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Bulandshahr203001

बुलंदशहर में बुजुर्ग को बातें कर उलझाकर चोरों ने उड़ाए पांच लाख रुपये, CCTV में कैद

Oct 02, 2024 05:41:27
Bulandshahr, Uttar Pradesh

बुलंदशहर में डीएम कॉलोनी रोड पर एक रिटायर्ड जीएम से बाइक सवार चोरों ने पांच लाख रुपये का बैग चुराया। घटना उस समय हुई जब बुजुर्ग व्यक्ति बैंक से रुपये निकालने के बाद फल खरीदने रुके थे। दो संदिग्धों ने फल विक्रेता से बातें की, जबकि तीसरे ने बुजुर्ग की कार की ड्राइविंग सीट की खिड़की खोलकर बैग चुरा लिया। घटना का CCTV फुटेज सामने आया है, जिसमें चोर बैग लेकर भागते हुए दिख रहे हैं। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

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DTDinesh Tiwari
Nov 21, 2025 15:05:51
Jaipur, Rajasthan:जयपुर राजस्थान में खेलों का बड़ा महाकुम्भ जल्द शुरू होने वाला है, खेल विभाग इस महाकुंभ की तैयारी में जुट गया है, खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स राजस्थान में 24 नवंबर से 5 दिसंबर तक आयोजित होंगे; इस भव्य आयोजन के लिए खेल विभाग ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी और तमाम विभागों के साथ कोऑर्डिनेशन करते हुए खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स करवाने की तैयारी शुरू कर दी, जिसका 24 नवंबर को मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा व खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह शुभारंभ करेंगे. राजस्थान में आगामी 24 नवंबर से खेल महाकुंभ आयोजित होने जा रहे हैं; इस महाकुंभ में देश भर के करीब 4000 खिलाड़ी भाग लेंगे; खेल विभाग के सचिव नीरज के पवन ने बताया कि देश की तकरीबन 200 यूनिवर्सिटीज के 4000 से अधिक खिलाड़ी इस महाकुंभ में भाग लेंगे; राजस्थान के लिए बड़े गर्व और सौभाग्य की बात है कि इसकी मेजबानी राजस्थान को मिली है; ऐसे में 24 नंबर को शुभारंभ होने वाले इस समारोह की तैयारी में पूरा खेल विभाग जुट गया और खेलो इंडिया के शुभारंभ के दौरान तकरीबन 25000 छात्र इसमें भाग लेंगे. खेलो इंडिया गेम्स राजस्थान की राजधानी के साथ प्रदेश के संभाग मुख्यालय पर भी आयोजित होंगे; वहीं राजधानी जयपुर में एसएमएस स्टेडियम पूर्णिमा यूनिवर्सिटी आर्चरी खेल मैदान व राजस्थान विश्वविद्यालय सहित प्रदेश के संभाग मुख्यालय पर भी आयोजित होंगे; ऐसे में देश भर के तकरीबन 4000 खिलाड़ी और उनके साथ आने वाले कोच और अन्य स्टाफ की रहने खाने ठहरने की व्यवस्था में पूरा खेल विभाग जुट गया है. 24 नवंबर से राजधानी में शुरू होगा खेलों का महाकुंभ। 