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Ghaziabad201204

जीजा ने धारदार हथियार से किया पत्नी की बहन पर हमला, घटना का वीडियो वायरल

Aug 29, 2024 06:16:30
Modinagar, Uttar Pradesh

अलीगढ़ के थाना गांधीपार्क क्षेत्र में एक जीजा ने घर के अंदर घुसकर अपनी पत्नी की बहन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। गंभीर घायल महिला को उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे नाजुक हालत में मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। आरोपी जीजा घर से फरार हो गया और जहां घटना की तस्वीर इलाके में लगे CCTV में कैद हो गई। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई की बात की है।

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MSManish Sharma
Dec 28, 2025 07:31:09
Tarn Taran Sahib, Punjab:ई-रिक्शा, अतिक्रमण और रेलवे फाटकों की समस्या से शहर की यातायात व्यवस्था चरमराई एंकर तरन तारन शहर में लगातार लग रहे ट्रैफिक जाम से आम लोग बेहद परेशान हैं। शहर के प्रमुख चौकों, बाजारों और मुख्य सड़कों पर हर रोज़ घंटों लंबा जाम लगना अब आम बात हो गई है। बढ़ती आबादी, ई-रिक्शाओं की संख्या में बेतहाशा इजाफा, अतिक्रमण और रेलवे फाटकों पर ओवरब्रिज या अंडरब्रिज की कमी ने शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को पूरी तरह बिगाड़ कर रख दिया है। शहर के बोहड़ी चौंज, चार खंबा चौक, जंडियाला रोड, नगर कौंसिल कार्यालय के आसपास और अंदरूनी बाजारों में दिनभर ट्रैफिक जाम की स्थिति बनी रहती है। सुबह स्कूल और दफ्तर जाने के समय तथा शाम को बाजारों में खरीदारी के दौरान हालात और भी खराब हो जाते हैं। वाहन चालकों को कुछ दूरी तय करने में आधा से एक घंटा तक का समय लग जाता है। स्थानीय लोगों का कहना है कि शहर में ई-रिक्शाओं की संख्या तेजी से बढ़ी है, लेकिन उनके संचालन पर कोई ठोस नियंत्रण नहीं है। कई जगहों पर ई-रिक्शा बीच सड़क खड़े कर सवारियां बैठाते हैं, जिससे जाम और भी बढ़ जाता है। वहीं दुकानदारों द्वारा सड़कों पर किया गया अतिक्रमण भी ट्रैफिक के लिए बड़ी समस्या बना हुआ है। रेलवे लाइन शहर को कई हिस्सों में बांटती है, लेकिन एक भी रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज या अंडरब्रिज नहीं बनाया गया है। ट्रेन गुजरते ही फाटक बंद हो जाते हैं और दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं, जिससे लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। शहरवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि अतिक्रमण को तुरंत हटाया जाए, ई-रिक्शाओं पर पुलिस द्वारा सख्त नियंत्रण किया जाए और रेलवे फाटकों पर ओवरब्रिज या अंडरब्रिज का निर्माण किया जाए। लोगों का कहना है कि यदि समय रहते ठोस कदम नहीं उठाए गए तो ट्रैफिक समस्या और भी गंभीर रूप ले सकती है।
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VBVIJAY BHARDWAJ
