Become a News Creator

Your local stories, Your voice

Follow us on
Download App fromplay-storeapp-store
Advertisement
Back
Balrampur497119

चिनिया के जंगल मे कट गए हरे भरे पेड़, विभाग ने दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की बात कही

Aug 20, 2024 12:55:20
Balrampur, Chhattisgarh

बलरामपुर के रामानुजगंज वन परिक्षेत्र के चिनिया गांव से लगे जंगल में 2 दर्जन से भी ज्यादा सागौन प्रजाति के हरे भरे पेड़ों की अवैध कटाई का मामला सामने आया है। जहां वन विभाग एक ओर इन दिनों एक पेड़ मां के नाम पर अभियान चलाकर पौधारोपण कर रही है तो वहीं दूसरी ओर जंगलों में अज्ञात लोगों द्वारा हरे भरे पेड़ भी काटे जा रहें हैं जिसको लेकर विभाग अब आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की बात कह रही है। वन विभाग में जहां एक ओर वन रक्षकों की कमी है, वहीं वनों की कटाई पर अंकुश लगाना भी मुश्किल साबित हो रहा है।

0
comment0
Report

हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|

Advertisement

SKShivam Kumar1
Dec 13, 2025 10:46:34
Noida, Uttar Pradesh:
0
comment0
Report
SKShivam Kumar1
Dec 13, 2025 10:46:29
Noida, Uttar Pradesh:She knows her short king
0
comment0
Report
KHKHALID HUSSAIN
Dec 13, 2025 10:46:19
Chaka, :देशभक्तों को सलाम और उनके बलिदान को श्रद्धांजलि: LG ने आतंकी पीड़ितों के परिवारों को नौकरी के पत्र सौंपे, आतंकवादियों का समर्थन करने वालों की पहचान करके और आतंकी इकोसिस्टम को खत्म करके न्याय सुनिश्चित किया। सैयद अनवर चोपियन सिर्फ दो साल का बच्चा था जब उसके पिता मोहम्मद अनवर चोपान, जो RR के सैनिक थे, 2002 में बडगाम के चडोरा इलाके में आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हो गए, और अपने पीछे एक बेटा और पत्नी छोड़ गए। मोहम्मद की शादी सिर्फ 4 साल पहले लाइन ऑफ कंट्रोल के पास अपने प्रांत गांव गुरेज में हुई थी। सैनिक की विधवा और उसका अनाथ बेटा पिछले 23 सालों से न्याय और पुनर्वास के लिए हर जगह भटकते रहे, लेकिन सब बेकार गया। उन्हें स्थानीय प्रशासन से सर्टिफिकेट भी नहीं मिला ताकि सैनिक की विधवा कहीं नौकरी पा सके। फाइल एक अधिकारी की टेबल से दूसरी टेबल पर घूमती रही लेकिन कोई फैसला नहीं हुआ। यह सिर्फ उनके पिता की पेंशन थी जिसने उनकी जिंदगी को आगे बढ़ाया और सैनिक की विधवा अपने इकलौते बेटे की आजीविका और शिक्षा का प्रबंध कर पाई। लेकिन अचानक जिंदगी ने एक मोड़ लिया, एक उम्मीद की किरण जगी और LG मनोज सिन्हा ने आतंकी पीड़ितों के पुनर्वास और न्याय के लिए एक योजना की घोषणा की और आज 23 साल की कड़ी मेहनत के बाद संघर्ष खत्म हुआ, आज सैयद अनवर को सरकारी नौकरी मिली, यह सिर्फ उसके लिए नौकरी नहीं है बल्कि उसके पिता के बलिदान और देशभक्ति की पहचान है। सैयद अनवर ने कहा, “मेरे पिता 2002 में बडगाम में शहीद हो गए थे, मैं सिर्फ डेढ़ साल का था, मैंने अपने पिता को नहीं देखा, मैं कहानियाँ सुनता हूँ, वे मुठभेड़ में मारे गए, आतंकवादियों ने उन्हें मार डाला, आज 25 साल बाद हमें यह पत्र मिला, तब तक हम हर दरवाजे पर गए लेकिन किसी ने हमारा साथ नहीं दिया। मैं बच्चा था, मेरी माँ अनपढ़ थी, किसी ने साथ नहीं दिया, फिर 2019 में मैंने अपनी फाइल जमा की, 2025 में DC मैम आईं, उन्होंने हमारी बहुत मदद की। उन्होंने हमारे दस्तावेज़ आगे बढ़ाए और आज LG साहब ने यह हमें दिया। इससे हमें बहुत मदद मिलेगी, मैंने अपने पिता को खो दिया है, मेरी माँ ने बहुत संघर्ष किया है, 25 साल बाद हमें नौकरी मिली है, यह सिर्फ मुझे ही नहीं बल्कि मेरे पूरे परिवार को बचाएगी। यह बहुत फायदेमंद है, आज मुझे न्याय मिला, 25 साल बाद, कुछ ऐसे भी हैं जो 30-40 साल से इंतज़ार कर रहे हैं। उनकी (आतंकवादियों) वजह