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जयपुर में गैस माफिया का अवैध रिफिलिंग नेटवर्क: चालू प्लांट से घर-घर तक खतरा

DGDeepak Goyal
Nov 20, 2025 12:48:25
Jaipur, Rajasthan
एयरपोर्ट की बाउंड्री से लेकर प्रताप नगर के नालों तक, झोटवाड़ा की गलीयों से लेकर मानसरोवर की बस्तियों तक… राजधानी में गैस माफिया का अवैध रिफिलिंग नेटवर्क इतना फैल चुका है कि अब यह ‘चलता-फिरता बम फैक्ट्री’ बन चुका है। सबसे खतरनाक बात सिस्टम के पास आज भी यह पता लगाने का कोई मैकेनिकल तरीका ही नहीं है कि किस सिलेंडर को किस एजेंसी ने भेजा। यानि अवैध रिफिलिंग करो, धड़ल्ले से बेचो…और पकड़े जाओ तो “हमारा नहीं, किसी का भी हो सकता है” कहकर हाथ झाड़ लो। शहर में घरेलू गैस सिलेंडरों से कॉमर्शियल सिलेंडर बनाने का अवैध रिफिलिंग रैकेट अब किसी गली-कूचे का खेल नहीं, बल्कि एक फुल-फ्लेज्ड माफिया नेटवर्क बन चुका है। जिसमें गैस एजेंसियों, डिलीवरी स्टाफ और रिफिलिंग गिरोह की खुली मिलीभगत बेधड़क चल रही है। एयरपोर्ट रोड से लेकर मानसरोवर और झोटवाड़ा तक, मानो शहर गैस माफियाओं के लिए ‘सेफ ज़ोन कॉरिडोर’ बन चुका है। सबसे बड़ा फर्क यही इस सिस्टम में ट्रैकिंग नाम की कोई चीज मौजूद ही नहीं है। तेल कंपनियों के प्लांट से निकलने वाला सिलेंडर आखिर किस एजेंसी तक गया, कौन उसे उठाता है और वह कौन से घर तक पहुंचता है। इसका कोई मैकेनाइज्ड रिकॉर्ड नहीं है। गैस एजेंसी के संचालक इस ‘ब्लाइंड ज़ोन’ का फायदा उठाकर ग्रामीण इलाकों से घरेलू सिलेंडर उठवा कर शहर के अंदर रिफिलिंग नेटवर्क के हवाले कर देते हैं। OTP सिस्टम का पूरी तरह से लागू नही होना बस यही छेद इस धंधे का सबसे बड़ा हथियार है। बाइट-राकेश रस्तौगी, जिलाध्यक्ष, LPG वितरक यूं समझे खेल। -जयपुर में अवैध गैस रिफिलिंग का बड़ा खेल। -घरेलू सिलेंडरों से कॉमर्शियल सिलेंडर में रिफलिंग। -जयपुर में घरेलू LPG सिलेंडरों को अवैध तरीके से कॉमर्शियल सिलेंडरों में बदलने का नेटवर्क। -ज्यादा मुनाफा और टार्गेट पूरा करने के लिए गैस एजेंसियों-कर्मचारियों की मिलीभगत -जब्त सिलेंडरों में आमतौर पर घरेलू LPG सिलेंडर ही पाए गए -ये सिलेंडर ग्रामीण एजेंसियों से उठते हैं -इन्हें शहर लाकर कॉमर्शियल सिलेंडरों में रिफिल किया जाता है -फिर इन्हें बाजार में ऊंचे दामों पर बेचा जाता है यूं समझिए मुनाफे का गणित। -14.2 किलो घरेलू सिलेंडर में गैस 60 रुपये किलो पड़ती है。 -19 किलो कॉमर्शियल सिलेंडर में 85 रुपये किलो गैस पड़ती है。 -25 रुपये किलो का घरेलू और कमर्शियल सिलेंडर में आता फर्क。 -4 घरेलू सिलेंडर से रिफलिंग करके 3 कॉमर्शियल सिलेंडर भरे जाते हैं。 -4 घरेलू सिलेंडरों की लागत- 3400 रुपये आती है。 -उनसे तैयार 3 कॉमर्शियल सिलेंडर की कीमत 4800 रुपये。 -यानी तीन कॉमर्शियल सिलेंडर बेचने पर होता 1400 रुपये का मुनाफा। क्यों हो रही है अवैध रिफिलिंग? तेल कंपनियों में OTP सिस्टम पूरी तरह से लागू नही。 इसी का फायदा गैस एजेंसी संचालक-हॉकर्स उठाते। उज्जवला कनेक्शनों धारकों को हर साल 12 सब्सिडी वाले सिलेंडर मिलते। अधिकतर उपभोक्ता साल में 3 से 4 रिफेलिंग करवाते। और शेष बचे सिलेंडर का हॉकर्स OTP लेकर बाजार में बेच देते। ऐसे में उपभोक्ता को सब्सिडी मिलती रहती है। और सिलेंडर शहर में रिफिलिंग माफिया तक पहुंचता रहता है। बड़ी सिस्टम खामी-कोई ट्रैकिंग सिस्टम नहीं -सिलेंडर पर कोई चिप, QR या ट्रेसिंग सिस्टम नहीं。 -यह नहीं पता चलता कि कौन सा सिलेंडर किस एजेंसी को गया। तेल कंपनियों की R&D ने अब तक कोई तकनीक नहीं बनाई。 इसी ब्लाइंड ज़ोन का फायदा उठा रहा है गैस माफिया। शहर जिला रसद विभाग की टीमों ने दो अलग अलग दिन इन गैस माफियाओं पर कार्रवाई शुरू की। उसने यह साफ कर दिया कि मामला बेहद गहरा है और गैस एजेंसियों की भूमिका संदिग्ध। प्रताप नगर सेक्टर 16–17 नाले की पुलिया पर 107 सिलेंडर, रिफिलिंग मशीनें, इलेक्ट्रॉनिक कांटा, पेटीएम मशीन और एक आरोपी पकड़ा गया। श्रीनांगल, सांगानेर 77 सिलेंडर, पिकअप और डिजिटल रिकॉर्ड तक मिले। गंगानिवाड़ी मैरिज गार्डन, एयरपोर्ट की दीवार के पास सबसे खतरनाक खुलासा यही हुआ। एयरपोर्ट जैसी हाई-सिक्योरिटी ज़ोन के पास 296 सिलेंडर, 4 पिकअप, इलेक्ट्रॉनिक कांटे और मशीनें बरामद हुईं। इससे पहले मानसरोवर इलाके में 235 सिलेंडर जब्त किए। ब्रो-प्रियव्रत सिंह चारण, DSO, प्रथम। बहरहाल, एयरपोर्ट से झोटवाड़ा तक फैल चुका है ‘गैस माफिया का रूट’। हर बड़ी कार्रवाई का लोकेशन एक ही कहानी कहता है। एयरपोर्ट की बाउंड्री के पास चालू प्लांट, प्रताप नगर के नालों पर सिलेंडर भरने की फैक्ट्री, सांगानेर-जगतपुरा का अवैध हब, मानसरोवर और झोटवाड़ा में चल रहे गोदाम यानि राजधानी का कोई इलाका अब सुरक्षित नहीं। सिर्फ मुनाफा नहीं शहर में किसी भी दिन हो सकता है बड़ा ब्लास्ट।
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DDDeepak Dwivedi
Nov 20, 2025 14:16:10
Gwalior, Bhopal, Madhya Pradesh:मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में आपराधिक तत्वों पर पुलिस ने रोक लगाने के लिए सख़्त रवैया अपना लिया है भोपाल में जिसमें भी बदमाशी की तो सीधे उसका जुलूस निकाला जाएगा.. और उसे समाज के सामने अपने अपराध की माफी मांगनी होगी.. ऐसे ही भोपाल में गुरुवार को तीन थाना क्षेत्र में बदमाशों का जुलूस निकाला गया गांधीनगर थाना पुलिस ने निकाला जुलूस मिसरोद पुलिस ने निकाला जुलूस कटरा थाना पुलिस ने निकाला जुलूस भोपाल में अपराधियों के लगातार आतंक के CCTV वीडियो सामने आए थे जहां पर मिसरोद क्षेत्र में एक कैफे में बदमाशों ने घुसकर जमकर तोड़फोड़ की तो पुलिस ने जांच की तो मामला आपसी रंजिश का निकला जिसमें दो थाने में एफआईआर दर्ज की गई कटारा और मिसरोद में जहां दोनों ही पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनका जुलूस निकाला मिसरोद में 5 बदमाश और कटारा में चार बदमाशों का जुलूस निकाला गया। इधर गांधीनगर क्षेत्र में भी बदमाशों ने जमकर उत्पात मचाया था जिसमें 6 बदमाशों का पुलिस ने जुलूस निकाला और पूरे मामले में कठोर कार्रवाई की गई उठक बैठक लगवा कर कार्रवाई की गई.. पुलिस कमिश्नर हरिनारायण चारी मिश्र का कहना है जो भी बदमाश इस तरीके से जनता को परेशान करेंगे तो हम उन पर सख्त कार्रवाई करेंगे और यह कठोर कार्रवाई की नजीर पेश की जा रही है इसीलिए शहर का माहौल बिगड़ने का प्रयास न करें बाइट...हरिनारायणचारी मिश्र,पुलिस कमिश्नर
