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कान्हा गौशाला: महिला सशक्तिकरण का नया मॉडल बना अयोध्या का गौरव!

Pravesh Kumar
Jul 06, 2025 09:00:50
Ayodhya, Uttar Pradesh
ANCHOR - उत्तर प्रदेश के अयोध्या जनपद के कान्हा गौशाला मां कामाख्या धाम अब एक नई पहचान बना रहा है—‘कान्हा गौशाला’ की पहचान। यह सिर्फ एक गौशाला नहीं, बल्कि ग्रामीण विकास, महिला सशक्तिकरण और गौसेवा का आदर्श मॉडल बन चुकी है।कभी जिन निराश्रित गायों को सड़कों पर भटकने के लिए मजबूर होना पड़ता था।वो गौवंश आज इस गौशाला में पूरी सुरक्षा और स्नेह के साथ रह रही हैं। इस बदलाव के पीछे है योगी आदित्यनाथ सरकार की भूमिका गोवंश संरक्षण नीति है।जिसने गायों को सिर्फ आस्था का नहीं, बल्कि अर्थव्यवस्था का भी मजबूत आधार बना दिया है।कान्हा गौशाला में न सिर्फ गोवंश की देखरेख हो रही है, बल्कि इसके जरिए स्थानीय महिलाओं को स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता का नया जरिया मिला है। यहां महिलाएं गोबर से वर्मी कम्पोस्ट, धूपबत्ती, गोदीप, गोकाष्ठ जैसी उपयोगी चीजें बना रही हैं। यह सिर्फ आमदनी का साधन नहीं, बल्कि जैविक और प्राकृतिक जीवनशैली की ओर एक मजबूत कदम है। इस गौशाला में गोवंश के लिए नियमित टीकाकरण, हरे चारे की व्यवस्था, स्वच्छ पेयजल, शेड और स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। यहां हर दिन गायों के लिए पोषक आहार, साफ-सफाई और उपचार की व्यवस्था की जाती है। प्रशासन की देखरेख में काम करने वाली यह गौशाला आज एक नमूना बन चुकी है कि कैसे सरकारी योजनाएं जब जमीन पर सही तरीके से उतरती हैं, तो गांवों की तस्वीर और तक़दीर दोनों बदल सकती हैं। सबसे खास बात यह है कि यहां युवाओं को भी डेयरी और पशुपालन के माध्यम से रोजगार मिल रहा है। गौशाला से जुड़कर कुछ युवाओं ने अपने खुद के डेयरी स्टार्टअप शुरू किए हैं, जिनमें सरकार की पशुधन बीमा योजना, कृत्रिम गर्भाधान, और डेयरी मिशन जैसी योजनाएं काफी मददगार साबित हुई हैं। आज बिहारा गांव की यह कान्हा गौशाला न सिर्फ गौसेवा का केन्द्र है, बल्कि यह बताती है कि जब नीति और नीयत साथ चलें, तो बदलाव निश्चित होता है। यहां गौसेवा, रोजगार और महिला सशक्तिकरण का जो संगम बना है, वह न केवल मां कामाख्या नगर पंचायत बल्कि पूरे प्रदेश के लिए प्रेरणा है अयोध्या की महिला उत्कृष्ट किसान सबीना खातून कान्हा गौशाला से विकास की एक नई दिशा देते महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रही है।गौवंशो के गोवर व गौमूत्र से बीजा अमृत,जीवामृत, घना अमृत ये सारी चीजें बनाती है जो हमारे खेती किसानी में काम आती है इस तरह से महिलाओं का आर्थिक विकास हो रहा है और सशक्त व आत्मनिर्भर भी बन रही है। Wkt 1- प्रवेश पांडेय संवाददाता wkt,2 - प्रवेश पांडेय बाइट - शीतला प्रसाद शुक्ला अध्यक्ष नगर पंचायत माँ कामाख्या धाम बाइट - गौपालक बाइट - गौपालक बाइट - गौपालक बाइट - सबीना खातून महिला उत्कृष्ट किसान
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