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दिल्ली के पार्क में बच्चों की खुशियाँ, गंदगी से बीमारियाँ बन गईं!
NANasim Ahmad
FollowJul 15, 2025 05:30:44
Delhi, Delhi
नोट - यह स्टोरी दिल्ली देहात की स्टोरी है इसी तरह की स्टोरियां हर रोज भेजी जा रही हैं। कृपया स्टोरीज पर भी ध्यान दिया जाए।
स्लग - MCD के अधिकारियों की लापरवाही , मासूम बच्चों की जिंदगी के साथ खिलवाड़।
स्टोरी --
उत्तरी दिल्ली के तिमारपुर विधानसभा के वजीराबाद गांव के रामघाट के जीरो नंबर गली के दूसरे छोर पर दिल्ली जल बोर्ड पाइपलाइन के साथ फ्लड विभाग के जमीन पर नगर निगम द्वारा बनाए पार्क में बच्चों के लिए लगे झूले। बच्चों की खुशी नहीं बल्कि मायूसी का बना रहे सबब। स्वस्थ बच्चे आते हैं पार्क में खेलने के लिए लेकिन हो जाते हैं कई बीमारियों से ग्रहत। नगर निगम का मासूम बच्चे से क्या है बेर। पार्क के अंदर फैली गंदगी , खुले नाले बीमारी और हादसों को दे रहे दावत प्रशासनिक अधिकारी मौन।
वीओ 1
छोटे मासूम बच्चों को पार्क में लगे हुए झूले दिखाई दे तो मासूम बच्चों की खुशियों का ठिकाना नहीं होता ..लेकिन यही गन्दगी से सराबोर पार्क में लगे झूले बच्चों के लिए बीमारी का सबक बन जाए तो मासूम बच्चों की खुशियों पर मानो ग्रहण लग जाता है.. क्योंकि ऐसे पार्को में खेलने के बाद बच्चे बीमार हो जाए तो उसका जिम्मेदार कौन होगा।
वाकथरु / नसीम अहमद
वीओ 2
तस्वीरे देखकर आप हैरान रह जाएंगे और सरकार की कार्यशैली और नगर निगम के अधिकारियों की तुच्छ मानसिकता पर आपको क्रोध आ जाएगा। तस्वीरों में वही दिख रहे इस पार्क में कुछ वर्ष पहले नगर निगम द्वारा बच्चों के लिए फ्लड विभाग की जमीन पर कुछ झूले लगाकर मासूम बच्चों को खुशियों का एक तोहफा दिया गया था लेकिन हालात तो देखिए किस तरीके से यह तोहफा बच्चों के लिए अब एक श्राप बन गया है। आज इस में चारों तरफ गंदगी ही गन्दगी कुड़े के अम्बार लगे है और नालों के ढक्कन खुले हैं । फिर भी मासूम बच्चे इस पार्क में लगे झूलो के लालच में खेलने के लिए आते हैं। पार्क में खुले नालों के चलते हादसों का खतरा बना हुआ है तो वही पार्क में फैली गन्दगी और गंदगी से निकलने वाले दुर्गंध की वजह से मासूम बच्चे कई प्रकार की बीमारियों से शिकार हो रहे हैं।
बाईट / स्थानीय निवासी
बाईट / स्थानीय निवासी
वीओ 3
स्थानीय जनता का कहना है कि जब से यह पार्क यहां पर बने हैं कई बच्चे कई प्रकार की बीमारियों से ग्रस्त हैं। साथ ही बच्चों को मना करने के बाद भी बार-बार बच्चे दीवार कूद कर पार्क के अंदर लगे झूलो के लालच में झूलने के लिए चले जाते हैं। प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही इस कदर है कि पार्क को साफ-सफाई करने की बजाए पार्क के गेट पर ताला ही लगा दिया और फ्लड विभाग की तरफ से चेतावनी भरा बोर्ड लगा दिया। जिस पर कूड़ डाले जाने पर ₹5000 का जुर्माना लिख दिया। मतलब साफ है कि प्रशासनिक अधिकारी सिर्फ चुनाव के समय वाहवाही लूटने के लिए मासूम बच्चों को भी खुश करते हैं लेकिन बीमारी का घर बने ऐसे गंदगी से भरे पार्को में साफ सफाई करने के लिए तैयार नहीं होते।
बाईट / स्थानीय निवासी
बाईट / स्थानीय निवासी
वीओ 4
वज़ीराबाद के रामघाट पर बने इस बदहाली वाले पार्क को लेकर Zee मीडिया की टीम ने नगर निगम के महापौर राजा इकबाल से बात की तो राजा इकबाल ने दो शब्दों में यह कहकर बात टाल दी कि इस पार्क की जानकारी उनके पास नहीं है। और मीडिया के माध्यम से उन्हें अभी जानकारी मिली है, वह इस पर जल्द संज्ञान लेंगे । मतलब इलाके के महापौर को ही इस गंभीर समस्या के बारे में जानकारी ही नहीं तो आखिरकार जनप्रतिनिधि इलाके में किस तरीके से जनता की समस्या का समाधान करेंगे यह सवाल अब जनप्रतिनिधियों पर ही खड़ा होने लगा है।
बाईट / राजा इकबाल , महापौर नगर निगम।
वीओ 5
फिलहाल आपको बता दे वजीराबाद रामघाट जीरो नंबर गली के पास फ्लड की जमीन पर पार्क बनाकर लगाए गए झूले बच्चों को अपनी तरफ आकर्षित कर रहे हैं और मासूम बच्चे खेल कूद के चक्कर में कई प्रकार की बीमारियों के शिकार हो रहे हैं। बरहाल मासूम बच्चों को तो क्या गंदगी और क्या सफाई उसकी फिक्र नहीं लेकिन यहां से गुजरने वाले स्थानीय नेताओं की राजनीति पर आप बड़े सवाल खड़े होने लगे हैं। जिनकी राजनीति अब बच्चों की भविष्य के साथ ही खिलवाड़ कर रही है।
रिपोर्ट / नसीम अहमद
Zee मीडिया
वज़ीराबाद गांव , तिमारपुर।
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