनी सरकारी शराब का ठेका...
2 ठेकों को बंद कराने की खाई थी गांव के लोगों ने कसम "लेकिन अब इसकी संख्या बढ़कर हो गई तीन..
शराब के ठेकों का विरोध करने घरों से बाहर निकले ऐतिहासिक गांव के लोग...
आप सरकार की आबकारी नीति के तहत खुले थे गांव में शराब के 2 ठेके....
लोकेशन : हस्तसाल गांव
रिपोर्ट : राजेश शर्मा
दिल्ली के विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र स्थित ऐतिहासिक हस्तसाल गांव के निवासी लंबे समय से गंभीर समस्या से बेहद परेशान हैं । और उनकी इस परेशानी की वजह है दिल्ली सरकार द्वारा उनके गांव में खोले गए शराब के तीन ठेकों को लेकर कई बार प्रशासन से लेकर जनप्रतिनिधियों को इस समस्या से अवगत कराया गया लेकिन पहले 2 ठेके थे अब बढ़कर इनकी संख्या तीन हो गई, वहीं गांव के निवासियों ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है और कर रहे हैं विरोध प्रदर्शन ।
दरअसल विकासपुरी विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले ऐतिहासिक हस्तसाल गांव का इतिहास पृथ्वी राज चौहान से जुड़ा हुआ है, ऐसा यहां के निवासी बताते हैं हालांकि यह मूलरूप से मुगल बादशाह शाहजहां के शिकारगाह के रूप में जाना जाता है सूत्रों के अनुसार, पांडवों ने भी अपने हाथियों को यहां रखा था।हस्तसाल का मतलब है "हाथियों का स्थान"। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि पृथ्वी राज चौहान ने इस गांव की स्थापना की थी या नहीं। लेकिन इस गांव में रहने वाले लोग फिलहाल एक के बाद एक दिल्ली सरकार द्वारा खोले गए तीन शराब के ठेकों को लेकर बेहद परेशान हो चले हैं। गांव के निवासियों ने इसकी शिकायत स्थानीय बीजेपी विधायक और दिल्ली सरकार में स्वास्थ मंत्री डॉक्टर पंकज सिंह से लेकर दिल्ली पुलिस दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता तक की गई है लेकिन सुनने वाला कोई नहीं , दिल्ली पुलिस से रिटायर्ड स्थानीय निवासी दीप चंद का कहना है कि कांग्रेस के समय में ठेका खोला गया था ठेके को बंद कराने के लिए गांव के निवासियों ने विरोध शुरू कर दिया था और देखते देखते पूरे 5 साल गुजर गए फिर चुनाव आया तो अरविंद केजरीवाल ने वादा किया मुझे वोट करेंगे तो शराब का ठेका हम बंद करा देंगे लेकिन आम आदमी पार्टी की सरकार में 1 ठेका और खुल गया लोगों ने विरोध प्रदर्शन तेज किया और लगातार करते रहे लेकिन शराब के ठेके बंद नहीं हुए और अब आलम यह है कि दिल्ली में बीजेपी की सरकार है चुनाव पूर्व स्थानीय जनप्रतिनिधि डॉक्टर पंकज सिंह जो अब यहां से न सिर्फ जनता द्वारा चुने गए विधायक हैं बल्कि दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी हैं उन्होंने भी यहां की जनता से वादा किया था कि उनकी सरकार जब दिल्ली में बनेगी तो इन 2 ठेकों को बंद करा देंगे लेकिन हैरानी इस बात की है गांव के लोगों ने डॉक्टर पंकज सिंह पर भरोसा कर समर्थन किया और ऐतिहासिक हस्तसाल गांव को दिल्ली सरकार द्वारा शराब का तीसरा ठेका मिल गया जिसको लेकर यहां रहने वाले निवासी अपने आपको अब ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं और इसलिए अब घरों से बाहर निकलकर दिल्ली सरकार दिल्ली पुलिस और स्थानीय बीजेपी विधायक बल्कि पूरे सिस्टम के खिलाफ प्रदर्शन कर शराब के इन तीनों ठेकों को बंद कराने की ठान बैठे हैं। आपको बता दें कि हस्तसाल गांव में जिस जगह दिल्ली सरकार द्वारा खोले गए शराब के इन तीन ठेके खोले गए हैं उस परिसर से सटा गांव का प्राचीन मंदिर है एक धर्मशाला है केंदीय विद्यालय और दिल्ली सरकार के 2 बड़े स्कूल भी हैं साथ ही एक मदर डेयरी भी डीडीए की इस मार्किट को पूरी तरह से मधुशाला में तब्दील कर दिया है शराब के शौकीन यहां से शराब खरीदकर खुलेआम ठेकों के सामने शराब पीते हैं जी मीडिया की टीम हस्तसाल में शराब के ठेकों का विरोध कर रहे लोगों के बीच पहुंची और लोगों की समस्या को सुना लेकिन शराब के शौकीनों को न विरोध कर रहे लोगों का और न कैमरे का कोई खौफ दिखाई दे रहा था खुलेआम लोग शराब खरीदकर चौड़े में पी रहे हैं न यहां सुरक्षा के लिहाज से दिल्ली पुलिस नज़र आ रही है और न प्रशासन का कोई अधिकारी लेकिन जैसे ही इस बात की जानकारी पुलिस को लगी जी मीडिया की टीम यहां आई हुई है एक पुलिसकर्मी मौके पर आ गया । और उसके आने से पहले ही शराब पी रहे फरार हो गए ।
हस्तसाल के लोगो के साथ वाक थ्रू राजेश शर्मा जी मीडिया दिल्ली
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