24 नवंबर शाम 6:00 बजे होगा खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स का शुभारंभ। पूरा प्रदेश 5 दिसंबर तक मनाएगा खेलों का उत्सव। प्रदेश के अलग-अलग राज्यों से करीब 4000 खिलाड़ी लेंगे भाग। खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स में 24 अलग-अलग खेलों का होगा मुकाबला। केंद्रीय खेल मंत्री राजस्थान के मुख्यमंत्री व राजस्थान के खेल मंत्री लेंगे शुभारंभ समारोह में भाग लेंगे. खेलो इंडिया यूनिवर्सिटी गेम्स के शुभारंभ के दौरान केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडवीया प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा राजस्थान के खेल मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ की मौजूदगी में शुभारंभ समारोह का आयोजन किया जाएगा, जिसमें राजस्थान के अलग-अलग कॉलेज व यूनिवर्सिटी के छात्र-छात्राएं भाग लेंगी; देश के कोने-कोने से आए खिलाड़ी इस आगाज के साक्षी बनेंगे; ऐसे में आगामी 5 दिसंबर तक पूरे प्रदेश में खेलों का भव्य उत्सव मनाया जाएगा। जयपुर से दिनेश तिवारी की रिपोर्ट
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MDMahendra Dubey
Nov 21, 2025 15:05:08
Damoh, Madhya Pradesh:बुजुर्ग को जंजीरों से बांधने का मामला, परिजनों ने ही बांधी जंजीरें, पुलिस ने कहा अमानवीय कृत्य पर होगी कार्यवाही.. एंकर/ एमपी के दमोह से दिल दहला देने वाली अमानवीयता से भरी तस्वीरें सामने आई जब एक बुजुर्ग को जंजीरों से बांधा गया और वो ये जंजीर खोल ना ले इसके लिए उस पर ताला भी लगाया गया, तस्वीरें जिसने भी देखी वो हैरान रह गया और सोचने पर मजबूर की आखिर इतना गंदा कृत्य कौन कर सकता है तो सोच कर भी रूह काप जाएं। दरअसल जिले के मडियादो में बस स्टैंड के पास जंजीरों से जकड़ा एक बुजुर्ग सड़क पर रेंग रहा था, लोग पैरों में बंधी जंजीरों और उस पर लगे ताले को देखकर आश्चर्यचकित थे और इस अमानवीयता को देखकर हैरान भी लेकिन कोई इस बुजुर्ग को जंजीरों से मुक्त कराने की जहमत नहीं उठा रहा था, कुछ जागरूक लोगों ने मडियादो पुलिस को सूचना दी तो पुलिस मौके पर पहुंची और बुजुर्ग को बंधन से मुक्त कराया। बुजुर्ग अपने बारे में ठीक से बता भी नहीं पा रहा था और काफी खोजबीन के बाद पुलिस ने ये पता लगाया कि ये शख्स इसी इलाके के विनती गांव के हीरालाल प्रजापति है। इस अमानवीय कृत्य ने आज देश भर में सुर्खिया बटोरी और लोगों ने अलग अलग माध्यम से इस कृत्य को लेकर आलोचना की तो दमोह पुलिस और ज्यादा एक्टिव हुई और पुलिस ने जो खुलासा किया है वो जानकर आप हैरान रह जाएंगे और इंसानी रिश्तों को तार तार भी महसूस करेंगे। दमोह एसपी के सख्त निर्देश के बाद एक्टिव हुई पुलिस ने पड़ताल