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Rohtas821115

धर्मपुरा के सगाई समारोह में दूल्हे के पिता की करंट लगने से गई जान

Jun 21, 2024 06:30:46
Sasaram, Bihar

धर्मपुरा के नोनसारी गांव में एक सगाई समारोह में दूल्हे के पिता की करंट लगने से जान चली चली गई थी। मिली सूचना के मुताबिक बिजली की रोशनी से घर को सजाया गया था। जिसके दौरान लोहे के दरवाजे में करंट आ गया था और एक मेहमान को बचाने की कोशिश में मृतक करंट की चपेट में आ गए था। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया था।

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DGDeepak Goyal
Nov 23, 2025 08:45:57
Jaipur, Rajasthan:मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास ने कार्यभार संभालते ही जिस गति और दृष्टि के साथ काम शुरू किया है, उसने राज्य की नौकरशाही और प्रशासनिक ढांचे में नई हलचल पैदा कर दी है। पहला संकेत उन्होंने तबादला सूची से ही दे दिया। एक भी अतिरिक्त प्रभार नहीं, बल्कि विभागों का सुविचारित इंटीग्रेशन। यह एक ऐसा कदम है, जिससे लगभग 25 प्रमुख सचिव स्तर के अलग-अलग पदों की आवश्यकता स्वाभाविक रूप से खत्म हो जाती है। जॉइनिंग के महज चार दिनों में उन्होंने ऐसा वर्क–टेम्पो दिखाया है। जिसकी मिसाल कई सालों में देखने को नहीं मिलती। पहला संकेत: कोई अतिरिक्त प्रभार नहीं, सीधा स्ट्रक्चर री-डिज़ाइन। पहली IAS तबादला सूची ही बड़ा मैसेज थी। एक भी अतिरिक्त प्रभार नहीं। इसके बजाय विभागों का सुविचारित इंटीग्रेशन किया गया, जिससे करीब 25 प्रमुख सचिव पदों की स्वाभाविक जरूरत खत्म हो गई। हेल्थ-मेडिकल एजुकेशन का विलय हो या प्लानिंग-आईटी को एक लाइन में लाना... श्रीनिवास ने सिस्टम को अनावश्यक टुकड़ों के बजाय एक कॉम्पैक्ट मशीन की तरह री-ऑर्गनाइज़ करना शुरू कर दिया है। सचिवालय की धीमी चाल अब फास्ट-फॉरवर्ड मोड में। नई जिम्मेदारी के साथ ही सचिवालय की दिनचर्या बदल गई है। लगातार विभागीय बैठकें,फील्ड विज़िट, अफसरों की क्लास और ऑन-ग्राउंड एक्टिव मॉनिटरिंग। सिर्फ फाइलों पर भरोसा करने के बजाय वे सीधे पीएचक्यू पहुंचते हैं, स्टेडियम में जाकर निरीक्षण करते हैं, और मौके की खामियों को खुद देखकर नोट करते हैं। पहले 24 घंटों में एसएमएस स्टेडियम जाकर वर्जिश करते हुए निरीक्षण करना नौकरशाही के लिए बिल्कुल नया मैसेज था। फोकस: गुड गवर्नेंस और डिजिटल एंपावरमेंट। मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास बार-बार दो ही बातें दोहराते हैं।गुड गवर्नेंस और डिजिटल एंपावरमेंट। संपर्क पोर्टल पर हर दिन लाखों कॉल आने के बावजूद शिकायत निवारण की गुणवत्ता बड़ी समस्या है। उनका मानना है कि यदि यह क्वालिटी सुधरी, तो जनता का भरोसा स्वतः बढ़ेगा। इसके लिए वे डिजिटल सिस्टम को प्रशासन की रीढ़ बनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहे हैं। इंटरलिंक्ड गवर्नेंस मॉडल-एक ही लक्ष्य पर केंद्रित राज्य प्रशासन। सरकार के चार कोर फोकस गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति—को अलग-अलग सुधारों के बजाय एक इंटरलिंक्ड ढांचे में जोड़ने की योजना है। इसी दिशा में विकसित भारत–2047 की तर्ज पर राजस्थान में सेक्टोरल ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज बनाए गए हैं। 