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Jalaun285123

जालौन में चलती कार में लगी भीषण आग

Jul 23, 2024 01:58:14
Jalaun, Uttar Pradesh

जालौन के एट थाना क्षेत्र में बैरागढ़ धाम मंदिर जा रही एक चलती कार में अचानक आग लग गई। कार तुरंत आग का गोला बन गई। कार सवारों ने कूदकर अपनी जान बचाई। सूचना मिलते ही दमकल कर्मी पहुंचे और आग पर काबू पाया। घटना बैरागढ़ धाम मंदिर रोड पर हुई।

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PCPUSHPENDRA CHATURVEDI
Oct 24, 2025 09:00:53
Shahdol, Madhya Pradesh:शहडोल से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है... जहां एक 20 वर्षीय युवक की मौत जिला अस्पताल में ब्लड न मिलने के कारण हो गई। परिजनों का आरोप है कि उन्होंने बार-बार ब्लड की मांग की, लेकिन अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते युवक ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया। मामला जिला अस्पताल का है, जहां इस घटना के बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। शहडोल जिला अस्पताल का यह वो दर्दनाक मंजर है... जहां गोहपारू निवासी 20 वर्षीय राहुल पनिका ने ब्लड के इंतजार में अपनी जान गंवा दी। परिजनों के मुताबिक, राहुल को गंभीर हालत में अस्पताल लाया गया था। डॉक्टरों ने तुरंत ए पॉजिटिव ब्लड चढ़ाने की सलाह दी थी। लेकिन परिजन जब तक ब्लड बैंक और अस्पताल प्रशासन के चक्कर लगाते रहे, तब तक राहुल की सांसें थम गईं। परिजनों का कहना है कि उन्होंने समय रहते ब्लड की मांग की थी, लेकिन अस्पताल की ओर से किसी ने कोई मदद नहीं की। हताश परिजनों ने जब देखा कि अब राहुल नहीं रहा, तो उन्होंने शव अस्पताल परिसर में रखकर मौन विरोध शुरू कर दिया। विरोध की सूचना मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। वहीं, जिला अस्पताल की सिविल सर्जन डॉ. शिल्पी सराफ ने परिजनों के आरोपों को खारिज किया है। उनका कहना है कि युवक गंभीर हालत में लाया गया था और उसकी मौत ब्लड की कमी से नहीं, बल्कि गंभीर स्थिति के कारण हुई। डॉ. सराफ के अनुसार, ब्लड अरेंज होने में थोड़ा समय जरूर लगा, लेकिन तब तक मरीज की हालत अत्यंत नाजुक हो चुकी थी।
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CSChandrashekhar Solanki
Oct 24, 2025 09:00:29
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KBKuldeep Babele
Oct 24, 2025 08:56:19
Jabalpur, Vehicle Fac. Jabalpur, Madhya Pradesh:जबलपुर के घमापुर इलाके में प्रॉपर्टी विवाद को लेकर एक भाई हत्यारा बन गया और उसने अपने बड़े भाई और भाभी की चाकू से गोद कर हत्या कर दी। बल्दी कोरी इलाके का रहने वाला बबलू चौधरी अपने भाई संजय चौधरी और भाभी बबीता चौधरी से प्रॉपर्टी में हिस्सा मांग रहा था। हिस्सेदारी के विवाद के कारण आरोपी ने शुक्रवार सुबह दोनों पर चाकू से हमला कर दिया। अपने भाई और भाभी को चाकू से गोद दिया। उन्हें इलाज के लिए जबलपुर अस्पताल लाया गया लेकिन संजय और बबीता ने दम तोड़ दिया। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। घमापुर पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है। इस सनसनीखेज वारदात के बाद इलाके में दहशत का माहौल है।
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RRRakesh Ranjan