की तो बुजुर्ग हीरालाल को जंजीरों में जकड़ने और फिर सड़क पर खुला छोड़ने वाला कोई और नहीं बल्कि उसके अपने परिजन है जिन्होंने बुजुर्ग को जंजीरों से बांधा और सड़क पर छोड़ दिया। एडिशनल एसपी सुजीत भदौरिया ने बताया कि हीरालाल मानसिक कमजोर है और विक्षिप्तता की वजह से घर में उत्पात मचाते थे लिहाजा बाहर और घर सब जगह लोगों को टेंशन रहता था। हीरालाल के परिजनो ने स्वीकार किया है कि उन्होंने ही उनके पैरों में जंजीरें बांधी और वो उन्हें खोल न ले इसके लिए ताला भी लगा दिया। जंजीरें बांधने के बाद परिवार निश्चिंत था लेकिन मानसिक कमजोर बुजुर्ग अपने गांव से कई किलोमीटर दूर दूसरी बस्ती तक रेंगते पहुंच गए जहां लोगों ने उन्हें जंजीरों से मुक्त कराया। पुलिस अधिकारी के मुताबिक ये मानवीयता के खिलाफ किया गया कृत्य है चाहे कोई दूसरा करें या व्यक्ति के परिजन कानून की नजर में ये अपराध है और अब जांच की जा रही है और जांच के बाद हीरालाल के परिजनो पर कार्रवाई की जाएगी। पुलिस कानूनी कार्यवाही करेगी लेकिन तस्वीरें कहीं न कहीं झकझोर तो रही है और अपनों से मिले जख्मों के बाद ये सोचने मजबूर कर रही है कि इंसानों में रिश्तों की अहमियत कितनी कम हो रही हे, जिस बुजुर्ग को इलाज की जरूरत है उसे दवा की जगह जंजीर मिल रही है, जिसे अस्पताल में होना चाहिए वो सड़कों पर रेंग रहा है और सवाल ये भी कि क्या लोगों ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी से भी पल्ला झाड़ लिया है जबकि कोई इस तरह के अमानवीय कृत्य को अंजाम दे रहा है तो क्या आस पड़ोस के लोग उन्हें रोक नहीं सकते थे? क्या लोग इसकी सूचना पहले ही देखकर पुलिस को नहीं दे सकते थे? क्या बुजुर्ग को इलाज आम लोग या सरकार मुहैया नहीं करा सकती थी? और अब क्या सिर्फ कानूनी खाना पूर्ति कर के पुलिस परिजनों पर कार्यवाही करेगी जबकि एक शख्स को इलाज की दरकार है और जिन लोगों ने यानी परिजनों ने बुजुर्ग को जंजीरों से जकड़ा उन्हीं लोगों के पास वो बुजुर्ग हैं।
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DGDeepak Goyal
Nov 21, 2025 15:04:46
Jaipur, Rajasthan:प्रवासी राजस्थानी दिवस 2025 अब बिल्कुल करीब है… और तैयारियों को लेकर मुख्य सचिव वी. श्रीनिवास ने सचिवालय में मैराथन समीक्षा बैठक की। मुख्य सचिव ने सभी विभागों को साफ़ निर्देश दिए की 10 दिसंबर को जेईसीसी में होने वाला यह आयोजन राज्य की प्रतिष्ठा से जुड़ा है…और हर तैयारी समय पर, उच्च स्तर पर और बेदाग होनी चाहिए। कार्यक्रम में दुनिया भर से आने वाले प्रवासी राजस्थानियों, उद्योगपतियों और प्रतिनिधियों सहित…करीब 4500 प्रतिभागियों के शामिल होने की संभावना जताई गई है। उद्घाटन सत्र