से हमारा परिवार बर्बाद हो गया, मैं बिना पिता के रहा, उन्हें सज़ा मिलनी चाहिए।” यह सिर्फ़ सैयद ही नहीं, बल्कि हज़ारों ऐसे लोग हैं जिनका 3 दशक का इंतज़ार खत्म हुआ, कश्मीर में आतंकवाद पीड़ितों को न्याय मिला। लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा द्वारा शुरू की गई पहल के तहत हाल के महीनों में आतंकवाद पीड़ित परिवारों को 300 से ज़्यादा नौकरियाँ दी गई हैं। आतंकवाद पीड़ितों के लिए एक आम समस्या यह है कि हमले के तुरंत बाद जब हालात सामान्य हो जाते हैं, तो उन्हें भुला दिया जाता है। सरकार के इस सक्रिय हस्तक्षेप ने इस भावना का मुकाबला किया है, जिससे पीड़ितों को पहचान और सम्मान महसूस हुआ। प Victim परिवारों के दो और बयान। मंज़ूर अहमद नजार ने कहा, “जो रोशनी आतंकवादी हमारे घरों से ले गए थे, मैं उन्हें (एलजी) सलाम करता हूँ, उन्होंने हमारे घरों में फिर से दिए जलाए हैं, मेरा एक ही बेटा था, उसे उसके घर के गेट पर गोली मारी गई, पहले उन्होंने दो गोलियाँ चलाईं जो चूक गईं, जब उसने अपनी माँ को पुकारा तो वे वापस आए और 4 गोलियाँ मारकर उसे मार डाला, किसी ने हमारा साथ नहीं दिया, कोई नहीं आया, मैं एलजी साहब से अनुरोध करता हूँ कि मुझे सिर्फ़ 5000 रुपये दें, मैं अपने देश की रक्षा करूँगा।” आमिर नज़ीर ने कहा, “मैं एलजी साहब का शुक्रगुजार हूँ, पहले किसी ने हमारे लिए कुछ नहीं किया, एलजी साहब ने सभी पुराने मामले खोले और हमें नौकरी दी, मैं बहुत खुश हूँ, हमने बहुत संघर्ष किया है, मेरी माँ ने बहुत संघर्ष किया है, हम बहुत खुश हैं, मेरे पिता को तब मार दिया गया था जब मैं 4 साल का था, सोपोर चौक पर।” लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने आज श्रीनगर के लोक भवन ऑडिटोरियम में आतंकवाद पीड़ितों के परिवार के सदस्यों को नियुक्ति पत्र भी सौंपे, और प्रभावित परिवारों को न्याय, नौकरी और सम्मान देने की प्रशासन की प्रतिबद्धता को दोहराया। एलजी सिन्हा ने परिवारों से वादा किया कि किसी भी योग्य परिवार को पीछे नहीं छोड़ा जाएगा। यहाँ तक कि जिन मामलों में FIR दर्ज नहीं हुई थी, उनकी भी जाँच की जाएगी और न्याय दिलाया जाएगा, उन्होंने स्वीकार किया कि दशकों से, आतंकवाद से सच में प्रभावित लोगों को नज़रअंदाज़ किया गया, जबकि “आतंकवादी इकोसिस्टम से जुड़े लोगों” ने अनुचित फायदा उठाया। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवादी इकोसिस्टम के प्रभाव से संस्थानों को साफ करने की प्रक्रिया जारी रहेगी। एलजी सिन्हा का भाषण: “जो लोग आतंकवादी बन गए हैं और इन परिवारों पर अत्याचार किए हैं, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा, उनके इकोसिस्टम को खत्म करना जम्मू-कश्मीर प्रशासन का मुख्य लक्ष्य है, अब आपका संघर्ष खत्म हो गया है, आपकी सभी भलाई का ध्यान सरकार रखेगी, न्याय हर आतंकी परिवार के दरवाजे तक पहुंचेगा। पिछले 4 सालों में हमने 85 लोगों को नौकरी से निकाल दिया है जिनके आतंकवादियों से संबंध थे। आतंकवाद के प्रति ज़ीरो टॉलरेंस की नीति का पालन किया जा रहा है और आतंकवाद में शामिल हर एक व्यक्ति की पहचान की जाएगी। हमने आतंकवाद और उनके इकोसिस्टम को खत्म करने और आतंकवाद पीड़ितों को न्याय और सम्मान देने का फैसला किया है।” उन्होंने आगे कहा, “हम यह संदेश देना चाहते हैं कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का शिकार हुए किसी भी व्यक्ति को न्याय दिया जाएगा। जो लोग शहीद हुए हैं, उनके परिवारों का पुनर्वास किया जाएगा।” झूठे नैरेटिव फैलाने और आतंकवाद में मदद करने के लिए जिम्मेदार हर व्यक्ति की पहचान की जाएगी और उसे सज़ा दी जाएगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जम्मू और कश्मीर पूरी तरह से आतंकवाद मुक्त हो।
0
comment0
Report
WMWaqar Manzoor
Dec 13, 2025 10:45:54
