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MP में कलेक्टर दिलीप यादव ने किसान की जमीन विवाद शिकायत को बताया गलत
Mandsaur, Madhya Pradesh
कलेक्टर दिलीप यादव ने किसान शंकर लाल की जमीन विवाद शिकायत को निराधार बताया। सूचना के अनुसार किसान ने आरोप लगाया था कि उनकी 3.5 हेक्टेयर जमीन का गलत तरीके से रजिस्ट्री और नामांतरण करवाया गया है। वहीं जांच में पाया गया कि 2010-11 में किसान के परिजनों ने ही इस जमीन की रजिस्ट्री और नामांतरण करवाया था। साथ ही कलेक्टर ने बताया कि जमीन पर अभी भी शंकर लाल का कब्जा है और कोई कार्रवाई लंबित नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर किसान रजिस्ट्री को चुनौती देना चाहते हैं, तो वे सिविल कोर्ट में जा सकते हैं।
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Maihar, Patehra, Madhya Pradesh:
मौसम विभाग के अलर्ट के बाद मैहर में भी मौषम में बदलाव देखने को मिला है जिले अलग अलग इलाके में पिछले दो घंटे से लगातार बारिश हो रही है गौरतलब हो कि मैहर जिले में मौषम विभाग द्वारा भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई थी जिसके बाद से सुबह से मौसम में बदलाव हुआ है जोरदार बारिश से शहर के कई इलाकों में जलभराव की भी स्थिति उत्पन्न हुई है चंद घंटों की बारिश से नगर परिषद के कार्यों की पोल खुल गई है अमरपाटन कस्बे में नाली साफ न होने के चलते अब पानी लोगो के दुकान में घुसने लगा है व्यापार पूरी तरह से चौपट हो गया है स्थानीय लोगों ने नगर परिषद अमले पर लापरवाही के गंभीर आरोप लगाए है
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Almora, Uttarakhand:
[7/4, 13:42] Devendra: Devendra Singh
Almora
Anchor: विवेकानंद पर्वतीय कृषि अनुसंधान संस्थान ने अपने 102वें स्थापना दिवस के अवसर पर 9 नई फसल प्रजातियों का लोकार्पण किया और कई नव प्रकाशनों का विमोचन किया। ये सभी प्रजातियां भारत सरकार द्वारा अनुमोदित की गई हैं।
संस्थान के निदेशक लक्ष्मीकांत वाजपेई ने बताया कि मडुवा की 'मांदिरा', चुआ, और मक्का की प्रजातियों को विकसित किया गया है। इसके साथ ही किनोवा और हींग पर भी शोध किया गया है।
उन्होंने कहा कि ये नई प्रजातियां न केवल पर्वतीय क्षेत्रों के किसानों के लिए उपयोगी साबित होंगी, बल्कि देशभर के काश्तकारों को भी इनसे लाभ मिलेगा।
बाइट - लक्ष्मीकांत, संस्थान के निदेशक
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Shahdol, Madhya Pradesh:
व्यौहारी से टेटका तक बनाई गई सड़क पहली बारिश में ही टूटी — निर्माण में घोर लापरवाही, उठे सवाल
एंकर - व्यौहारी से लेकर टेटका तक बनाई गई सड़क पहली ही बरसात में जगह-जगह से टूट चुकी है। सड़क पर गहरे गड्ढे और दरारें उभर आई हैं, जिससे लोगों को आवागमन में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यह स्थिति न सिर्फ आमजनों के लिए खतरनाक है, बल्कि निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े कर रही है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि करोड़ों की लागत से बनी यह सड़क भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है। सड़क निर्माण में घटिया सामग्री और लापरवाही की वजह से यह हालात बने हैं।
एमपीआरडीसी (MP-RDC) अधिकारियों से जब इस बारे में सवाल किया गया, तो उनका कहना था:
"यह पहली बरसात है। अगर कहीं पर सड़क टूटती है तो इसकी जांच कर ठेकेदार पर कार्रवाई की जाएगी।"
हालांकि यह बयान जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ने जैसा प्रतीत हो रहा है, क्योंकि निर्माण कार्य की गुणवत्ता की जांच पहले ही होनी चाहिए थी।
लोगों की मांग:
सड़क की जांच हो और दोषी ठेकेदार पर सख्त कार्रवाई की जाए।
निर्माण कार्य में लिप्त अधिकारियों की भूमिका की भी जांच हो।
क्षतिग्रस्त सड़क की तत्काल मरम्मत कराई जाए।
"पहली बारिश और सड़क फट गई! व्यौहारी से टेटका तक की रोड बनी भ्रष्टाचार का शिकार — जनता भुगत रही है, अधिकारी बयानबाज़ी में व्यस्त!"