10 प्रमुख सेक्टरों को एकीकृत कर एक ही मिशन पर केंद्रित किया गया है। कृषि सेक्टर इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। एग्रीकल्चर, डेयरी, फिशरीज, ग्रामीण विकास, पंचायती राज और कोऑपरेटिव सभी को एक फ्रेम में रखकर अन्नदाता के लिए संयुक्त कार्ययोजना तैयार की जा रही है। विभागों के बीच टकराव खत्म करने का मिशन। पर्यावरण–माइंस विवाद हों या रोड सेफ्टी में पुलिस, पीडब्ल्यूडी, ट्रांसपोर्ट और हेल्थ के क्रॉस-मैटर… मुख्य सचिव खुद इन “छिपी हुई गांठों” को खोलने में जुटे हैं। वे खुद कहते हैं। जहां भी गया, लाखों लोगों से बात की। 8 हजार किलोमीटर के दौरे में 60 हजार किसानों से पूछा कौन-सी प्रक्रिया सरल चाहिए؟ नया दौर-सिर्फ सचिवालय नहीं, जनता से जुड़ी नौकरशाही। श्रीनिवास की कार्यशैली साफ संकेत देती है कि प्रशासनिक पुनर्गठन केवल आदेशों से नहीं, फील्ड पर खड़े होकर होगा। इसी वजह से कुछ ही दिनों में सचिवालय से लेकर फील्ड तक प्रशासनिक तंत्र में नई ऊर्जा दिखाई दे रही है।
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DGDeepak Goyal
Nov 23, 2025 08:40:27
Jaipur, Rajasthan:एंकर-मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास ने कार्यभार संभालते ही जिस गति और दृष्टि के साथ काम शुरू किया है, उसने राज्य की नौकरशाही और प्रशासनिक ढांचे में नई हलचल पैदा कर दी है। पहला संकेत उन्होंने तबादला सूची से ही दे दिया। एक भी अतिरिक्त प्रभार नहीं, बल्कि विभागों का सुविचारित इंटीग्रेशन। यह एक ऐसा कदम है, जिससे लगभग 25 प्रमुख सचिव स्तर के अलग-अलग पदों की आवश्यकता स्वाभाविक रूप से खत्म हो जाती है। जॉइनिंग के महज चार दिनों में उन्होंने ऐसा वर्क टेम्पो दिखाया है। जिसकी मिसाल पिछले कई सालों में देखने को नहीं मिलती। मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास के आने के साथ ही सचिवालय की धीमी चाल अचानक तेज हुई है। दौरे, विभागीय बैठकों की झड़ी, अफसरों की क्लास और फील्ड में लगातार मौजूदगी। ब्यूरोक्रेसी के शीर्ष पद पर ऐसी सक्रियता हाल के वर्षों में शायद ही देखने को मिली हो। श्रीनिवास का पहला सिग्नल साफ सिस्टम को डिजिटल, सरल और जवाबदेह बनाना है। पहले ही आईएएस तबादला सूची में उन्होंने एक भी अतिरिक्त प्रभार नहीं दिया। विभागों को इंटीग्रेट किया, ऐसे इंटीग्रेशन जिनसे करीब 25 प्रमुख सचिव के पदों की जरूरत ही खत्म हो जाती है। हेल्थ और मेडिकल एजुकेशन को साथ लाना हो या प्लानिंग और आईटी को एक लाइन में जोड़ना,या फिर DLB डायरेक्टर और LSG सचिव का काम एक ही अफसर को देना...