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गांववालों ने 23 साल बाद खुद शुरू किया सड़क निर्माण, जानें कैसे!
Gonda, Uttar Pradesh
एंकर- खबर गोंडा से है। गोंडा जिले में पंडरीकृपाल विकासखंड अंतर्गत मिश्रौलिया कानूनगो गांव में ग्रामीण स्वयं गांव में लोगों से चंदा एकत्रित करके ढाई किलोमीटर लंबे सड़क का निर्माण करवा रहे हैं। बीते एक सप्ताह से जेसीबी के माध्यम से मिट्टी पटाई का काम किया जा रहा है प्रति घंटे ₹1100 की दर से जेसीबी चालक को मिट्टी पटाई का दाम भी ग्रामीण चंदा एकत्रित करके दे रहे हैं। इस सड़क के निर्माण के लिए ग्रामीण बीते 23 सालों से जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के पास जा जाकर गुहार लगा चुके लेकिन जब जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने इस सड़क निर्माण को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाया तो अब स्वयं ग्रामीणों ने इस सड़क का निर्माण करने का संकल्प लिया है और सड़क का निर्माण करवा रहे हैं। 23 साल पहले वर्ष 2002 में यहां पर ग्राम पंचायत निधि से मिट्टी पटाई का काम हुआ था लेकिन उसके बाद यहां पर इस सड़क के निर्माण को लेकर के कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। बरसात होने पर यहां पर पानी भर होने से ग्रामीणों को काफी दिक्कतें होती थी गर्भवती महिलाओं को ले जाने के लिए दिक्कतें होती थी। 10 किलोमीटर अतिरिक्त दूरी तय करके लोगों को शुभागपुर बाजार जाना पड़ता था 10 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी न तय करना पड़े इसीलिए ग्रामीण अब घर-घर जाकर के लोगों से चंदा मांग रहे हैं। घर-घर जाकर लोगों से चंदा मांगते ग्रामीणों का वीडियो भी सामने आया है और अब इस चंदे के पैसे से निर्माण कर रहे हैं।
WKT_ON सड़क निर्माण- अतुल कुमार यादव- संवाददाता गोंडा।
वीओ- यह जो आप जेसीबी के माध्यम से सड़क पर मिट्टी की पिटाई करते हुए आप देख रहे हैं एक किसी सरकारी योजना से नहीं कराया जा रहा है बल्कि मिश्रौलिया कानूनगो गांव के रहने वाले ग्रामीणों द्वारा 10 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी नृत्य करना पड़े इसके लिए स्वयं के चंदा से इस सड़क का निर्माण करवा रहे हैं। लगभग 500 मीटर सड़क का निर्माण अब तक एक सप्ताह के अंदर जेसीबी के माध्यम से ग्रामीण करवा चुके हैं और यह ढाई किलोमीटर सड़क का निर्माण मिश्रौलिया कानूनगो गांव से लेकर वैनिया गांव तक किया जाएगा। जिससे ग्रामीणों के आने-जाने में दिक्कतें नहीं होगी,गर्भवती महिलाओं को अब सही रास्ते से ग्रामीण अस्पताल ले जा सकेंगे ठीक रास्ते से बच्चे विद्यालय पढ़ने जा सकेंगे। सड़क के बगल में किसानों की जमीन है जो खुद सड़क निर्माण की पिटाई में मिट्टी उपयोग करने के लिए अपनी सहमति दे रखे हैं। जहां पर पांच से 8 फीट गहराई में जाकर के मिट्टी की खुदाई करके लगभग 10 फीट ऊंचे सड़क का निर्माण किया जा रहा है। इस पूरे सड़क निर्माण की निगरानी खुद ग्रामीण कर रहे हैं और जो भी लोग जितने भी रुपए का चंदा इस सड़क के निर्माण में दे रहे हैं उतना गांव के लोग एकत्रित कर रहे हैं। चंदा ग्रामीणों कुछ इस तरीके से भी दे रहे हैं कोई ग्रामीण एक घंटा जेसीबी चलाने के लिए चंदा दे रहा है,कोई दो घंटा, कोई 3 घंटा, कोई चार घंटा तो कोई 5 घंटा जेसीबी चालवणे के लिए चंदा दे रहे हैं।
GR PTC OPENING AND CLOSING.
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