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Patiala147105

किसानों की दिक्कतें बढ़ीं: धान खरीद में देरी का बड़ा असर!

Oct 11, 2024 16:01:23
Patran, Punjab

पंजाब सरकार ने 1 अक्टूबर से मंडियों में धान खरीदी शुरू करने का निर्णय लिया था लेकिन अनाज मंडी में खरीद न होने के कारण किसान समस्याओं का सामना कर रहे हैं। मार्केट कमेटी ने खरीद को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी तैयारियां पूरी करने का दावा किया और खरीद एजेंसियों को निर्देश भी दिए। वहीं एजेंसियों की ढीली कार्रवाई के कारण किसान परेशान हैं। पातड़ा बाईपास नयाल के पास 11 एकड़ की मंडी में पहुंचे किसानों ने कहा कि वे 1 अक्टूबर से अपनी फसल लेकर आते हैं लेकिन अबतक खरीद न होने से फसल खराब हो रही है।

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ACAshish Chauhan
Nov 28, 2025 07:31:10
Jaipur, Rajasthan:जयपुर-जंगल से लेपर्ड की चौकाने वाली तस्वीर सामने आई. लेपर्ड फ्लोरा ने 30 सैकंड में चीतल का शिकार किया. शिव मंदिर मार्ग पर चीतल का खुले में लाइव शिकार किया. पर्यटकों ने अपनी आंखों के सामने पूरा घटनाक्रम देखा. यह नजारा देखकर पर्यटकों के रोंगटे खड़े हो गए. सभी पर्यटकों रोमांचक और खतरनाक पल के गवाह बने. यह घटना उस समय हुई, जब कई पर्यटक वाइल्ड लाइफ सफारी के लिए रास्ते पर मौजूद थे. जैसे ही लेपर्ड ने चीतल पर धावा बोला, पर्यटकों ने अपनी आंखों के सामने पूरा घटनाक्रम देखा. मादा लेपर्ड फ्लोरा के ढाई से तीन महीने उम्र के तीन शावक हैं. रास्ते के दोनों ओर खड़े थे पर्यटकों के वाहन झालানা लेपर्ड सफारी क्षेत्र में यह नजारा देखकर पर्यटकों के रोंगटे खड़े हो गए. शिव मंदिर मार्ग पर मादा लेपर्ड फ्लोर ने सबके सामने मादा चीतल का शिकार किया. घटनाक्रम के समय रास्ते के दोनों ओर पर्यटकों के वाहन खड़े थे. सभी पर्यटक करीब से इस रोमांचक और खतरनाक पल के गवाह बने. करीब 60-70 किलो वजनी चीतल को एक ही छलांग में 8 फीट ऊंची दीवार पर चढ़ा ले गई. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार चीतल को काबू करने के बाद फ्लोरा ने अद्भुत फुर्ती और ताकत का प्रदर्शन किया. करीब 60-70 किलो वजनी चीतल को वह एक ही छलांग में 8 फीट ऊंची दीवार पर चढ़ाकर ले गई. इसे 30 सेकंड में ही फ्लोरा ने मौत के घाट उतार दिया. यह देखकर लोग हैरान रह गए. चीतल ने पूरी तरह दम भी नहीं तोड़ा था कि फ्लोरा ने उसे सुरक्षित स्थान पर पहुंचाकर शिकार पूरा किया. पिछले दो सप्ताह में यह तीसरी बार है जब फ्लोरा को लाइव शिकार करते देखा गया है. वाइल्ड लाइफ एक्सपर्ट के अनुसार फ्लोरा हाल ही ज्यादा सक्रिय हो रही है. उसके ढाई से तीन महीने उम्र के तीन शावक हैं. शावकों की सुरक्षा और भोजन की जरूरतों के चलते फ्लोरा लगातार शिकार कर रही है. यही कारण है कि फ्लोरा दिनों-दिन ज्यादा साहसी होती दिखाई दे रही है.
