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Damoh470661

मगरमच्छ ने महिला को बनाया शिकार, सड़क पर हुआ बवाल!

MDMahendra Dubey
Jul 11, 2025 09:03:24
Damoh, Madhya Pradesh
महिला को मगरमच्छ ने बनाया शिकार सड़क पर बबाल लगा रहा जाम.. एंकर/ बारिश के दौर में जहां पानी कहर बरपा रहा है तो अब पानी के जीव जंतु जानलेवा साबित हो रहे है, दमोह में कुछ ऐसा ही हुआ जब पानी मे रहने वाले मगरमच्छ ने एक महिला की जान ले ली और फिर सड़को पर जमकर बबाल हुआ। देखिए ये रिपोर्ट.. वीओ- चारो तरफ पानी से हाहाकार मचा है पानी अपना कहर बरपा रहा है तो एमपी के दमोह जिले के नोहटा थाना क्षेत्र में आने वाले कनिया घाट पटी गावँ में सावन के महीने के पहले दिन शिव शम्भू को जल अर्पण करने के लिए 50 साल की महिला मालती लोधी व्यारमा नदी के घाट पर पहुंची , महिला लोटे में जल भर रही थी लेकिन नदी में मौजूद एक मगरमच्छ ने उसे शिकार बनाया और अपने साथ पानी मे ले गया। बाईट- प्रहलाद लोधी ( मृतिका के परिजन ) बाईट- निरपत सिंह ( महिला के परिजन) वीओ- मगरमच्छ के महिला को ले जाने का ख़ौफ़नाक मंजर लोगो ने देखा, और दहशतजदा लोगों ने कोशिशें की लेकिन वो मगरमच्छ के चंगुल से उसे बचा नही पाए। पुलिस वन विभाग और एसडीआरएफ की टीमें व्यारमा के घाट पर पहुंची उसके पहले ही मगरमच्छ ने महिला को छोड़ दिया और जब उसे नदी से बाहर निकाला गया तब तक उसकी जान चली गई थी। गावँ की महिला का शव देखकर लोगो का गुस्सा फूट पड़ा और लोगो ने दमोह जबलपुर स्टेट हाइवे को अभाना में जाम कर दिया। दोनो तरफ कई किलोमीटर तक दो घण्टे तक सड़क जाम ने लोगो को परेशानी में डाला और हालात बिगड़ने लगे। इस आक्रोश की वजह इस नदी में लगातार मगरमच्छ का आतंक है। गुस्साए लोगों की माने तो आये दिन मगरमच्छ यहां आतंक फैलाता है। बीते साल भी दो मौतों की वजह इस नदी के मगरमच्छ थे और अब तीसरी मौत हुई है। आरोप है कि वन विभाग और जिला प्रशासन को कई बार इस आतंक से निजात दिलाने की गुहार लगाई गई लेकिन किसी भी जिम्मेदार ने ध्यान नही दिया, अब दहशत और बढ़ गई है और ऐसे में सिर्फ एक गावँ नही बल्कि नदी किनारे बसे सैकड़ो गांव में लोग डरे हुए हैं और उनका डर वाजिब भी है। बाईट- प्रदर्शन कारी वीओ- महिला के शव को सड़क पर रखकर प्रदर्शन कर रहे लोगों को काबू में करने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल यहाँ पहुंचा तो आला अधिकारी भी लोगों को समझाते रहे लेकिन ख़ौफ़ के साये में आ चुके लोग स्थायी समाधान की मांग पर अड़े रहे। अफ़सरो ने वन विभाग के अफसरों को मौके पर बुलाया तब कहीं जाकर बबाल शांत हुआ और लोग महिला के पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए। बाईट- आर एल बागरी ( एसडीएम दमोह) बाईट- देवी सिंह ( एसडीओपी तेंदूखेड़ा दमोह) बाईट- अब सवाल यही की क्या एक ही मगरमच्छ आतंक फैला रहा है? तो ऐसा नही है बल्कि व्यारमा नदी में बड़ी संख्या में मगरमच्छ मौजूद है, इस नदी में दशकों से इनका बसेरा है और ये नदी मगरमच्छो के लिए बेहद अच्छी लगती है और यही वजह है कि न सिर्फ एक इलाके में बल्कि व्यारमा नदी में कहीं भी मगरमच्छ देखे जा सकते हैं। वन अधिकारियों की माने तो इस घटना में विधिवत कार्यवाही की जा रही है, वन अमला इस मगरमच्छ को पकड़ने की कोशिश भी कर रहा है लेकिन अफसर अपील जरूर करते है कि बारिश के दिनों में ऐसी घटनाएं अक्सर होती है और लोगों को इस मौसम में नदियों से बचना चाहिए। ग्रामीणों के आक्रोश के सवाल पर उनका कहना है कि जब भी कहीं से कोई खबर लगती है शिकायत आती है तत्काल वन अमला मौके पर जाता है और अब विशेष सतर्कता बरती जाएगी । बाईट- ईश्वर जरांडे ( डीएफओ दमोह) वीओ- बहरहाल एक और मौत ने चिंता बड़ा दी है, लोग दहशत में है कि कहीं बरसात के मौसम में नदी से निकलकर ये मगरमच्छ गांव में न आ जाएं और लोगों को शिकार बना लें और ऐसा एक दो गांव में नही बल्कि कई गांव में है, ऐसे में सवाल ये भी है कि क्या नदियों के आसपास बसे गाँव मे लोगों को इस तरह के खतरनाक जीवों से बचाने के लिए वन विभाग का कोई ठोस प्लान है , क्या सरकार ने अब तक इस विषय मे सोचा है? और सवाल ये भी है कि क्या इंसान की जान की कीमत को सरकार समझेगी?
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