वी. श्रीनिवास ने सिस्टम के अनावश्यक टुकड़े जोड़कर एक कॉम्पैक्ट मशीन जैसा ढांचा बनाने की शुरुआत कर दी है। उनकी शैली अलग है। सचिवालय की मेजों पर बैठकर निर्णय लेने की बजाय वे सीधे पीएचक्यू पहुंच गए, पुलिस अफसरों के बीच बैठकर सीधे संवाद किया। प्रवासी राजस्थानी दिवस की तैयारियों पर अफसरों को क्लास दी। जॉइन करने के 24 घंटे के अंदर एसएमएस स्टेडियम जाकर निरीक्षण करना और खुद वर्जिश करते हुए मौके की खामियों को पहचानना। यह सब नौकरशाही के लिए नए दौर का संदेश है। मुख्य सचिव बार-बार दो बातें दोहराते हैं। गुड गवर्नेंस और डिजिटल एंपावरमेंट। राज्य में हर दिन संपर्क पोर्टल पर लाखों कॉल आते हैं। वे मानते हैं कि यदि शिकायत निवारण की गुणवत्ता सुधरी, तो सरकार के प्रति जनता का भरोसा भी बढ़ेगा। यही विश्वास बढ़ाने के लिए वे तकनीक को प्रशासन की रीढ़ बनाने की तैयारी में हैं। सिस्टम को सरल, तेज, पारदर्शी और भ्रष्टाचार-रोधी बनाना। सरकार के चार प्राथमिक क्षेत्र गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति। इन सबके लिए अलग-अलग सुधार नहीं, बल्कि एक संयुक्त और इंटरलिंक्ड गवर्नेंस मॉडल तैयार किया जा रहा है। विकसित भारत–2047 की तर्ज पर राजस्थान के लिए सेक्टोरल ग्रुप ऑफ सेक्रेटरीज बनाए गए हैं। 10 बड़े सेक्टरों में विभागों को एकजुट कर एक ही लक्ष्य पर केंद्रित किया गया है। कृषि सेक्टर इसका बड़ा उदाहरण है। एग्रीकलचर, डेयरी, ग्रामीण विकास, पंचायती राज से लेकर फिशरीज और कोऑपरेटिव तक सभी को एक फ्रेम में लाकर राज्य के अन्नदाता के लिए एकीकृत कार्ययोजना तैयार हो रही है। इंटर-डिपार्टमेंटल टकराव खत्म करने पर भी उनका फोकस है। पर्यावरण और माइंस के बीच विवाद हों या पुलिस, पीडब्ल्यूडी, ट्रांसपोर्ट और हेल्थ के बीच रोड सेफ्टी से जुड़े क्रॉस-मैटर। मुख्य सचिव की भूमिका इन सभी छिपी हुई गांठों को खोलने की है। श्रीनिवास खुद कहते है। जहां मेरी अलग अलग जगहों पर पोस्टिंग रही वहां मेने लाखों लोगों से बात की। एम्स में 25 हजार पेशेंट रोज आते थे। राजस्व मंडल में 5 हजार किसान मिलते थे। 8 हजार किलोमीटर के दौरे में 60 हजार किसानों से पूछा कि कौन-सी प्रक्रिया सरल चाहिए। बहरहाल, मुख्य सचिव की कार्यशैली यही संदेश देती है। यह सिर्फ सचिवालय नहीं, बल्कि जनता की अपेक्षाओं से सीधे जुड़ी हुई नौकरशाही है। सिस्टम का पुनर्गठन केवल आदेश से नहीं, बल्कि फील्ड में खड़े होकर होने वाला है। यही वजह है कि जॉइनिंग के कुछ दिनों में ही प्रशासनिक तंत्र में एक नई ऊर्जा महसूस की जा रही है और चर्चा भी।
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VSVishnu Sharma
Nov 23, 2025 08:39:30