बाइट 01-सौरभ तिवारी (स्थानीय नागरिक)
बाइट 02-अवधेश सोनकर(जनरल मैनेजर एमपी आरडीसी)
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Baibahamunnusingh, Uttar Pradesh:
Name_Dileep Mishra
आयकर विभाग में झोपड़ी में रहने वाले शख्स को 1 साल में 9 करोड़ से ज्यादा टर्नओवर वाली कंपनी चलाने का आरोप लगाते हुए नोटिस थमा दी। नोटिस मिलने की ही साथ खीरी कस्बे में रहने वाले सईद के पैरों के तले से जमीन खिसक गई क्योंकि सईद पिछले 20 सालों से अपनी पत्नी के साथ झोपड़ी में ही गुजर बसर करता है शाहिद की झोपड़ी जिस जमीन पर बनी है वह भी किराए की जमीन है। पाई पाई को के लिए मोहताज मजदूर सईद जैसे तैसे मजदूरी कर अपना जीवन यापन करता है। ऐसे में 1 साल में 9 करोड़ का टर्नओवर जिसने आयकर विभाग की कार्य प्रणाली पर सवालिया निशान खड़े कर दिए है।
बाइट_सईद (पीड़ित)
बाइट _रजिया (पीड़ित पत्नी)
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Dholpur, Rajasthan:
.डिस्कॉम सीएमडी आरती डोगरा एकदिवसीय दौरे पर धौलपुर पहुंची। धौलपुर पहुंचने के बाद उन्होंने सबसे पहले थर्मल पावर प्लांट का निरीक्षण किया। जहां उन्होंने थर्मल पावर प्लांट को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इसके बाद सीएमडी विद्युत निगम कार्यालय धौलपुर पहुंची।
विद्युत निगम कार्यालय में पहुंचने के बाद सीएमडी ने अधिकारियों की बैठक लेने के साथ ही स्टोर का निरीक्षण किया। जहां स्टोर में नीलाम किया जा चुके ट्रांसफार्मरों को खरीदने वाली कंपनी द्वारा ना उठाए जाने पर उन्होंने अधिकारियों को फटकार लगाई। डिस्कॉम सीएमडी ने बताया कि शुक्रवार को उन्होंने विद्युत निगम के रेवेन्यू विभाग के साथ धौलपुर जिले के विद्युत निगम की दूसरी व्यवस्थाओं को लेकर जानकारियां जुटाई हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी उपभोक्ता को निगम द्वारा अगर दिक्कत आती हैं, तो वह उच्च अधिकारियों से संपर्क कर सकता हैं। जिले में विद्युत छीजत को लेकर भी उन्होंने अधिकारियों से वार्तालाप कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
धौलपुर विद्युत निगम कार्यालय में सीएमडी के आने की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में लोग अपनी-अपनी शिकायत लेकर सीएमडी से मिलने के लिए पहुंचे। जहां सीएमडी ने लोगों की एक-एक समस्या को गंभीरता से सुनकर मौके पर ही मौजूद अधिकारियों को उनकी समस्या का निस्तारण करने के निर्देश दिए। सीएमडी के साथ निरीक्षण के दौरान भरतपुर जोनल चीफ उमेश गुप्ता, धौलपुर अधीक्षण अभियंता आरके वर्मा सहित निगम के सभी अधिकारी मौजूद रहे।
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Alwar, Rajasthan:
एंकर ,विजुअल ,बाइट
अलवर शहर के शिवाजी पार्क थाना क्षेत्र में गुरुवार रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में 28 वर्षीय युवक मंजीत जांगिड़ की मौत हो गई. मृतक हरियाणा के बावल मुरार गांव का रहने वाला था. और फिलहाल अलवर के राठनगर क्षेत्र में किराए के मकान में रह रहा था.
