Back
बसेड़ी में जलभराव: नगरपालिका की अनदेखी से लोग परेशान!
Dholpur, Rajasthan
बसेड़ी, धौलपुर
बसेड़ी के कुंडा कॉलोनी में स्कूल वाली गली में नाली निर्माण नहीं होने से जलभराव की स्थिति, मुख्य मार्ग से गली के नीचा होने के चलते घरों से निकलने वाला नालियों का गंदा पानी व बारिश का पानी हो रहा घरों के सामने जमा, नगरपालिका की अनदेखी का खामियाजा आमजन को भुगतना पड़ रहा है, गुस्साए कॉलोनीवासियों ने कीचड़ में खड़े होकर किया विरोध प्रदर्शन, नगरपालिका मुर्दाबाद के लगाए नारे
जलभराव के चलते गली के प्रवेश मार्ग पर कीचड़ होने से नन्हे मुन्ने व वयोवृद्ध घरों में कैद हो गए है। जिसको लेकर नगरपालिका प्रशासन के पास कोई ठोस इंतजामात नहीं है। कीचड़ और जलभराव के कारण बच्चों व आमजन को गुजरने में हो रही काफी परेशानी, वयोवृद्ध स्कूल जाने वाले नन्हे मुन्ने बच्चे कीचड़ में गिरकर आये दिन हो रहे है चोटिल। जलभराव होने से भयंकर बीमारियों के फैलने का भय बना हुआ है
0
Share
Report
हमें फेसबुक पर लाइक करें, ट्विटर पर फॉलो और यूट्यूब पर सब्सक्राइब्ड करें ताकि आप ताजा खबरें और लाइव अपडेट्स प्राप्त कर सकें| और यदि आप विस्तार से पढ़ना चाहते हैं तो https://pinewz.com/hindi से जुड़े और पाए अपने इलाके की हर छोटी सी छोटी खबर|
Advertisement
Vidisha, Madhya Pradesh:
- खरी फटक अंडर ब्रिज पर 4 से 5 फिट भरा पानी पटरी पार कर जाने को लोग हैं मजबूर
- महिलाओं को ऊंची दीवार और जाली पार करने में हो रही सबसे ज्यादा परेशान
एंकर : तीन दिन से रुक रुक कर हुई लगातार बारिश की वजह से खारी फाटक के अंडर ब्रिज में चार से पांच फीट पानी भरा हुआ है जिससे यातायात बाधित हो गया है कुछ लोग अति आवश्यक काम होने के कारण जान जोखिम में डालकर निकल रहे हैं पटरी के दोनों तरफ रेलवे द्वारा ऊंची जाली और दीवार बनाई गई है उसे भी लोग पार करके निकल रहे हैं
बाईट : मुकेश जैन।
बाईट : अविनाश जैन।
0
Share
Report
Faridabad, Haryana:
एंकर हरियाणा में फरीदाबाद की अरावली में बसे गांव अनंगपुर में अपने मकानों को बचाने के लिए चल रही मुहिम अब एक आन्दोलन का रूप ले चुकी है। 13 जुलाई को इस गांव में एक महापंचायत का आयोजन हो रहा है। जिसमें देश के हर हिस्से से पक्ष-विपक्ष के राजनेताओं सहित दूसरी यूनियन के नेता भाग लेंगे। अरावली में पिछले 20 दिनों से सुप्रीम कोर्ट आदेश पर वन विभाग नगर निगम के साथ मिलकर अवैध निमार्ण को गिरा रहा है।
वीओ सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर वन विभाग अरावली के वन क्षेत्र में बने अवैध निमार्ण को तोड़ रहा है। वन विभाग ने करीब 20 दिन पहले इस कार्यवाही को शुरू किया था। वन विभाग ने इससे पहले एक सर्वे भी किया था। जिसमें 700 जगहों पर 6 हजार से ज्यादा अवैध निमार्ण चुने गए है। इनमें अरावली में बसे गांव अनंगपुर, मेवला महाराजपुरा, अनखीर और लकड़पुर में सबसे ज्यादा अवैध निमार्ण पाए गए। फरीदाबाद वन विभाग अधिकारी राजकुमार ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर यह कार्रवाई हो रही है। वन विभाग को जुलाई के अंत तक सुप्रीम कोर्ट में कार्रवाई की रिपोर्ट सौंपनी है। अरावली वन क्षेत्र से 6 हजार से अधिक छोटे-बड़े अवैध निर्माण हटाए जाएंगे। वन विभाग ने अभी तक 80 के करीब बड़े फार्म हाउस को तोड़ दिया है।
