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Pali306401

पाली में नाबालिग के साथ दुष्कर्म: आरोपी गुजरात से गिरफ्तार, पुलिस कर रही पूछताछ

SRSANDEEP RATHORE
Oct 31, 2025 08:19:09
Pali, Rajasthan
पाली जिले में मई 2025 को पाली शहर की सदर थाना क्षेत्र में 15 वर्षीय नाबालिग के साथ दुष्कर्म का मामला सदर थाने में दर्ज होता है जिसमें पीड़िता के पिता द्वारा आरोप लगाया जाता है कि उसकी नाबालिग पुत्री को बर क्षेत्र के बस स्टैंड से आरोपी जबरन उठाकर ले गया एवं उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया, रिपोर्ट के बाद पुलिस ने गंभीरता दिखाते हुए मामले की जांच की ओर नाबालिग को दस्तयाब किया लेकिन आरोपी फरार था फरार आरोपी की तलाश में पुलिस ने तकनीकी आधार पर उसका पता लगाते हुए उसे सूरत से गिरफ्तार किया है जो साड़ी की फैक्ट्री में काम करता था, पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए उसके दोस्त की मदद ली जिसके पास पुलिस कोरियर बॉय बनकर पहुंची कोरियर का पार्सल देने के लिए पुलिस ने उसके दोस्त को बुलाया तब जाकर उस दोस्त के जरिए आरोपी तक पहुंचा जा सका, अब पुलिस गुजरात के सूरत से आरोपी को गिरफ्तार कर पाली ला चुकी है जहा उसका मेडिकल करवाया गया है तो वही पुलिस पूरे मामले की आरोपी से पूछताछ कर रही है । सदर थाना ASI राजेंद्र सीरवी ने बताया कि आरोपी लगातार अपनी लोकेशन बदल रहा था जिसको लेकर एसपी आदर्श हिंदू के नेतृत्व में सीओ ग्रामीण रतनाराम देवासी एवं थानाप्रभारी कपूराराम की मॉनिटरिंग में पुलिस की टीम गठित की गई, जिसने लोकेशन ट्रेस कर आरोपी तक पहुंचने में सफलता हासिल की है वही आरोपी राजू सिंह निवासी बर को गिरफ्तार कर पूछताछ में जुटी है ।
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RSRAKESH SINGH
Oct 31, 2025 14:32:23
Chapra, Bihar:भाजपा बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के संयोजक हरियाणा की सांसद सुमित्रा दुग्गल आज सारण पहुंची. कहा बिहार में ग्रामीण इलाकों में 24 घंटे बिजली और गैस पाइप लाइन देख कर विश्वास नहीं हो रहा है. यह वही बिहार है जहाँ के अपराध और कुव्यवस्था की चर्चा देश भर में हो रही थी. आज सारण के अमनौर में श्रीमती दुग्गल ने कार्यकर्ताओं के साथ NDA के पक्ष में समर्थन जुटाने की अपील की. इस दौरान उन्होंने कहा कि ग्रामीण इलाकों में गैस पाइप दिखना सपने जैसा लग रहा है. पहले मैं बिहार के बारे में सुनती थी कि अपराधिक गतिविधियों और कुव्यवस्था के कारण व्यवसायी यहाँ से पलायन कर के हिमाचल, उत्तराखंड और अन्य प्रदेशों में अपना उद्योग धंधा चला रहे हैं. उन्होंने ग्रामीण इलाकों में गैस पाइप को देखकर उनके कार्यकलापों को जाना समझा.