मिली जानकारी के अनुसार, गुरुवार रात करीब 10 बजे मंजीत शिवाजी पार्क से अपने घर लौट रहा था. इसी दौरान रेलवे का डबल फाटक पार करते समय किसी अज्ञात वाहन ने उसे टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गया. हादसे के बाद घायल मंजीत को परिजन तुरंत जिला अस्पताल लेकर पहुंचे. लेकिन उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई.
शिवाजी पार्क थाना एएसआई समरदिन ने बताया कि मंजीत के पिता राजेश कुमार खाती का काम करते हैं. जिसमें मंजीत उनका सहयोग करता था. मंजीत परिवार का इकलौता बेटा था. उसकी दो बहनें हैं. जिनकी शादी हो चुकी है.
पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया है. और मामले की जांच शुरू कर दी है. परिजनों की शिकायत के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल पुलिस अज्ञात वाहन और उसके चालक की तलाश में जुटी हुई है. हादसे के बाद परिवार में मातम पसरा हुआ है.
बाईट _समरदिन, ASI शिवाजी पार्क थाना
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Jaisalmer, Rajasthan:
ज़िला-जैसलमेर
विधानसभा-जैसलमेर
खबर की लोकेशन-जैसलमेर
रिपोर्टर-शंकर दान
मोबाइल-9799069952
सेना के जवानों ने बॉर्डर पर की वॉर एक्सरसाइज
हेलिबॉर्न ऑपरेशन में सड़कों पर उतरे चीता और चेतक हेलिकॉप्टर
जैसलमेर
थार के रेगिस्तान में सैनिक लड़ाकू हेलिकॉप्टर से जमीन पर उतरे और आतंकियों को खत्म कर वापस हेलिकॉप्टर में अपने ठिकाने की उड़ान भरी। मॉडर्न हथियारों के साथ सर्जिकल स्ट्राइक और आतंकी गतिविधियों को किस तरह से खत्म किया जाए, इसकी प्रैक्टिस की गई। भारत-पाकिस्तान की पश्चिमी सीमा पर इन दिनों गरज सुनाई दे रही है। ये गरज किसी तूफान की नहीं, बल्कि भारत की रणनीतिक सैन्य तैयारी की है।
राजस्थान के थार इलाके में भारतीय सेना की दक्षिणी कमांड ने जिस प्रकार से हाई-इंटेंसिटी युद्धाभ्यास की कमान संभाली है, वह न केवल देश को सुरक्षा का नया भरोसा दे रहा है, बल्कि यह भी दर्शा रहा है कि भारत अब युद्ध नहीं चाहता, पर युद्ध के लिए हर क्षण तैयार है।
यह अभ्यास सामान्य रूटीन ड्रिल नहीं है, बल्कि एक ऐसा बहुस्तरीय अभ्यास है जिसमें युद्ध के हर पहलू को व्यावहारिक स्तर पर परखा जा रहा है। इस अभ्यास में सेना के चीता और चेतक हेलिकॉप्टर ने हिस्सा लेकर अपनी ताकत का प्रदर्शन किया।
बॉर्डर की सड़कों पर युद्ध के हालात के प्रदर्शन में अपनी क्षमता का प्रदर्शन करने में सबसे आगे रहे भारतीय सेना के हेलिकॉप्टर। दरअसल, सीमांत क्षेत्रों में घुसपैठ, ड्रोन हमले, साइबर अटैक और मल्टी-डोमेन वारफेयर एक साथ उत्पन्न हो सकते हैं। ऐसे में भारतीय सेना की तैयारियों का आकलन करना और उन्हें धरातल पर उतारना समय की मांग भी है और चुनौती भी। इस अभ्यास में सेना के टैंक भी शामिल हुए और टारगेट को सफलतापूर्वक नष्ट किया।
इस दौरान एक खास तरीके की सर्जिकल स्ट्राइक की भी एक्सरसाइज की गई। इस एक्सरसाइज में सैनिकों ने लड़ाकू हेलीकाप्टर से जमीन पर उतरने का अभ्यास किया। इसके साथ ही आतंकियों को खत्म कर वापस हेलीकाप्टर में चढ़कर उड़ान भरी। मॉडर्न हथियारों के साथ सर्जिकल स्ट्राइक और आतंकी गतिविधियों को किस तरह से खत्म किया जाए, इसकी प्रैक्टिस की गई।