में RR-GIS 2024 के एमओयू आधारित कॉफी टेबल बुक का लोकार्पण होगा, जिसमें 1500 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स शामिल हैं। इसी मंच से प्रवासी राजस्थानी सम्मान पुरस्कार भी प्रदान किए जाएंगे। सबसे बड़ी बात इस आयोजन में राज्य सरकार अपनी 13 नई बड़ी नीतियों को लॉन्च करने जा रही है…जिनमें इंडस्ट्रियल पॉलिसी, एआई–एमएल पॉलिसी, नई पर्यटन नीति, स्पोर्ट्स पॉलिसी, सेमीकंडक्टर और एयरोस्पेस–डिफेंस पॉलिसी जैसी अहम घोषणाएं शामिल होंगी। आठ सेक्टोरल सत्रों में शिक्षा, पर्यटन, स्वास्थ्य, उद्योग और जल संसाधन जैसे विषयों पर देश–विदेश के प्रमुख विशेषज्ञ अपने विचार रखेंगे। NRI समुदाय की भूमिका और विकसित राजस्थान 2047 की दिशा में उनके योगदान पर भी विशेष चर्चा होगी। मुख्य सचिव ने निमंत्रण और रजिस्ट्रेशन की स्थिति की भी समीक्षा की…अब तक 15 हजार से ज्यादा निमंत्रण भेजे जा चुके हैं, और 3260 प्रतिभागी खुद को रजिस्टर कर चुके हैं। जेईसीसी में स्टेज सेटअप से लेकर लैंडस्केपिंग, सुरक्षा, ट्रैफिक प्लान, होटल बुकिंग, एयरपोर्ट प्रोटोकॉल और हाई-स्पीड इंटरनेट सभी तैयारियाँ तेज़ी से आगे बढ़ रही हैं। मुख्य सचिव ने निर्देश दिए कि 30 नवंबर तक सभी विभाग अपनी उपलब्धियों पर आधारित वीडियो, प्रेजेंटेशन और सामग्री तैयार कर दें… और सोशल मीडिया के जरिए कार्यक्रम का व्यापक प्रचार भी सुनिश्चित करें। राज्य सरकार का दावा है कि प्रवासी राजस्थानी दिवस राजस्थान को वैश्विक मंच पर नई पहचान दिलाने वाला ऐतिहासिक आयोजन साबित होगा।
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KNKuldeep Nageshwar Pawar
Nov 21, 2025 15:04:06
Noida, Uttar Pradesh:चेन स्नेचिंग एंकर - इंदौर के हीरानगर थाना क्षेत्र में रहने वाली 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला के गले से स्कूटी सवार बदमाश सोने की चेन खींच कर फरार हो गया । बुजुर्ग महिला बाजार से अपने घर की सीढ़ियों चढ़ रही थी उसी वक्त आरोपी स्कूटी चालू हालत में खड़ी कर महिला के गले से सोने की चैन खींच कर फरार हो गया चैन स्नेचिन की पूरी घटना सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई । वीओ - दरअसल इंदौर के हीरानगर थाना क्षेत्र के दीनदयाल उपाध्याय नगर में रहने वाली 65 वर्षीय बुजुर्ग उषा गुप्ता ने पुलिस को बताया कि घर की सीढ़ी चढ़ते वक्त एक स्कूटी सवार बदमाश पीछे से आया और ध्यान भटकाकर गले में पहनी सोने की चेन, पैंडल और झुमकी छीनकर भाग गया। मदद के लिए बुजुर्ग महिला ने आवाज भी लगाई, पर तब वहां कोई नहीं था। वही पूरी घटना सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की तलाश कर रही है बाइट - राजेश दंडोतिया , पुलिस प्रवक्ता