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SKShivam Kumar1
Nov 20, 2025 14:15:18
Noida, Uttar Pradesh:
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SKShivam Kumar1
Nov 20, 2025 14:15:11
Noida, Uttar Pradesh:
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Nov 20, 2025 14:10:27
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JCJitendra Chaudhary
Nov 20, 2025 14:03:47
Begusarai, Bihar:बेगूसराय के पुलिस और अपराधियों के बीच जमकर मुठभेड़ हुई है। इस मुठभेड़ में एक अपराधी को पैर में गोली लग गई जिससे अपराधी गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसकी पहचान मोकामा थाना क्षेत्र के बरहपुर गांव निवासी नीरज कुमार के तौर पर हुई है। साथ ही साथ पुलिस ने मौके पर से तीन अपराधियों को गिरफ्तार भी किया है। जिसके पास से 2 राइफल, एक कट्टा, पिस्टल, 15 कारतूस, 7 खोखा बरामद हुआ है। इधर, एनकाउंटर की सूचना मिलते ही एसपी मनीष के नेतृत्व में बेगूसराय की पुलिस और एसटीएफ इलाके में लगातार कार्रवाई किया। इस दौरान एसपी मनीष कुमार ने बताया है कि पुलिस को दियारा इलाके में सूचना मिली थी कि बरहपुर गांव का रहने वाला कुख्यात अपराधी नीरज कुमार गंगा नदी के मेकरा दियारा में साथियों के साथ है। किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। इनपुट के आधार पर एसटीएफ की टीम तेघड़ा थाना क्षेत्र और मोकामा-बाढ़ थाना क्षेत्र के दियारा इलाके में पहुंची। पुलिस के आने की भनक लगते ही बदमाशों ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाब में एसटीएफ की टीम ने भी फायरिंग की। इस दौरान एक गोली नीरज के बाएं पैर में लगी। गोली लगने के बाद भी उसने भागने का प्रयास किया, लेकिन STF ने पकड़ लिया। इस दौरान बैकअप दे रही तेघड़ा थाने की पुलिस ने तीन अपरधियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया। एसपी मनीष ने बताया कि आज अहले सुबह एसटीएफ और स्थानीय पुलिस टीम ने दियारा इलाके में जॉइंट ऑपरेशन चलाया। ज्वाइंट ऑपरेशन के दौरान जब पुलिस पकड़ने जा रही थी तो अपराधियों ने पुलिस पर गोली चला दी। आत्मरक्षा के लिए पुलिस ने गोली चलाई। दोनों ओर से 10-12 राउंड गोली चली। जिसमें नीरज सिंह के पैर में एक गोली लग गई, उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मौके पर से एक देसी राइफल, एक रेगुलर राइफल, एक पिस्टल, एक कट्टा, 15 गोली, एक मिस फायर गोली, 7 खोखा और 9 मोबाइल बरामद किए गए हैं। पकड़े गए चारों अपराधियों का आपराधिक इतिहास है। पकड़े गए अपराधियों में से तीन पटना जिला के मोकामा थाना क्षेत्र स्थित बरहपुर गांव के रहने वाले हैं। जबकि एक तेघड़ा थाना क्षेत्र के मधुरापुर गांव का रहने वाला है। बरहपुर के रहने वाले नीरज सिंह, विकास सिंह, विष्णु कुमार व मधुरापुर के रहने वाले कन्हैया कुमार को पकड़ा गया है। सभी को बेगूसराय और पटना जिला के सीमावर्ती क्षेत्र में तेघड़ा थाना क्षेत्र के दियारा इलाके से पकड़ा गया है। एसटीएफ और स्थानीय थाना की पुलिस ने शानदार उपलब्धि हासिल किया है।
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