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WMWaqar Manzoor
Nov 28, 2025 07:30:56
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VAVishnupriya Arora
Nov 28, 2025 07:30:43
Noida, Uttar Pradesh:
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AMAnkit Mittal
Nov 28, 2025 07:30:36
Muzaffarnagar, Uttar Pradesh:DATE - 28.11.2025 मुर्दो को किया जिंदा उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में एक हैरत अंगेज मामला सामने आया है जिसमें सालों साल पहले मर चुके तीन व्यक्तियों को जिंदा दर्शाकर परिवार के ही चाचा ने 15 करोड रुपए की बताई जा रही जमीन को आबादी में घोषित कराकर उसे कब्जाने का षड्यंत्र रचा था. दरसल आरोप है कि भोपा थाना क्षेत्र निवासी एक परिवार के ही समरपाल नाम के चाचा ने अपने चचेरे मर्तक भाई मदनपाल ,धर्मपाल और एक अन्य सखातेदार विक्रम सिंह को जिंदा दिखाते हुए उनके एफिडेविट तहसील में जमा कर 15 करोड रुपए की 15 बीघा खेती की जमीन को आबादी में घोषित करवाकर उसे कब्जाने का षड्यंत्र रचा था। जिसके बाद मृतक के परिजनों द्वारा इस मामले की शिकायत पुलिस को की गई थी जिस पर पुलिस ने इस मामले में प्रथम दृष्टि तुरंत मुकदमा दर्ज करते हुए मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी थी लेकिन जांच से संतुष्ट न होने के चलते गुरुवार को पीड़ित परिवार कचहरी स्थित एसएसपी कार्यालय पर पहुंचा था जहां उन्होंने एसपी ग्रामीण आदित्य बंसल से मिलकर इस मामले में निष्पक्ष जांच कर आरोपियों को सजा दिए जाने की मांग की है। बताया जा रहा है कि मृतक जिन तीन लोगों के फर्जी एफिडेविट बनवाकर तहसील में जमा किये गए थे उन्हें मारे कई कई साल बीत चुके हैं जिसके चलते इस मामले में आलाधिकारी भी अब स्पष्ठ रूप से कह रहे है कि मामले की जाँच की जा रही जिसके चलते जो भी दोषी पाया जाएगा उसके विरुद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। इस मामले को लेकर जहाँ पीड़ित के रिश्तेदार श्रवण कुमार का कहना है कि यह हमारे बहनोई है भोपा से इनकी जमीन है 15 करोड़ की उसको हत्याने के चक्कर में समरपाल जो है इनका चाचा उसमें फर्जी आबादी में घोषित कर लिया जो मृतक है अब से 4 साल पहले, 5 साल पहले ,10 साल पहले ,मर चुके उनके एफिडेविट दाखिल किये एफिडेविट दाखिल कर उनके आदेश करा लिया धारा 80 घोषित करा ली और हमने जो मुकदमा लिखवाया उनके खिलाफ मुकदमा हमारा लिखना था 420 में,420/471 में उन्होंने क्या काम किया साजिश करके 338 बीएनएस हमारी धारा काट दी मुकदमा दर्ज हो गया हम कहां जाएं जिनके एफिडेविट लगाए थे वह तो अब से 10 साल पहले 12 साल पहले मर चुके फरवरी 2025 में मरे हुए लोग जिंदा हो रहे हैं तहसीलदार के यहां तहसील जानसठ मिले हम उनसे वहां जाकर कोई सुनवाई नहीं हुई हमारी यह बोल रहे कि मुकदमा लिखवाओ उनके खिलाफ हम मुकदमा लिखवा कर गए थे यहां से सीओ साहब की जांच पर मुकदमा लिखा गया है उन्होंने बताया की मुकदमा लिखव रहे हैं जांच हुई पहले इसमें 3 महीने 338 का जो सेक्शन है वह भी