Jaipur, Rajasthan:शिवसेना (शिंदे गुट) की राजस्थान में पैर पसारने की जुगत, मळ मास के बाद चार गुनी सदस्यता का दावा शिवसेना शिंदे गुट राजस्थान में पैर पसारने की जुगत कर रहा है. शिव सेना ने प्रदेश में 15 जनवरी के बाद पार्टी की सदस्यता चार गुनी करने का दावा किया है. पार्टी ने संगठनात्मक विस्तार की दृष्टि से शनिवार को नई नियुक्तियां की है. राज्य के हर हिस्से में संगठन काे पहुंचाने का संकल्प लिया गया। शिवसेना शिंदे गुट राजस्थान के प्रदेश कार्यालय में शनिवार को हुई बैठक में नई नियुक्तियों और आगामी कार्यक्रमों کو लेकर चर्चा की गई। बैठक के दौरान संगठन विस्तार के लिए तीन नई नियुक्तियां की गईं। इनमें गंगा नगर से विक्रम सिंह राठौड़ को उप राज्य प्रमुख (उपाध्यक्ष), सुनील शर्मा को प्रदेश सचिव और जितेंद्र राठौड़ को जयपुर जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई। ये नियुक्तियाँ राजस्थान में पार्टी की संगठनात्मक मजबूती और युवा सशक्तिकरण की दिशा में अहम कदम हैं। प्रदेश अध्यक्ष प्रह्लाद सिंह पालड़ी ने कहा कि गंगानगर जैसे सीमावर्ती जिले गंगानगर से नियुक्ति की गई है। इसका मतलब यह है कि आने वाले समय में राजस्थान के हर कोने गांव और ढाणी तक शिवसेना शिंदे गुट की मौजूदगी दिखाई देगी। पार्टी बाला साहब ठाकरे की विचारधारा और मार्गदर्शन को धरातल पर उतारने का प्रयास कर रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी धर्म विशेष के खिलाफ संगठन नहीं है, बल्कि उन लोगों के खिलाफ है जो धर्म के नाम पर आम नागरिकों को नुकसान पहुँचाते हैं। प्रह्लाद सिंह ने कहा कि 15 जनवरी को पार्टी की एक विशेष मीटिंग आयोजित की जाएगी, जबकि 23 जनवरी को जयपुर में बाला साहब ठाकरे की पुण्यतिथि का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम से राजस्थान के शिवसैनिकों में नई ऊर्जा और उत्साह पैदा होगा। प्रदेश में सदस्यता अभियान के तहत लक्ष्य 25 हजार से ज्यादा सदस्य बनाए जा चुके हैं और 15 जनवरी के बाद यह संख्या और बढ़कर एक लाख तक पहुंचने का प्रयास किया जाएगा। राजनीतिक दृष्टि से फिलहाल राजस्थान में तीसरे मोर्चे का कोई विकल्प नहीं है। संगठन का मुख्य फोकस अपनी पार्टी को मजबूत करना और अगले चुनावों में पूरी तैयारी के साथ उतरना है। आवश्यकता पड़ने पर भाजपा या अन्य संगठनों के साथ गठबंधन की संभावना पर विचार किया जाएगा। यूथ विंग अध्यक्ष सचिन ने कहा कि लगातार चलाए जा रहे सदस्यता अभियान से शिवसेना शिंदे गुट राजस्थान में सक्रिय और सशक्त किया जा रहा है। नई नियुक्तियों और संगठनात्मक मजबूती के जरिए पार्टी का विस्तार और प्रभाव राज्य के हर हिस्से में किया जाएगा।
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VSVishnu Sharma1
Nov 23, 2025 08:37:28
Jaipur, Rajasthan:PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा की नई टीम कांग्रेस में 45 जिला अध्यक्षों की हुई घोषणा डोटासरा से मिलने पहुंचे जिला अध्यक्ष पीसीसी वॉर रूम में डोटासरा ने जिला अध्यक्षों को दी बधाई PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा से PCC वॉर रूम में नए जिला अध्यक्षों ने मुलाकात की । वॉर रूम में करौली जिला अध्यक्ष घनश्याम मेहर,चित्तौड़गढ़ प्रमोद सिंह सिसोदिया , जिला अध्यक्ष सीकर सुनीता गठाला,ब्यावर जिला अध्यक्ष किशोर चौधरी,फलोदी जिला अध्यक्ष मोहम्मद सलीम नागौरी ,अजमेर से विकास चौधरी, जयपुर वेस्ट विद्याधर चौधरी, नागौर से हनुमान बागड़ा पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा से मिलने पहुंचे .......