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AJAnil Jain
Nov 21, 2025 15:03:14
Lehragaga, Punjab:ਪੰਜਾਬ ਲਗਾਤਾਰ ਵਧ ਰਿਹੈ ਰੰਗਲੇ ਪੰਜਾਬ ਬਨਣ ਵੱਲ : ਗੋਇਲ 15 ਕਰੋੜ ਦੀ ਲਾਗਤ ਨਾਲ ਡ DAC "Ditch Drain" ਦਾ ਰੁਕਿਆ ਕੰਮ ਕਰਵਾਇਆ ਸ਼ੁਰੂ ਮੰਤਰੀ ਵਰਿੰਦਰ ਗੋਇਲ ਨੇ ਲਹਿਰਾ ਗਾਗਾ ਦੇ ਸੁਨਾਮ ਜਾਖਲ ਰੋਡ ਤੇ ਸਵਾਰਿਆਂ ਲਈ ਬੱਸ ਸਟੋਪ ਬਣਾਉਣ ਦੇ ਦਿੱਤੇ ਆਦੇਸ਼ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਭਗਵੰਤ ਮਾਨ ਦੀ ਅਗਵਾਈ ਵਿੱਚ ਪੰਜਾਬ ਲਗਾਤਾਰ ਰੰਗਲੇ ਪੰਜਾਬ ਵੱਲ ਵਧ ਰਿਹਾ ਹੈ। ਜਿਸਦੇ ਚਲਦਿਆਂ ਹਰੇਕ ਪਿੰਡ ਵਿੱਚ ਜਿੱਥੇ ਵਿਕਾਸ ਕੰਮ ਚੱਲ ਰਹੇ ਹਨ, ਉਥੇ ਹੀ ਸਟੇਡੀਅਮਾਂ ਦੀ ਉਸਾਰੀ, ਡਰੇਨਾਂ ਦੇ ਪੁਲ ਅਤੇ پਿੰਡਾਂ ਸ਼ਹਿਰਾਂ ਵਿੱਚ ਵਿਕਾਸ ਕੰਮਾਂ ਦੀ ਹਨੇਰੀ ਲਿਆਂਦੀ ਗਈ ਹੈ। ਇਹ ਵਿਚਾਰ ਪੰਜਾਬ ਦੇ ਕੈਬਨਟ ਮੰਤਰੀ ਐਡਵੋਕੇਟ ਬਰਿੰਦਰ ਗੋਇਲ ਨੇ ਕਰੋੜਾਂ ਦੀ ਲਾਗਤ ਨਾਲ ਬਣੀ ਡਿਚ ਡਰੇਨ ਦੇ ਰਹਿੰਦੇ ਕੰਮ ਦੀ ਸ਼ੁਰੂਆਤ ਕਰਾਉਣ ਸਮੇਂ ਪ੍ਰਗਟ ਕੀਤੇ। ਉਹਨਾਂ ਕਿਹਾ ਕਿ ਸ਼ਹਿਰਵਾਸੀਆਂ ਦੀ ਬਹੁਤ ਪੁਰਾਣੀ ਮੰਗ ਸੀ ਕਿ ਜੋ ਡਿਚ ਡਰੇਨ ਸ਼ਹਿਰ ਦੇ ਵਿੱਚ ਦੀ ਲੰਘਦੀ ਹੈ, ਜਿਸ ਕਾਰਨ ਸ਼ਹਿਰ ਵਾਸੀ ਅਤੇ ਇਸ ਦੇ ਉੱਪਰ ਵਸਦੇ ਦੁਕਾਨਦਾਰ ਬਹੁਤ ਪਰੇਸ਼ਾਨ ਸਨ। ਇਹ ਡੱਚ ਡਰੇਨ ਸਲੰਮ ਬਸਤੀ ਵਿੱਚੋਂ ਦੀ ਲੰਘਦੀ ਹੈ ਜਿਸ ਕਾਰਨ ਉਥੋਂ ਦੇ ਗਰੀਬ ਵਿਅਕਤੀਆਂ ਨੂੰ ਰਹਿਣਾ ਮੁਸ਼ਕਿਲ ਸੀ। ਇਸ ਲਈ ਤਿੰਨ ਕਿਲੋਮੀਟਰ ਲੰਬੀ ਡਿੱਚ ਡਰੇਨ ਨੂੰ 15 ਕਰੋੜ ਰੁਪਏ ਦੀ ਲਾਗਤ ਨਾਲ ਵੱਡੇ ਪਾਇਪ ਪਾ ਕੇ ਅੰਡਰਗਰਾਊਂਡ ਕੀਤਾ, ਉਥੇ ਹੀ ਜਾਖਲ ਰੋਡ ਅਤੇ ਹੋਰ ਲੋਕਾਂ ਦੀ ਇਹ ਵੀ ਮੰਗ ਸੀ ਕਿ ਇਸ ਤੇ ਇੰਟਰਲਾਕ ਟਾਇਲਾਂ ਲਾਈਆਂ ਜਾਣ। ਸੋ ਅਸੀਜ ਅੱਜ ਇਸ sੜਕ ਤੇ ਇੰਟਰਲਾਕ ਟਾਇਲਾਂ ਲਾਉਣ ਦਾ ਕੰਮ ਸ਼ੁਰੂ ਕਰਵਾਉਣ ਲਈ ਆਏ ਹਾਂ । ਜਿਸ ਦਾ ਜਿੱਥੇ ਸਭ ਦੁਕਾਨਦਾਰਾਂ ਨੂੰ ਫਾਇਦਾ ਹੋਇਆ ਉੱਥੇ ਹੀ ਗੰਦਗੀ ਤੋਂ ਵੀ ਰਾਹਤ ਮਿਲੀ ਹੈ।ਮੰਤਰੀ ਗੋਇਲ ਨੇ ਦੱਸਿਆ ਕਿ ਜੋ ਗਾਗਾ ਨਹਿਰ ਦੇ ਕੋਲ ਚੌਂਕ ਹੈ ਉਸਦਾ ਵੀ ਸੁੰਦਰੀਕਰਨ ਕੀਤਾ ਜਾਵੇਗਾ। ਜਿਸਦਾ ਅੱਜ ਜਾਇਜਾ ਲਿਆ ਗਿਆ‌। ਇਸ ਚੌਂਕ ਨੂੰ ਜਲਦੀ ਹੀ ਸੁੰਦਰ ਰੂਪ ਦਿੱਤਾ ਜਾਵੇਗਾ ਤਾਂ ਜੋ ਆਉਣ ਵਾਲੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਸ਼ਹਿਰ ਵਿੱਚ ਦਾਖਲ ਹੁੰਦਿਆਂ ਵਧੀਆ ਦਿੱਖ ਪ੍ਰਾਪਤ ਹੋਵੇ। ਇਸ ਸਮੇਂ ਸ਼ਹਿਰ ਦੇ ਲੋਕਾਂ ਨੇ ਕੈਬਨਟ ਮੰਤਰੀ ਦਾ ਧੰਨਵਾਦ ਕੀਤਾ ਜਿਨਾਂ ਨੇ ਉਨ੍ਹਾਂ ਦੀ ਮੰਗ ਮਨਜ਼ੂਰ ਕਰਕੇ ਤੁਰੰਤ ਹੀ ਕੰਮ ਸ਼ੁਰੂ ਕਰਵਾਇਆ। ਇਸ ਮੌਕੇ ਲਹਿਰ ਗਾਗਾ ਦੇ ਨਿਵਾਸੀਆਂ ਨੇ ਮੰਤਰੀ ਬਰਿੰਦਰ ਗੋਇਲ ਦਾ ਧੰਨਵਾਦ ਕੀਤਾ ਜਿਨਾਂ ਨੇ ਡੀਚਨ ਡਰੇਨ ਬਣਾ ਕੇ ਲੋਕਾਂ ਨੂੰ ਨਰਕ ਵਿੱਚੋਂ ਕੱਢਿਆ
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RMRoshan Mishra
Nov 21, 2025 15:01:46
Noida, Uttar Pradesh:इंदौर की छत्रीपुरा थाना पुलिस ने हथियारों की तस्करी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए एक संदिग्ध युवक को गिरफ्तार किया है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध युवक बैग लेकर इलाके में घूम रहा है। सूचना के आधार पर तत्काल पुलिस टीम मौके पर पहुंची और घेराबंदी कर युवक को हिरासत में लिया। पकड़े गए