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DPDharmendra Pathak
Oct 31, 2025 14:31:47
Chatra, Jharkhand:Anchored content removed. प्रतापपुर कस्तूरबा आवासीय विद्यालय एक बार फिर न केवल बच्चों के गायब होने के मामले में, बल्कि अपनी लाचार सुरक्षा व्यवस्था और जिला शिक्षा विभाग की संदिग्ध कार्यशैली के कारण सुर्खियों में है। बीते रात (गुरुवार रात 8 बजे) को आदिम जनजाति बैगा-बिरहोर समुदाय की दो नाबालिग लड़कियाँ विद्यालय के पीछे की बाउंड्री फांदकर गायब हो गईं। भले ही प्रतापपुर पुलिस ने आज सुबह बच्चियों को जंगल से सकुशल बरामद कर लिया हो, लेकिन इस घटना ने वार्डन से लेकर जिला प्रशासन तक को सवालों के घेरे में ला खड़ा किया है। *वी/ओ:* यह घटना पहली नहीं है, बल्कि कस्तूरबा आवासीय विद्यालय से सुरक्षा व्यवस्था को धता बताकर रात 8 बजे बच्चियों का फरार हो जाना गंभीर चूक को दर्शाता है। प्रतापपुर थाना प्रभारी आलोक रंजन चौधरी ने बताया कि बीते रात करीब 8 बजे उन्हें चतरा पुलिस अधीक्षक सुमित अग्रवाल के माध्यम से सूचना मिली थी। उनके निर्देश पर एक छापेमारी दल का गठन किया गया, जिसने पूरी रात तलाशी की। थाना प्रभारी ने पुष्टि की कि आज सुबह करीब 8 बजे उन्हें जानकारी मिली कि दोनों बच्चियाँ अपने गांव भुतहा के आसपास के जंगलों में दिखाई दी हैं। पुलिस गश्ती टीम ने तत्काल दोनों बच्चों को भुतहा जंगल से सकुशल बरामद किया और उन्हें परिजनों के साथ कस्तूरबा आवासीय विद्यालय की वार्डन को सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने उस जगह को भी चिन्हित किया, जो स्कूल के पीछे की नीची बाउंड्री है, जहाँ से बच्चियाँ गायब हुईं थीं। घटना के बाद, स्कूल की वार्डन सरिता कुमारी और बच्चियों के परिजनों के बयानों में 10 महीने का चौंकाने वाला विरोधाभास सामने आया है, जो वार्डन की लापरवाही को बेनकाब करता है। *वी/ओ:* वार्डन सरिता कुमारी का दावा: उन्होंने अपनी लापरवाही स्वीकारते हुए कहा कि बच्चियों का नामांकन कल ही हुआ है और उन्हें पढ़ाई में मन नहीं लग रहा था, इसीलिए वे भाग गईं। उन्होंने बाउंड्री छोटी होने को भी भागने का कारण बताया, और यह भी स्वीकारा कि अगर अनहोनी होती, तो जिम्मेदारी उनकी होती। परिजन कैली बैगिन का दावा: इसके विपरीत, बच्चियों की परिजन कैली बैगिन ने बताया कि उनकी बच्चियाँ जनवरी महीने से यानी लगभग 10 महीने से कस्तूरबा आवासीय विद्यालय में पढ़ाई कर रही थीं। यह विरोधाभास साफ संकेत देता है कि वार्डन सरिता कुमारी 'कल ही नामांकन' का दावा करके अपनी पिछली लापरवाही और जवाबदेही से बचने की कोशिश कर रही हैं। इस पूरे मामले में सबसे बड़ा विफलता का बिंदु वार्डन का अगला कदम था। कैली बैगिन ने रोते हुए बताया कि वार्डन सरिता कुमारी ने साफ इनकार करते हुए कहा:कि"आप अपने बच्चों को इस स्कूल से ले जाइए। मैं उनकी पढ़ाई यहां नहीं करा सकती, क्योंकि यह लोग भाग जाती हैं और मैं इसकी जिम्मेदारी नहीं लूंगी।" *वी/ओ:*  इस गंभीर मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश कुमार मिश्रा ने कहा कि बच्चियाँ बोलीं कि उनके गांव की और लड़कियाँ यहाँ आएंगी तो वे भी आ जाएंगी। DEO की यह टिप्पणी तब आई, जब