:Ganderbal Police, acting on the directions of SSP Ganderbal Shri Khalil Ahmad Poswal-JKPS, busted a drug racket and arrested 02 notorious drug peddlers, recovering over 1.8 kilograms of narcotic substances. In a swift and well-coordinated operation, a police team from Police Station Ganderbal, led by SHO Ganderbal, established a naka at Tengpora Dhobipora. During checking, 02 persons were intercepted and apprehended on the spot. They were identified as Aqib Rashid Bhat, son of Abdul Rashid Bhat, and Tasaduq Majeed Bhat, son of Abdul Majeed Bhat, both residents of Guzerbal, Ganderbal. Upon thorough search, police recovered one bag from Aqib Rashid Bhat containing 1024 grams of bhangpatri (ganja-like substance) and 58 grams of charas-like substance. Separately, another bag weighing 780 grams of bhangpatri (ganja-like substance) was recovered from Tasaduq Majeed Bhat. The total quantity of seized contraband exceeded 1.8 kilograms, indicating the accused persons’ involvement in large-scale drug peddling. Accordingly, FIR No. 201/2025 under relevant sections of NDPS Act has been registered at Police Station Ganderbal, and further investigation is underway. The seized contraband has been sent for forensic analysis, and both accused remain in police custody. While commending the police team for the successful operation, SSP Ganderbal termed it a major blow to drug smuggling networks in the district and reiterated that Ganderbal Police is firmly committed to eradicating the menace of drugs and ensuring a drug-free society. The investigation is being expanded to identify and dismantle the wider drug network involved.
0
comment0
Report
Dec 13, 2025 10:41:17
Chandausi, Uttar Pradesh:संभल जिले के कुढ़ फतेहगढ़ थाना क्षेत्र में जहांगीर पुर गांव के रहने वाले जिंदा शख्स तेजपाल को सरकारी दस्तावेजों में मृत घोषित कर मृत्यु प्रमाण पत्र जारी किए जाने का हैरान करने वाला मामला सामने आया है ...पीड़ित शख्स तेजपाल ने अपनी पत्नी पर 12 बीघा जमीन हड़पने के लालच में अपने प्रेमी की मदद से ब्लाक कर्मियों के साथ साठ गांठ कर मृतक घोषित करने का आरोप लगाया है । जीवित शख्स तेजपाल खुद को जीवित साबित करने के लिए हाथों में "मैं जिंदा हूं साहब " लिखा कागज हाथ में पकड़े सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट रहा है ...पीड़ित तेजपाल का आरोप है कि वह जिले के डीएम से लेकर एसपी तक सी गुहार लगा चुका है ...लेकिन उसे सरकारी दस्तावेजों में जीवित घोषित नहीं किया जा रहा ।
0
comment0
Report
TSTHANESHWAR SAHU
Dec 13, 2025 10:39:21
Gariyaband, Chhattisgarh:स्थान गरियाबंद एंकर नक्सल उन्मूलन अभियान के तहत गरियाबंद पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है, प्रतिबंधित संगठन सीपीआई (माओवादी) के डीजीएन डिवीजन में सक्रिय दो हार्डकोर माओवादी संतोष उर्फ लालपवन और सीनापाली एरिया कमेटी सदस्य मंजू उर्फ नंदे ने पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया है, दोनों ही नक्सलियों पर 5-5 लाख रुपये का इनाम घोषित था, शासन की आत्मसमर्पण–पुनर्वास नीति और गरियाबंद पुलिस की लगातार अपील से प्रभावित होकर दोनों माओवादियों ने हिंसा का रास्ता छोड़ते हुए मुख्यधारा में लौटने का निर्णय लिया है, पुलिस के अनुसार दोनों लंबे समय से गरियाबंद और ओडिशा सीमा से जुड़े जंगल क्षेत्रों में सक्रिय थे, और कई गंभीर नक्सली घटनाओं में शामिल रहे हैं, गरियाबंद पुलिस ने शेष सक्रिय माओवादियों से भी अपील की है, कि वे आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटें, आत्मसमर्पण के लिए नक्सल सेल गरियाबंद – 94792-27805 पर संपर्क किया जा सकता है।