आरोपी की पहचान दीपक शर्मा के रूप में हुई है, जो उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का रहने वाला बताया गया है। पुलिस ने जब उसके पास मौजूद बैग की तलाशी ली तो उसमें से 12 देशी पिस्टलें बरामद हुईं। इसके अलावा दो जिंदा कारतूस भी उसके बैग से मिले। इतनी बड़ी मात्रा में हथियार मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत मौके पर वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी दे दी और आरोपी को थाने ले जाकर पूछताछ शुरू कर दी। प्राथमिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपी लंबे समय से अवैध हथियारों की सप्लाई में जुड़ा हुआ हो सकता है। हालांकि वह इंदौर से ये पिस्टलें कहां से लेकर आया था और इन्हें किसे सौंपने जा रहा था, इस बारे में वह अभी स्पष्ट जानकारी नहीं दे पा रहा है। पुलिस का कहना है कि आरोपी लगातार बयान बदल रहा है, इसलिए उससे कड़ाई से पूछताछ की जा रही है। छत्रीपुरा पुलिस ने अनुमान जताया है कि आरोपी के पीछे एक बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है, जो अलग-अलग राज्यों में हथियारों की सप्लाई करता है। इंदौर में हथियारों की इतनी बड़ी खेप मिलना इस बात का संकेत है कि शहर को किसी बड़े अपराध के लिए टारगेट किया जा सकता था। पुलिस इस एंगल पर भी जांच कर रही है कि क्या आरोपी इन हथियारों को किसी गिरोह या अपराधियों तक पहुंचाने वाला था। डीसीपी ने बताया कि बरामद हथियारों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है, जिससे यह पता लगाया जा सके कि कहीं इनका इस्तेमाल पहले किसी आपराधिक वारदात में तो नहीं हुआ। इसके साथ ही पुलिस टीम आरोपी के मोबाइल डेटा, कॉल रिकॉर्ड और लोकेशन डिटेल्स भी खंगाल रही है, ताकि पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके। फिलहाल आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है और पुलिस का दावा है कि आने वाले दिनों में इस मामले में और बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
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ADAnup Das
Nov 21, 2025 15:01:07
Krishnanagar, West Bengal:12 নং জাতীয় সড়কে নাকাসিপাড়া এলাকায় টোল প্লাজায় নতুন কোম্পানির হস্তান্তরে চাকরি যাওয়ার সম্ভাবনা ছিল ১১৭ জনের, আন্দোলনের পর নাকাশিপাড়া থানার 경찰ারের সহযোগিতায় পুনর্বহাল করা হলো পুরাতন 117 জন কর্মচারীকে, খুশি কর্মচারীরা, ঘটনাটি নাকাশীপাড়ার শলী বামনডাঙ্গা টোল প্লাজায় ঘটে। আগের যে কোম্পানি ছিল তাদের ছিলেন মহিলা সহ ১১৭ জন কর্মী। সেই কর্মীদের নতুন কোম্পানি ছাটাই করে অন্য নতুন কর্মীদের আনা হবে এই সংবাদ লোকমুখ থেকে জানতে পারেন কর্মীরা। এরপরেই কর্মীরা আন্দোলনের নামেন। সেই আন্দোলনের পর আজ নাকাশিপাড়া পুলিশ প্রশাসন সেখানে যান এবং টোল কর্মীদের সঙ্গে এবং টোলের আধিকারিকদের সঙ্গে কথা বলার পর সেই কর্মীদের চাকরি থেকে যায়, কাজ ফিরে পেয়ে তারা অত্যন্ত খুশি।