परिजन यह कह रहे थे कि वार्डन ने उन्हें बच्चों को वापस ले जाने को कहा। यह घटनाक्रम पिछली बार हुई लापरवाही की याद दिलाता है, जहाँ एक वर्ष पूर्व भी दो बच्चियाँ रात में गायब हुई थीं और उस समय भी कोई कठोर कार्रवाई नहीं की गई थी। सवाल.. *वी/ओ:* सवाल यह है कि गेट के गार्ड से लेकर स्कूल प्रबंधन तक कहाँ थे, जो बच्चियाँ आँख में धूल झोंककर गायब हो गई? अगर बच्चों के साथ कोई अनहोनी या अप्रिय घटना घटित होती, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेता? जिला प्रशासन और शिक्षा विभाग की यह 'लिपापोती' यह दर्शाती है कि सुरक्षा के गंभीर मुद्दे पर भी कोई कठोर निर्णय नहीं लिया जा रहा है। *बाइट 01: स्कूल वार्डन सरिता कुमारी।* *बाइट 02 और 3 : लापता बच्चियों की मां, कैली बैगिन व पिता  गोलू बैगा।* *बाइट 04 : जिला शिक्षा पदाधिकारी, दिनेश कुमार मिश्रा।* *बाइट 05:आलोक रंजन चौधरी, प्रतापपुर थाना प्रभारी।*
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ACAshish Chaturvedi
Oct 31, 2025 14:31:26
Karauli, Rajasthan:स्मैक तस्करी मामले में न्यायालय विशिष्ट न्यायाधीश माधवी दिनकर ने शुक्रवार को वर्ष 2021 के स्मैक तस्करी मामले में निर्णय सुनाते हुए आरोपी प्रदीप पुत्र हल्के निवासी राजौर, थाना कैलादेवी को दोषी करार दिया। न्यायालय ने आरोपी को 5 वर्ष के कठोर कारावास और 50,000 रुपये के अर्थदंड से दंडित किया है। अर्थदंड जमा नहीं करने पर अतिरिक्त सजा भी निर्धारित की गई है। यह मामला करौली जिले का है। 17 फरवरी 2021 का मामला है, जब थाना सदर करौली के थानाधिकारी अमित कुमार ने गश्त के दौरान ग्राम करसाई स्थित नसीर बाबा मंदिर के पास से आरोपी प्रदीप को गिरफ्तार किया था। उसकी तलाशी लेने पर 6 ग्राम स्मैक बरामद की गई थी। अभियोजन पक्ष ने न्यायालय में इस प्रकरण में 11 गवाहों के बयान और 34 दस्तावेजी साक्ष्य प्रस्तुत किए। सभी साक्ष्यों और बयानों का परीक्षण करने के बाद न्यायालय ने आरोपी को दोषी माना और सजा सुनाई।
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ASArvind Singh
Oct 31, 2025 14:31:12
Sawai Madhopur, Rajasthan:슬ग-कचरे का ढेर बना मुसीबत-अरविंद सिंह-सवाई माधोपुर 31 अक्टूबर 2025 एंकर-केंद्र और राज्य सरकार द्वारा स्वच्छ भारत अभियान को लेकर भेलेही विभिन्न योजनाओं के माध्यम से करोड़ो खर्च किये जा रहे हो , मगर सवाई माधोपुर में स्वच्छ भारत अभियान नगर परिषद की लापरवाही के चलते महज दिखावा साबित हो रहा है । सवाई माधोपुर नगर परिषद की अनदेखी आमजन को इस कदर भारी पड़ रही है कि लोगो का भैरु दरवाजा से निकलना भी दुश्वार हो गया है । नगर परिषद की अनदेखी के कारण जहाँ शहर के गली मोहल्लों में जगह जगह कचरे के ढेर लगे हुवे है ,वही नगर परिषद द्वारा शहर भर से एकत्रित किया गया कचरा भैरू दरवाजा के नजदीक डाला जा रहा है । जिसके चलते भैरू दरवाजा के नजदीक लटिया नाले में कचरे का ढेर कचरे के पहाड़ में तब्दील होता जा रहा है । पुराने शहर को बजरिया से जोड़ने वाले आलनपुर लिंक रोड पर भैरू दरवाजा के पास लटिया नाले पर डाला जा रहा कचरा आमजन के लिए परेशानी का सबब बना हुवा है । नगर परिषद के पास जिला मुख्यालय पर आज