डोटासरा ने सभी नेताओं को बधाई दी ....डोटासरा ने कहा बूथ लेवल तक कांग्रेस कार्यकारिणी को मजबूत करेंगे,, तीन बैठक में लगातार जो उपस्थित नहीं रहा उसका नाम हाई कमान को भेजेंगे। डोटासरा ने नए जिला अध्यक्षों को लेकर कहा जिलाध्यक्षों परफॉर्मेंस दिखानी होगी जिन लोगों को जिला अध्यक्ष बनाया है उन सभी के काम की समीक्षा AICC की ओर से की जाएगी और ये देखा जाएगा की 6 महीने में नए जिलाध्यक्षों ने कितना काम किया है 6 महीने में काम नहीं किया तो जिला अध्यक्ष को बदला भी जा सकता है अभी महत्वपूर्ण समय है SIR चल रहा है इस में जिला अध्यक्ष अपनी भूमिका निभाए .... नए जिलाध्यक्षों को दिल्ली में प्रशिक्षण दिया जायेगा राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेता मौजूद रहेंगे ...दिल्ली के बाद जयपुर में भी 7 से 10 दिन तक नए जिला अध्यक्षों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। बाइट,, PCC चीफ गोविंद सिंह डोटासरा
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MMMohammad Muzammil
Nov 23, 2025 08:37:00
Dehradun, Uttarakhand:रिपोर्ट विकासनगर ( ) स्लग अब 200 अवैध अतिक्रमण पर गरजेगा प्रशासन का बुलडोजर। एंकर विकासनगर में मौजूद उत्तराखंड जल विद्युत निगम की जमीन पर बकाया रह गए तकरीबन 200 अवैध अतिक्रमण पर प्रशाशन ने ध्वस्तीकरण की कार्यवाही शुरू कर दी है। भारी पुलिस फ़ोर्स की मौजूदगी मे कई विभागों सहित प्रशाशन की संयुक्त टीम ने इन अवैध अतिक्रमण को डहाना शुरू कर दिया। आपको बता दें कि हाई कोर्ट के सख्त निर्देश और लगातार मॉनिटरिंग के चलते प्रशासन लगातार सरकारी ज़मीनो से अवैध अतिक्रमण को हटाने की कार्यवाही करता नजर आ रहा है... दरअसल बीते कई दशकों मे ख़ासकर शक्ति नहर के किनारे बड़े पैमाने पर उत्तराखंड जल विधुत निगम की ज़मीन पर अवैध कब्जे हुए हैं। कोर्ट के आदेश के बाद जल विद्युत निगम और प्रशाशन की संयुक्त टीम ने डाकपत्थर से कुलहाल तक शक्ति नहर के किनारे 600 से ज्यादा अवैध अतिक्रमण को चयनित कर कार्यवाही शुरू की थी। 19 मार्च 2023 मे शुरू की गई पहली कार्यवाही मे डाकपत्थर से ढकरानी तक 350 अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त कर सरकारी ज़मीन को खाली कराया गया ... जिसके बाद दूसरी कार्यवाही 30 दिसंबर 2023 मे हुई... इस दूसरी बड़ी कार्यवाही मे भी 106 अवैध अतिक्रमण को मौके से हटाकर ज़मीन को कब्जा मुक्त कराया गया । संशोधित अतिक्रमण की संख्या मे कुछ इजाफे के साथ अब बकाया तकरीबन 200 अवैध अतिक्रमण पर प्रशासन ने ध्वस्तीकरण की कार्यवाही शुरू कर दी है。 ढकरानी से शुरू हुई इस कार्यवाही मे भारी पुलिस फ़ोर्स की मौजूदगी मे प्रशाशन की टीम लगातार बुलडोज़र की मदद से अवैध अतिक्रमण को धराशाही करती नजर आ रही है....