Dec 28, 2025 07:30:27
Bilaspur, Chhattisgarh:स्लग- बिलासपुर के घुमारवीं में क़रीब 8 माह पूर्व तकनीकी शिक्षा मंत्री राजेश धर्माणी द्वारा करीब डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से निर्मित का पार्किंग उद्घाटन के बावजूद लोगों को पार्किंग की नहीं मिल पा रही सुविधा, प्रवासी मजदूरों की रिहायशी और कूड़े की डंपिंग साइट बनकर रह गया है यह पार्किंग स्थल. बाइट- राजेश धर्माणी, तकनीकी शिक्षा मंत्री, हिमाचल प्रदेश. रीटा सहगल, अध्यक्ष, नगर परिषद घुमारवीं, जिला बिलासपुर. बाइट- ... यह निवास-घुमारवीं नगरपालिका के पास स्थित पार्किंग का उद्घाटन आठ माह पहले हुआ था, परन्तु अभी तक पार्किंग जनता के लिए खुली नहीं हो सकी है। सड़क निर्माण और भूमि अधिग्रहण के लंबित प्रावधानों के कारण पार्किंग को प्रारम्भ करने में देरी हो रही है। कहा गया है कि सीरखड्ड पुल से मेले ग्राउंड होते हुए पार्किंग तक पहुँचने वाली सड़क मार्च 2026 तक पूरी हो जाएगी और उसके बाद ही पार्किंग चालू होगी। प्रवासी मजदूरों की रिहायशी के लिए पार्किंग स्थल का उपयोग करने की तर्ज पर भी विचार चल रहा है और त्रुटिपूर्ण समय-सरकार के तर्कों के बीच पार्किंग व्यवस्था शहर में सुधर नहीं पाई है। नगर परिषद ने अपेक्षा जताई है कि ठेकेदार पक्ष इस टेंडर प्रक्रिया में भाग लेकर施設 शुरू कर दें ताकि जनता को सुविधाएं मिल सकें। धरातल पर उतरने से पहले नेशनल हाईवे प्राधिकरण के अतिक्रमण हटाओ अभियान की भेंट चढ़ जाना पार्किंग व्यवस्था के लिए बड़ा झटका रहा। मौजूदा समय में लोगों के पास पार्किंग के लिए सुरक्षित विकल्प नहीं हैं और वाहन खड़े करने के लिए अडिशनल सुविधाओं की कमी बनी है।
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VSVISHAL SINGH
Dec 28, 2025 07:21:09
Noida, Uttar Pradesh:उत्तर प्रदेश की राजनीति में जातीय समीकरण हमेशा से महत्वपूर्ण रहे हैं. भारतीय जनता पार्टी में भी ब्राह्मण और क्षत्रिय विधायक की भूमिका काफी अहम है. हाल ही में पार्टी के भीतर जाति आधारित बैठकों और भोज कार्यक्रमों ने सियासी हलचल मचा दी थी, लेकिन अब पार्टी नेतृत्व ने इस पर पूर्ण विराम लगाने का फैसला किया है. सूत्रों के अनुसार केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश पर बहुत जल्दी ब्राह्मण, क्षत्रिय के अलावा सभी जातियों के विधायक और सांसद एकजुट नजर आएंगे. सबसे पहले सभी समुदायों के विधायक और सांसद एक संयुक्त भोजन कार्यक्रम में शामिल हो सकते हैं, जो पार्टी की एकता का बड़ा संदेश देगा. 