तक कोई स्थायी डपिंग यार्ड नही है ,जिसके चलते नगर परिषद द्वारा कभी कहा तो कभी कहा कचरा डाल दिया जाता है ,वर्तमान में नगर परिषद द्वारा भैरू दरवाजा के नजदीक अस्थायी डंपिंग यार्ड बना दिया गया ,जहाँ शहर से एकत्रित किया जा रहा कचरा डाला जा रहा है ,जिससे ना सिर्फ लटिया नाले का बहाव क्षेत्र प्रभावित हो रहा है बल्कि मुख्य सड़क से गुजरने वाले लोगो सहीत आस पास में रहने वाले लोगो का दुर्गंध की वजह से हाल बे हाल है , इतना ही नही अस्थायी डपिंग यार्ड के पास एक पैट्रोल पम्प भी संचालित है , कचरे के ढेर से उठने वाली बदबू ओर गंदगी से पेट्रोल पम्प वाले भी खासा परेशान है ,वही असामाजिक तत्वों द्वारा कई बार कचरे के ढेर में आग लगा दी जाती है ,जिससे पेट्रोल पम्प पर आगजनी होने का खतरा भी बना रहता है । पेट्रोल पंप संचालक का कहना है कि कचरे के ढेर को लेकर कई बार शिकायत की गई लेकिन आज तक किसी भी अधिकारी द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई ,ऐसे में यहाँ कचरे का ढेर पहाड़ की तरह बढ़ता ही जा रहा और लोगो का रहना मुश्किल हो रहा है ,वही बार बार आगजीनि होने से पेट्रोल पंप पर हमेशा खतरा बना रहता है । कचरे के ढेर को लेकर नगर परिषद आयुक्त का कहना है कि उन्होंने नगर परिषद अधिकारियों को दूसरी जगह देखने के लिए कहा है ,जल्द ही किसी दूसरी जगह डंपिंग यार्ड बनाया जाएगा और भैरू दरवाजे के नजदीक लगे कचरे के ढेर को हटाया जायेगा ।
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ACAshish Chauhan
Oct 31, 2025 14:30:48
Jaipur, Rajasthan:राजस्थान में पंचायत और निकाय चुनाव से पहले ओबीसी आयोग के सर्वे पर निगाहे सबकी टिकी है. क्योंकि इस सर्वे के बाद ही राजस्थान में निकाय और पंचायत चुनाव हो पाएंगे. इन सबके बीच ओबीसी आयोग ने 21 जिलों में ट्रेनिंग का काम शुरू कर दिया है. राज्य अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग द्वारा भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, बूंदी, चित्तौड़गढ़, चूरू, दौसा, डीडवाना-कुचामन, जालोर, झालावाड़, जोधपुर, करौली, कोटपूतली-बहरोड़, नागौर, फलोदी, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सलूम्बर, सीकर, टोंक, उदयपुर के लिए एक ऑनलाइन ट्रेनिंग दी गई. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में संबंधित जिलों के अतिरिक्त जिला कलेक्टर, जिला स्तरीय, उपखण्ड स्तरीय नोडल अधिकारी,सहायक नोडल अधिकारी, संदर्भ व्यक्ति (मास्टर ट्रेनर्स),अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने सहभागिता की, जिसमें सभी सहभागियों को राजधारा सर्वे मोबाइल ऐप के द्वारा सर्वे कार्य के सम्बन्ध में तकनीकी जानकारी प्रदान की गई. आयोग के सचिव अशोक कुमार जैन के अनुसार इस प्रशिक्षण का उद्देश्य सर्वे कार्य की रूपरेखा, प्रक्रिया और आयोग द्वारा निर्धारित दिशानिर्देशों की जानकारी प्रदान करना रहा. इस प्रशिक्षण में प्रशिक्षित अधिकारी,कर्मचारी अब अपने-अपने जिलों में सर्वे कार्य के लिए नियुक्त प्रगणकों को प्रशिक्षण प्रदान करेंगे, जिससे राजधahara सर्वे मोबाइल ऐप के माध्यम से सर्वे कार्य को सुव्यवस्थित और प्रभावी ढंग से संपादित किया जा सके.
