Back
धौलपुर में जलभराव: एनजीटी की सख्ती से क्या होगा सुधार?
Dholpur, Rajasthan
धौलपुर. वाकई... धौलपुर के हालात खराब हैं... जलभराव और पर्यावरण नुकसान को लेकर जो सुना था वह
सही पाया,यह कहना था राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के क्षेत्रीय अधिकारी उमेश कुमार का,
जो शहर में होने वाले जलभराव, गंदगी और चौक सीवरों
की समस्या का निरीक्षण करने आए।
टीम ने शहर के जलभराव वाले क्षेत्रों का निरीक्षण कर जमीनी हालात देखे। अब टीम शहर के हालातों की रिपोर्ट तैयार कर 16 जुलाई तक एनजीटी को सौंपेगी। शहर में होने वाले जलभराव से
जनमानस सहित पर्यावरण को नुकसान को लेकर नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) सख्त दिख रही है। एक ओर जहां राज्य सरकार से दो माह के भीतर जवाब मांगा है तो वहीं प्रदूषण नियंत्रण विभाग की दो सदस्यीय टीम को मौजूदा हालात जानने धौलपुर पहुंची। गत वर्ष मानसून के दौरान शहर की दो दर्जन से ज्यादा कॉलोनियां जलमग्न हो गई थीं। जिसकी शिकायतें राज्य के मंत्रियों से लेकर मुख्यमंत्री, एनजीटी, प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति तक की गई।
वहीं लोगों ने जलभराव, गंदगी, सीवरेज की शिकायत ऑनलाइन माध्यम से एनजीटी में दर्ज कराई थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए एनजीटी ने
सरकार से धौलपुर के मौजूदा हालातों पर गत दिनों जवाब मांगा है। एनजीटी ने मुख्य सचिव, कलक्टर, नपा अधिशासी अधिकारी, पॉल्यूशन बोर्ड सचिव को नोटिस जारी किए। मामले को गंभीरता से लेते हुए एनजीटी ने प्रदूषण नियंत्रण विभाग को भी हालातों का जायजा लेने के नि आदेश दिए थे। जिसके बाद प्रदूषण नियंत्रण विभाग की दो सदस्यीय टीम उमेश कुमार क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण भरत की अगुआई में शहर में होने वाले जलभराव का जायजा लेने पहुंची। उनके साथ प्रदूषण नियंत्रण मंडल के अभियंता नरेन्द्र सिंह राजावत भी थे।
निरीक्षण के दौरान एसडीएम डॉ. साधना शर्मा, नगर परिषद एक्सईएन गुमान सिंह सैनी, एएसआई प्रकाश श्रीवास्तव, सिंचाई विभाग के एक्सईएन राजकुमार सिंघल, आदि मौजूद रहे
byte 1
उमेश कुमार राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल क्षेत्रीय अधिकारी
0
Report
हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|
Advertisement