नहीं लगाया बस सिंपल धाराओं में मुकदमा दर्ज करा कर हमको टिलका दिया हम तो यह चाहते हैं कि सेक्शन बने इसमें 338 का हमारा बीएनएस का भोपा में, ये जमीन है 15 बीघा इंसाफ चाहते हैं और क्या चाहते हैं 8 महीने हो गए चक्कर काटते काटते हमें लापरवाही तो पुलिस वालों की है साफ कहते हैं हम, हमें अगर इंसाफ नहीं मिलेगा तो कहां जाएंगे हम इसलिए आज हम एसएसपी साहब से मिलने आए हैं वे तो प्लाटिंग काट रहे हैं उनको क्या दिक्कत है जब तक खाता तक्सीम नहीं होता तब तक अधिकार ही नहीं है उसको 15 करोड़ की जमीन की कीमत है। तो वही एसपी ग्रामीण आदित्य बंसल की माने तो एक प्रकरण आया था जिसमें आरोप लगाया गया कुछ लोगों द्वारा फर्जी एफिडेविट लगा दिए गए जो लोग मर चुके हैं उनके भी एफिडेविट लगा दिए उसमें कुछ लाभ लेने کا प्रयास हुआ सीओ भोपा की जांच के उपरांत श्रीमान एसएसपी सर के इसमें आदेश से मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया थाना भोपा पर मुकदमा पंजीकृत है और इसमें डिटेल इन्वेस्टिगेशन की जा रही है और विवेचना के उपरांत जो भी इसमें दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ सख्त वैधानिक कारवाही अमल में लाई जाएगी।
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PCPUSHKAR CHAUDHARY
Nov 28, 2025 07:20:18
Jokhanalagga Bura, Uttarakhand:चमोली जोशीमठ (ज्योर्तिमठ) में भगवान नरसिंह (नृसिंह) मंदिर — श्रद्धा, संरक्षण और रहस्य का केंद्र....!! एंकर - चमोली हिमालय की गोद में स्थित प्राचीन श्री नरसिंह मंदिर इन दिनों श्रद्धा के साथ-साथ दिव्य रहस्यों और धार्मिक मान्यताओं के कारण एक बार फिर चर्चा में है। भगवान विष्णु के चौथे अवतार नरसिंह को समर्पित यह मंदिर न केवल जोशीमठ का मुख्य धार्मिक केंद्र है, बल्कि शीतकाल में भगवान बद्रीनाथ की आधिकारिक शीतकालीन पीठ भी है। बद्रीधाम के कपाट बंद होने के बाद छह माह तक भगवान बद्रीनाथ की पूजा, आदि शंकराचार्य की गद्दी और दर्शन इसी पवित्र मंदिर में होते हैं। कहा जाता है कि नरसिंह भगवान का स्वरूप आधा मानव और आधा सिंह दैवीय संरक्षण और न्याय का प्रतीक है। इसी कारण नरसिंह देवता मंदिर को संकटों से रक्षा करने वाला शक्ति स्थल माना जाता है। परंपराओं के अनुसार इस मंदिर की स्थापना आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा 8वीं शताब्दी में की गई थी और यह सप्त बद्री मार्ग का भी एक महत्वपूर्ण तीर्थ है। मूर्ति की बाईं भुजा आस्था से जुड़ा बड़ा रहस्य...!! मंदिर से जुड़ी सबसे चर्चित मान्यता नरसिंह भगवान की मूर्ति की बाईं भुजा को लेकर है। कहा जाता है कि यह भुजा वर्षों से धीरे-धीरे पतली होती जा रही है। स्थानीय मान्यताओं के अनुसार जब नरसिंह भगवान की बाईं भुजा पूरी तरह पतली होकर टूट जाएगी, तब बद्रीनाथ धाम की पहाड़ी (जय-विजय पर्वत) के टूटने से भविष्य बद्री में नारायण के दर्शन भक्तों द्वारा किया जाएगा, ऐसी धार्मिक मान्यताएं बताई गई। यह घटना पूर्व संकेत ब्रह्मांडीय परिवर्तन या प्रलय काल से भी जुड़े बताए गए हैं। इसी वजह से यह स्थल