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BSBHUPENDAR SINGH SOLANKI
Oct 31, 2025 14:30:33
Tonk, Rajasthan:मालपुरा (टोंक) टोंक के मालपुरा के लावा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर एसीबी की ओर से कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में एसीबी के DIG अजमेर रेंज महावीर सिंह राणावत व एसीबी टोंक के ASP झाबर मल यादव ने ग्रामीणों को रिश्वत लेने के मामलों की शिकायत करने, 1064 हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एसीबी की कार्रवाई करने का कोई सीमित दायरा नहीं है। जिला स्तर पर भी कोर्ट खुल गया है। एसीबी रंगे हाथ ट्रेप करने, पद का दुरूपयोग करने, आय से अधिक संपत्ति के मामले, अधिकारियों द्वारा आकस्मिक चैकिंग के नाम पर रिश्वत लेने जैसी शिकायतों पर कार्रवाई करती है। इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे。
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IKIsateyak Khan
Oct 31, 2025 14:25:23
Danapur, Bihar:लालू यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव ने राजद विधायक भाई वीरेंद्र को कहा बैल जनता से नाथने की कही बात भारी बरसात के बावजूद मनेर विधानसभा क्षेत्र के सिमरी गांव पहुंचे लालू प्रसाद यादव के बड़े पुत्र एवं जनशक्ति जनता दल के सुप्रीमो तेज प्रताप यादव. तेज प्रताप यादव के सभा स्थल पर पहुंचे वहां उपस्थित कार्यकर्ताओं ने उनका जमकर स्वागत किया स्वागत से गदगद दिखे तेज प्रताप यादव ने सभा को संबोधित करने के दौरान मनेर के राजद विधायक भाई वीरेंद्र को बैल कहकर संबोधित किया साथ ही वहां उपस्थित लोगों से उसे नाथने की अपील भी की और अपने प्रत्याशी को भारी मतों से विजई बनाने की अपील की
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RKRampravesh Kumar
Oct 31, 2025 14:24:51
Noida, Uttar Pradesh:आप सभी को पता है वर्ष 2005 से पहले बिहार में बिजली की क्या हालत थी? पूरा प्रदेश अंधेरे में डूबा रहता था। राज्य के गांवों की बात तो दूर, राजधानी पटना में मुश्किल से लोगों को 7 से 8 घंटे ही बिजली मिल पाती थी। कभी-कभी रात में बिजली आने पर सोये हुये लोग जल्दी से उठकर पानी का मोटर चलाने के लिये दौड़ पड़ते थे क्योंकि लोगों को यह भरोसा नहीं रहता था कि बिजली फिर कितने घंटे बाद आयेगी। बिजली के खंभों पर जो तार थे, वह भी बेहद जर्जर अवस्था में थे। ट्रांसफार्मर जले रहते थे। राज्य के ग्रामीण इलाकों में नहीं के बराबर बिजली की आपूर्ति होती थी। ऐसे में खंभों पर बिजली की तारों को लोग कपड़े सुखाने के उपयोग में लाते थे। थोड़ी-बहुत बिजली की आपूर्ति होती भी थी, तो इतना कम वोल्टेज होता था कि बल्ब भी ठीक से नहीं जल पाते थे। वर्ष 2005 से पहले राज्य में बिजली की अधिकतम आपूर्ति 700 मेगावाट तक होती थी, जबकि राज्य में बिजली का उत्पादन नगण्य था। किसानों के लिए बिजली की कोई व्यवस्था नहीं थी। कृषि कार्य के लिए कोई डेडिकेटेड फीडर नहीं थे। बिजली के अभाव में उद्योग-धंधे दम तोड़ चुके थे एवं राज्य का आर्थिक विकास पूरी तरह थम गया था। बिजली आपूर्ति की बात तो दूर, राज्य के हजारों गांवों तक तो बिजली पहुंची ही नहीं थी। किसानों के खेत सूखे पड़े रहते थे, कारखाने बंद थे, और युवाओं के सपने अंधरे में खो जाते थे। वो दौर केवल बिजली की कमी का नहीं था, वो दौर था बदइंतज़ामी का, लापरवाही का और ऐसी सरकार का, जिसने न कभी योजना बनाई, न नीयत दिखाई। आपको जानकर आश्चर्य होगा कि वर्ष 2005 में राज्य में प्रति व्यक्ति बिजली की खपत मात्र 75 यूनिट थी तथा उपभोक्ताओं की संख्या मात्र 17 लाख 31 हजार थी। ऐसे में बिजली से सरकार को राजस्व भी बहुत कम मिल पाता था। राज्य में सौर ऊर्जा की भी व्यवस्था नहीं थी तथा राज्यवासी पूरी तरह से लालटेन युग में जीने को मजबूर थे। राज्य में बिजली की स्थिति बदतर थी, ऊपर से तत्कालीन सरकार की प्रशासनिक अक्षमता के कारण बिजली की चोरी आम बात थी। 