23 दिसंबर को लखनऊ में कुशीनगर के BJP विधायक पंचानंद पाठक के आवास पर करीब 40-50 ब्राह्मण विधायकों और एमएलसी का 'सहभोज' आयोजित था. इसमें शलभमणि त्रिपाठी, रत्नाकर मिश्रा जैसे प्रमुख नेता शामिल हुए. उस वक्त आयोजकों ने इसे सामान्य भोज और सामाजिक चर्चा बताया था. विपक्ष ने इसे ब्राह्मणों में नाराजगी का संकेत करार दिया. समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव ने तो ब्राह्मण विधायकों को सपा में आने का आमंत्रण तक दे दिया था. इसके बाद यूपी भाजपा चीफ की नाराजगी सामने आई थी ऐसे में अब पार्टी नेतृत्व ने इन अलग-अलग रणनीतियों पर विराम लगाते हुए एकता का संदेश देने का प्लान बनाया है. अंदरखाने चल रही तैयारियों के अनुसार, निकट भविष्य में यूपी में ब्राह्मण, क्षत्रिय, सहित सभी वर्गों के विधायक और सांसद एक साथ भोजन करेंगे और संयुक्त कार्यक्रम करेंगे. अब तक की गेट-टू-गेदर जातियों को तोड़ने वाली थी मगर अब जो होगी वह जोड़ने वाली होंगी. केशव मौर्या यूपी डिप्टी सीएम के अनुसार हम घर मे भी मिलते है और बाहर भी मिलते है।इसे कुर्मी,ब्राह्मण क्षत्रिय से नही देखा जाना चाहिए. उत्तर प्रदेश विधानसभा में कुल 52 ब्राह्मण और 49 क्षत्रिय विधायक हैं, जिनमें से अधिकांश भाजपा के हैं. ब्राह्मण वोट करीब 100-150 सीटों पर निर्णायक माने जाते हैं, जबकि क्षत्रिय भी पूर्वांचल और अवध क्षेत्र में मजबूत प्रभाव रखते हैं. इसीलिए ये कार्यक्रम 2027 के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर बनाया जा रहा है, ताकि पार्टी की सर्वस्पर्शी छवि मजबूत हो और विपक्ष के जातिवाद के आरोपों का जवाब दिया जा सके हालांकि सपा अभी से इसपर आरोप लगा रही है. यह एकजुटता उत्तर प्रदेश की सियासत में नई दिशा दे सकता है. जहां जातीय समीकरण चुनावी सफलता की कुंजी माने जाते हैं वहीं, पार्टी के इस कदम से एकता का संदेश जाएगा, वहीं विपक्ष को भी जवाब मिलेगा कि भाजपा जाति की नहीं, विकास की राजनीति करती है.
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AMAbhishek Mathur
Dec 28, 2025 07:20:53
Hapur, Uttar Pradesh:अगर आप अपनी सेहत के लिए देसी अंडे का सेवन करते हैं, तो थोड़ा सावधान हो जाइए. क्योंकि बाजार में आ रहे नकली अंडे आपकी सेहत खराब कर सकते हैं. नकली चने के बाद अब हापुड़ जिले में मिलावटी नकली देसी अंडे बाजार में आ गए हैं. इसको लेकर हापुड़ के खाद्य विभाग ने छापेमारी की है और अंडो का सैंपल लिया है. बताया जा रहा है कि हापुड़ में खाद्य विभाग की टीम ने मार्केट में नकली देसी अंडों की बिक्री किए जाने की सूचना पर हापुड़ में सिकंदर गेट स्थित समीर एग्स और पुराना बाजार स्थित भारत एग्स सेंटर पर छापेमारी की. यहां टीम ने अंडो का सैंपल लिया है और उन्हें जांच के लिए प्रयोगशाला भेजा है. खाद्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो बाजार में अंडों को रंग कर देसी अंडे बनाए जाने की शिकायत मिल रही है. बताया जा रहा है कि देसी अंडे बनाने के लिए अंडों में रंग का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिससे अंडों में एंटीबायोटिक नाइट्रोफ़ुरन की शिकायत आ रही है. एंटीबायोटिक और नाइट्रोफुरन युक्त अंडे का सेवन करने से आपकी सेहत को नुकसान पहुंच सकता है. अधिकारियों की माने तो एग्स विक्रेता ऐसा मुनाफा कमाने के लिए कर रहे हैं.