गांव अनंगपुर में तोड़-फोड़ की कार्रवाही शुरू होने से पहले ही प्रशासन को यहां पर रूकना पड़ गया है। कई बार प्रशासन ने यहां पर तोड़-फोड़ की कार्रवाही करने की कोशिश की लेकिन गांव वालों के प्रदर्शन और राजनीतिक दबाव के चलते टीमों को पीछे हटना पड़ा। यहां तक की बीते मंगलवार को एक मकान को तोड़े जाने के दौरान टीमों पर पथराव हुआ और पुलिस को लाठी चार्ज करना पड़ा।
अनंगपुर गांव के ग्रामीणों को कहना है कि उनके पूवर्ज हजारों सालों से इस गांव में रहते आ रहे है। जब कोई फारेस्ट कानून भी नही बना था तभी से उनके पूवर्ज यहां रह रहे है। उनका जन्म यहां पर हुआ है तो ऐसे में जिन जमीनों में उनके घर बने है वो अवैध कैसे हो सकती है। जिन लोगों ने गलत तरीके से निमार्ण किया है वो सड़क के साथ है प्रशासन उन पर कार्रवाही कर रहा है। लेकिन उनके साथ हमारे गांव में बने मकानों को अवैध कि आधार पर बताया जा रहा है। उनके घरों पर बिजली के कनेक्शन लगे हुए है । उनका गांव लाखों रूपए का बिजली का बिल भरता है। उसके सभी दस्तावेज आधार कार्ड, वोटर कार्ड, परिवार पहचान पत्र यहीं पर बने तो फिर उनके मकान कैसे अवैध हो सकते है।
80 साल के बुजुर्ग बीरेन्द्र ने बताया कि उनका जन्म गांव में ही हुआ और उनके बच्चों का जन्म भी इसी गांव में हुआ है। अब अचानक के आकर उनके मकान को अवैध निमार्ण बताया जा रहा है। हर रोज उनको अपने मकान के टूटने का डर लगा रहता है। पहाड़ की जमीन उनके गांव की जमीन है लेकिन अब उसको अवैध करार कर दिया गया है।
65 साल के रामबीर ने बताया कि सालों से वह लोग यहां पर रह रहे है। अब एकदम से वो मकान को छोड़कर कहां जा सकते है। जब ये मकान बन रहे थे तब वन विभाग के अधिकारी कहां थे। तभी रोकना चाहिए था कि अप वन क्षेत्र की जमीन पर घर बना रहे हो।
50 साल की बुजुर्ग मितलेश ने बताया कि 33 साल पहले उनकी शादी इसी गांव में हुई थी। उनके पति नही है वो अपने बच्चों के साथ यहीं पर रहते है। अगर उनका मकान तोड़ दिया जायेगा तो वह रोड़ पर आ जाएगा। उनके पास रहने के लिए कोई दूसरी जगह नही है । उनके पास सभी प्रकार के दस्तावेज मौजूद है लेकिन फिर भी उनके मकानों को तोड़ने की तैयारी की जा रही है।
77 साल की पुष्पा ने बताया कि आज उनके घर में छोटे-छोटे बच्चें है। उनके बच्चों के बच्चे हो चुके है। अब उनको रातों को नींद नही आ रही है। सर के छत छिनने का डर उनको हर समय लगा रहता है। अगर उनका मकान अवैध है तो फिर उनके जरूरी कागजात क्यों बनाए गए है। हर महीने वो बिजली का बिल भरते है।
गांव के लोग दो बार केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर से मुलाकात कर चुके है। मंत्री ने लोगों को आश्वासन दिया था कि उनके मकानों को तोड़ा नही जाएगा। इसके लिए चाहे कानूनी लड़ाई का सहारा ही क्यों नही लेना पड़े। लेकिन लोगों को कहना है कि एक तरफ मंत्री उनको आश्वासन देते है दूसरी तरफ जेसीबी उनके गांव के बाहर खड़ी हो जाती है। कृष्णपाल गुर्जर यहां तक कह चुके है कि कोई ताकत गांव के लोगों के मकानों को नही तो सकती है कांग्रेस के नेता विजय प्रताप ने बताया कि बीजेपी नेताओं की सह पर लोगों के मकानों को तोड़ने की तैयारी की जा रही है। ताकि बीजेपी के नेता यहां पर जमीन पर अपने कब्जा करा सके। 13 जुलाई को गांव में महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें सभी पार्टी के नेताओं को बुलाया जा रहा है। ये मुहिम उन लोगों के मकानों को बचाने की है जिन्होंने सालों इन पहाड़ में रहते हुए गुजार दिए। इस पंचायत मे देश के हर हिस्से से नेता ,समाजसेवी, किसी यूनियनों सहित तमाम लोग भाग लेंगे। विभाग और सरकार को लोगों के सामने झुकना होगा वो किसी भी कीमत पर मकानों को टूटने नही देंगे।