24 नवंबर 2005 को राज्य में जब हमलोगों की सरकार बनी तो बिजली व्यवस्था में सुधार के संकल्प के साथ अनेक कार्य किए गए। विद्युत आपूर्ति, बिजली का उत्पादन तथा पावर ट्रांसमिशन प्रणाली आदि को प्राथमिकता के आधार पर ठीक किया गया। ग्रामीण विद्युतीकरण की दिशा में कई कदम उठाये गये। हमारी सरकार बिजली-व्यवस्था में सुधार के लिए लगातार प्रयासरत रही। 15 अगस्त 2012 को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर पटना के गांधी मैदान में मैंने कहा था कि ‘हम बिजली की स्थिति सुधारेंगे। अगर बिजली की स्थिति में हम सुधार नहीं लायेंगे तो 2015 के चुनाव में मैं वोट मांगने लोगों के बीच नहीं आऊंगा’। इसके लिए 31 अक्टूबर 2012 को तत्कालीन बिहार राज्य विद्युत बोर्ड को समाप्त कर 5 विद्युत कंपनियां बनायीं गयीं तथा बिजली के क्षेत्र में संरचनात्मक सुधार किये गये। हमारी सरकार ने वर्ष 2015 में ‘हर घर बिजली‘ निश्चय की शुरुआत की, जिसके तहत निर्धारित समय के दो माह पूर्व ही अक्टूबर 2018 में सभी इच्छुक घरों को विद्युत कनेक्शन दे दिया गया। इस काम को पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर आधारभूत संरचनाओं का निर्माण किया गया। बड़ी संख्या में नये ग्रिड उपकेंद्र तथा नये विद्युत शक्ति उपकेंद्रों की स्थापना की गयी। साथ ही नये ट्रांसफार्मर एवं तार लगाये गये। किसानों के खेत तक सस्ती बिजली पहुंचाने के लिए डेडीकेटेड कृषि फीडर का निर्माण कराया गया है। किसानों को अनुदानित दर पर मात्र 55 पैसे प्रति यूनिट की दर से सस्ती बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित की गयी है तथा कृषि के लिए निःशुल्क विद्युत कनेक्शन दिये गये हैं। इसके लिए हमारी सरकार ने वर्ष 2024-25 में 4 हजार 395 करोड़ रूपये का अनुदान दिया है। राज्य के सरकारी एवं निजी भवनों पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने की व्यवस्था की गयी है तथा राज्य भर में सोलर पावर प्लांट लगाये जा रहे हैं। आज शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में 24 घंटे निर्बाध बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकी है। अब राज्य में बिजली की अधिकतम आपूर्ति 700 मेगावाट से बढ़कर 8 हजार मेगावाट से भी ज्यादा हो गयी है तथा बिजली उत्पादन क्षमता 540 मेगावाट से बढ़कर 8 हजार 850 मेगावाट से भी अधिक हो गयी है। प्रति व्यक्ति ऊर्जा की खपत 5 गुणा से भी ज्यादा बढ़कर 363 यूनिट हो गयी है तथा विद्युत उपभोक्ताओं की संख्या 12 गुणा से भी ज्यादा बढ़कर करीब सवा दो करोड़ हो गयी है। राज्य में फिलहाल ग्रिड उपकेंद्रों की संख्या चार गुणा बढ़कर 172 हो गयी है, जबकि विद्युत शक्ति उपकेंद्रों की संख्या तीन गुणा बढ़कर 1 हजार 260 हो गयी है। बिजली वितरण ट्रांसफार्मर की संख्या 10 गुणा बढ़कर 3 लाख 50 हजार हो गया। विद्युत संचरण लाइन की कुल लंबाई 3 गुणा बढ़कर 20 हजार किलोमीटर से भी अधिक हो गयी है, जबकि 33 केवी वितरण लाइन की लंबाई 3 गुणा बढ़कर 19 हजार