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APAVINASH PATEL
Nov 21, 2025 14:51:20
Sakti, :सक्ती जिले में अवैध रेत खनन और परिवहन के खिलाफ जारी अभियान के तहत खनिज विभाग ने डभरा क्षेत्र में बड़ी कार्रवाई की है। विभाग की संयुक्त टीम ने अवैध रूप से रेत ढोते हुए 7 ट्रैक्टरों को पकड़ा, जिन्हें मौके पर ही जप्त कर डभरा थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया। दस्तावेज़ों की जांच की गई, जिसमें अनियमितताएं पाई जाने पर कार्रवाई की गई। अब डभरा पुलिस द्वारा खनिज अधिनियम के तहत आगे की कानूनी प्रक्रिया शुरू की जाएगी। अवैध रेत परिवहन पर इस सख्त कदम के बाद क्षेत्र में खनन माफिया में हड़कंप मचा हुआ है। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि जिले में अवैध खनन और परिवहन पर पूरी तरह रोक लगाने के लिए आगे भी इसी तरह की कार्रवाई लगातार जारी रहेगी。
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SVShweta Verma
Nov 21, 2025 14:51:08
Noida, Uttar Pradesh:सोमनाथ धाम सोनभद्र। प्रकृति, आध्यात्म और ऐतिहासिक विरासत इन तीनों का अद्भुत संगम और उसी संगम पर विराजते हैं भगवान भोलेनाथ, सोमनाथ धाम में। जिला मुख्यालय राबर्ट्सगंज से लगभग 30 किलोमीटर दूर, पूरब और दक्षिण की दिशा में स्थित यह पवित्र धाम त्रिवेणी संगम के तट पर बसे होने के कारण सदियों से धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र रहा है। अतीत में यह स्थान बाबा शोभनाथ मंदिर नाम से जाना जाता था, लेकिन समय के साथ इसकी नई पहचान सोमनाथ मंदिर के रूप में उभरकर सामने आई है। त्रिवेणी के पवित्र संगम पर स्थित यह धाम न सिर्फ धार्मिक शक्ति का केंद्र है, बल्कि इसकी प्राकृतिक भव्यता हर आगंतुक को मंत्रमुग्ध कर देती है। संगम किनारे शांत वातावरण, पहाड़ी परिदृश्य और नदी की कलकल ध्वनि इस स्थान को सच्चे अर्थों में आध्यात्मिक ऊर्जा से भर देती है। यहां तक पहुंचना भी बेहद सुगम है। जिला मुख्यालय से सड़क मार्ग द्वारा आराम से पहुंचा जा सकता है। रेल मार्ग से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए चोपन रेलवे स्टेशन सबसे नजदीक पड़ता है, जहां से धाम की यात्रा बहुत आसान हो जाती है। चोपन को यहां का प्रमुख शहरी केंद्र माना जाता है। ठहरने–रुकने के लिए चोपन में सभी तरह की सुविधाएं उपलब्ध हैं साधारण कमरे, स्वच्छ भोजनालय, परिवारों के लिए सुरक्षित ठहराव से