इस अभ्यास में सेना की टुकड़ियां तेजी से रेगिस्तानी इलाकों में मूव करती हैं, हेलिकॉप्टर सपोर्ट, ड्रोन निगरानी और सैटेलाइट से फीड लेकर लक्ष्य को निष्क्रिय करती हैं। इसके बाद एयर सपोर्ट और आर्टिलरी गन का अभ्यास होता है। यह अभ्यास यह दिखाता है कि अब भारतीय सेना सिर्फ जवाब नहीं देती, बल्कि स्थितियों को नियंत्रण में लेकर निर्णयात्मक बढ़त बनाना जानती है।
अब युद्ध केवल मैदान में नहीं होगा। यह सैटेलाइट, साइबर, डिजिटल नेटवर्क, मनोवैज्ञानिक दबाव और रणनीतिक पकड़ का मिश्रण होगा। भारतीय सेना के ये अभ्यास इस बात का संकेत हैं कि 2025 का भारत किसी भी मोर्चे पर 1965 या 1971 वाला भारत नहीं है। अब हमारा राष्ट्र लड़ाई को रोकना भी जानता है, और ज़रूरत पड़ी तो उसे निर्णायक रूप से जीतना भी।
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Saiki, Bihar:
ब्रेकिंग/सारंगढ़
गौ मांस की हो रही बिक्री।
सारंगढ़ नाका नंबर पांच मोची मोहल्ला में की जा रही गौ मांस की बिक्री।
महिला सहित पति को किया गिरफ्तार।
सिटी कोतवाली जांच में जुटी।।
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Pratapgarh, Rajasthan:
Slug : 0407ZRJ_PRTP_VIRODH_R
जिला : प्रतापगढ़
विधानसभा : प्रतापगढ़
खबर की लोकेशन : प्रतापगढ़
जिला संवादाता : हितेष उपाध्याय, 9079154796
हेडर/हेडलाईन : कालबेलिया समाज की गुहार : घर उजड़े तो कर लेंगे आत्महत्या
एंकर/इंट्रो : प्रतापगढ़ साबाखेड़ा गांव में बीते 5 से 6 दशकों से निवासरत घुमंतू कालबेलिया समाज के लोगों ने आज जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपते हुए आबादी भूमि पर पट्टे जारी करने और अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही रोकने की मांग की है। समाज के जिला अध्यक्ष पप्पू नाथ कालबेलिया ने बताया कि वे और उनका समाज ग्राम की पुरानी चारागाह भूमि पर वर्षों से निवासरत हैं, जहां उनके कच्चे-पक्के मकान बने हुए हैं। कुछ मकान सरकारी आवास योजनाओं के तहत भी स्वीकृत हुए हैं और यहां रहने वालों के पास आधार कार्ड, राशन कार्ड, बिजली कनेक्शन जैसी सभी मूलभूत पहचान उपलब्ध हैं। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायत द्वारा 1.86 हैक्टेयर भूमि आबादी विस्तार हेतु चिन्हित कर तहसील कार्यालय को प्रस्ताव भेजा गया था, जिसकी जांच भी हो चुकी है, परंतु प्रस्ताव अब तक राज्य सरकार को नहीं भेजा गया है। ज्ञापन में यह भी स्पष्ट किया गया कि गांव में कुल 51.05 हैक्टेयर चारागाह भूमि है, जबकि गांव में केवल 492 पशु हैं। ऐसे में कुछ भूमि आबादी विस्तार हेतु देने से चारागाह पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा। इसके साथ ही, राज्य सरकार के 2024 और 2025 के आदेशों का हवाला देते हुए समाज ने बताया कि घुमंतू, विमुक्त व अर्धघुमंतू समुदायों को चारागाह भूमि पर पट्टे दिए जाने का स्पष्ट प्रावधान है। जिला अध्यक्ष ने चेताया कि यदि उनकी बात नहीं सुनी गई और प्रशासन अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही करता है, तो समाज के लोग सामूहिक आत्महत्या को मजबूर होंगे।
बाईट- पप्पू नाथ कालबेलिया, समाज के जिलाध्यक्ष
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