Oct 24, 2025 08:56:02
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TDTEJAS DAVE
Oct 24, 2025 08:55:32
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SYSHRIPAL YADAV
Oct 24, 2025 08:54:09
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RRRakesh Ranjan
Oct 24, 2025 08:54:00
Noida, Uttar Pradesh:मुख्यमंत्री योगी का बड़ा निर्णय, 30 वर्ष बाद बढ़ेंगे पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के वित्तीय अधिकार पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के वित्तीय अधिकारों में पांच गुना तक वृद्धि का निर्णय वर्ष 1995 में तय सीमाएं अब पुरानी, लागत बढ़ने के अनुरूप अब हो रहा वित्तीय अधिकारों का पुनर्निर्धारण मुख्य अभियंता को अब ₹10 करोड़, अधीक्षण अभियंता को ₹5 करोड़ तक कार्य स्वीकृति का अधिकार अधिशासी अभियंता और सहायक अभियंता के अधिकारों में भी बढ़ोतरी से निर्णय प्रक्रिया होगी त्वरित मुख्यमंत्री के निर्णय से निविदा, अनुबंध व कार्यारंभ प्रक्रिया में तेजी, प्रशासनिक दक्षता व पारदर्शिता में वृद्धि होगी उत्तर प्रदेश अभियंता सेवा (लोक निर्माण विभाग) (उच्चतर) नियमावली, 1990 में होगा संशोधन विद्युत एवं यांत्रिक संवर्ग में पहली बार मुख्य अभियंता (स्तर-एक) का नया पद शामिल मुख्य अभियंता (स्तर-दो) और अधीक्षण अभियंता के पदों की संख्या बढ़ी, पदोन्नति प्रक्रिया स्पष्ट होगी लखनऊ, 24 अक्टूबर:- मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लोक निर्माण विभाग के विभागीय अधिकारियों के वित्तीय अधिकारों में पाँच गुना तक की वृद्धि किए जाने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि बदलावों से विभागीय अधिकारियों को निर्णय लेने में अधिक स्वायत्तता प्राप्त होगी। उच्च स्तर पर अनुमोदन की आवश्यकता घटने से निविदा, अनुबंध गठन एवं कार्यारंभ की प्रक्रिया में गति आएगी। यह सुधार वित्तीय अनुशासन बनाए रखते हुए प्रशासनिक दक्षता और पारदर्शिता को बढ़ाने में सहायक होगा। शुक्रवार को लोक निर्माण विभाग की बैठक में यह तथ्य सामने आया कि विभाग के अधिकारियों के वित्तीय अधिकार वर्ष 1995 में निर्धारित किए गए थे। इस बीच निर्माण कार्यों की लागत में पाँच गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। कॉस्ट इन्फ्लेशन इंडेक्स के अनुसार वर्ष 1995 की तुलना में वर्ष 2025 तक लगभग 5.52 गुना वृद्धि दर्ज की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान परिदृश्य में वित्तीय अधिकारों का पुनर्निर्धारण आवश्यक है, जिससे निर्णय प्रक्रिया में तेजी आए और परियोजनाओं का क्रियान्वयन समयबद्ध रूप से किया जा सके। अपर मुख्य सचिव, लोक निर्माण विभाग ने मुख्यमंत्री को सिविल, विद्युत एवं यांत्रिक कार्यों के लिए वित्तीय अधिकारों की वर्तमान व्यवस्था की जानकारी दी। विमर्श के उपरांत निर्णय लिया गया कि सिविल कार्यों के लिए अधिकारियों के वित्तीय अधिकारों की सीमा अधिकतम पाँच गुना तक तथा विद्युत एवं यांत्रिक कार्यों के लिए कम से कम दो गुना तक बढ़ाई जाएगी। मुख्यमंत्री के निर्णय के अनुसार मुख्य अभियंता को अब ₹2 करोड़ के स्थान पर ₹10 करोड़ तक के कार्यों की स्वीकृति का अधिकार होगा। अधीक्षण अभियंता को ₹1 करोड़ से बढ़ाकर ₹5 करोड़ तक के कार्यों की स्वीकृति का