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BSBhanu Sharma
Dec 28, 2025 07:20:38
Dholpur, Rajasthan:बाड़ी ,धौलपुर- दुर्दशा का शिकार हो रहा शहर का एक मात्र महाराणा प्रताप खेल मैदान का पार्क, धौलपुर जिलें के बाड़ी शहर का एक मात्र महाराणा प्रताप खेल मैदान बाड़ी शहर का सबसे सुंदर पार्क है. लेकिन वहां गंदगी के साथ मिट्टी और बजरी जगह-जगह पड़ी हुई है. लेकिन वर्तमान में हालात ये हैं कि इस पार्क में जो भी घूमने आता है नगर पालिका प्रशासन को कोसता है. क्योंकि जो फुटपाथ बना है उस पर गंदगी के साथ मिट्टी और बजरी जगह-जगह पड़ी हुई है. वहीं पार्क में ओपन जिम के नाम पर लगाई गई मशीन खराब पड़ी है. छोटे बच्चों की झूलने के झूले और मनोरंजन के साधन भी खराब टूटे है. इसी के चलते अब यहां आने वाले लोगों की संख्या धीरे-धीरे कम होती जा रही है. ऐसा नहीं है कि इसकी शिकायत नगर पालिका में नहीं की गई हो लेकिन नगर पालिका प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा और तो और उपखंड के जिम्मेदार अधिकारी भी बच्चे और बड़े लोगों के लिए मनोरंजन के साथ शारीरिक व्यायाम करने और कुछ दिमागी टेंशन को दूर करने के लिए बनाए गए पार्क की दुर्दशा पर कोई ध्यान नहीं दे रहे है. महाराणा प्रताप खेल मैदान के बगल में यह पार्क कई लाख रुपए को खर्च कर बनवाया गया. पार्क में लाखों रुपए की व्यायाम मशीनें और तमाम मनोरंजन के साधन भी लगाए गए लेकिन देखरेख नहीं होने के चलते सभी संसाधन धीरे-धीरे खराब हो गए. कुछ असामाजिक तत्वों ने तोड़ दिए. लेकिन नगर पालिका प्रशासन ने इस पार्क को लेकर कभी जागरूकता नहीं दिखाई. इसी के चलते आज यह पार्क बदहाली के कगार पर पहुंच गया है. पार्क में वर्षों से टूटी और गिरी पड़ी हैं पार्क में झूले और ओपन जिम की मशीनें, वही गंदगी और खरपतवार तक की नहीं होती साफ सफाई पार्क में घूमने वाला प्लेटफॉर्म भी हो चुका है जर्जर वर्षों से खराब पड़े फब्बारे की टाइल्स भी उखड़ कर गिरी चुकी है बिना सिंचाई पानी के सूख गए हैं सैकड़ों पेड़ पौधे चंद दिनों तक जली लाखों की लगी लाइटें वर्षों से डली हुई है खराब
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HKHARI KISHOR SAH
Dec 28, 2025 07:20:19
New Delhi, Delhi:बांग्लादेश में हिंदुओं विरुद्ध अत्याचार के विरोध पर आर्य समाज ने यज्ञ-रोष प्रदर्शन किया इस दौरान आर्य समाज के लोग हाथों पर काला पट्टी बांधकर हवन करते नजर आए. इस कार्यक्रम के माध्यम से आर्य समाज विश्व समुदाय का ध्यान बांग्लादेश में हिंदुओं के विरुद्ध हो रहे अत्याचारों की ओर आकृष्ट करना चाहता है तथा शांति, मानवाधिकार एवं न्याय की माँग कि जा रही है. आज दिल्ली के कालकाजी स्थित आर्य समाज मंदिर में आर्य समाज के द्वारा बांग्लादेश में हो रहे हिंदुओं पर अत्याचार और नरसंहार के खिलाफ हाथों पर काला पट्टी बांधकर हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया है जिसमें सैकड़ो की संख्या में आर्य समाज के लोग शामिल हुए वहीं विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल के नेतृत्व में इस हवन कार्यक्रम का आयोजन किया गया था. जिसमें बांग्लादेश में जिहादीयों के द्वारा मारे गए हिंदुओं के लिए हवन के माध्यम से उनकी आत्मा की शांति कि कामना की गई साथ ही पूरे देश में हिंदुओं के प्रति बढ़ रहे अत्याचार के खिलाफ इस हवन के माध्यम से ध्यान आकृष्ट करना है.