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VSVISHAL SINGH
Nov 23, 2025 08:36:43
Noida, Uttar Pradesh:यूपी में चुनाव से पहले युवाओं को साधने के लिए बड़ा प्लान तैयार यूपी चुनाव से पहले बीजेपी युवाओं को साधने के लिए प्रदेश में दो विशेष पदयात्राएं निकालने जा رہی है। इन यात्राओं के जरिए कॉलेजों, गांवों और शहरों में युवा संपर्क अभियान चलेगा। रोजगार, स्टार्टअप और सरकारी योजनाओं की जानकारी देकर युवा वोटरों को जोड़ने पर फोकस रहेगा। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने युवाओं को साधने के लिए बड़ा राजनीतिक दांव खेला है। पार्टी प्रदेशभर में दो विशेष पदयात्राएं निकालने जा रही है, जिसका उद्देश्य युवा मतदाताओं को सीधे जोड़ना, उनसे संवाद स्थापित करना और सरदार पटेल के विचारों के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को युवाओं तक पहुँचाना है। पंचायत और विधानसभा चुनाव 2027 से पहले इस बड़े अभियान को बीजेपी युवा संवाद मिशन के रूप में पेश कर सकती है। यात्रा समाप्त होने पर लखनऊ या गोरखपुर में विशाल युवा सम्मेलन आयोजित करने की भी तैयारी है, जिसमें मुख्यमंत्री योगी समेत कई केंद्रीय नेता हिस्सा ले सकते हैं। कुल मिलाकर, चुनावी जमीन पर युवाओं की मजबूत पकड़ बनाने के लिए बीजेपी ने दो विशेष पदयात्राओं के जरिए माहौल गरमाने की शुरुआत कर दी।
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RRRakesh Ranjan
Nov 23, 2025 08:35:59
Noida, Uttar Pradesh:यूपी में चुनाव से पहले युवाओं को साधने के लिए बड़ा प्लान तैयार यूपी चुनाव से पहले बीजेपी युवाओं को साधने के लिए प्रदेश में दो विशेष पदयात्राएं निकालने जा रही है। इन यात्राओं के जरिए कॉलेजों, गांवों और शहरों में युवा संपर्क अभियान चलेगा। रोजगार, स्टार्टअप और सरकारी योजनाओं की जानकारी देकर युवा वोटरों को जोड़ने पर फोकस रहेगा. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने युवाओं को साधने के लिए बड़ा राजनीतिक दांव खेला है। पार्टी प्रदेशभर में दो विशेष पदयात्राएं निकालने जा रही है, जिसका उद्देश्य युवा मतदाताओं को सीधे जोड़ना, उनसे संवाद स्थापित करना और सरदार पटेल के विचारों के साथ-साथ केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों को युवाओं तक पहुँचाना है. यात्रा के दौरान युवा कार्यकर्ताओं की टोली गांव–गांव और कॉलेज–विश्वविद्यालयों में पहुंचकर संपर्क अभियान चलाएगी。 पार्टी की रणनीति है कि यात्रा के दौरान युवाओं को सरकार की उपलब्धियों- खासकर रोजगार, स्टार्टअप नीति, युवा उद्यमिता, खेल सुविधाओं और डिजिटल इंडिया कार्यक्रम से अवगत कराया जाए。 अवनीश त्यागी प्रवक्ता भाजपा पंचायत और विधानसभा चुनाव 2027 से पहले इस बड़े अभियान को बीजेपी युवा संवाद मिशन के रूप में पेश कर सकती है। यात्रा समाप्त होने पर लखनऊ या गोरखपुर में विशाल युवा सम्मेलन आयोजित करने की भी तैयारी है, जिसमें मुख्यमंत्री योगी समेत कई केंद्रीय नेता हिस्सा ले सकते हैं। कुल मिलाकर, चुनावी जमीन पर युवाओं की मजबूत पकड़ बनाने के लिए बीजेपी ने दो विशे‍ष पदयात्राओं के जरिए माहौल गरमाने की शुरुआत कर दी।
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SSSUNIL SINGH
Nov 23, 2025 08:35:42
Sambhal, Uttar Pradesh:देश भर में सुर्खियों में रहे संभल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धार्मिक पर्यटन नगरी के तौर पर पुनः पहचान दिलाए जाने के लिए 419 करोड़ का बजट जारी किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर 419 करोड़ की यह धनराशि संभल में खोजे गए तीर्थ स्थलों और पौराणिक कूपों और 24 कोसीय परिक्रमा मार्ग को सजाने संवारने के कार्य पर खर्च होगी। देश भर के श्रद्धालु तीर्थ नगरी संभल आसानी से पहुँच सके इसको ध्यान में रखते हुए संभल के सभी संपर्क मार्गों को भी 4 लेन और 2 लेन से जोड़े जाने की तैयारी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जिले के DM राजेंद्र पेंसिया ने संभल के 24 कोसीय परिक्रमा मार्ग, तीर्थ स्थलों और पौराणिक कूपों को सजाने संवारने के लिए विजन प्लान तीर्थ नगरी संभल तैयार कर लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिए संभल में किए जा रहे कार्यों का अपडेट जिला प्रशासन से लगातार ले रहे हैं।
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