अधिकार दिया जाएगा। अधिशासी अभियंता के वित्तीय अधिकार ₹40 लाख से बढ़ाकर ₹2 करोड़ किए जाएंगे। सहायक अभियंता को भी सीमित दायरे में टेंडर स्वीकृति एवं छोटे कार्यों की अनुमति देने के अधिकार बढ़ाए जाएंगे। बता दें कि यह पुनर्निर्धारण तीन दशकों के बाद होने जा रहा है। बैठक में उत्तर प्रदेश अभियंता सेवा (लोक निर्माण विभाग) (उच्चतर) नियमावली, 1990 में संशोधन के माध्यम से विद्युत एवं यांत्रिक संवर्ग की सेवा संरचना, पदोन्नति व्यवस्था तथा वेतनमान के पुनर्गठन से जुड़े प्रस्तावों पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया। बैठक में बताया गया कि नियमावली में किया जा रहा यह संशोधन विभागीय अभियंताओं की सेवा संरचना को वर्तमान आवश्यकताओं के अनुरूप बनाने के उद्देश्य से किया गया है। संशोधित नियमावली में विद्युत एवं यांत्रिक संवर्ग में पहली बार मुख्य अभियंता (स्तर-एक) का नया पद सम्मिलित किया गया है। इसके साथ मुख्य अभियंता (स्तर-दो) और अधीक्षण अभियंता के पदों की संख्या में वृद्धि की गई है। नवसृजित पदों को नियमावली में समाहित करते हुए उनके पदोन्नति स्रोत, प्रक्रिया और वेतनमान को स्पष्ट रूप से परिभाषित किया गया है, जिससे सेवा संरचना अधिक पारदर्शी और संगठित हो सके। बैठक में यह भी बताया गया कि मुख्य अभियंता (स्तर-एक) के पद पर पदोन्नति अब मुख्य अभियंता (स्तर-दो) से वरिष्ठता के आधार पर की जाएगी। इसी प्रकार मुख्य अभियंता (स्तर-दो) और अधीक्षण अभियंता के पदों पर भी पदोन्नति की प्रक्रिया को नियमावली में स्पष्ट किया गया है। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों के अनुरूप अधिशासी अभियंता से लेकर मुख्य अभियंता (स्तर-एक) तक के पदों के वेतनमान और मैट्रिक्स पे लेवल भी निर्धारित किए गए हैं। इसके साथ चयन समिति की संरचना को अद्यतन किया गया है, ताकि पदोन्नति और नियुक्ति की कार्यवाही अधिक पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ की जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोक निर्माण विभाग राज्य की विकास परियोजनाओं के क्रियान्वयन में एक प्रमुख विभाग है, इसलिए अभियंताओं की सेवा नियमावली को समयानुकूल, व्यावहारिक और पारदर्शी बनाना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि योग्यता, अनुभव और वरिष्ठता के आधार पर पदोन्नति व्यवस्था से विभाग की कार्यकुशलता, तकनीकी गुणवत्ता और सेवा भावना को नई दिशा मिलेगी।
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BPBHUPESH PRATAP
Oct 24, 2025 08:53:28
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BPBHUPESH PRATAP
Oct 24, 2025 08:53:09
Greater Noida, Uttar Pradesh:छठ पूजा को लेकर ग्रेटर नोएडा में तैयारी शुरू हो गई है। ग्रेटर नोएडा के नॉलेज पार्क स्थित एक पार्क में घाट तैयार किया गया है ,जिसमें तैयारियां जोरों शोरों से चल रही है। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के द्वारा यहां पर साफ सफाई का कार्य कराया जा रहा है और पेंटिंग का कार्य कराया जा रहा है ।उसके बाद यहां पर बनाए गए घाट में पानी भरवाया जाएगा, जो भी व्रती है उनके परिवार के लोग यहां पहुंच रहे हैं उनके द्वारा बेदी तैयार की जा रही है,गौरतलब है कि 27 अक्टूबर को डूबते हुए सूर्य को अर्ध्य देने के बाद व्रती 28 तारीख को सुबह उठाते हुए सूर्य को अर्ध्य देंगे ।इसके बाद उनका जो व्रत है वह पूरा हो जाएगा। समिति के लोगों ने बताया इस बार हम यहां पर गंगा आरती की तरह आयोजन करेंगे और उसके अलावा इस्कॉन से भी कीर्तन के लिए लोगों को बुलाया जाएगा यहाँ पर करीब हर बार 1500 से 2000 लोग आते हैं। बाईट -- सुनील कुमार उपाध्याय ( पूर्वांचल बिहार वेलफेयर सोसाइटी ) वॉक थ्रू-- भूपेश प्रताप सिंह