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BPBHUPESH PRATAP
Dec 28, 2025 07:19:44
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DBDevender Bhardwaj
Dec 28, 2025 07:19:32
Gurugram, Haryana:गुरुग्राम- गुरुग्राम में मार्बल मार्किट में मचा हड़कंप हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण के मुनादी से मचा हड़कंप मार्बल मार्किट को खाली कराने के लिए विभाग ने कराई मुनादी मार्बल मार्केट में 60 दुकानों को खाली करने का दिया मात्र 2 दिन का समय विभाग के खिलाफ व्यापारियों में रोष 21 साल पहले एमजी रोड और शीतला माता रोड से व्यापारियों को यहां किया गया था शिफ्ट 21 साल बाद एक बार फिर से व्यापारियों को यहां से किया जा रहा शिफ्ट मेट्रो का डिपो इस मार्केट में स्थापित करने का है प्रस्ताव व्यापारियों का कहना कि सेक्टर 34 में स्थाई तौर पर व्यापारियों को किया जाए शिफ्ट फिलहाल विभाग व्यापारियों को अस्थायी तौर पर कर रहा है शिफ्ट यह कोई फूल का टोकरा नहीं, जिसे एक दिन में उठाया जा सके-मार्बल व्यापारी मार्बल मार्केट को यहां से शिफ्ट करने पर व्यापारियों और रोजगार पर पड़ेगा असर- व्यापारी बाइट-मार्बल व्यापारी दरअसल इस इलाके में मेट्रो डिपो स्थापित करने का प्रस्ताव है, जिसके चलते मार्बल मार्केट को हटाया जा रहा है।व्यापारियों ने स्पष्ट तौर पर कहा है कि उन्हें सेक्टर-34 में स्थायी रूप से शिफ्ट किया जाए, ताकि उनका व्यापार और रोजगार प्रभावित न हो। हालांकि, फिलहाल विभाग व्यापारियों को अस्थायी तौर पर ही शिफ्ट करने की बात कर रहा है, जिससे असमंजस की स्थिति बनी हुई है।मार्बल व्यापारियों का कहना है कि यह कोई फूल का टोकरा नहीं है, जिसे एक दिन में उठाया जा सके। इतनी कम समय सीमा में दुकानों को खाली करना संभव नहीं है。 बाइट-मार्बल व्यापारी व्यापारियों की माने तो है कि यदि मार्बल मार्केट को यहां से शिफ्ट किया गया, तो न सिर्फ व्यापार प्रभावित होगा बल्कि सैकड़ों लोगों के रोजगार पर भी इसका सीधा असर पड़ेगा।फिलहाल मार्बल मार्केट के व्यापारी विभाग के फैसले का विरोध कर रहे हैं और स्थायी समाधान की मांग पर अड़े हुए हैं।
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RSRajendra sharma
Dec 28, 2025 07:19:13
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Dec 28, 2025 07:18:54
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DGDeepak Goyal
Dec 28, 2025 07:18:50
Jaipur, Rajasthan:प्रदेश के शहरों की स्वच्छता रैंकिंग को बेहतर बनाने के लिए स्वायत्त शासन विभाग ने अब इन-हाउस ऑडिट की नई व्यवस्था लागू कर दी है। इसके तहत नगरीय निकायों के कामकाज का आकलन अब राज्य स्तर पर ही किया जा रहा है, ताकि कमियों की पहचान समय रहते कर सुधार किया जा सके। यह कवायद ऐसे समय शुरू की गई है, जब देश की स्वच्छता रैंकिंग में राजस्थान की स्थिति संतोषजनक नहीं मानी जा रही और राजधानी जयपुर के हालात भी चिंताजनक बने हुए हैं। शहरों की स्वच्छता रैंकिंग में सुधार के लिए अब राज्य सरकार ने अपने स्तर पर नगरीय निकायों का होमवर्क चैक करना शुरू कर दिया है। केन्द्र सरकार के मापदंडों के अनुसार ही प्रदेश के निकायों को रैकिंग देना शुरू कर दिया गया है। आबादी के आधार पर चार कैटेगिरी में बांटा गया है। स्वायत्त शासन विभाग ने स्पष्ट किया है कि यह रैंकिंग पूरी तरह केंद्र सरकार के स्वच्छता सर्वेक्षण के मापदंडों के