आस्था के साथ साथ रहस्यमयी भावनाओं का केंद्र भी बना हुआ है। बद्रीनाथ धाम की शीतकालीन यात्रा का प्रमुख पड़ाव....!! मंदिर नवंबर से मई तक पूरे देश-दुनिया से आने वाले भक्तों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बन जाता है, क्योंकि इन महीनों में भगवान बद्रीनाथ की पूजा और आदि शंकराचार्य की गद्दी को विधिवत नरसिंह मंदिर में लाया जाता है। पूरे छह महीने यहां पूजा-अर्चना और विशेष वैदिक अनुष्ठान होते हैं, यात्रा अवधि में जोशीमठ आध्यात्मिक गतिविधियों से गुलजार रहता है लोक आस्था, आश्रय और चेतावनी दोनों....!! जहाँ भक्त नरसिंह मंदिर को रक्षा और कृपा का केंद्र मानते हैं, वहीं मूर्ति की बाईं भुजा से जुड़ी मान्यता लोगों को प्रकृति के साथ सामंजस्य और हिमालय के संरक्षण की चेतावनी भी देती है। स्थानीय लोग मानते हैं कि नरसिंह भगवान का संरक्षण तभी बना रहता है जब मानव प्रकृति और धर्म के मूल्यों के प्रति सजग रहे.... श्री नरसिंह मंदिर न केवल आध्यात्मिक आस्था का पवित्र केंद्र है, बल्कि उसमें समाई धार्मिक मान्यताएं और मूर्ति की बाईं भुजा का रहस्य इसे श्रद्धा, विश्वास और चेतावनी—तीनों का अनोखा संगम बनाता है। यही कारण है कि यह मंदिर जोशीमठ ही नहीं, पूरे उत्तराखंड की धार्मिक विरासत का शिखर माना जाता है। जोशीमठ के लिए आस्था का आधार बद्रीनाथ मार्ग पर लोअर बाजार स्थित यह पवित्र स्थल केवल मंदिर नहीं, बल्कि उत्तराखंड की सांस्कृतिक पहचान, आध्यात्मिक ज्ञान और लोकविश्वास का महत्वपूर्ण प्रतीक है। प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए पहुँचते हैं और नरसिंह अवतार के दिव्य स्वरूप से आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
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YSYatnesh Sen
Nov 28, 2025 07:18:05
Indore, Madhya Pradesh:इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा ने चाइनीज मांझे पर प्रतिबंध लगा दिया है. कलेक्टर ने कहा है कि चाइनीज मांझा बेचने वाले और उसके भंडारण पर पूर्णतया प्रतिबंध है. जिला प्रशासन की टीम भी निगरानी रखेगी. मकर संक्रांति के पहले इंदौर कलेक्टर शिवम वर्मा ने चाइनीज मांझे के खिलाफ बड़ा एक्शन लेते हुए चाइनीज मांझे पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगाया है. उन्होंने मीडिया से चर्चा करते हुए कहा कि चाइनीज मांझा सभी के लिए हानिकारक है उससे हम इंसान के साथ-साथ पशु पक्षियों को भी बड़ा नुकसान पहुंचता है. ऐसे में चाइनीज मांझे की बिक्री पूर्ण रूप से प्रतिबंधित रहेगी. कलेक्टर ने कहा कि जिला प्रशासन की टीम भी पतंग मांझे और संबंधित सामग्री बेचने वालों पर सतत निगरानी रखेगी. अगर किसी प्रकार से कोई शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई की जाएगी! मकर संक्रांति पर इंदौर शहर में पतंगबाजी का बड़ा उत्साह रहता है जिससे बाजार में डिजाइन और रंग-बिरंगी पतंगे बिकने लगी है. अब व्यापारीयो को प्रशासन की यह सख्त हिदायत है.
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