किलोमीटर हो गयी है। राज्य के नागरिकों पर बिजली बिल का भार कम पड़े इसके लिए हमलोग शुरू से ही उपभोक्ताओं को अनुदानित दर पर बिजली उपलब्ध करा रहे हैं। इसके लिये वर्ष 2024-25 में बिजली उपभोक्ताओं को राज्य सरकार द्वारा 15 हजार 343 करोड़ रुपये का विद्युत अनुदान दिया गया है। इस अनुदान के अतिरिक्त अब तो हमारी सरकार राज्य के सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक मुफ्त बिजली दे रही है, जिसका फायदा हर बिहारवासी को मिल रहा है। हमलोगों ने यह भी तय किया है कि अगले तीन वर्षों में सभी घरेलू उपभोक्ताओं से सहमति लेकर उनके घर की छतों पर अथवा नजदीकी सार्वजनिक स्थल पर सौर ऊर्जा संयंत्र लगाकर लाभ दिया जाएगा। हमारी सरकार ने बिजली के क्षेत्र में बिहार को आत्मनिर्भर बनाकर ‘ऊर्जस्वित बिहार‘ के संकल्प को पूरा किया है। इसे याद रखियेगा। आगे भी हमलोग ऐसे ही काम करते रहेंगे। हमलोग जो कहते हैं, उसे पूरा करते हैं। राज्य के चहुंमुखी विकास के लिए हम निरंतर कार्य करते रहेंगे। अब बिहार का भविष्य रोशनी से भरा है। हमलोगों ने बिजली के क्षेत्र में इतना काम कर दिया है कि अब लालटेन युग कभी नहीं लौटेगा。
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ABAnnu Babu Chaurasia
Oct 31, 2025 14:24:33
Etawah, Uttar Pradesh:इटावा में ऑपरेशन क्लीन 2 के अंतर्गत दो थानों के वाहनों की नीलामी की गई जिसमें बोली लगाने वाले लोगों की भीड़ रही है बाइक ऑटो कार डीसीएम समेत अन्य वाहन शामिल थे। इटावा जनपद के थाना सिविल में पुलिस महानिदेशक के द्वारा एक अभियान चलाया गया है जिसका नाम ऑपरेशन क्लीन - 2 नाम दिया गया है जिसके तहत शहर कोतवाली थाना, सिविल लाइन थाने के वाहनों की नीलामी की गई इस नीलामी में बोली लगाने वालो की भीड़ उमड़ी नजर आई है। इस दौरान 105 वाहनों की नीलामी की गई है जिसकी बोली 11 लाख से अधिक रही है। वहीं इस बोली में सीओ सिटी अभयनारण्य के नेतृत्व में की गई है इस दौरान सीओ सिटी ने बताया कि यह एक अभियान चलाया गया है जिसके तहत आज दो थानों के वाहनों की नीलामी की गई है जिसमें आज 105 वाहनों की नीलामी की गई है जिसमें 11 लाख 91 हजार रुपए की बोली लगाई गई है इन वाहनों में ट्रक डीसीएम कार बाइक ऑटो समेत अन्य वाहन शामिल है आने वाले दिनों में भी अन्य थाने के वाहनों की नीलामी की जाएगी।
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ASAJEET SINGH
Oct 31, 2025 14:23:56
Jaunpur, Uttar Pradesh:जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने किया जिला कारागार का औचक निरीक्षण, बंदियों से की बातचीत जौनपुर, जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने आज जिला कारागार का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बैरकों की सघन तलाशी ली गई, जिसमें कोई भी आपत्तिजनक वस्तु बरामद नहीं हुई। निरीक्षण के पश्चात जिलाधिकारी ने बंदियों से संवाद करते हुए जेल प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं जैसे भोजन, नाश्ता, चिकित्सा व्यवस्था एवं अन्य आवश्यक सेवाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कारागार परिसर में स्वच्छता बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया जाए और बंदियों के स्वास्थ्य की नियमित जांच सुनिश्चित की जाए। इस अवसर पर क्षेत्राधिकारी, जेल अधीक्षक सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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