0
comment0
Report
AGAbhishek Gour
Dec 13, 2025 10:38:25
Narmadapuram, Madhya Pradesh:एंकर नर्मदापुरम- कामायनी एक्सप्रेस में टिकट चेकिंग के दौरान कांस्टेबल और टीसी के बीच झूमाझटकी और मारपीट का वीडियो वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि यह घटना नर्मदापुरम रेलवे स्टेशन के पास हुई, जहां टीसी राजेश कुमार के साथ मारपीट की गई, वहीं इस घटना में एक कांस्टेबल को भी चोटें आई हैं। जानकारी के मुताबिक संबंधित कांस्टेबल बोरीवली में पदस्थ है और अपने माता-पिता के साथ बोरीवली की यात्रा कर रहा था। टिकट चेकिंग के दौरान टीसी पर अभद्रता का आरोप लगाते हुए विवाद बढ़ गया, जो देखते ही देखते मारपीट में बदल गया। वीओ01- घटना की सूचना मिलते ही नर्मदापुरम जीआरपी पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों पक्षों को जिला अस्पताल नर्मदापुरम में मेडिकल जांच के लिए भेजा गया। वहीं, कांस्टेबल के पिता को इटारसी स्टेशन पर ट्रेन से उतारा गया। फिलहाल जीआरपी पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है और दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि घटना के लिए जिम्मेदार कौन है।
0
comment0
Report
JCJitendra Chaudhary
Dec 13, 2025 10:37:48
Begusarai, Bihar:एंकर ,बिहार में लगातार हो रहे इनकाउंटर और बुलडोजर कार्रवाई के बावजूद अपराधी सरकार को खुली चुनौती देते नजर आ रहे हैं। विपक्ष का आरोप है कि सरकार अपराध पर लगाम लगाने में नाकाम साबित हो रही है, जबकि बुलडोजर की कार्रवाई का बोझ गरीबों पर डाला जा रहा है। इसी को लेकर आज बेगूसराय में लोगों का गुस्सा सड़कों पर फूट पड़ा। बेगूसराय में बिहार में बढ़ते अपराध और बुलडोजर कार्रवाई के विरोध में आक्रोशित लोगों ने उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी का पुतला फूंका। यह विरोध प्रदर्शन शहर के पावर रोड स्थित एनएच-31 पर किया गया, जहां प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और सड़क जाम कर दी।प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि सरकार यूपी मॉडल की तर्ज पर बुलडोजर कार्रवाई तो कर रही है, लेकिन इसका कोई वैकल्पिक समाधान नहीं है। उनका आरोप है कि बिहार में अपराध लगातार बढ़ रहा है, खासकर बेगूसराय में बीते 24 घंटे के भीतर चार लोगों की हत्या से कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।प्रदर्शनकारियों ने कहा कि एक तरफ अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं, वहीं दूसरी ओर गरीबों के घरों और दुकानों पर बुलडोजर चलाया जा रहा है। उनका आरोप है कि प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है और अपराधियों पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।आपको बता दें कि बिहार में लगातार बिगड़ती कानून-व्यवस्था और बुलडोजर एक्शन को लेकर हाल ही में सांसद पप्पू यादव ने भी सरकार पर तीखा हमला बोला था। उन्होंने बुलडोजर कार्रवाई पर तत्काल रोक लगाने की मांग करते हुए कहा था कि सरकार माफियाओं से सांठगांठ कर फर्जी कागजात के आधार पर गरीबों को बेदखल कर रही है, जो किसी भी सूरत में न्यायसंगत नहीं है।फिलहाल बेगूसराय सहित बिहार के कई जिलों में बुलडोजर कार्रवाई जारी है। इसी के विरोध में आज बेगूसराय में आक्रोशित लोगों ने एनएच-31 जाम कर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पुतला दहन किया।इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व प्रभात कुमार पिंटू और कुमार अंबुज कर रहे थे, जबकि मौके पर दर्जन भर से अधिक लोग मौजूद थे।
0
comment0
Report
Advertisement
Back to top