बाईट गांव के लोग
बाईट कृष्ण पाल गुर्जर
बाईट कांग्रेस के नेता विजय प्रताप
0
Share
Report
Nawada, Bihar:
ताजिया उठाने के दौरान 11 हजार वोल्ट बिजली की तार की चपेट में आने से 8 लोग झुलसे, सभी को इलाज के लिए लाया गया सदर अस्पताल
बिहार के नवादा जिले में रविवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया। नेमदरगंज थाना क्षेत्र के दीरी गांव में ताजिया उठाने के दौरान 11000 वोल्ट की बिजली की तार के संपर्क में आने से लोग झुलस गए। जहां सभी घायलों को नवादा सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों में काजल कुमार (26), अर्जुन चौधरी (25), राजीव कुमार (25), करको कुमार (26), नीतीश कुमार (26), सुबोध कुमार (24), मसूदन मांझी (27) और संजय मांझी (26) शामिल हैं।
करंट लगते ही मौके पर अफरा-तफरी मच गई। कुछ लोग जमीन पर गिर पड़े, जबकि कुछ करंट की चपेट में आकर वहीं खड़े रह गए। स्थानीय थाना प्रभारी विनय कुमार ने तुरंत बिजली की लाइन कटवाई और घायलों को अस्पताल पहुंचवाया।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ताजिया उठाने से पहले बिजली विभाग ने लाइन नहीं काटी थी, जिसकी वजह से यह हादसा हुआ। इस मामले में बिजली विभाग की लापरवाही सामने आई है। डॉक्टरों के मुताबिक सभी घायल खतरे से बाहर हैं और उनका इलाज जारी है।
बाइट- राजीव कुमार, अर्जुन चौधरी, ग्रामीण
0
Share
Report
Kaushambi, Uttar Pradesh:
SLUG- कौशांबी में मोहर्रम का जुलूस, ग़मगीन माहौल
ANCHOR- उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में मोहर्रम के मौके पर आलम और ताजिए का जुलूस ग़मगीन माहौल में निकाला गया। इमाम हुसैन की शहादत को याद कर हजारों अकीदतमंदों ने कर्बला पहुँचकर ताजिए दफनाए। इस दौरान या हुसैन की सदाओं से फिजा गूंज उठी।
VO- कौशांबी के मंझनपुर, करारी, चायल, मनौरी, दारानगर, भरवारी, सिराथू समेत कई इलाकों से मोहर्रम का जुलूस निकला। अकीदतमंद हाथों में आलम उठाए, ताजिए लेकर कर्बला पहुंचे। वहां ताजिए दफन किए गए। सुबह से ही मजलिसें और मातम का सिलसिला जारी रहा। या हुसैन की सदाएं गूंजती रहीं।
इमाम हुसैन की शहादत वक़्त और जगह की हदों से परे एक ऐसी मिसाल है, जो हर दौर को ये पैग़ाम देती है कि हक़ और इंसाफ़ के लिए डट जाना चाहिए, चाहे कितनी भी बड़ी क़ुर्बानी क्यों न देनी पड़े। उनकी शहादत ने ज़ुल्म के ख़िलाफ़ लड़ने का हौसला दिया है।
VO- जुलूस के दौरान जगह-जगह पानी, शरबत और तबर्रुक की सबीलें लगाई गईं। सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस बल तैनात रहा। ड्रोन कैमरों से निगरानी भी की गई।
मोहर्रम के मौके पर कौशांबी में ग़म और अकीदत का माहौल रहा। अकीदतमंदों ने इमाम हुसैन की याद में मातम किया और इंसाफ़ व हक़ के लिए उनकी शहादत को सलाम पेश किया।
BYTE- जीशान हैदर रिज़वी, मौलाना
BYTE- राजेश सिंह, एसपी
0
Share
Report
Saiki, Bihar:
स्लग/पशु पालन।
अनुसूचित जनजाति की महिला किसानों को 2-2 दुधारु गाय दिए जाएंगे
6 जिलों से पायलेट प्रोजेक्ट की शुरुआत।