अनुरूप ही तैयार की जा रही है, ताकि निकायों को वास्तविक स्थिति का आईना दिखाया जा सके। प्रदेश के सभी शहरों को वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार आबादी के आधार पर चार कैटेगरी में विभाजित किया गया है और हर महीने किए गए कार्यों के आधार पर रैंकिंग जारी की जा रही है। नवम्बर माह के प्रदर्शन के आधार पर 3 लाख से 10 लाख आबादी वाली श्रेणी में भीलवाड़ा नगर निगम ने पहला स्थान हासिल किया है। अलवर नगर निगम दूसरे और उदयपुर नगर निगम तीसरे स्थान पर रहा। यह संकेत देता है कि सीमित संसाधनों के बावजूद यदि योजनाबद्ध तरीके से काम किया जाए, तो बेहतर परिणाम संभव हैं। 50 हजार से 3 लाख की आबादी वाली कैटेगरी में भरतपुर 45.70 अंकों के साथ प्रदेश के 47 शहरों में अव्वल आया है। छोटे निकायों में 20 से 50 हजार आबादी वाले शहरों में नाथद्वारा 56.33 अंक के साथ सबसे आगे रहा। पुष्कर दूसरे और डूंगरपुर तीसरे स्थान पर रहे। 20 हजार से कम आबादी में बड़ी सादड़ी प्रथम रहा। वहीं राजधानी जयपुर की आबादी 10 लाख से अधिक होने के कारण इसे अलग श्रेणी में रखा गया है। लेकिन इसी श्रेणी में जयपुर की स्थिति सबसे ज्यादा चिंता का कारण बनकर सामने आई है। इन-हाउस आकलन में जयपुर ग्रेटर नगर निगम को महज करीब 35 प्रतिशत अंक और हैरिटेज नगर निगम को केवल 21 प्रतिशत अंक ही मिल पाए हैं। जयपुर में एक नगर निगम बनने से पहले यह हुआ। स्वायत्त शासन विभाग ने इस स्थिति को गंभीर मानते हुए तत्काल काम में जुटने के निर्देश दिए हैं। स्वायत्त शासन विभाग के इस इन-हाउस ऑडिट का मुख्य उद्देश्य कमजोर प्रदर्शन करने वाले निकायों की स्थिति सुधारना है। इसके तहत यह विश्लेषण किया जाएगा कि किस मापदंड में कितने अंक मिले। जहां कम अंक मिले हैं, वहां कारणों की पहचान की जाएगी। संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों की जवाबदेही तय की जाएगी। सुधार के लिए समयबद्ध कार्ययोजना बनाई जाएगी। शहरों को साफ रखने के लिए राज्य सरकार ने स्टेट लेवल पर सफाई को लेकर नवंबर में प्रतिस्पर्धा करवाई। अब ये हर माह होगी। कचरा निस्तारण, पोर्टल अपडेट, ओडीएफ प्लस, जीएवी फ्री शहर और जन जागरूकता श्रेणी के आधार पर रैंकिंग दी गई। स्वायत्त शासन विभाग ने सफाई को अंक देते हुए शहरों की नवंबर माह की सफाई रैंकिंग जारी की है। कमजोर निकायों की स्थिति सुधरना, रिड्यूज, रिसाइकिल और रियूज (आरआरआर) पर काम हो, क्योंकि इसके 100 अंक हैं। रैकिंग में कमजोर रहने वाले निकायों में समय रहते सुधार किया जाएगा। यह देखेंगे कि किस मापदंड में कितने अंक मिले। कम अंक मिले तो उसकी वजह क्या है और कैसे सुधारा जाए। हर निकाय में मुख्यमंत्री सद्भावना केन्द्र खोले जाएं। देश में स्वच्छता रैकिंग में राजस्थान की स्थिति अच्छी नहीं है। राजधानी जयपुर के हालात भी स्वच्छता को लेकर परेशान करने वाले हैं। इसी कारण स्वायत्त शासन विभाग ने इन-हाउस काम शुरू किया है। बहरहाल, स्वायत्त शासन विभाग की यह पहल साफ संकेत देती है कि अब स्वच्छता के नाम पर केवल कागजी दावे नहीं चलेंगे। हर महीने होने वाला इन-हाउस आकलन निकायों पर लगातार दबाव बनाए रखेगा और कमजोर प्रदर्शन करने वालों पर सख्ती तय मानी जा रही है। विशेषकर जयपुर जैसे बड़े शहरों के लिए यह चेतावनी है कि यदि जमीनी स्तर पर ठोस काम नहीं हुआ, तो स्वच्छता रैंकिंग में सुधार की उम्मीद बेमानी साबित होगी।
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