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ACAshish Chauhan
Oct 24, 2025 08:52:56
Jaipur, Rajasthan:अधूरा बजट,अधूरा प्रोजेक्ट,अधूरा मिशन-जेजेएम में 1850 करोड अटके,प्रोजेक्ट्स और पेयजल कनेक्शन पर असर जल जीवन मिशन में अधूरे बजट से प्रोजेक्ट्स पर संकट के बादल मंडराने लगे है. राजस्थान में जल जीवन मिशन की रफ्तार सुस्त चल रही है. इस साल जेजेएम में पानी के कनेक्शन के लक्ष्यों को पूरा करने में जलदाय विभाग आसपास तक नहीं पहुंच पाया...देखे ये खास रिपोर्ट...! लक्ष्य कैसे पूरा होगा? अधूरा बजट,अधूरा प्रोजेक्ट,अधूरा मिशन...जल जीवन मिशन की बजट के संकट के कारण प्रोजेक्ट्स की रफ्तार कमजोर है. पीएचईडी से मिली जानकारी के मुताबिक राजस्थान में 1850 करोड का बजट अटका है,जिसमें से 1500 करोड केंद्र और 350 करोड राज्यांश है. जिसका असर पेयजल प्रोजेक्ट्स पर दिखाई दे रहा है.राज्य में इस साल 13 लाख पानी के कनेक्शन देने का लक्ष्य रखा गया है,लेकिन 7 महीने में सिर्फ 1 लाख कनेक्शन ही हो पाए.वही राजस्थान को 1 करोड 7 लाख कनेक्शन का टारगेट दे रखा है,जो मार्च 2024 तक पूरा होना था.लेकिन समय पर टार्गेट पूरा ना होने पर इस मिशन की इसकी मियाद 2028 तक बढा दी है.अब तक राजस्थान में 61 लाख 48 हजार कनेक्शन हो पाए,लेकिन इस मिशन में बजट के कमी का असर पेयजल प्रोजेक्ट्स पर दिखाई दे रहा है.हालांकि पिछली कांग्रेस सरकार में हुए घोटालों का असर इस मिशन पर पडा है. साल दर साल,कितने टारगेट,कितने कनेक्शन- वर्ष कनेक्शन लक्ष्य कितने कनेक्शन हुए 2019-20....... प्लान नहीं बना ........ 1,02,169 2020-21....... 20 लाख ............ 6,80,883 2021-22....... 30 लाख ............ 5,38,030 2022-23....... 30 लाख ............ 13,82,872 2023-24....... 20,69,816............ 12,17,862 2024-25....... 25 लाख ............ 9,44,618 2025-26....... 13 लाख ............ 1,02,019 ये जिले फिसड्डी,ये जिले टॉप पर- जल जीवन मिशन में बाडमेर,डीग,चितौडगढ,डूंगरपुर,प्रतापगढ सबसे फिसड्डी है.इन पांचों जिलों में 35 फीसदी कनेक्शन नहीं हो पाए है.जबकि हनुमानगढ,भीलवाडा,गंगानगर,डीडवाना-कुचामन,पाली टॉप पर है.इन जिलों में कनेक्शन 80 प्रतिशत के पार पहुंच गए है.वहीं झालावाड,चुरू,राजसमंद,टोंक,करौली,जयपुर की ठीक ठाक स्थिति है.यहां 60 फीसदी से अधिक कनेक्शन हुए है. देश में 31 वे पायदान पर राजस्थान- जल जीवन मिशन में राजस्थान देश में शुरुआत से ही फिसड्डी साबित हो रहा है.राज्य इस मिशन में 31 वे पायदान पर है.राजस्थान के बाद बंगाल,झारखंड और केरल है,जो इस योजना में सबसे नीचे पायदान पर है.राजस्थान इससे पहले 33 वे पायदान पर था.वहीं गोवा,हरियाणा,तेलंगाना,गुजराज,पंजाब समेत कई राज्यों ने 100 फीसदी लक्ष्य हासिल भी कर चुके है. नोट-इस खबर की फीड 2 सी में अटैच है。
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