सारंगढ़ बिलाईगढ़, छत्तीसगढ़ सरकार ने अब आदिवासी जिलों में गाय बांटने की शुरुआत कर दी है। इसके तहत अनुसूचित जनजाति की महिला किसानों को 2-2 दुधारु गाय दिए जाएंगे। फिलहाल यह योजना पायलेट प्रोजेक्ट में रूप में 6 जिलों से शुरुआत की जा रही है, जिसमें जशपुर, बलरामपुर, कांकेर, कोंडागांव,महासमुंद, सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिला शामिल है। उप संचालक पशुधन डॉ महेंद्र पांडेय ने जिले के आदिवासी महिलाओं को इस प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी और कहा कि वे इसका लाभ उठाएं। इस कार्यक्रम में हितग्राहियों को प्रशिक्षण दिया गया। जिले में 45 हितग्राही का चयन हो गया है। हितग्रहियों ने अपना अंशदान जमा कर वे ऋण के लिए बैंक में दस्तावेज जमा किए हैं। जल्द ही इनको गाय वितरण किया जाएगा।
0
Share
Report
Bulandshahr, Uttar Pradesh:
*बुलंदशहर* महिला थाना प्रभारी से दो नशेडी पुलिसकर्मियों ने की बदसलूकी, वीडियो वायरल, कार निकालने को लेकर हुआ था वाक युद्ध, SSP ने सिपाही अनुज चौधरी और रुधन चौधरी को किया लाइन हाजिर
0
Share
Report
Bulandshahr, Uttar Pradesh:
*बुलंदशहर* कल होने वाले व्यापारी सुरक्षा महासम्मेलन को लेकर हुई प्रेसवार्ता मे बोले प्रदेश महामंत्री अनिल देशभक्त ,व्यापारियों की सुरक्षा को लेकर आयोजित कार्यक्रम मे कई आईपीएस अफसर सहित क्राइम कंट्रोल के मास्टरमाइंड देंगे व्यापारियों को सुरक्षित रहने के टिप्स, उन्होंने बताया कि कल होने वाला महासम्मेलन प्रदेश के व्यापारियों के एक नजीर होगा जो व्यापारियों को उनकी ताकत का एहसास कराने वाला होगा।
0
Share
Report
Jalore, Rajasthan:
बैठक में संस्थान के उद्देश्यों को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक की शुरुआत में अध्यक्ष गजेंद्रसिंह बादनवाड़ी ने कहाँ कि संगठन में शक्ति होती हैं। इसलिए सभी संगठित रहकर एक दूसरे की मदद करेंगे। बैठक में कार्यकारणी का विस्तार किया। इस दौरान पुष्पराज बोहरा ने कहा कि रियल एस्टेट के कार्य के साथ पर्यावरण संरक्षण पर ध्यान देना भी जरूरी है। एक मकान या प्लॉट पर दो पौधे जरूर लगाए। ताकि हरियाली हो। शंकर सिंह बगैड़िया ने जालोर के स्वर्ण गिरी पर्वत पर बीजारोपण की बात कही। बैठक में शहर के हित में कार्य करने का संकल्प भी किया गया।
0
Share
Report
Dahelara, Uttar Pradesh:
दहेलरा और आसपास के गांवों में मुस्लिम समाज ने मोहर्रम का मातमी पर्व अकीदत व एहतराम के साथ मनाया l मुस्लिम समुदाय ने सुबह से अपने घरों में कुरान खानी और फातिहा कर दुआएं मांगी।
इस्लामिक कैलेंडर में मोहर्रम का महीना विशेष महत्व रखता है। इसी दिन हजरत इमाम हुसैन ने कर्बला में 72 साथियों के साथ शहादत दी थी। हजरत इमाम हुसैन, इस्लाम धर्म के संस्थापक हजरत मुहम्मद साहब के छोटे नवासे थे। दसवीं मोहर्रम को यौमे आशूरा कहा जाता है। इस दिन मुस्लिम समाज रोजा रखता है। लोग अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं और पूरी मानवता के लिए दुआएं करते हैं।
0
Share
Report
Kilkipura, Rajasthan:
पिपरिया बरेली मार्ग ग्राम सांडिया के पास कुछ दिन पूर्व एक एंबुलेंस अनियंत्रित होकर पेड़ से जा टकराई दुर्घटना में तीन महिला सहित एक नवजात की दर्दनाक मौत हो गई थी इस पूरी घटना का वीडियो आज रविवार को 5 बजे सोशल मीडिया पर आया सामने हुआ वायरल
पिपरिया के निदान हॉस्पिटल में भर्ती एक महिला को पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई थी जिसे अपने घर ग्राम सर्रा किशोर छोड़ने प्राइवेट एंबुलेंस जा रही थी तभी रास्ते
0
Share
Report