लेकर लग्जरी होटल तक सब कुछ यहां किफायती दरों पर आसानी से मिल जाता है। सोमनाथ धाम के इतिहास में झांकें तो पाते हैं कि यह स्थल प्रारंभिक काल से ही लोक आस्था का प्रतीक रहा है। पुरानी मान्यताओं के अनुसार, यहां के भोलेनाथ भक्तों की हर मुराद पूरी करते हैं। यही वजह है कि श्रावण मास, महाशिवरात्रि और सावन के सोमवार को यहां श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ पड़ती है। त्रिवेणी संगम का धार्मिक महत्व और इस पवित्र भूमि पर स्थित सोमनाथ मंदिर की दिव्यता आज भी उतनी ही प्रखर है, जितनी सदियों पहले थी। यह धाम न सिर्फ सोनभद्र का गौरव है, बल्कि पूर्वांचल की आध्यात्मिक धरोहर का महत्वपूर्ण अध्याय भी है। सोनभद्र के गोठानी गांव में स्थित बाबा सोमनाथ मंदिर सिर्फ आस्था का केंद्र नहीं यह इतिहास, परंपरा और रहस्यों का जीवंत धरोहर स्थल है। 15वीं शताब्दी में अगोरी के खरवार राजवंश द्वारा निर्मित यह मंदिर अपनी वास्तुकला, इसकी शिल्पकला और आध्यात्मिक ऊर्जा के लिए पूर्वांचल भर में प्रसिद्ध है। मंदिर परिसर में मौजूद कई मूर्तियां 12वीं शताब्दी तक की मानी जाती हैं जिनकी नक्काशी उस दौर की सांस्कृतिक समृद्धि की बेजोड़ मिसाल पेश करती है। यहीं पाए गए एक रहस्यमयी शिलालेख पर अंकित भाषा आज तक विशेषज्ञों के लिए पहेली बनी हुई है, जो इस धाम के ऐतिहासिक महत्व को और गहरा करती है। कहा जाता है कि यह स्थल वीर लोरिक की गाथाओं और अगोरी किले के प्राचीन इतिहास से भी सीधा संबंध रखता है। इसी कारण इस पवित्र धरती को गुप्तकाशी की उपाधि मिली जहां आस्था के साथ-साथ पुरातात्विक वैभव भी उतनी ही प्रखरता से जीवित है। मंदिर परिसर में कदम रखते ही इतिहास एकाएक जागृत होता महसूस होता है चारों ओर बिखरी हजारों प्राचीन मूर्तियाँ कुछ खंडित, कुछ आधी दबी हुई लेकिन हर एक अपने भीतर सदियों की सभ्यता समेटे हुए।जानकारी के अनुसार, मुगल काल में औरंगज़ेब के आदेश पर इस धाम की कई मूर्तियों को खंडित कर दिया गया। इन्हीं टूटे हुए अवशेषों में 12वीं सदी तक की कला और संस्कृति की दुर्लभ झलक मिलती है नक्काशी का ऐसा finesse, जो आज भी विशेषज्ञों को चकित कर दे। स्थानीय लोग बताते हैं कि इन मूर्तियों में कई ऐसी हैं जो बेशकीमती थीं कुछ देव प्रतिमाएं, कुछ शिल्पकला के असाधारण नमूने और कुछ तो ऐसी रहस्यमयी आकृतियाँ जिनकी शैली और समय-काल का अनुमान लगाना भी मुश्किल है। इन टूटी हुई प्रतिमाओं का हर टुकड़ा एक इतिहास को बयां करता है। सोनभद्र के इस ‘गुप्तकाशी’ में कभी किस स्तर की कला, संस्कृति और आध्यात्मिक परंपरा जीवित थी इसका सबसे मजबूत प्रमाण यही खंडित धरोहरें हैं।
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